असाइनमेंट कैसे लिखे? | असाइनमेंट लिखने का तरीका | Assignment likhne ka tarika

|| असाइनमेंट कैसे लिखे? | असाइनमेंट लिखने का तरीका | Assignment likhne ka tarika | असाइनमेंट लिखने के नियम (Assignment rules for students in Hindi | Assignment matlab kya hota hai ||

Assignment likhne ka tarika:- विद्यार्थी जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है असाइनमेंट और यह हर विद्यार्थी को करना ही होता है। अब यह जो असाइनमेंट होता है वह उसे अपनी कक्षा में बैठकर नहीं करना होता है बल्कि उसे अपने घर बैठकर इसे पूरा करना होता है। यह किसी भी अध्यापक के द्वारा अपने विद्यार्थी को घर पर दिया गया अध्ययन कार्य होता है। इसके लिए छात्र को उस विषय पर अच्छे से रिसर्च करनी होती है और उसके बाद ही उसे लिखना होता (Assignment kaise likhe) है।

अब जिन छात्रों ने पहले असाइनमेंट पर काम नहीं किया है या उन्हें इसके बारे में इतनी जानकारी नहीं है तो अवश्य ही वह खुद को मिले इस काम को देखकर घबरा गए होंगे और उन्हें समझ नहीं आ रहा होगा कि आखिरकार किया जाये तो क्या किया जाए। ऐसे में आज के इस लेख के माध्यम से हम आपके साथ असाइनमेंट के विषय के ऊपर ही बात करने वाले (How to write assignment in Hindi) हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि असाइनमेंट को कैसे लिखा जा सकता है या असाइनमेंट लिखने का क्या तरीका है, वह सब आप इस लेख के माध्यम से जानेंगे।

असाइनमेंट क्या होता है? (Assignment kya hota hai in Hindi)

असाइनमेंट लिखने के तरीके को जानने से पहले यह जान लेना जरुरी है कि आखिरकार यह असाइनमेंट होता क्या है और यह किस विषय पर दिया जा सकता है। तो यहाँ हम आपको एक बात पहले ही बता दें कि यह एक तरह से लेख ही होता है लेकिन विस्तृत रूप में और पूरी रिसर्च के साथ लिखा गया। आपने लेख पहले भी स्कूल या कॉलेज की परीक्षा में लिखे होंगे और यह आपने अपने दिमाग के अनुसार बड़ा करके लिख दिए होंगे जबकि असाइनमेंट के साथ ऐसा नहीं हो सकता है। इसके लिए आपको उस विषय के बारे में पूरी तरह से रिसर्च करनी होगी और फिर ही उसे लिखना (Assignment matlab kya hota hai) होगा।

असाइनमेंट कैसे लिखे असाइनमेंट लिखने का तरीका Assignment likhne ka tarika

तो यह असाइनमेंट किसी भी विषय पर दिया जा सकता है लेकिन वह आपके द्वारा पढ़े जा रहे विषय से ही संबंधित होगा ताकि आपको उसका लाभ मिल सके। यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि अब यदि आपको विज्ञान के अध्यापक ने किसी विषय पर असाइनमेंट दिया है तो वह आपको सामाजिक विज्ञान के विषय पर लिखने को असाइनमेंट नहीं दे सकता है। अब विज्ञान से जुड़े विषय पर जो असाइनमेंट मिल सकता है वह यह है कि सूर्य के नौ ग्रहों के बारे में जानकारी दीजिये या ब्लैक होल क्या होता है या फिर चुम्बकीय किरणों के बारे में जानकारी या कुछ (Assignment kya hai) और।

इस तरह यह असाइनमेंट किसी भी विषय पर हो सकता है लेकिन आप जिस भी कक्षा में पढ़ रहे हैं या जिस भी कॉलेज में जिस भी विषय पर स्टडी कर रहे हैं, आपको उसी विषय से संबंधित किसी विषय पर ही असाइनमेंट करने को दिया जाएगा। अब यह तो आपके अध्यापक पर निर्भर कार्य है कि वह किस छात्र को किस विषय पर असाइनमेंट करने को देता है।

  • बैंक खाता ट्रांसफर करने के लिए एप्लीकेशन कैसे लिखे? | Bank account transfer application in Hindi

असाइनमेंट क्यों दिया जाता है?

अब आपको यह भी जानना होगा कि आखिरकार इस असाइनमेंट को देने का क्या औचित्य होता है या इसे देने से क्या कुछ हो जाता है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि विद्यार्थी जीवन में आपसे जो भी कार्य करवाया जाता है या आपको जो भी करने को कहा जाता है, उनमे से हरेक चीज़ का अपना अलग महत्व होता है और वैसा ही कुछ इस असाइनमेंट के साथ है।

अब आप जो भी पढ़ने जाते हैं, उस पर अध्यापक आपको ज्ञान देता है और वही आपको उस विषय से संबंधित हरेक चीज़ को समझाता है जबकि असाइनमेंट के साथ ऐसा नहीं होता है। इस असाइनमेंट के जरिये अध्यापक आपको आपकी स्टडी से संबंधित एक विषय पकड़ा देता है और अब आपको अपनी समझ के अनुसार ही उस विषय पर रिसर्च करनी होती है और उस पर एक रिपोर्ट तैयार कर अपने अध्यापक को देनी होती है जिसका वह मूल्याङ्कन करता है।

एक तरह से आपकी जानकारी को बढ़ाने और विषयों पर रिसर्च कर उस पर अपनी जांच रिपोर्ट लिखने की क्षमता का विकास करने के उद्देश्य से ही आपको यह असाइनमेंट दिया जाता है। आइये अब हम बात करते हैं असाइनमेंट को अच्छी तरह से लिखने के तरीकों के बारे में।

  • बिजली मीटर बदलवाने के लिए आवेदन पत्र कैसे लिखे? बिजली मीटर खराब होने पर एप्लीकेशन कैसे लिखें

असाइनमेंट बनाने के लिए क्या चाहिए? (Assignment bnane ke liye kya kya chahiye)

अब जब आपको असाइनमेंट मिल चुका है तो उसे बनाने के लिए आपको क्या कुछ चाहिए होगा, यह भी एक महत्वपूर्ण विषय होता है। तो इसके लिए कुछ चीज़ों को आपको बाजार से जाकर लेना होगा क्योंकि उसके बिना असाइनमेंट नहीं बन सकता है। उदाहरण के तौर पर यदि आप सोच रहे हैं कि आप अपनी कॉपी के पेज पर ही असाइनमेंट को कर देंगे तो आप गलत हैं क्योंकि इसके लिए A4 साइज़ के पेज चाहिए होते हैं जो फोटोकॉपी या प्रिंट वाली दुकान से मिलते हैं, आइये जाने।

  • A4 साइज़ के पेपर
  • सूचना एकत्र करने के माध्यम जैसे कि पुस्तकें या इंटरनेट इत्यादि।

असाइनमेंट लिखने का तरीका (Assignment likhne ka tarika)

अभी तक आप असाइनमेंट के बारे में बहुत कुछ जान चुके हैं और यह आपको किस उद्देश्य के तहत दिया जाता है, इसकी जानकारी भी आपने ले ली है। तो अब बारी आती है असाइनमेंट को लिखने के बारे में जो इस कड़ी का सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता है। अब यदि आपने इसमें कोई कोताही बरती तो समझ जाइये कि आपकी सारी मेहनत बेकार चली (Assignment kaise banaye in Hindi) जाएगी। ऐसे में आपको असाइनमेंट लिखने का सही तरीका पता होना चाहिए।

बहुत से बच्चे अपने असाइनमेंट में अच्छी बातें तो लिखते हैं और उन्होंने मेहनत भी अच्छी की होती है लेकिन उसे गलत फॉर्मेट में लिखने या सही से चीज़ें नहीं लिखे जाने पर अध्यापक के द्वारा उनके अंक काट लिए जाते हैं और डांट लगायी जाती है वह (Write assignment in Hindi) अलग। ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि आपके असाइनमेंट को सबसे अधिक अंक मिले और उसमे कोई गलती ना हो तो अब आपको यह लेख बहुत ही ध्यान के साथ पढ़ना चाहिए। आइये जाने असाइनमेंट लिखने का सही तरीका।

  • सबसे पहले तो आप यह देख लें कि आपको अपने असाइनमेंट के लिए कितने पेज की जरुरत पड़ने वाली है क्योंकि कभी यह कम पड़ जाते हैं तो कभी ज्यादा। ऐसे में आप बाजार से एक मौके ज्यादा पेज ले आइये क्योंकि बच भी जाएंगे तो कहीं और या बाद के किसी असाइनमेंट में काम आ (Assignment likhne ka style) जाएंगे।
  • अब आप सभी पेज पर स्केल व पेंसिल से हरेक साइड मार्जिन बना लें जो कि एक अच्छे असाइनमेंट की पहचान होती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि पेज के हर ओर आपको लगभग एक सेंटीमीटर का स्पेस छोड़ देना चाहिए ताकि वहां से पेज फट भी जाए या बाद में उसे स्टेपल किया जाए तो वहां लिखे अक्षर छुप ना (Assignment likhne ka tarika in Hindi) जाएं।
  • अब आपको यह भी ध्यान रखना है कि असाइनमेंट में किसी भी विषय की हैडिंग को काले पेन से लिखना होगा और जो भी उस हैडिंग के अंदर का कंटेंट होगा, उसे आपको नीले पेन से लिखना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि मान लीजिये कि आप ब्लैक होल क्या है, इस विषय पर लिख रहे हैं तो आपको ब्लैक होल की विशेषता इस हैडिंग को काले पेन से और उसकी विशेषताओं में जो भी लिखने जा रहे हैं, उसे नीले पेन से लिखना होगा।
  • अब आप अपने असाइनमेंट में सीधे विषय के ऊपर ही लिखना मत शुरू कर दीजिये क्योंकि पहला पेज इसके लिए नहीं होता है। असाइनमेंट के पहले पेज को उसका कवर पेज भी कहा जा सकता है जिसे आपको सुन्दर रूप देना होता है।
  • इस कवर पेज पर आपको अपनी जानकारी जैसे कि आपका नाम, कक्षा का नाम, स्कूल का नाम, अध्यापक का नाम, विषय का नाम, असाइनमेंट के विषय का नाम इत्यादि सब जानकारी लिखनी होती है। आज के समय में लोग असाइनमेंट के पहले पेज को कंप्यूटर से भी निकालने लगे हैं और वो भी विषय से संबंधित फोटो के साथ। तो आप भी ऐसा कर सकते हैं और अपने असाइनमेंट को एक सुन्दर रूप दे सकते हैं।
  • अब यदि आपका असाइनमेंट दो से तीन पेज का ही है तो आप दूसरे पेज से ही असाइनमेंट के विषय के ऊपर लिखना शुरू कर सकते हैं लेकिन आमतौर पर कोई असाइनमेंट इतना छोटा मिलता नहीं है और वह न्यूनतम 10 पेज का तो होता ही है। वह इसलिए क्योंकि असाइनमेंट दिया ही छात्रों को गहन अध्ययन व खोज के लिए जाता है ताकि छात्र उस विषय पर अपनी रिसर्च करके उस पर अपना आंकलन लिख सकें।
  • इसलिए आपको असाइनमेंट के कवर पेज को डिजाईन करने के बाद उसके दूसरे पेज पर अपने असाइनमेंट के सभी टॉपिक की टेबल देनी चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको यहाँ क्रमानुसार अपने असाइनमेंट की सभी हैडिंग लिखनी चाहिए। इसके लिए आप एक पेज को खाली छोड़ सकते हैं और जब आपका असाइनमेंट हो जाए तो इस पेज को बना सकते हैं।
  • अब यदि आप असाइनमेंट के दूसरे वाले पेज पर विषय की हैडिंग के साथ साथ यह भी बता देंगे कि वह असाइनमेंट के किस पेज पर है तो यह आपके असाइनमेंट को अध्यापक के सामने प्रभावी बनाने का कार्य करेगा। इसलिए इन छोटी छोटी बातों को ध्यान मे रखकर आप अध्यापक से ज्यादा नंबर बटोर सकते हैं।
  • अब तीसरे पेज से आपको असाइनमेंट के विषय के ऊपर लिखना शुरू कर देना होगा। अब इसके लिए आपको जो भी विषय मिला है और आपने उस पर जो भी रिसर्च की है फिर चाहे वह रिसर्च कंप्यूटर से की गयी हो या मोबाइल से या पुस्तकों से या किसी से पूछ कर, यह आप पर निर्भर करता है।
  • यह आपको ही तय करना होगा कि आपको उस विषय पर क्या क्या हैडिंग बनानी है, उस पर क्या कुछ लिखना है और यह हम आपको नहीं सिखा सकते हैं क्योंकि इसका कोई निर्धारित प्रारूप नहीं होता है। हालाँकि इसको लेकर कुछ नियम हो सकते हैं जिनके बारे में हम आपको नीचे बता देंगे।
  • असाइनमेंट के अंत में आपको लिखे गए विषय के ऊपर एक आंकलन लिखना चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपने पूरे असाइनमेंट में जो भी लिखा है, उसका एक निष्कर्ष आपको अंत में लिखना होता है जो आपके असाइनमेंट को पूर्ण रूप देता है।

तो इस तरह से आप अपने असाइनमेंट को सही तरीके से लिख सकते हैं। यदि आप हमारे द्वारा बताये गए तरीके को ध्यान में रखकर अपने असाइनमेंट को लिखते हैं तो अवश्य ही आपको अपने अध्यापक से वाहवाही मिलेगी और आप अपनी कक्षा में प्रशंसा के पात्र बनेंगे। इसी के साथ ही हम आपको असाइनमेंट लिखने के कुछ नियम भी बता देते हैं ताकि आप अपने असाइनमेंट को और ज्यादा प्रभावी बना सकें।

असाइनमेंट लिखने के नियम (Assignment rules for students in Hindi)

अभी तक आपने असाइनमेंट लिखने के तरीकों के बारे में जान लिया है लेकिन इसी के साथ ही असाइनमेंट लिखने के कुछ नियम भी होते हैं जो आपके असाइनमेंट को पूरी कक्षा में सबसे ज्यादा प्रभावी बनाने का कार्य करते हैं ताकि आप सभी के सामने एक मिसाल बन (Assignment rules in Hindi) सकें। ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि आपके अध्यापक के द्वारा पूरी कक्षा में आपकी प्रशंसा की जाए और आपकी पीठ थपथपाई जाए तो आपको असाइनमेंट लिखने के नियमों के बारे में भी जान लेना चाहिए। आइये जाने असाइनमेंट लिखने के नियमों के बारे में।

  • असाइनमेंट लिखने के नियमों में सबसे पहले तो आप इस जरुरी नियम का ध्यान रखें कि आप अपने असाइनमेंट में कहीं भी लाल रंग के पेन का इस्तेमाल नहीं करेंगे। ना ही किसी चित्र की सजावट में या ना ही किसी हैडिंग में और ना ही कहीं और। वह इसलिए क्योंकि जब अध्यापक आपके असाइनमेंट की जांच करेगा तो वह लाल पेन से करेगा और इस स्थिति में उलझन वाली स्थिति हो सकती है और आपके अंक काट लिए जा सकते हैं।
  • असाइनमेंट में मुख्य तौर पर केवल काले व नीले रंग के पेन का ही उपयोग किया जाना चाहिए। हालाँकि यदि आप चित्रकारी या डायग्राम भी बना रहे हैं तो उसके लिए अलग अलग रंगों का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन केवल और केवल चित्रकारी में ही, ना की शब्दों में।
  • असाइनमेंट में हर पेज पर नंबर लिखा जाना बहुत ही ज्यादा जरुरी होता है और वह नंबर आप एक पेज पर दोनों ओर लिखें अर्थात उसके आगे पीछे। इस नंबर के जरिये आप असाइनमेंट के दूसरे पेज पर बनायी गयी टेबल में हैडिंग के सामने यह भी बता सकते हैं कि उस हैडिंग से जुड़ा कंटेंट किस पेज नंबर पर दिया गया है।
  • आजकल तो छात्रों में पेज को व्यर्थ करने का चलन बहुत बढ़ गया है और अध्यापक भी इसको प्राथमिकता देते हैं। यही कारण है कि अधिकतर लोग आपको पेज की एक ओर लिखने को ही कहेंगे लेकिन यह कोई नियम नहीं है। यदि ऐसा ही नियम होता तो समाचार पत्र, पुस्तकें इत्यादि सभी एक पेज पर ही छपी हुई आती। इसलिए आप पेज को व्यर्थ कर पर्यावरण को हानि पहुँचाने की बजाये, उसकी दोनों ओर लिखेंगे तो बेहतर रहेगा।
  • असाइनमेंट में ना तो बहुत ही ज्यादा बड़े अक्षरों में लिखा जाना चाहिए और ना ही अत्यधिक छोटे अक्षरों में। इसे आप संतुलित भाषा में सही तरह से लिखेंगे तो यह ज्यादा प्रभावी रहेगा।
  • आप अपने असाइनमेंट में केवल लिखते ही ना जाए। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपने किसी विषय के ऊपर हैडिंग लिख दी और अब आप उस पर पैराग्राफ ही पैराग्राफ लिखते जा रहे हैं तो यह गलत है। आप उस हैडिंग के अंदर ही अन्य छोटी छोटी हैडिंग बना सकते हैं, पॉइंट्स बना सकते हैं, पैराग्राफ को तोड़ सकते हैं इत्यादि। इसका उदाहरण आप हमारे द्वारा लिखे गए इसी लेख से ही ले सकते हैं।
  • आपको अपने असाइनमेंट में अपने विषय से हटकर कुछ भी नहीं लिखना है और ना ही कोई अन्य उदाहरण देना है। अब आप जो भी लिख रहे हैं तो वह आपके विषय से ही संबंधित होना चाहिए या किसी ना किसी चीज़ से उसे लिंक किया हुआ होना चाहिए।
  • आप अपने असाइनमेंट में उसका रेफरेंस भी देंगे तो यह बहुत ही बढ़िया बात होगी। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको वह उक्त जानकारी कहाँ से मिली, उसके बारे में जानकारी देना, आपके असाइनमेंट को और ज्यादा प्रभावी बनाने का कार्य करता है।
  • अंत में आपको निष्कर्ष से पहले उस विषय के बारे में आपके क्या विचार हैं या आपने उसका किस तरह से आंकलन किया है या आप उस विषय पर क्या सोचते हैं, यह भी लिख देंगे तो यह असाइनमेंट को एक तरह से पूर्ण रूप देने का ही कार्य करेगा।

तो इसी तरह के नियमों को ध्यान में रखकर आप एक सर्वश्रेष्ठ असाइनमेंट बनाने की दिशा में आग बढ़ सकते हैं। हालाँकि इस बात का ध्यान रखें कि आज के इस लेख में हमने आपको असाइनमेंट लिखने के तरीके और नियमों के बारे में ही जानकारी दी है जिनका पालन आप कर भी लेंगे किन्तु आपको जो भी अंक मिलेंगे, वह आपके द्वारा उस विषय पर की गयी रिसर्च और उस पर आपके द्वारा लिखे गए कंटेंट पर ही निर्भर करने वाले हैं।

download app

असाइनमेंट लिखने का तरीका – Related FAQs 

प्रश्न: असाइनमेंट कैसे तैयार किया जाता है?

उत्तर: असाइनमेंट तैयार करने के बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने इस लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है जो आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: असाइनमेंट के पहले पेज में क्या लिखना चाहिए?

उत्तर: इसके बारे में उचित जानकारी आपको ऊपर के लेख को पढ़ कर मिल जायेगी इसीलिए ऊपर का लेख ध्यान से अंत तक पढ़िए।

प्रश्न: असाइनमेंट के लिए कवर पेज कैसे बनाएं?

उत्तर: असाइनमेंट का कवर पेज बनाने की जानकारी हमने ऊपर के लेख में दी है जो आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: आप एक असाइनमेंट कैसे शुरू करते हैं?

उत्तर: इसकी जानकारी आपको ऊपर के लेख में मिलेगी जो आपको पढ़ना चाहिए।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने असाइनमेंट लिखने के तरीके के बारे में जानकारी हासिल कर ली है। साथ ही हमने आपको असाइनमेंट क्या होता है यह क्यों दिया जाता है इसको बनाने के लिए क्या कुछ चाहिए और इसको बनाने के क्या कुछ नियम हैं इत्यादि जानकारी भी इस लेख के माध्यम से दी है ताकि आपके मन में किसी तरह की शंका शेष ना रह जाए। आशा है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा।

लविश बंसल

Related Posts

Leave a comment जवाब रद्द करें.

Assignment in Hindi

असाइनमेंट लिखने के नियम – Assignment In Hindi

Assignment In Hindi : विद्यार्थी जीवन में असाइनमेंट कार्य एक महत्वपूर्ण विषय है। और यदि आप इस असाइनमेंट को लिखने के नियमों को नहीं जानते हैं, तो परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना संभव नहीं है, जैसे छात्र जीवन उदास है।

विद्यार्थी जीवन कहा जाए या विद्यार्थी जीवन, असाइनमेंट लगभग सभी को लिखने होते हैं। हमारे विश्वविद्यालय के जीवन में ऐसा कोई हफ्ता नहीं था जब कोई असाइनमेंट नहीं होता था।

वास्तव में, असाइनमेंट कार्य पढ़ने का एक अभिन्न अंग हैं। शिक्षक छात्रों को उनकी प्रतिभा और रचनात्मकता का परीक्षण करने के लिए असाइनमेंट करते हैं। इसलिए असाइनमेंट लिखने के नियमों को जानना महत्वपूर्ण है। आज हम उन नियमों पर चर्चा करेंगे और आपको बतायंगे की असाइनमेंट क्या है ( What is Assignment In Hindi ) और असाइनमेंट कैसे बनाते हैं।

असाइनमेंट क्या है – What is Assignment In Hindi

असाइनमेंट, अध्ययन का एक हिस्सा है। यह बहुत कुछ घर के काम जैसा है। क्योंकि छात्र घर बैठे ही असाइनमेंट करते हैं। शिक्षकों को किसी एक विषय पर असाइनमेंट दिए जाते हैं। छात्र घर पर ही शोध करते हैं। वे असाइनमेंट विषय के आधार पर आवश्यक जानकारी और डेटा प्रस्तुत करते हैं। इसमें लिखित सामग्री और कभी-कभी व्यावहारिक सामग्री होती है।

असाइनमेंट कैसे बनाते हैं?

असाइनमेंट लिखने के लिए जो कुछ भी आवश्यक है

असाइनमेंट की प्रस्तुति बहुत अच्छी होनी चाहिए। तो इसके लिए कुछ चीजों की जरूरत होती है। उदा.

  • A4 साइज का ऑफसेट पेपर।
  • ब्लैक बॉलपॉइंट पेन।
  • नीला साइनपेन (अन्य रंगों का भी उपयोग किया जा सकता है, लेकिन लाल या नारंगी का उपयोग नहीं किया जा सकता है। हरे रंग को सूची से हटा दिया जाना चाहिए।)
  • मार्जिन के लिए पेंसिल और स्केल।
  • असाइनमेंट किताबें।
  • यदि सूचना इंटरनेट, समाचार पत्र या किसी अन्य माध्यम से एकत्रित की गई है तो उसके कागजात आदि।

Assignment front page design

Assnigment front page लिखने के लिए मैंने दो प्रकार के कवर पेजों के नमूने दिए। असाइनमेंट के लिए कवर पेज लिखना बहुत जरूरी है। कवर पेज (Assnigment front page) को खूबसूरती से लिखा जाना चाहिए। शुरुआत में संस्था का नाम लिखा होना चाहिए। फिर आपको अपना नाम, कक्षा, शाखा, रोल नंबर, विषय, विषय शिक्षक का नाम, विभाग, तिथि आदि क्रम में लिखना होगा।

इन बातों को स्पष्ट रूप से सुंदर अक्षरों में लिखा जाना चाहिए। हालाँकि, इसे बिना हाथ से लिखे कंप्यूटर से डिज़ाइन किया जा सकता है। कवर पेज और भी खूबसूरत और दिलचस्प होगा। खाते में संगठन का लोगो भी होना चाहिए।

यदि असाइनमेंट बहुत बड़ा है और एक साथ बहुत सारे विषय हैं, तो कवर पेज के बाद एक इंडेक्स दिया जा सकता है। इससे पाठक को विषय खोजने में मदद मिलेगी।

असाइनमेंट क्या क्या होना चाहिए

असाइनमेंट आमतौर पर तीन भागों में लिखे जाते हैं।

  • पहला भाग एक भूमिका देना है
  • फिर मुख्य भाग
  • अंत में हमें निष्कर्ष निकालना है।

प्रारंभिक भाग  असाइनमेंट के विषय के बारे में एक संक्षिप्त विचार देना है। इस भाग को पढ़ने से शिक्षक या पाठक को पूरे विषय पर एक स्पष्ट विचार मिलता है। इसलिए इसे समझना आसान होना चाहिए।

फिर मुख्य भाग शुरू होगा।  सामग्री पर विवरण यहां दिया जाएगा। पूरी सामग्री का वर्णन बहुत ही अच्छी और सरल भाषा में किया जाना चाहिए ताकि शिक्षक या पाठक को विषय के बारे में आसानी से पता चल सके। असाइनमेंट का विवरण व्यवस्थित किया जाना चाहिए। सभी आवश्यक जानकारी होनी चाहिए।

असाइनमेंट बनाने से छात्र की रचनात्मकता का पता चलता है, तो कौन असाइनमेंट को खूबसूरती से पेश कर पाता है। इसे ध्यान में रखा जाना चाहिए।

अंत में निष्कर्ष आएगा।  असाइनमेंट कार्य के इस भाग में विषय वस्तु को समाप्त करना होता है। हमें मामले के परिणाम के बारे में कहना है।

नीचे हम असाइनमेंट कार्य को संक्षिप्त रूप में लिखने के नियम के रूप में असाइनमेंट कार्य का एक नमूना देते हैं। समझने में आसानी के लिए यह नमूना बहुत ही संक्षिप्त रूप में दिया गया है। आमतौर पर, असाइनमेंट बड़े होते हैं।

असाइनमेंट नमूना

छात्र का नाम: प्रिया

कक्षा: छठी कक्षा

विषय: गृह अर्थशास्त्र

विषय शिक्षक का नाम: दिलरुबा अफरोज पुष्पित

दिनांक: 10-10-2021

विषय शीर्षक: लाल पालक कैसे पकाएं

पालक एक विटामिन आहार है। सब्जियों में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। सब्जियों को दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए। आज हम लाल पालक बनाना सीखेंगे।

सबसे पहले आपको सब्जियों के डंठल काट कर अलग कर लेना है। फिर इसे कई बार पानी से अच्छी तरह धो लेना चाहिए। सब्जियां चुनते समय इस बात का ध्यान रखें कि कहीं कीड़े न हों। पानी से धोने के बाद उसमें से पानी निचोड़ लेना चाहिए। इसके लिए किसी फिल्टर या जाली की मदद ली जा सकती है।

फिर आपको सब्जियों को काटना है। सब्जियों को पकाने के लिए आपको पैन को ओवन में रखना होगा। लाल पालक के टुकड़ों को पर्याप्त मात्रा में नमक के साथ उबालना चाहिए। पकने के बाद अतिरिक्त पानी डालें। एक पैन में तेल गरम करें और उसमें उबले हुए पालक, थोड़ी सी हल्दी, मिर्च और प्याज डालकर अच्छी तरह मिला लें। जब यह दिखे कि सब्जियां बहुत अच्छी तरह मिक्स हो गई हैं, तो इसे नीचे उतार लेना चाहिए।

अंत में, यह कहा जा सकता है कि लाल पालक को उपरोक्त तरीके से पकाने से पालक का पोषण मूल्य बना रहेगा।

असाइनमेंट लिखने के नियम

असाइनमेंट लिखते समय, लेज़र को एक पेंसिल से खींचा जाना चाहिए।

➤➤ असाइनमेंट आमतौर पर लेज़र के दाईं ओर लिखे जाते हैं। हालाँकि, बाईं ओर लिखने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन मानक असाइनमेंट में लिखना हमेशा एक तरफ होता है। यदि आप पृष्ठ के एक तरफ लिखते हैं, तो आप दूसरी तरफ नहीं लिख सकते।

➤➤ असाइनमेंट छोटे वाक्यों में लिखे जाने चाहिए। बड़ी जटिल रेखाओं से बचना चाहिए। लेखन की भाषा सरल और धाराप्रवाह होनी चाहिए।

➤➤ लिखित में परिचित शब्दों का प्रयोग किया जाना चाहिए और खाता बही को साफ सुथरा रखना चाहिए। सुनिश्चित करें कि पुस्तक के सभी पृष्ठ समान आकार के हैं।

➤➤ लिखित में कोई झगड़ा नहीं हो सकता। काले बॉलपॉइंट पेन से लिखें।

➤➤ नोटबुक की सुंदर प्रस्तुति के लिए बिंदुओं को नीली स्याही से लिखा जा सकता है।

➤➤ यदि आवश्यक हो तो चित्र संलग्न किए जा सकते हैं। विज्ञान और गणित में आवश्यक।

➤➤ असाइनमेंट कार्य के अंत में एक खाली कागज संलग्न किया जाना चाहिए।

असाइनमेंट लिखते समय उल्लेखनीय मुद्दे

असाइनमेंट करने से पहले विषय को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए। प्रश्न को ध्यान से पढ़ना चाहिए। असाइनमेंट किसी और को देखकर नहीं करना चाहिए। क्योंकि एक असाइनमेंट में छात्र की बुद्धि, उसके अपने विचार व्यक्त किए जाते हैं। जब वह किसी को देखकर लिखता है तो उसकी रचनात्मकता में बाधा आती है। इससे अपने विचार व्यक्त करने में परेशानी हुई।

खुद लिखने से उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। क्योंकि जब शिक्षक असाइनमेंट की जांच करेगा, तो वह अपनी सोच का मूल्यांकन करने में सक्षम होगा। किसी और की नकल करना संभव नहीं है। असाइनमेंट स्पष्ट अक्षरों में लिखे जाने चाहिए।

यहां स्टाइलिश किरदारों को छोड़ देना चाहिए। सभी फ़ॉन्ट आकार शुरू से अंत तक समान होने चाहिए। जिस सटीक स्थान से जानकारी एकत्र की गई थी, उसकी प्रतिलिपि नहीं बनाई जा सकती है। मुझे उससे एक बहुत अच्छा विचार लेना है। नियत तारीख तक असाइनमेंट जमा करना होगा।

यह आज के असाइनमेंट कार्य लिखने के नियमों पर एक संक्षिप्त निबंध था। उम्मीद है, आपको असाइनमेंट नियम लिखने में कोई समस्या नहीं होगी। फिर भी अगर आपको किसी टॉपिक को समझने में परेशानी होती है तो आप कमेंट कर सकते हैं।

Homepage: Hindimeinsupport

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

SHABDKOSH

English Hindi Dictionary | अंग्रेज़ी हिन्दी शब्दकोश

The keyboard uses the ISCII layout developed by the Government of India. It is also used in Windows, Apple and other systems. There is a base layout, and an alternative layout when the Shift key is pressed. If you have any questions about it, please contact us.

  • शब्द प्रचलन
  • शब्द सहेजें

assignment का हिन्दी अर्थ

Assignment के हिन्दी अर्थ, संज्ञा , assignment शब्द रूप, assignment की परिभाषाएं और अर्थ अंग्रेजी में, assignment संज्ञा.

  • appointment , designation , naming
  • "the appointment had to be approved by the whole committee"
  • "the first task is the assignment of an address to each datum"
  • duty assignment
  • "hazardous duty"

grant , grant

assignment के समानार्थक शब्द

assignment के लिए अन्य शब्द?

assignment के उदाहरण और वाक्य

assignment के राइमिंग शब्द

अंग्रेजी हिन्दी अनुवादक

Words starting with

Assignment का हिन्दी मतलब.

assignment का हिन्दी अर्थ, assignment की परिभाषा, assignment का अनुवाद और अर्थ, assignment के लिए हिन्दी शब्द। assignment के समान शब्द, assignment के समानार्थी शब्द, assignment के पर्यायवाची शब्द। assignment के उच्चारण सीखें और बोलने का अभ्यास करें। assignment का अर्थ क्या है? assignment का हिन्दी मतलब, assignment का मीनिंग, assignment का हिन्दी अर्थ, assignment का हिन्दी अनुवाद

"assignment" के बारे में

assignment का अर्थ हिन्दी में, assignment का इंगलिश अर्थ, assignment का उच्चारण और उदाहरण वाक्य। assignment का हिन्दी मीनिंग, assignment का हिन्दी अर्थ, assignment का हिन्दी अनुवाद

SHABDKOSH Apps

Download SHABDKOSH Apps for Android and iOS

विज्ञापन-मुक्त अनुभव और भी बहुत कुछ।

assignment ka hindi kya hota hai

Types of nouns

assignment ka hindi kya hota hai

Direct and Indirect speech

assignment ka hindi kya hota hai

French words used in English

Our Apps are nice too!

Dictionary. Translation. Vocabulary. Games. Quotes. Forums. Lists. And more...

assignment ka hindi kya hota hai

Vocabulary & Quizzes

Try our vocabulary lists and quizzes.

Vocabulary Lists

We provide a facility to save words in lists.

Basic Word Lists

Custom word lists.

You can create your own lists to words based on topics.

Login/Register

To manage lists, a member account is necessary.

Share with friends

Social sign-in.

assignment ka hindi kya hota hai

Ad-free experience & much more

Translation

SHABDKOSH Logo

If you want to access full services of shabdkosh.com

Please help Us by disabling your ad blockers.

or try our SHABDKOSH Premium for ads free experience.

Steps to disable Ads Blockers.

  • Click on ad blocker extension icon from browser's toolbar.
  • Choose the option that disables or pauses Ad blocker on this page.
  • Refresh the page.

Spelling Bee

Hear the words in multiple accents and then enter the spelling. The games gets challenging as you succeed and gets easier if you find the words not so easy.

The game will show the clue or a hint to describe the word which you have to guess. It’s our way of making the classic hangman game!

Antonym Match

Choose the right opposite word from a choice of four possible words. We have thousand of antonym words to play!

भाषा बदलें -

Language resources, संपर्क में रहें.

  • © 2024 SHABDKOSH.COM, सर्वाधिकार सुरक्षित.
  • प्रयोग की शर्तें
  • निजी सूचना नीति

Liked Words

Shabdkosh Premium

SHABDKOSH Premium आज़माएं और प्राप्त करें

  • विज्ञापन मुक्त अनुभव
  • अनुवाद पर कोई सीमा नहीं
  • द्विभाषी पर्यायवाची अनुवाद।
  • सभी शब्दावली सूचियों और प्रश्नोत्तरी तक पहुंच।
  • अर्थ कॉपी करें.

क्या आप पहले से ही एक प्रीमियम उपयोगकर्ता हैं?

बोलने की रफ़्तार

टेक्स्ट का अनुवाद, अनुवाद के लिए दिया गया टेक्स्ट, अनुवाद के नतीजे, दस्तावेज़ का अनुवाद, खींचें और छोड़ें.

assignment ka hindi kya hota hai

वेबसाइट का अनुवाद

कोई यूआरएल डालें

इमेज का अनुवाद

My Coaching - Learning Become Easier Now !

उपसर्ग (Upsarg) – परिभाषा, अर्थ, भेद और उदाहरण : Upsarg in Hindi

Upsarg

उपसर्ग (Prefix)

Upsarg in Hindi : जो शब्दांश शब्दों के शुरुआत में जुड़कर उनके अर्थ में कुछ विशेषता या परिवर्तन लाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं। उपसर्ग शब्द ‘ उप ‘ (समीप) तथा ‘ सर्ग ‘ (सृष्टि करना) शब्द के संयोग से बना है। हिंदी व्याकरण में प्रमुख उपसर्ग की संख्या 13 है, जबकि संस्कृत में प्रमुख उपसर्गों की संख्या 22 है।

उपसर्ग की परिभाषा

उपसर्ग – किसी भी भाषा में उस अव्यय या शब्दांश को उपसर्ग कहते हैं जो मूल शब्दों के आरंभ में लगकर उनके अर्थों का विस्तार, परिवर्तन या उनमें कोई विशेषता उत्पन्न करता है। जैसे- अ , अनु , अप , वि आदि हिन्दी के उपसर्ग है।

उपसर्ग का अर्थ

उपसर्ग शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना)। अतः उपसर्ग का शाब्दिक अर्थ है “किसी शब्द के समीप आ कर नया शब्द बनाना।” अर्थात ऐसे शब्दांश जो शब्दों के आदि में जुड़ कर उनके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं, वे उपसर्ग कहलाते हैं। जैसे-

‘हार’ शब्द का अर्थ है पराजय। परंतु इसी शब्द के आगे ‘प्र’ शब्दांश को जोड़ने से नया शब्द बनेगा – ‘प्रहार’ (प्र + हार) जिसका अर्थ है चोट करना।

  • प्र + हार = प्रहार

इसी तरह ‘आ’ जोड़ने से आहार (भोजन), ‘सम्’ जोड़ने से संहार (विनाश) तथा ‘वि’ जोड़ने से ‘विहार’ (घूमना) इत्यादि शब्द बन जाएँगे।

  • आ + हार = आहार
  • सम् + हार = संहार
  • वि + हार = विहार

उपर्युक्त उदाहरण में ‘प्र’, ‘आ’, ‘सम्’ और ‘वि’ का अलग से कोई अर्थ नहीं है, ‘हार’ शब्द के आदि में जुड़ने से उसके अर्थ में इन्होंने परिवर्तन कर दिया है। इसका मतलब हुआ कि ये सभी शब्दांश हैं और ऐसे शब्दांशों को उपसर्ग कहते हैं।

एक उपसर्ग के कई अर्थ हो सकते हैं। अर्थात उपसर्ग का कोई निश्चित अर्थ नहीं होता है, वे शब्द में जुड़ने के पश्चात ही अर्थ देते हैं, और ये अर्थ भिन्न-भिन्न शब्दों में अलग-अलग होते है। जैसे-

  • अ + मन = अमन (यहाँ पर ‘अ’ उपसर्ग ‘ शांति ‘ के अर्थ में प्रयुक्त हुआ है)
  • अ + चल = अचल (यहाँ पर ‘ नहीं ‘ के अर्थ में)

उपसर्ग के उदाहरण (Upsarg Examples)

उपसर्ग का कोई स्वतंत्र अर्थ नहीं होता है। जैसे- उपर्युक्त प्रथम उदाहरण में ‘ अ ‘ का प्रयोग ‘अभाव, हीन, नहीं’ के अर्थ में हुआ है, परंतु इसी अर्थ में “अ” का प्रयोग हम वाक्य में शब्द के रूप में नहीं कर सकते हैं। ये किसी शब्द में जुडने पर उस शब्द को नया अर्थ देते हैं।

उपसर्ग की पहिचान

उपसर्ग हमेशा मूल शब्द के आरंभ में प्रयुक्त होते हैं। जैसे-

  • परलोक = पर + लोक
  • पराजय = परा + जय
  • अनमोल = अन + मोल

यहाँ पर पर , परा तथा अन उपसर्ग प्रयुक्त हुए हैं।

कुछ शब्दों के पूर्व एक से अधिक उपसर्ग भी लग सकते हैं। जैसे –

  • प्रति + अप + वाद = प्रत्यपवाद
  • सम् + आ + लोचन = समालोचन
  • वि + आ + करण = व्याकरण
  • वि + अव + हार = व्यवहार

यहाँ पर प्रत्यपवाद में ‘प्रति, अप’, समालोचन में ‘सम्, आ’, व्याकरण में ‘वि, आ’ और व्यवहार में ‘वि, अव’ दो-दो उपसर्ग प्रयुक्त हुए हैं।

उपसर्ग का वर्गीकरण

उपसर्ग को निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता है-

हिन्दी के उपसर्ग

संस्कृत के उपसर्ग, अरबी, उर्दू और फ़ारसी के उपसर्ग, अंग्रेज़ी के उपसर्ग, उपसर्ग के समान प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्यय शब्द.

नोट :- उपसर्गों की कोई निश्चित संख्या नहीं है, यहाँ जो संख्याये दी जा रही हैं वे उनके उपयोग के आधार पर दी जा रहीं हैं।

हिन्दी में प्रमुख उपसर्ग की संख्या 13 है – अ, अन, क, कु, दु, नि, औ/अव, भर, सु, अध, उन, पर, बिन आदि। हिन्दी के प्रमुख उपसर्ग के उदाहरण अर्थ सहित निम्न हैं-

  • अ – (अभाव, निषेध) – अछूता, अथाह, अटल
  • अध – (आधा) – अधपका, अधकच्चा, अधमरा, अधकचरा
  • अन – (अभाव, निषेध) – अनमोल, अनबन, अनपढ़
  • उन – (एक कम) – उनतीस, उनसठ, उनहत्तर, उंतालीस
  • औ/अव – (हीन, निषेध) – औगुन, औघर, औसर, औसान
  • क – (बुरा, हीन) – कपूत, कचोट
  • कु – (बुरा) – कुचाल, कुचैला, कुचक्र
  • दु – (कम, बुरा, दो) – दुबला, दुलारा, दुधारू, दुरंगा, दुलत्ती, दुभाषिया
  • नि – (कमी) – निगोड़ा, निडर, निहत्था, निकम्मा
  • पर – (दूसरा, बाद का) – परलोक, परोपकार, परसर्ग, परहित
  • बिन – (बिना, निषेध) – बिनब्याहा, बिनबादल, बिनपाए, बिनजाने
  • भर – (पूरा) – भरपेट, भरपूर, भरसक, भरमार
  • सु – (अच्छा) – सुडौल, सुजान, सुघड़, सुफल

हिन्दी के अन्य उपसर्ग के उदाहरण आगे दिए जा रहे हैं-

Upsarg Ke Udaharan

इनमें से कुछ उपसर्ग का प्रयोग समास में भी होता है। उदाहरण के लिए – ति + राहा = तिराहा (तीन रास्तों का संगम), इसमें प्रथम पद ( ति- उपसर्ग) संख्यावाची है, अतः इसमें द्विगु समास है।

उपसर्ग के भेद/प्रकार

हिन्दी में उपसर्ग के मुख्यतः तीन प्रकार के भेद होते हैं-

  • तत्सम उपसर्ग
  • तद्भव उपसर्ग

तत्सम उपसर्ग – जो उपसर्ग संस्कृत भाषा के शब्दों के साथ ही हिंदी भाषा में भी आ गए हैं, तत्सम उपसर्ग कहलाते हैं। जैसे-

  • अधि + कार = अधिकार
  • आ + गम = आगम

तद्भव उपसर्ग – ये मूलतः संस्कृत से विकसित हैं। इनका प्रयोग हिंदी के मूल शब्दों के साथ होता है, जैसे-

  • अ + टल = अटल
  • क + पूत कपूत

आगत उपसर्ग – अरबी-फारसी एवं अंग्रेजी आदि विदेशी भाषाओं से लिए गए शब्दांशों को आगत उपसर्ग कहते हैं। जैसे-

  • बद + दिमाग = बददिमाग
  • खुश + मिजाज = खुशमिजाज

तत्सम उपसर्ग के उदाहरण-

संस्कृत के शब्दों का उपसर्ग के रूप में प्रयोग-

तद्भव उपसर्ग के उदाहरण-

विदेशी/आगत उपसर्ग के उदाहरण-

संस्कृत के प्रमुख उपसर्ग की संख्या बाइस (22) हैं- अति, अधि, अनु, अन्, अप, अपि, अभि, अव, आ, उत्, उद्‌, उप, दुर्‌/दुस्‌, नि, निर्‌/निस्‌, परा, परि, प्र, प्रति, वि, सम्‌, सु आदि।

प्रमुख संस्कृत के उपसर्ग और उनके उदाहरण अर्थ सहित निम्नलिखित हैं-

  • ‘ अति ‘ उपसर्ग- अति उपसर्ग का अर्थ : अधिक, परे, उस पार, ऊपर; अति उपसर्ग के उदाहरण : अतिशय, अतिरेक, अतिमानव, अत्याचार, अत्यन्त, अतिक्रमण, अतिवृष्टि, अतिरिक्त, अत्यधिक।
  • ‘ अधि ‘ उपसर्ग- अधि उपसर्ग का अर्थ : ऊपर, श्रेष्ठ; अधि उपसर्ग के उदाहरण : अधिकरण, अधिकार, अधिगम, अधिनायक, अधिपति, अधिसूचना, अधीन, अध्यक्ष, अध्ययन, अध्यादेश, अध्यापन।
  • ‘ अनु ‘ उपसर्ग- अनु उपसर्ग का अर्थ : पीछे, समान; अनु उपसर्ग के उदाहरण : अनुकरण, अनुकूल, अनुक्रम, अनुच्छेद, अनुज, अनुताप, अनुदान, अनुभव, अनुमोदन, अनुराग, अनुवाद, अनुसार, अन्वय।
  • ‘ अन् ‘ उपसर्ग- अन् उपसर्ग का अर्थ : अभाव, रहित; अन् उपसर्ग के उदाहरण : अनादि, अनन्त, अनेक।
  • ‘ अप ‘ उपसर्ग- अप उपसर्ग का अर्थ : बुरा, हीन; अप उपसर्ग के उदाहरण : अपकर्ष, अपमान, अपकार, अपशकुन, अपयश, अपकीर्ति, अपराध, अपहरण, अपव्यय, अपकर्ष, अपशब्द, अपभ्रंश।
  • ‘ अपि ‘ उपसर्ग- अर्थ : आवरण, अच्छादन; उदाहरण : अपिधान।
  • ‘ अभि ‘ उपसर्ग- अभि उपसर्ग का अर्थ : सामने, चारों ओर, पास; अभि उपसर्ग के उदाहरण : अभिनंदन, अभिलाप, अभिमुख, अभिनय, अभ्युत्थान, अभ्युदय, अभिमान, अभिसार, अभिप्राय, अभियान, अभिज्ञान।
  • ‘ अव ‘ उपसर्ग- अव उपसर्ग का अर्थ : हीन, नीच; अव उपसर्ग के उदाहरण : अवगणना, अवतरण, अवकृपा, अवगुण, अवसाद, अवगत, अवकाश, अवसर, अवलोकन, अवस्था, अवज्ञा।
  • ‘ आ ‘ उपसर्ग- आ उपसर्ग का अर्थ : तक, समेत; आ उपसर्ग के उदाहरण : आकंठ, आजन्म, आरक्त, आगमन, आदान, आक्रमण, आकलन।
  • ‘ उत् ‘ उपसर्ग- उत् उपसर्ग का अर्थ : ऊँचा, श्रेष्ठ, ऊपर; उत् उपसर्ग के उदाहरण : उत्कर्ष, उत्तीर्ण, उत्पन्न, उत्पत्ति, उन्नति, उत्कृष्ट, उत्तम, उत्थान, उत्कण्ठा, उल्लेख, उन्मत्त, उत्सर्ग।
  • ‘ उद् ‘ उपसर्ग- उद् उपसर्ग का अर्थ : ऊपर, उत्कर्ष; उद् उपसर्ग के उदाहरण : उद्गम, उद्भव, उद्भिज्ज, उद्घाटन, उद्बोधन।
  • ‘ उप ‘ उपसर्ग- उप उपसर्ग का अर्थ : निकट, सदृश, गौण; उप उपसर्ग के उदाहरण : उपदेश, उपवन, उपमंत्री, उपहार, उपाध्यक्ष, उपदिशा, उपग्रह, उपवेद, उपनेत्र।
  • ‘ दुर्/दुस् ‘ उपसर्ग- मूल उपसर्ग ‘ दुः ’ होता है संधि के पश्चात “ दुर्, दुस्, दूष्, दुश् ” आदि उपसर्ग बनते हैं। अर्थ : बुरा, कठिन; उदाहरण : दुर् – दुर्जन, दुर्गम, दुर्दशा, दुराचार, दुर्लभ, दुर्गुण, दुर्गति, दुर्योधन, दुर्गंध, दुर्भावना; दुस् – दुस्साहस; दूष् – दुष्परिणाम, दुष्कर्म, दुष्कर; दुश् – दुश्चरित्र, दुश्वप्न्।
  • ‘ नि ‘ उपसर्ग- नि उपसर्ग का अर्थ : निषेध, अधिकता, नीचे; नि उपसर्ग के उदाहरण : निवारण, निपात, नियोग, निषेध, निमग्न, निकामी, निजोर, निगूढ़, निष्ठा, निरोध, निकर, निज, निबंध, निदेशक, नियंत्रण, नियुक्ति, निलंबन, निगम, निधन, निवास, निदान, निपुण, नियोजन।
  • ‘ निर्/निस् ‘ उपसर्ग- मूल उपसर्ग ‘ निः ’ होता है संधि के पश्चात “ निर्, निस्, निश्, निष् ” आदि उपसर्ग बनते हैं। अर्थ : बिना, बाहर, निषेध, रहित, पूरा, विपरीत; उदाहरण : निर् – निरंजन, निराषा, निरंतर, निरपराध, निरस्त, निराकार, निरादर, निराधार, निराश्रय, निरुत्साह, निरुपाय, निरोग, निर्गुण, निर्जल, निर्णय, निर्दोष, निर्बल, निर्भीक, निर्मम, निर्यात, निर्वाह; निस् – निसार, निस्तार; निश् – निश्चित, निश्चय; निष् – निषेध, निष्फल, निष्पाप, नि:शेष।
  • ‘ परा ‘ उपसर्ग- परा उपसर्ग का अर्थ : उल्टा, पीछे; परा उपसर्ग के उदाहरण : पराजय, पराभव, पराक्रम, परामर्श।
  • ‘ परि ‘ उपसर्ग- परि उपसर्ग का अर्थ : आसपास, चारों तरफ; परि उपसर्ग के उदाहरण : परिपाक, परिपूर्ण, परिमित, परिश्रम, परिवार, परिजन, परिक्रम, परिणाम, परिवर्तन, परिकल्पना, परिधान, परितोष, परिणय, परिमार्जन, परिसर, परिज्ञान, परिधि, पर्याप्त।
  • ‘ प्र ‘ उपसर्ग- प्र उपसर्ग का अर्थ : अधिक, आगे; प्र उपसर्ग के उदाहरण : प्रकोप, प्रबल, प्रपिता, प्रख्यात, प्रबंध, प्रगति, प्रचुर, प्रसिद्ध, प्रपौत्र, प्रभाव, प्रचार, प्रणीत, प्रदान, प्रगाढ़, प्रमाद, प्रणयन, प्रगीत, प्रस्तुत, प्रमुख, प्रस्थान, प्रकृति।
  • ‘ प्रति ‘ उपसर्ग- प्रति उपसर्ग का अर्थ : उलटा, सामने, हर एक; प्रति उपसर्ग के उदाहरण : प्रति, प्रतिकार, प्रतिकूल, प्रतिक्रिया, प्रतिक्षण, प्रतिक्षण, प्रतिघात, प्रतिच्छाया, प्रतिज्ञा, प्रतिदिन, प्रतिध्वनि, प्रतिनिधि, प्रतिबन्ध, प्रतिरूप, प्रतिवर्ष, प्रतिवाद, प्रतिवादी, प्रतिस्पर्धा, प्रतिहिंसा, प्रतीक्षा, प्रत्यक्ष, प्रत्येक।
  • ‘ वि ‘ उपसर्ग- वि उपसर्ग का अर्थ : भिन्न, विशेष; वि उपसर्ग के उदाहरण : विकार, विक्रम, विख्यात, विघटन, विजय, विज्ञान, वितान, विदीर्ण, विदेश, विधवा, विधान, विनंती, विनय, विनाश, विपक्ष, विपाक, विफल, विभेद, वियोग, विलाप, विलोचन, विवादवि, विशेष, विसंगति, विस्मरण, विहार।
  • ‘ सम् ‘ उपसर्ग- सम् उपसर्ग का अर्थ : उत्तम, साथ, पूर्ण; सम् उपसर्ग के उदाहरण : संकीर्ण, संगत, संगम, संगम, संगीत, संघटन, संचय, संचार, संजय, संज्ञा, संतुष्ट, संतोष, संधान, संपर्क, संबंध, संभव, संभव, संयम, संयोग, संवहन, संसार, संस्कार, संस्कृत, संहार, सन्देश, समाचार, सम्पूर्ण, सम्मान, सम्मुख, सम्मोह।
  • ‘ सु ‘ उपसर्ग- सु उपसर्ग का अर्थ : अच्छा, अधिक; सु उपसर्ग के उदाहरण : सुकर्म, सुकृत, सुगंध, सुगति, सुगम, सुग्रास, सुचरित्र, सुजन, सुपरिचित, सुपात्र, सुपुत्र, सुभाषित, सुमन, सुमार्ग, सुलभ, सुशिक्षित, सुशील, स्वल्प।

हिन्दी में प्रमुख रूप से प्रयोग होने वाले अरबी, उर्दू और फ़ारसी के उपसर्ग की संख्या 19 है। अरबी, उर्दू और फ़ारसी के उपसर्ग उदाहरण अर्थ सहित निम्नलिखित हैं-

  • अल -निश्चित – अलबत्ता, अलगरज
  • कम – (थोड़ा, हीन) – कमज़ोर, कमबख़्त, कमअक्ल
  • खुश – (अच्छा) – खुशनसीब, खुशखबरी, खुशहाल, खुशबू
  • गैर – (निषेध) – गैरहाज़िर, गैरक़ानूनी, गैरमुल्क, गैरज़िम्मेदार
  • दर -में – दरअसल, दरहकीकत
  • ना – (अभाव) – नापसंद, नासमझ, नाराज़, नालायक
  • फिल -में – फिलहाल
  • फी -प्रति – फ़ीआदमी
  • ब – (और, अनुसार) – बनाम, बदौलत, बदस्तूर, बगैर
  • बद – (बुरा) – बदमाश, बदनाम, बदक़िस्मत,बदबू
  • बर – ऊपर, पर, बाहर- दरदाश्त, बर्खास्त
  • बा – (सहित) – बाकायदा, बाइज्ज़त, बाअदब, बामौका
  • बे – (बिना) – बेईमान, बेइज्ज़त, बेचारा, बेवकूफ़
  • बिल – के साथ- बिलआखिर, बिल्कुल
  • बिला – बिना – बिलाबजह, बिलाशक
  • ला – (रहित) – लापरवाह, लाचार, लावारिस, लाजवाब
  • सर – (मुख्य) – सरताज, सरदार, सरपंच, सरकार
  • हम – (समान, साथवाला) – हमदर्दी, हमराह, हमउम्र, हमदम
  • हर – (प्रत्येक) – हरदिन, हरसाल, हरएक, हरबार

हिन्दी में मुख्य रूप से प्रयोग होने वाले अंग्रेज़ी के उपसर्गों की संख्या 6 है- सब, डिप्टी, वाइस, जनरल, चीफ़ और हेड। अंग्रेज़ी के उपसर्ग उदाहरण अर्थ सहित निम्नलिखित हैं-

संस्कृत के अव्यय शब्द जो उपसर्ग के समान प्रयुक्त होते हैं, उनका वर्णन उदाहरण सहित निम्नलिखित है-

स्मरणीय तथ्य

  • उपसर्ग मूल शब्द के आरंभ में जुड़ने वाले शब्दांश हैं।
  • उपसर्गों का स्वतंत्र प्रयोग नहीं होता।
  • उपसर्ग मूल शब्द के आगे जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता या परिवर्तन ला देते हैं।
  • एक उपसर्ग के एक से अधिक अर्थ हो सकते हैं।
  • उपसर्ग की सहायता से विलोम शब्दों का निर्माण होता है। जैसे- सत्य-असत्य, हिंसा-अहिंसा।
  • हिन्दी में उपसर्ग मुख्यत: तीन प्रकार के होते हैं- 1. तत्सम, 2. तद्भव 3. आगत ।

उपसर्ग के अन्य अर्थ

किसी प्रकार का उत्पात – वह पदार्थ जो कोई पदार्थ बनाते समय बीच में संयोगवश बन जाता या निकल आता है (बाई प्राडक्ट)। जैसे-गुड़ बनाते समय जो शीरा निकलता है, वह गुड़ का उपसर्ग है।

बुरा लक्षण या अपशगुन, उपद्रव या विघ्न – योगियों की योगसाधना के बीच होनेवाले विघ्न को उपसर्ग कहते हैं।

मुनियों पर होने वाले उक्त उपसर्गों के विस्तृत विवरण मिलते हैं। जैन साहित्य में विशेष रूप से इनका उल्लेख रहता है क्योंकि जैन धर्म के अनुसार साधना करते समय उपसर्गो का होना अनिवार्य है और केवल वे ही व्यक्ति अपनी साधना में सफल हो सकते हैं जो उक्त सभी उपसर्गों को अविचलित रहकर झेल लें। हिंदू धर्मकथाओं में भी साधना करने वाले व्यक्तियों को अनेक विघ्नबाधाओं का सामना करना पड़ता है किंतु वहाँ उन्हें उपसर्ग की संज्ञा यदाकदा ही गई है।

पढ़ें सम्पूर्ण हिंदी व्याकरण ( Hindi Grammar ):-

  • हिन्दी भाषा
  • विराम चिन्ह
  • क्रिया विशेषण
  • समुच्चय बोधक
  • विस्मयादि बोधक
  • तत्सम-तद्भव शब्द
  • पर्यायवाची शब्द
  • अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
  • एकार्थक शब्द
  • अनेकार्थक शब्द
  • शुद्ध अशुद्ध
  • लोकोक्तियाँ

उपसर्ग किसे कहते हैं? उपसर्ग मूल शब्द के आरंभ में जुड़ने वाले शब्दांश होते हैं। अर्थात ऐसे शब्दांश जो मूल शब्द के आगे जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता या परिवर्तन कर देते हैं, उसे उपसर्ग कहते हैं। उपसर्ग का स्वतंत्र प्रयोग नहीं होता है। जैसे- सम+ तल = समतल, अन + पढ़ = अनपढ़ आदि।

हिन्दी में मूल उपसर्गों की संख्या कितनी है? उपसर्गों की कोई निश्चित संख्या नहीं है, परंतु हिन्दी में प्रमुख उपसर्गों की संख्या 13 है – अ, अन, क, कु, दु, नि, औ/अव, भर, सु, अध, उन, पर, बिन।

उपसर्ग के कितने भेद हैं? हिन्दी में उपसर्ग मुख्यत: तीन प्रकार के होते हैं- 1. तत्सम, 2. तद्भव 3. आगत (विदेशी)।

संस्कृत के प्रमुख उपसर्ग कितने हैं? संस्कृत के प्रमुख उपसर्ग बाइस (22) हैं- अति, अधि, अनु, अन्, अप, अपि, अभि, अव, आ, उत्, उद्‌, उप, दुर्‌/दुस्‌, नि, निर्‌/निस्‌, परा, परि, प्र, प्रति, वि, सम्‌, सु।

अति उपसर्ग से बनने वाले पाँच शब्द लिखिए? अति उपसर्ग से बनने वाले शब्द- अतिशय, अतिरेक, अतिमानव, अत्याचार, अत्यन्त, अतिक्रमण, अतिवृष्टि, अतिरिक्त, अत्यधिक।

प्रति उपसर्ग से बनने वाले 10 शब्द लिखिए? प्रति उपसर्ग से बनने वाले शब्द- प्रति, प्रतिकार, प्रतिकूल, प्रतिक्रिया, प्रतिक्षण, प्रतिक्षण, प्रतिघात, प्रतिच्छाया, प्रतिज्ञा, प्रतिदिन, प्रतिध्वनि, प्रतिनिधि, प्रतिबन्ध, प्रतिरूप, प्रतिवर्ष, प्रतिवाद, प्रतिवादी, प्रतिस्पर्धा, प्रतिहिंसा, प्रतीक्षा, प्रत्यक्ष, प्रत्येक।

  • हिन्दी व्याकरण

You may like these posts

यमक अलंकार – परिभाषा, अर्थ, भेद और उदाहरण – हिन्दी, संस्कृत.

यमक अलंकार : YAMAK ALANKAR यमक अलंकार में किसी काव्य का सौन्दर्य बढ़ाने के लिए एक शब्द की बार-बार आवृति होती है। प्रयोग किए गए शब्द का अर्थ हर बार... Read more!

ग – से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द (Paryayvachi Shabd)

(‘ग’ से शुरू होने वाले पर्यायवाची) पर्याय का अर्थ है – समान। अतः समान अर्थ व्यक्त करने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द (Synonym words) कहते हैं। इन्हें प्रतिशब्द या समानार्थक... Read more!

उ और ऊ – से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द (Paryayvachi Shabd)

(‘उ और ऊ’ से शुरू होने वाले पर्यायवाची) पर्याय का अर्थ है – समान। अतः समान अर्थ व्यक्त करने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द (Synonym words) कहते हैं। इन्हें प्रतिशब्द... Read more!

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

माई कोचिंग डॉट इन ने आपके ब्राउज़र में जावास्क्रिप्ट अवरोधक का पता लगाया है। कृपया साइट की सामग्री देखने के लिए जावास्क्रिप्ट सक्षम करें।

We have detected the javascript blocker in your browser. Please enable javacript to visit content of site.

धन्यवाद

Hinkhoj

  • Hindi to English
  • English to Hindi
  • Spell Checker

Assignment: मीनिंग : Meaning of Assignment: in Hindi - Definition and Translation

Hinkhoj

  • हिन्दी से अंग्रेजी
  • Spell Check
  • assignment: Meaning

assignment: MEANING IN HINDI

Assignment: meaning - near by words.

sound icon

Information provided about assignment::

Assignment: meaning in Hindi : Get meaning and translation of Assignment: in Hindi language with grammar,antonyms,synonyms and sentence usages by ShabdKhoj. Know answer of question : what is meaning of Assignment: in Hindi? Assignment: ka matalab hindi me kya hai (Assignment: का हिंदी में मतलब ). Assignment: meaning in Hindi (हिन्दी मे मीनिंग ) is समनुदेशन.

Explore ShabdKhoj

ShabdKhoj Type

Advertisements

👇 share meaning 👇.

IMAGES

  1. Assignment || Assignment hota kya hai? || what's meaning of Assignment

    assignment ka hindi kya hota hai

  2. Assignment meaning in hindi || assignment ka matlab kya hota hai

    assignment ka hindi kya hota hai

  3. Assignment meaning in hindi || assignment ka matlab kya hota hai

    assignment ka hindi kya hota hai

  4. Assignment meaning in Hindi

    assignment ka hindi kya hota hai

  5. Assignment meaning in Hindi

    assignment ka hindi kya hota hai

  6. Assignment ka kya matlab hota hai, Assignment meaning in Hindi

    assignment ka hindi kya hota hai

VIDEO

  1. chai ka Hindi kya hota hai 😂😂😂

  2. #funny chhai ka hindi kya hota hai #comedy #trendingshorts #viral #realfoolshorts63 #villagelife 🤣🤣

  3. B.Ed. हिन्दी (गद्य) पाठ योजना क्रमांक-1,प्रकरण- 'हार की जीत'

  4. Hindi (हिंदी) के पेपर में Answer कैसे लिखे 100% के लिए?/How To Write Answer in Hindi Exam/Hinditrick

  5. Java tutorial in Hindi for beginners #15 Assignment Operators

  6. Threat Meaning in Hindi

COMMENTS

  1. असाइनमेंट कैसे लिखे?

    असाइनमेंट क्या होता है? (Assignment kya hota hai in Hindi) असाइनमेंट लिखने के तरीके को जानने से पहले यह जान लेना जरुरी है कि आखिरकार यह असाइनमेंट होता क्या है और यह किस विषय ...

  2. असाइनमेंट लिखने के नियम

    Assignment In Hindi: विद्यार्थी जीवन में असाइनमेंट कार्य एक महत्वपूर्ण विषय है। और यदि आप इस असाइनमेंट को लिखने के नियमों को नहीं जानते हैं, तो परीक्षा में

  3. Assignment meaning in Hindi

    Assignment meaning in Hindi : Get meaning and translation of Assignment in Hindi language with grammar,antonyms,synonyms and sentence usages by ShabdKhoj. Know answer of question : what is meaning of Assignment in Hindi? Assignment ka matalab hindi me kya hai (Assignment का हिंदी में मतलब ). Assignment meaning in Hindi (हिन्दी मे मीनिंग ...

  4. what is assignment in Hindi

    Assignment Kya Hota Hai. what is assignment in Hindi | असाइनमेंट क्या है कैसे लिखते हैं असाइनमेंट ? Assignment Kya Hota Hai

  5. assignment

    assignment संज्ञा. the act of putting a person into a non-elective position. पर्यायवाची. appointment, designation, naming. नियुक्ति. उदाहरण. "the appointment had to be approved by the whole committee". the act of distributing something to designated places or persons ...

  6. Assignment kya hai

    assignment kya haiassignment kya hai in hindiassignment ka matlab kya hota haiassignment kya hota hai in hindiignou me assignment kya hota haiassignment ka k...

  7. Assignment || Assignment hota kya hai? || what's meaning of Assignment

    Assignment || Assignment hota kya hai? || what's meaning of Assignment in hindi [Assignment meaning]About this Video:You must have often heard about assignme...

  8. Google Translate

    Google की इस सेवा के लिए, कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. इसकी मदद से शब्दों, वाक्यांशों, और वेब पेजों का हिन्दी और 100 से ज़्यादा अन्य भाषाओं में तुरंत अनुवाद किया ...

  9. Google Translate

    Google's service, offered free of charge, instantly translates words, phrases, and web pages between English and over 100 other languages.

  10. उपसर्ग (Upsarg)

    Upsarg in Hindi: जो शब्दांश शब्दों के शुरुआत में जुड़कर उनके अर्थ में कुछ विशेषता या परिवर्तन लाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं। उपसर्ग शब्द ...

  11. assignment: MEANING IN HINDI

    Assignment: meaning in Hindi : Get meaning and translation of Assignment: in Hindi language with grammar,antonyms,synonyms and sentence usages by ShabdKhoj. Know answer of question : what is meaning of Assignment: in Hindi? Assignment: ka matalab hindi me kya hai (Assignment: का हिंदी में मतलब ). Assignment: meaning in Hindi (हिन्दी मे ...

  12. Assignment meaning in Hindi

    Assignment meaning in Hindi | Assignment ka hindi matlab kya hota hai | word meaningAssignment का हिंदी में अर्थ होता है - कार्यभार ...

  13. डीएनए क्या है, संरचना, कार्य

    क्या आप डीएनए क्या है, डीएनए मीनिंग फुल फॉर्म, डीएनए संरचना और डीएनए के कार्य के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख में dna kya hai, dna structure aur function of dna in hindi और डीएनए फुल ...

  14. नारीवाद क्या है? नारीवाद का अर्थ एवं परिभाषा (Feminism) ♀️

    नारीवाद का अर्थ एवं परिभाषा (Feminism) नारीवाद वह है जो महिलाओं के सशक्तिकरण की तलाश करता है और जिनके लिए पितृसत्ता सशक्तिकरण के इस मार्ग ...

  15. Assignment meaning in hindi || assignment ka matlab kya hota hai

    #wordmeaning #englishdictionary #hindiwordsAssignment meaning in hindi assignment ka matlab kya hota hai english to hindi word meaningtelegram link @vocabbank1

  16. Part -28

    Part -28 | Start Meaning in Hindi | Start Ka Hindi Meaning Kya Hota Hai | #english #meaning#start #english #meaning #words #verbs #trending #sorts #sorts #so...

  17. Assignment meaning in hindi || assignment ka matlab kya hota hai

    #wordmeaning #meaning #vocabularyassignment meaning in hindiassignment ka matlab kya hota haienglish to hindiword meaningwhat is assignmentassignment का हिंद...

  18. Demagogue meaning in Hindi

    Demagogue meaning in Hindi | Demagogue english to hindi | Demagogue ka matlab kya hota hai हर रोज़ इस्तेमाल होने वाले English Words को ...

  19. Deduct meaning in Hindi

    Deduct meaning in Hindi | Deduct ka matlab kya hota hai | English to hindi हर रोज़ इस्तेमाल होने वाले 11000+ English Words को आसानी से ...

  20. Deference meaning in Hindi

    Deference meaning in Hindi | Deference ka matlab kya hota hai | English to hindi हर रोज़ इस्तेमाल होने वाले 11000+ English Words को आसानी ...

  21. Debonair meaning in Hindi

    Debonair meaning in Hindi | Debonair ka matlab kya hota hai | English to hindi हर रोज़ इस्तेमाल होने वाले 11000+ English Words को आसानी ...

  22. Part -28

    Part -28 | Stop Meaning in Hindi | Stop Ka Hindi Meaning Kya Hota Hai | #english #meaning#stop #english #meaning #words #verbs #trending #sorts #sorts #sorts...

  23. Diner meaning in Hindi

    Diner meaning in Hindi | Diner ka matlab kya hota hai | English to hindi हर रोज़ इस्तेमाल होने वाले 11000+ English Words को आसानी से ...