essay on water is life in hindi

“जल ही जीवन हैं” | Water is Life Essay

Water is Life Essay

भगवान ने जब इस दुनिया को बनाया तो उसके साथ में सबसे चमत्कारिक चीज बनायीं। उस अमूल्य चीज को सभी जानते है मगर जानते हुए भी उसपर ध्यान नहीं देते। क्यों की उस चीज की कीमत हम इंसानों को आज तक मालूम नहीं पड़ी।

Water is Life Essay

“जल ही जीवन हैं” – Water is Life Essay in Hindi

पानी कुदरत का हम इंसानों को दिया हुआ बहुत ही बड़ा तोहफा है। पानी वो ऐसी चीज है जिसे सब देखते है, इस्तेमाल करते है लेकिन उसका महत्व नहीं जानते और कुछ लोग पानी का महत्व जानते भी होंगे तो वो बहुत ही कम है।

कोई भी बिना सोचे समझे पानी का विवेकहीन तरीके से इस्तेमाल करता है। इस जल का हर जगह पर इस्तेमाल किया जाता है। कोई भी काम हो पानी के बिना किया ही नहीं जा सकता। सुबह से लेकर रात तक कितने तो भी कामो में पानी का इस्तेमाल किया जाता है।

जैसे हमें पता है की पृथ्वी हो या फिर अन्य कोई ग्रह हमें जिन्दा रहने के लिए पानी बहुत ही जरुरी है। पानी हमें हमेशा स्वस्थ और फिट रखता है साथ ही शरीर में पानी होने के कारण हमारा शरीर अच्छे से काम कर सकता है। पानी केवल इन्सान के लिए ही नहीं बल्की पृथ्वी पर के सभी प्राणी और वनस्पति के लिए भी बहुत जरुरी है।

केवल पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जहा पानी और इन्सान मौजूद है। इसीलिए हमें पानी का महत्व समझाना चाहिए और पानी की बचत करनी चाहिए।

पृथ्वी पर 71% जल है लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है की पृथ्वी पर पिने का पानी बहुत ही कम है इसीलिए हमें उसे बचाने की पूरी कोशिश करनी चाहिए। अगर हम अच्छी आदते डाल ले तो पानी को बड़ी आसानी के साथ बचाया जा सकता है।

दिन भर के सभी कामो के लिए जल की आवश्यकता

पानी का इस्तेमाल पिने के लिए, कपडे धोने के लिए और भोजन बनाने के लिए किया जाता है। ज्यादा पानी पिने से हमारा दिल अच्छे से काम करता है और हमें दिल की बीमारी का कोई खतरा नहीं होता।

हमारे शरीर में अगर ज्यादा पानी हो तो हमारा दिमाग बड़े अच्छे काम कर सकता है और साथ ही हम कोई भी काम पूरी एकाग्रता के साथ कर सकते है। दिमाग तक अगर सबसे ज्यादा ऑक्सीजन को पहुचना हो तो वो काम केवल पानी की मदत से ही किया जाता है।

पानी को बचाने के मार्ग – The way to save water

पानी को किस तरह से बड़ी आसानी से बचाया जा सकता है, इसके कई रास्ते निचे बताये गए है।घर का एक सदस्य दिन में करीब 240 लीटर का इस्तेमाल करता है। चार लोगो का एक परिवार दिन में करीब 960 लिटर पानी और एक साल में करीब 3,50,400 लीटर पानी का इस्तेमाल करता है।

मगर इसमेसे केवल 3% पानी का इस्तेमाल पिने के लिए और खाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है और बाकी का 97% पानी का इस्तेमाल पौधों के लिए, टॉयलेट, नहाने के लिए, लांड्री और शोवेरिंग में किया जाता है। पानी बचाने के कुछ आसन तरीके निचे दिए है।

सभी ने खुद की जिम्मेदारी को समझते हुए पानी का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए और पानी की बचत करनी चाहिए।

जिस पानी का इस्तेमाल हम बाग, टॉयलेट, और साफ़सफाई के लिए करते है, उसमे से अगर थोड़ासा पानी बचाया जाए तो बहुत कुछ पानी बचाया जा सकता है।

बारिश से मिलने वाले पानी को हम टॉयलेट धोने के लिए, लांड्री, बाग के पौधे को पानी देने के लिए और शोवेरिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

टॉयलेट और शावर का इस्तेमाल करते वक्त भी हम जल की बचत कर सकते है।

वाशिंग मशीन में कपडे तभी धोने चाहिए जब बहुत सारे कपडे इकट्टा हो गए हो तो। इससे करीब हम हर महीने 4500 लीटर पानी और बिजली की भी बचत कर सकते है।

शोवेर की जगह अगर बकेट का इस्तेमाल नहाने के लिए किया जाए तो करीब हर दिन 150-200 लीटर पानी बचाया जा सकता है।

काम ना होने पर सभी नलो को ठीक से बंद कर देना चाहिए जिससे हर महीने में 200 लीटर से भी अधिक जल की बचत की जा सकती है।

होली खेलते वक्त पानी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

जीन लोगो को पानी की एक बूंद पाने के लिए कितनी तकलीफों का सामना करना पड़ता है, इस बात का हमें अहसास होना चाहिए।

जब हम हाथ या किसी फ़ल को धोते है तो हमने उन्हें नल के निचे धोने की बजाय एक मग में पानी लेकर धोना चाहिए।

हमने ऐसे पेड़ लगाने चाहिए जिन्हें कम पानी की जरुरत हो।

हमने हमारे घर के लोग, बच्चे, दोस्त, पडोसी और साथ में काम करनेवाले लोगो को पानी को बचाने के बारे में बताना चाहिए।

हमने छोटे बच्चो को बताना चाहिए की जरुरत ना होने पर नल को बंद किया जाए और लॉन के हिसाब से ही स्प्रिंकलर बिठाने चाहिए।

जहापर पानी के पाईप फूटे है उन्हें जल्दी से ठीक करा लेना चाहिए या फिर उन्हें बदल देना चाहिए।

जिस गति से लोग पानी का इस्तेमाल कर रहे उसी तरहसे पानी बढ़ नहीं सकता, इसीलिए हमें हमारी धरती, परिवार और समाज को बचाना है तो जल को बचाना ही होगा।

पानी के बिना कोई भी जिन्दा नहीं रह सकता इसीलिए हम सबसे पानी को बचाकर रखना चाहिए।

पानी का इस्तेमाल पिने के लिए किया जाता है। खाना बनाने में भी इसकी जरुरत होती है। पानी के सिवा खाना बनाया ही नहीं जा सकता। हमें हर रोज नहाना पड़ता है उसके लिए भी पानी की जरुरत होती है। अगर बारिश नहीं हुई तो किसान भी खेत में फसल नहीं लगा सकते।

अगर खेतो में फसल नहीं तो लोगो को अनाज भी नहीं मिल सकता। जल की इतनी अहमियत होने के बाद भी हम लोग इसका बड़ी लापरवाही से इस्तेमाल करते है। इसे समय पर ही रोकना होगा नहीं तो इसके परिणाम भी हमें ही भुगतने होंगे।

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6 thoughts on ““जल ही जीवन हैं” | Water is Life Essay”

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जल पर निबंध 10 Lines (Essay On Water in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे

essay on water is life in hindi

जल निबंध पर (Essay On Water in Hindi) – पानी, पृथ्वी पर जीवित प्राणियों के अस्तित्व का कारण, ग्रह का 70% से अधिक हिस्सा है। जल वह जादुई तरल है, जो जानवरों, पौधों, पेड़ों, जीवाणुओं और विषाणुओं को जीवन प्रदान करता है। जल ही वह कारण है जिसके कारण पृथ्वी जीवन का समर्थन कर सकती है और अन्य ग्रह नहीं कर सकते।

मानव शरीर का 60% तक पानी से बना है। जबकि ग्रह पर पानी की बहुतायत है, मनुष्य और जानवरों द्वारा हर चीज का सेवन नहीं किया जा सकता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पृथ्वी पर केवल 3% पानी ही मीठा पानी है, जो पोर्टेबल और उपभोग करने के लिए सुरक्षित है।

जल निबंध पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines on Water Essay in Hindi)

  • जल ही वह कारण है जिसके कारण जीवन अस्तित्व में है और पृथ्वी पर फलता-फूलता है
  • पृथ्वी की सतह का 70% हिस्सा पानी से बना है जिसमें से केवल 3% मीठा पानी मानव उपभोग के लिए है
  • पानी ग्रह पर जीवन के सभी रूपों का समर्थन करता है
  • मनुष्य पानी का उपयोग पीने, नहाने, कपड़े धोने, कृषि, उद्योगों और कारखानों में करता है
  • मानव शरीर का 60% से अधिक भाग पानी से बना है
  • जानवर पीने और नहाने के लिए पानी का उपयोग करते हैं
  • पौधे, पेड़ और अन्य विभिन्न जीव अपनी वृद्धि और अस्तित्व के लिए पानी का उपयोग करते हैं
  • यह भविष्यवाणी की जाती है कि अगला विश्व युद्ध पानी के लिए लड़ा जाएगा यदि मनुष्य ने इसका विवेकपूर्ण उपयोग करना नहीं सीखा
  • मनुष्य को जिम्मेदारी से पानी का उपयोग करना सीखना होगा क्योंकि यह एक गैर-नवीकरणीय संसाधन है
  • सभी देशों की सरकारों को मिलकर नीतियां और कानून बनाने चाहिए जो लोगों को अनावश्यक रूप से पानी बर्बाद करने से रोकें

जल पर निबंध 100 शब्द (Essay on Water 100 words in Hindi)

पानी पृथ्वी पर हर जीवन रूप की मूलभूत आवश्यकता है। यह पानी ही है जो हमें इस ग्रह पर आरामदायक जीवन जीने में मदद करता है। हमारा शरीर 70% पानी से बना है, इसलिए पानी हमारे लिए इतना महत्वपूर्ण यौगिक है। जल का उपयोग हम अनेक कार्यों में करते हैं। हमें पीने, खाना पकाने, नहाने और साफ-सफाई के लिए पानी की जरूरत होती है। जल के बिना, ग्रह पर जीवन असंभव होगा। जल पृथ्वी पर नदियों, महासागरों, समुद्रों, तालाबों, झीलों, नदियों और हिमनदों के रूप में पाया जाता है। जल की संरचना पूरी पृथ्वी पर एक समान रहती है।

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जल पर निबंध 150 शब्द (Essay on Water 150 words in Hindi)

जल निबंध पर (Essay On Water in Hindi) – पानी सभी जीवित रूपों के लिए सबसे महत्वपूर्ण तरल है। यह न केवल हमारी जीवन प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है बल्कि हमारे ग्रह के कामकाज के लिए भी आवश्यक है। पृथ्वी पर जल तीन अवस्थाओं में उपलब्ध है- ठोस, द्रव और गैसीय। सॉलिड-स्टेट में ग्लेशियर, स्नो कैप, आइस शीट और पोलर आइस रिजर्व शामिल हैं। तरल अवस्था में नदियाँ, समुद्र, झीलें, तालाब, नदियाँ, महासागर और गीज़र शामिल हैं। 

गैसीय अवस्था में वायुमंडल में पाए जाने वाले जलवाष्प शामिल हैं। जल चाहे किसी भी अवस्था में क्यों न हो, जल का संघटन सदैव एक समान रहता है। यह एक शक्तिशाली यौगिक है जो पृथ्वी पर मौजूद सभी जीवन का पोषण करता है। पौधों को प्रकाश संश्लेषण और श्वसन के लिए पानी की आवश्यकता होती है। मनुष्यों को परिसंचरण, पाचन, श्वसन और उत्सर्जन जैसी कई अलग-अलग जीवन प्रक्रियाओं के लिए पानी की आवश्यकता होती है, पानी के बिना पृथ्वी पर जीवन असंभव होगा। चूँकि यह इतना महत्वपूर्ण यौगिक है, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम इसे संरक्षित करें ताकि यह जल्द समाप्त न हो।

जल पर निबंध 200 शब्द (Essay on Water 200 words in Hindi)

पानी किसी के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल हमारे अपने अस्तित्व के लिए बल्कि हमारे ग्रह के समुचित कार्य के लिए भी आवश्यक है। सभी फलों और सब्जियों में प्रचुर मात्रा में पानी होता है। स्वस्थ रहने के लिए भरपूर मात्रा में पानी की जरूरत होती है, यानी लगभग 3-4 लीटर पानी प्रतिदिन। मानव शरीर को पानी की आवश्यकता होती है, और इसकी कमी से बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अपर्याप्त पानी की खपत के कारण गुर्दे की पथरी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। पानी में चंगा करने की क्षमता है और जीवन के अस्तित्व के लिए जरूरी है। हमारा ग्रह ही एकमात्र ऐसी जगह है जहां जीवन की कल्पना की जा सकती है क्योंकि पानी और जीवन के लिए अन्य सभी आवश्यक तत्व मौजूद हैं। मंगल, बुध और शुक्र जैसे ग्रह निर्जन हैं। पानी न होने के कारण वे एक उजाड़ रेगिस्तान के समान हैं। जल जीवन के लिए आवश्यक है, और यह पर्यावरण को स्वच्छ रखने में भी मदद करता है।

जल पर निबंध 250 शब्द (Essay on Water 250 words in Hindi)

जल निबंध पर (Essay On Water in Hindi) – पानी एक अनमोल संसाधन है। पानी की कमी मध्य पूर्व और यहां तक ​​कि भारत के कुछ हिस्सों में सबसे गंभीर मुद्दों में से एक है। पीने के पानी की किल्लत है। जल प्रदूषण ने पृथ्वी की सतह पर सुलभ पीने के पानी की मात्रा को कम कर दिया है, साथ ही पानी की गुणवत्ता को भी नुकसान पहुँचाया है। यह न केवल इंसानों बल्कि जानवरों, पक्षियों और पौधों को भी प्रभावित करता है।

जल की प्रासंगिकता को वर्तमान जल संकट के संदर्भ में देखा जा सकता है। सूखा उन दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियों में से एक है जो किसी स्थान पर हो सकती है। क्षेत्र की आर्थिक और वित्तीय स्थिति बुरी तरह प्रभावित होगी। दूसरी ओर, अत्यधिक बारिश लोगों, जानवरों और यहां तक ​​कि किसानों और निर्माताओं के लिए भी चिंता का विषय है। जल को वरदान माना जाता है, लेकिन यह अभिशाप भी हो सकता है।

इसलिए जल के महत्व को समझना जरूरी है। बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग, जनसंख्या और वनों की कटाई के साथ, ताजा पानी प्रदूषित हो रहा है, और हमारे लिए उपलब्ध मात्रा कम हो रही है। अधिक जनसंख्या के कारण पानी का दुरूपयोग हो रहा है। पानी कई रूपों में दुनिया के प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाता है। पानी प्रकृति की सुंदरता को भी बिखेरता है।

जल पर निबंध 300 शब्द (Essay on Water 300 words in Hindi)

जल जीवन की सबसे मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है और इसके बिना जीवित रहना असंभव है। पृथ्वी पर मौजूद प्रत्येक जीव को अपने शरीर के समुचित कार्य के लिए पानी की आवश्यकता होती है। यह न केवल हमें जीवित रहने में मदद करता है बल्कि हमारे दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पृथ्वी स्वयं 70% जल से बनी है, तथापि, सारा जल उपभोग के लिए सुरक्षित नहीं है। इसलिए, हमें इसके महत्व को समझने और इसका बुद्धिमानी से उपयोग करने की आवश्यकता है। जैसा कि हम दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पानी की कमी को देख सकते हैं, इसलिए समय आ गया है कि हम पानी का संरक्षण करना शुरू कर दें।

पानी के कई उपयोग हैं और यह कृषि में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है क्योंकि यह भारत का मुख्य व्यवसाय है। सिंचाई और मवेशियों को पालने की प्रक्रिया में बड़ी मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। इसलिए, किसान पानी का अधिक उपयोग करते हैं और काफी हद तक इस पर निर्भर रहते हैं।

दूसरी ओर, उद्योगों को विभिन्न उद्देश्यों जैसे कुछ वस्तुओं को संसाधित करने, ठंडा करने और निर्माण के लिए पानी की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, थर्मल पावर प्लांट बड़े पैमाने पर पानी का उपयोग करते हैं। इन सबके अतिरिक्त जल का उपयोग घरेलू कार्यों जैसे पीने, कपड़े धोने, साफ-सफाई, बागवानी आदि में भी किया जाता है। इस प्रकार हमें जीवन के कुछ मूलभूत कार्यों को चलाने के लिए जल की आवश्यकता होती है।

पौधों और जानवरों को जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। पानी जीवन का एक अनिवार्य घटक है जो किसी को जीवित रहने और ठीक से काम करने में मदद करता है। हालाँकि, लोग पानी की कमी से अनभिज्ञ हैं और इस प्रकार इसके परिणामों के बारे में सोचे बिना इस प्राकृतिक संसाधन का दोहन करते रहते हैं।

इसलिए सरकार के साथ एकजुट होने और हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी के संरक्षण के लिए उपचारात्मक उपाय करने और बहुत देर होने से पहले इसका बुद्धिमानी से उपयोग करने के लिए एक घंटे की आवश्यकता है। पानी बचाने के लिए सरकार द्वारा प्रदान किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए और जिनमें से एक वर्षा जल संचयन है- पानी बचाने और विभिन्न उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग करने का एक शानदार तरीका।

जल पर निबंध 500 शब्द (Essay on Water 500 words in Hindi)

जल (रासायनिक सूत्र H2O) एक पारदर्शी रासायनिक पदार्थ है। यह हर जीवित प्राणी के लिए मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है चाहे वह पौधे हों या जानवर। जिस प्रकार पृथ्वी पर जीवन के समुचित विकास और विकास के लिए हवा, सूर्य का प्रकाश और भोजन, पानी की आवश्यकता होती है। हमारी प्यास बुझाने के अलावा, पानी का उपयोग कई अन्य गतिविधियों जैसे सफाई, कपड़े धोने और खाना पकाने के लिए किया जाता है।

पानी मुख्य रूप से अपने पांच गुणों के लिए जाना जाता है। यहाँ इन संपत्तियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई है:

  • सामंजस्य और आसंजन

संसंजन, जिसे अन्य जल अणुओं के लिए जल के आकर्षण के रूप में भी जाना जाता है, जल के मुख्य गुणों में से एक है। यह पानी की ध्रुवता है जिसके कारण यह पानी के अन्य अणुओं की ओर आकर्षित होता है। पानी में मौजूद हाइड्रोजन बांड पानी के अणुओं को एक साथ बांधे रखते हैं।

आसंजन मूल रूप से विभिन्न पदार्थों के अणुओं के बीच पानी का आकर्षण है। यह पदार्थ किसी भी अणु के साथ बंध जाता है जिसके साथ यह हाइड्रोजन बांड बना सकता है।

  • बर्फ का कम घनत्व

पानी के हाइड्रोजन बंध ठंडे होने पर बर्फ में बदल जाते हैं। हाइड्रोजन बांड स्थिर होते हैं और अपने क्रिस्टल जैसे आकार को बनाए रखते हैं। पानी का ठोस रूप जो बर्फ है तुलनात्मक रूप से कम घना होता है क्योंकि इसके हाइड्रोजन बांड बाहर की ओर होते हैं।

  • पानी की उच्च ध्रुवीयता

पानी में उच्च स्तर की ध्रुवीयता होती है। यह एक ध्रुवीय अणु के रूप में जाना जाता है। यह अन्य ध्रुवीय अणुओं और आयनों की ओर आकर्षित होता है। यह हाइड्रोजन बंध बना सकता है और इस प्रकार एक शक्तिशाली विलायक है।

  • जल की उच्च विशिष्ट ऊष्मा

पानी अपनी उच्च विशिष्ट ऊष्मा के कारण तापमान को मध्यम कर सकता है। जब गर्म होने की बात आती है तो इसमें काफी समय लगता है। गर्मी लागू नहीं होने पर यह लंबे समय तक अपना तापमान बनाए रखता है।

  • पानी की वाष्पीकरण की उच्च ऊष्मा

यह पानी का एक और गुण है जो इसे तापमान को सामान्य करने की क्षमता प्रदान करता है। जैसे ही पानी एक सतह से वाष्पित होता है, यह उसी पर शीतलन प्रभाव छोड़ता है।

पानी की बर्बादी से बचें

हमारे दैनिक जीवन में जिन गतिविधियों में हम शामिल होते हैं उनमें से अधिकांश के लिए पानी की आवश्यकता होती है। हमें इसका संरक्षण करना आवश्यक है अन्यथा आने वाले वर्षों में हमारा ग्रह ताजे पानी से रहित हो जाएगा। यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे पानी को संरक्षित किया जा सकता है:

  • पानी की बर्बादी रोकने के लिए टपकते नलों को तुरंत ठीक करें।
  • नहाते समय शावर के प्रयोग से बचें।
  • अपने दांतों को ब्रश करते समय अपना नल बंद रखें। जरूरत पड़ने पर ही इसे चालू करें।
  • आधे कपड़े धोने के बजाय पूरे कपड़े धोएं। इससे न केवल पानी की बचत होगी बल्कि बिजली की भी काफी बचत होगी।
  • बर्तन धोते समय पानी को बहता हुआ न छोड़ें।
  • वर्षा जल संचयन प्रणाली का प्रयोग करें।
  • गटर की सफाई के लिए पानी की नली का उपयोग करने से बचें। आप इसके बजाय झाडू या अन्य तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं।
  • खाना बनाते और खाते समय सही आकार के बर्तनों और अन्य बर्तनों का उपयोग करें। अपनी आवश्यकता से बड़े का उपयोग करने से बचें।
  • स्प्रिंकलर के बजाय अपने पौधों को हाथ से पानी देने की कोशिश करें।
  • तालों को ढक दें ताकि वाष्पीकरण के कारण पानी की कमी से बचा जा सके।

हमें पानी को बर्बाद नहीं करना चाहिए और इसके संरक्षण में अपना योगदान देना चाहिए। हमें उन गतिविधियों और योजनाओं का अभ्यास और प्रचार करना चाहिए जो जीवित प्राणियों की वर्तमान और भविष्य की मांगों को पूरा करने के लिए जल संरक्षण और इसके स्रोतों की रक्षा करने में मदद करती हैं।

जल पर निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

पृथ्वी की सतह का कितना भाग जल से बना है .

पृथ्वी की सतह का 70% से अधिक भाग पानी से बना है जिसमें से केवल 3% पीने योग्य मीठा पानी है

क्या पानी बनाया जा सकता है?

अभी तक, यह संभव नहीं है, लेकिन उचित रासायनिक उपचार के बाद पानी को रिसाइकल और पुन: उपयोग किया जा सकता है

जल के स्रोत क्या हैं?

नदियाँ, झीलें, ग्लेशियर और भूजल तालिका पृथ्वी पर पानी के कुछ स्रोत हैं

विश्व का सबसे बड़ा जल निकाय कौन सा है?

प्रशांत महासागर विश्व का सबसे बड़ा जल निकाय है। साथ ही, नील नदी दुनिया में ताजे पानी का सबसे बड़ा स्रोत है।

जल ही जीवन है पर निबंध- Water is Life Essay in Hindi

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जल ही जीवन है पर निबंध- Water is Life Essay in Hindi

जल ही जीवन है – निबंध 1

प्रस्तावना – जल का एक नाम जीवन भी हैं. वैज्ञानिक भी कहते हैं कि पृथ्वी पर जीवन का आरम्भ जल से ही हुआ. अतः जल जीवन का आधार हैं. जल के बिना प्राणियों का अस्तित्व सम्भव नहीं हैं. जल मनुष्य के लिए प्रकृति का अमूल्य उपहार हैं.

जल संकट (water crisis) – संसार में जल का भयंकर अभाव होने की संभावना हैं. इसका कारण निरंतर बढ़ रही जनसंख्या हैं. मनुष्यों तथा पशुओ की वृद्धि के साथ ही पानी की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही हैं.

दूसरी ओर प्रकृति से छेड़छाड़ के कारण पहाड़ो तथा ग्लेशियरों की बर्फ तेजी से पिघल रही हैं और अत्यधिक दोहन के कारण भूजल का भंडार भी घट रहा हैं. ऐसी दशा में पानी की मांग बढ़ेगी ही. यह माना जा रहा हैं कि तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए ही होगा.

जल संरक्षण का तात्पर्य – जल संरक्षण का तात्पर्य हैं जल का अपव्यय रोकना और वर्षा के समय व्यर्थ बह जाने वाले जल को भविष्य के लिए सुरक्षित करके रखना. बताया जाता हैं कि धरती का तीन चौथाई भाग जल से ढका हुआ हैं, किन्तु पीने योग्य या उपयोगी जल की मात्रा बहुत सिमित हैं.

हम प्रायः धरती के भीतर स्थित जल को उपयोग में लाते हैं. कुएँ, हैण्डपम्प, नलकूप, सबमर्सिबिल पम्प आदि से यह जल प्राप्त होता हैं. धरती के ऊपर नदी, तालाब, झील, झरनों आदि का जल उपयोग में आता हैं किन्तु प्रदूषण के चलते जलाशयअनुपयोगी होते जा रहे हैं.

Water is Life

धरती के भीतर स्थित जल की अंधाधुंध खिचाई के कारण जल का स्तर निरंतर गिरता जा रहा हैं. यह भविष्य में घोर संकट का संकेत हैं. अतः जल का संरक्षण करना अनिवार्य हो गया हैं.

जल संरक्षण कि आवश्यकता व उपाय – देशभर में धरती के अंदर का जल का स्तर निरंतर गिरता जा रहा हैं. भू गर्भ के जल का संतुलन वर्षा के जल से ही होता हैं. जो भारत में अत्यंत कम होता हैं. अतः धरती को पानी वापिस नहीं मिल पाता. अब जल संरक्षण की चेतना जागृत हो रही हैं.

लोग परम्परागत रीतियों से जल का भंडारण कर रहे हैं. सरकार भी इस दिशा में प्रयास कर रही हैं. खेती में जल की बर्बादी रोकने के लिए सिंचाई की फव्वारा पद्धति, पाइप लाइन से आपूर्ति, हौज पद्धति, खेत में ही तालाब बनाने आदि को अपनाया जा रहा हैं. मैग्सेस पुरस्कार प्राप्त श्री राजेन्द्र सिंह का तरुण भारत संघ तथा अन्य समाजसेवी संगठन भी सहयोग कर रहे हैं.

जल संरक्षण के अन्य उपाय – उपर्युक्त उपायों के अतिरिक्त जल संरक्षण के अन्य उपायों को अपनाया जाना भी परम आवश्यक हैं. शीतल पेय बनाने वाली कम्पनियों तथा बोतल बंद जल बेचने वाले संस्थानों पर नियंत्रण किया जाना चाहिए.

वर्षा के जल को संग्रह करके रखने के लिए पुराने तालाब, पोखर आदि का संरक्षण आवश्यक हैं. उनको पाटकर उनका भवन निर्माण तथा अन्य कार्यों के लिए उपयोग रोका जाना आवश्यक हैं.

नये तालाब अधिक से अधिक बनाये जाने चाहिए. नगरों में पानी का अपव्यय बहुत हो रहा हैं. अतः जल के अपव्यय पर कठोर नियंत्रण होना चाहिए.

उपसंहार – धरती के अंदर जल स्तर का गिरते जाना आने वाले जल संकट की चेतावनी हैं. भूमंडल का वातावरण गर्म हो रहा हैं इससे नदियों के जन्म स्थल ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं.

कहीं ऐसा न हो कि हमारी प्रसिद्ध नदियों का नाम मात्र शेष रह जाए अतः हम सभी का दायित्व है कि तन, मन और धन से जल संरक्षण को सफल बनाएं.

जल ही जीवन है – निबंध 2

इस पृथ्वी पर रहने वाले अधिकांश प्राणियों का जीवन जल पर निर्भर है। अतः पानी के बिना उनके जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती। एक मनुष्य का औसतन शरीर 70% जल से बना हुआ है। लेकिन फिर भी हम जल के महत्व को हमेशा ही नजरअंदाज करते हैं और जल को बर्बाद करते हैं। जल का संरक्षण आज मानव समाज के अत्यंत आवश्यक हो चुका है।

जहां कई सारे शहरों में जल की अपार सुविधा है तो वहीं कई शहर व गावों में जल की कमी देखने को मिलती है। मुंबई जैसे पापुलेटेड सिटी में जल की इतनी कमी है कि लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ता है। लेकिन वही बंगाल और बिहार जैसे जगहों पर जहां जल की सुविधाएं हैंवहां लोग जल की बर्बादी करते हैं। 

 आने वाले समय में ऐसी स्थिति उत्पन्न होने की संभावना पैदा हो रही है, जहां हमारे वंशज जल के लिए तड़पेंगे। बहुत से शहरों में तो अभी से ही यह स्थिति देखने को मिलती है।

जल को बर्बाद करने के साथ-साथ लोग भारी मात्रा में जल प्रदूषित भी करते हैं। जिसके कारण जलीय प्राणियों को भी अपने जीवन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

हम सभी लोगों का यह कर्तव्य है कि हम जल को साफ रखें ताकि हमें जल की कमी कभी महसूस ना हो साथ ही साथ जलीय जंतु को भी कोई हानि ना हो। 

जल ही जीवन है – निबंध 3

जल प्रकृति के सबसे खास उपहारों में से एक है! इस धरती पर जीवित रहने के लिए वायु की जितनी आवश्यकता होती है। उतनी ही आवश्यकता जल की भी है।

 जल के बिना इस धरती पर कोई भी प्राणी जीवित नहीं रह सकता है। चाहे जलीय प्राणी हो या फिर स्थलीय प्राणी मनुष्य हो या पेड़ पौधे जल के बिना जीवित रहना नामुमकिन है। इसीलिए तो जल को जीवन की संज्ञा दी गई है। 

जल का महत्व व उसकी प्राप्ति 

इस धरती पर रहने वाले हर प्राणी को जीवित रहने के लिए जल की आवश्यकता है। जल विशेषतया हमें नल, कुएं, तालाब, झील, समुद्र आदि से प्राप्त होता है। हालांकि समुंद्र जल में नमक की मात्रा अधिक होने के कारण उस जल का उपयोग पीने के लिए नहीं किया जाता है। 

इतना ही नहीं समुद्र के जल को पीने योग्य बनाना बहुत मुश्किल होता है। इसीलिए झील, तालाब और कुएं के जल को ही पीने के लिए उपयोग में लाया जाता है। 

जल के महत्व को समझना है तो आप उस जगह पर जा कर देखिए जहां सूखा पड़ा है! जिस जगह पर जल की कमी होती है उस जगह पर मिट्टी सूख जाती है जिसके कारण फसल उगाना भी नामुमकिन हो जाता है जिसके कारण लोगों को आर्थिक नुकसान भी होता है। 

कृषि प्रधान होने के कारण हमारे देश के हर कोने में खेती की जाती है लेकिन इसके बावजूद कई स्थानों पर जल की बहुत ही समस्या है। इस समस्या से परेशान होकर किसान कई बार आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाते हैं।

जल के महत्व को समझना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। वरना आने वाले समय में शायद हम भी जल की कमी के कारण अपने जीवन में संघर्ष करने पर मजबूर हो जाएंगे।

जल ही जीवन है – निबंध 4 

आपने यह तो जरूर सुना होगा कि “जल है तो कल है” चाहे आप दुनिया के किसी भी हिस्से में क्यों ना चले जाए! जल की आपूर्ति के बिना आप जीवित ही नहीं रह सकते हैं। 

जल स्रोतों में कमी और जल प्रदूषण

 जिस तरह से इंसान प्रगति की ओर बढ़ रहा है। वैसे वैसे शुद्ध जल से प्राप्ति के स्त्रोत भी धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं। अब तो ऐसा हो गया है जैसे हमें अशुद्ध जल पीने की ही आदत हो गई है। और इसका सबसे बड़ा कारण जल की कमी है।

जल को बर्बाद करने के साथ-साथ लोग इसे अंधाधुंध प्रदूषित कर रहे हैं! चाहे बात जानवरों के नहाने की हो या फिर फैक्ट्री के कचरे को नदी में बहाने की हो। लोग जल को हर तरह से गंदा कर रहे हैं! जल प्रदूषण के कारण वैसे तो लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन फिर भी लोग अपनी आदत नहीं सुधार रहे हैं। 

जल प्रदूषण के कारण होने वाली बीमारी

जल प्रदूषण के कारण लोगों को कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है जैसे लूज मोशन, डायरिया, डिसेंट्री आदि। यह सभी परेशानियां ऐसी हैं जिनका इलाज अगर सही समय पर ना किया जाए तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती हैं। 

अगर कोई प्रदूषित जल का सेवन करता है तो उसे आंख में जलन, सांस लेने में तकलीफ, ‌टीबी, गले में इंफेक्शन, साइनस, अस्थमा एवं फेफड़ों से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। 

जल प्रदूषण को रोकने के उपाय

जल प्रदूषण को रोकने और जल की बर्बादी को कम करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है, लोग इस बारे में सतर्क भी हो रहे हैं। लोगों को जल प्रदूषण के प्रति जागरूक करने के लिए अलग-अलग एनजीओ/संस्थाओं के द्वारा कई अभियान चलाए जाते हैं।

इन अभियानों में लोगों को जल का महत्व समझाया जाता है। इतना ही नहीं लोगों को यह भी बताया जाता है कि वह किस तरह जल की बर्बादी को रोक सकते हैं और जल संरक्षण करने में सरकार की सहायता कर सकते हैं।

 सरकार भी देश की समस्या को लेकर नई नई योजनाएं जैसे जल संरक्षण योजना, जल जीवन योजना लागू कर रही है। ताकि जल की कमी होने से रोका जा सके।

  • जल संरक्षण पर निबंध
  • जल प्रदूषण पर निबंध
  • जल प्रदूषण क्या है कारण प्रभाव एवं रोकने के उपाय
  • जल पर कुछ पक्तियां

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  • Essays in Hindi /

Importance of Water in Hindi: जल का महत्व 10 लाइन

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  • Updated on  
  • अगस्त 12, 2023

जल का महत्व पर निबंध

हमारा शरीर का 70% जल से बना हुआ है, केवल हमारा शरीर ही नहीं परंतु हमारी पूरी पृथ्वी दो-तीहाई जल से अच्छादित है। हमारे शरीर और जीवन की पूंजी जल, वायु और भोजन हैं। हमारे जीवन में अगर इनमें से अगर एक भी चीज न रही तो हमारा जीवन संकट में पड़ सकता है। आपने यह तो सुना ही होगा “जल ही जीवन है।” इस ब्लॉग में हम जल का महत्व (Importance of Water in Hindi) पर विभिन्न निबंध लिखना सीखेंगे।

This Blog Includes:

जल का क्या महत्व है, जल ही जीवन है पर निबंध, जल का महत्व पर निबंध 100 शब्द, जल के महत्व पर निबंध 300 शब्द, जल के महत्व पर निबंध पोस्टर, जल का महत्व निबंध 400 शब्द, जल का महत्व निबंध 500 शब्द, जल का महत्व इन हिंदी 10 लाइन, जल का महत्व 10 लाइन, जल का महत्व पर 10 अनमोल विचार.

मनुष्य के शरीर का 70% हिस्सा पानी का बना हुआ है। इंसान 5 दिन बिना खाना खाए रह सकता है लेकिन बिना पानी के एक दिन भी गुजारना मुश्किल हो जाता है। पानी केवल पीने के लिए ही नहीं, बल्कि हमारे दैनिक जीवन के उद्देश्यों जैसे स्नान, खाना पकाने, सफाई और कपड़े धोने आदि के लिए भी आवश्यक है। जल हाइड्रोजन के दो और ऑक्सीजन के एक अणु से मिल कर बनता है।

जब भी जल के महत्व की बात आती है हमारे दिमाग में सबसे पहली लाइन यही आती है ‘Jal hi Jeevan Hai’। हमारे शरीर की सरंचना ऐसे हुई है, जिसमें 70% हिस्सा जल का है। दुनिया के हर जीव को जीने के लिए जल की आवश्यकता होती है। पेड़-पौधों से लेकर जानवर तक हर जीव पानी की उपस्थिति के कारण मौजूद है।

पानी हमारे रोजमर्रा की जिंदगी के लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। सफाई से लेकर खाना बनाने तक, कपड़े से लेकर, बर्तन साफ करने तक हर कार्य को करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। घर हो या बाहर हर जगह हमें पानी की आवश्यकता होती ही है और इसी को पूरा करने के लिए नए-नए तरह की तकनीक का उपयोग किया जा रहा है ताकि हमें कभी पानी की कमी महसूस न हो और हर जगह हमें पानी उपलब्ध मात्रा में मिल सके। हम जिस बिजली का उपयोग करते हैं वह भी पानी से ही बनती है।

पानी की कमी आज देश के लिए बड़ा मुद्दा बन चुकी है। देश के कई राज्य ऐसे हैं जहाँ अकाल पड़ रहा है। हम समाचार पत्र में पढ़ते ही रहते हैं कि कई देश और कई राज्य ऐसे है, जो अकाल से जूझ रहे हैं।

Importance of water in Hindi पर 100 शब्दों पर निबंध इस प्रकार है:

Importance of Water in Hindi (जल का महत्व )

“जल ही जीवन है”, इसका यह अर्थ है कि जहां पानी होता है वहां जीवन होता है। पूरे ब्रह्मांड में पृथ्वी पर ही जल पाया जाता है। जल हमें प्रकृति के द्वारा दिया गया है तो हमें इसका सम्मान करना चाहिए न कि इसका व्यर्थ में बर्बाद करना चाहिए। मनुष्य, जानवरों, पेड़ पौधे सभी के जीवन में जल का उपयोग होता है, जल के बिना जीवन असंभव है। दो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के अणुओं को मिलाकर जल बनता है। जल का रासायनिक सूत्र H2o है। सभी को हमेशा साफ और शुद्ध जल ही पीना चाहिए। पानी का एक एक बूंद भी बहुत कीमती होता है।

Importance of Water in Hindi

पानी सबसे महत्वपूर्ण पदार्थों में से एक है, जो पौधों ,जानवरों ,मनुष्य के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। पानी के बिना हम जीवन के बारे में सोच भी नहीं सकते। हमारे शरीर का आधा वजन पानी से बनता है, पानी के बिना दुनिया में कोई भी जीव जिंदा नहीं रह सकता। जीवन में पानी केवल पीने के लिए ही नहीं परंतु दैनिक जीवन में भी बहुत उपयोगी है जैसे कि स्नान करना ,खाना पकाना ,कपड़े धोने के लिए ,सफाई करने के लिए आदि ऐसी बहुत सारी चीजों के लिए आवश्यक है। जल की तीन अवस्थाएं होती है:

  • ठोस (solid)
  • द्रव्य (liquid)

पृथ्वी के 70% भाग पर जल विद्यमान है। यह जल महासागरों ,सागरों में  वितरित है। जल एक रासायनिक पदार्थ के रूप में भी काम आता है, यह रंगहीन और गंधहीन होता है। जल का क्वथनांक (boiling point)  1000 डिग्री सेल्सियस होता है। जल का सतही तनाव (surface tension) उच्च होता है, क्योंकि जल के अणु के बीच होने वाली अंत क्रिया कमजोर होती है। जल बहुत अच्छा विलायक साल्वेंट (solvent) होता है। इसका यह मतलब है कि जो पदार्थ अच्छी तरीके से पानी में घुल जाता है। जल की इस घुलनशील प्रवृत्ति को  हाइड्रोफिलिक (hydrophilic) का नाम दिया जाता है, जैसे कि नमक चीनी ,आदि। ऐसे भी कुछ पदार्थ होते हैं जो पानी में घुलनशील नहीं होते जैसे कि तेल और वसा। जल के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है, भविष्य में हमारे लिए जल का संरक्षण करना बहुत ही महत्वपूर्ण है।

जल का महत्व निबंध के लिए पोस्टर नीचे दिया गया है-

पृथ्वी इस ब्रह्मांड में एकमात्र ऐसा ग्रह है जहां पानी और ऑक्सीजन की उपलब्धता के कारण ही जीवन संभव है। जल पृथ्वी पर सभी जीवित प्राणियों के लिए जीवन की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है। हालाँकि पृथ्वी की सतह पर पानी की प्रचुर मात्रा का 97.5% पानी खारा है और 2.5% ताजा पानी (पीने के लायक) है। दुनिया का केवल 3% पानी एक ऐसे रूप में है जिसका हम उपयोग कर सकते हैं। हम प्रत्येक दिन बड़ी मात्रा में पानी का उपयोग करते हैं, क्योंकि पानी कई अलग-अलग उद्देश्यों को पूरा करता है। 

2020 के लिए जल संरक्षण के प्रयासों में उत्तर प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ राज्य का दर्जा दिया गया है। जल शक्ति मंत्रालय ने जल संरक्षण की दिशा में उनके कार्यों और प्रयासों के लिए क्रमशः राजस्थान और तमिलनाडु को दूसरे और तीसरे स्थान से सम्मानित किया। देश को अपनी कृषि, सिंचाई, उद्योग और घरेलू आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रति वर्ष 1,000 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी की आवश्यकता है। पानी का उपयोग तो लगातार बढ़ता जा रहा वहीं इसकी उपलब्धता में कमी होती जा रही है। पानी की इस कमी को पूरा करने के लिए सकारात्मक और प्रभावी कदमअपनाने होंगे।

पृथ्वी पर महासागर, नदियां, झील, भूमिगत जल और वर्षा जल के मुख्य और सबसे बड़े स्रोत हैं। पानी को बचाना और संरक्षित करना आज की आवश्यकता है। कई गांव पीने की कमी की बड़ी समस्या का सामना कर रहे हैं। पानी सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए हमें पानी बचाना चाहिए। हम सभी को इस समस्या का एहसास होना चाहिए और पानी बचाने के लिए प्रयास करने चाहिए। वर्षा जल संचयन जैसे कदम पानी बचाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। हम पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। पानी हमारी दुनिया के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। हमें अच्छे जीवन और आने वाली पीढ़ी के लिए जल का संरक्षण करना होगा। पानी की कमी और पानी की उच्च जरूरतों को देखते हुए यह महत्वपूर्ण है कि हमें पानी की बचत के लिए संरक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ करने की आवश्यकता है।

एक निष्कर्ष पर पहुंचा जाये तो यह कह सकते हैं कि बिना जल के जीवन की कल्पना करना व्यर्थ है। लॉरेन ईसेली का कहना है कि “यदि इस ग्रह पर जादू है, तो यह पानी में निहित है।”

पृथ्वी पर हर एक जीव के लिए जल का बहुत ही बड़ा महत्व है। जीने के लिए जल के बिना कुछ भी संभव नहीं है। जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। पृथ्वी पर जल पाया जाता है इसी कारण से इसे ब्रह्मांड का एक अनोखा ग्रह कहा जाता है। जल के कारण ही पृथ्वी पर मनुष्य की जाति विकसित हो रही है। जीने के लिए मनुष्य पशु, पेड़ पौधों सभी को जल की जरूरत होती है।अगर किसी कारण जल समाप्त हो जाता है तो कोई भी जीव जंतु जीवित नहीं रह पाएगा क्योंकि सभी जीने के लिए जल का उपयोग करते हैं। पृथ्वी का 7 8% जल महासागर में पाया जाता है, जिसमें नमकीन जल मिलता है परंतु यह पानी किसी काम के योग्य नहीं है। 2.7 प्रशीतक जल ही पीने के योग्य है, जो पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव इस्तेमाल करते हैं।

जल ही जीवन है इस बात का हर एक मनुष्य को ध्यान रखना चाहिए। मनुष्य को जल के संरक्षण के बारे में विचार करना चाहिए क्योंकि पृथ्वी से जल तेजी से विलुप्त हो रहा है यानी कि कम हो रहा है। फैक्ट्रियों द्वारा प्रदूषण फ़ैल रहा है, इनका सारा कचरा नदियों, झीलों और तालाबों में जाकर मिल रहा है, जिसके कारण जल दूषित हो रहा है। हमें जल को दूषित होने से रोकना चाहिए ताकि आने वाले समय के लिए हम जल को बचा सकें। 65 से 80% तक जल मनुष्य के शरीर में पाया जाता है। 7% रक्त में होता है। हमेशा साफ और शुद्ध जल पीना चाहिए। ब्लीचिंग पाउडर, फिटकरी डालकर हम जल को साफ कर सकते हैं। पानी पीने से पहले उसे उबालना चाहिए, जिसके कारण उसमें मौजूद बैक्टीरिया मर जाते हैं।

मनुष्य के साथ-साथ पेड़ पौधों को जल की उतनी ही आवश्यकता होती है। जल के बिना कोई भी पेड़ पौधे विकसित नहीं हो सकते, वह मुरझा जाते हैं और सूख जाते हैं। मनुष्य को जीवित रहने के लिए पेड़ पौधों का जीवित रहना उतना ही आवश्यक है। खेत में ऐसे कई सारी फसल हैं जो जल के द्वारा ही संभव हो सकती हैं जैसे कि गेहूं, मक्का ,चावल ,आदि। पशु पक्षियों और अन्य जीवो को भी मनुष्य की तरह प्यास लगती है। रेगिस्तान में पाए जाने वाले ऊंट को “रेगिस्तान का जहाज ” कहते हैं। वह अपने शरीर में एक बार में 50 लीटर तक पानी पीकर उसे संचित कर सकता है और कई दिनों तक बिना पानी के जीवित भी रह सकता है।

हाइड्रोजन के दो अणु और ऑक्सीजन के एक अणु को मिलाकर जल बनता है। जल का रासायनिक नाम H2Oहै। जल से बिजली का उत्पादन भी किया जा सकता है। जल हमें सिर्फ पीने के लिए नहीं परंतु कई सारे कामों के लिए उपयोगी होता है जैसे कि कपड़े धोने के लिए, नहाने के लिए , भोजन बनाने के लिए, आदि ऐसे कई सारे कार्यों के लिए जल का उपयोग होता है। जल ही जीवन है इस बात का हमें ध्यान रखना चाहिए और हमें जितना हो सके उतना जल को बचाना चाहिए।

जल का महत्व इन हिंदी 10 लाइन नीचे दी गई हैं-

  • पानी सबसे महत्वपूर्ण पदार्थों में से है जो पौधों ,जानवरों ,मनुष्य के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। 
  • हमारे शरीर का आधा वजन पानी से बनता है ।
  • पानी का रासायनिक नाम H2O होता है ।
  • जल की तीन अवस्थाएं होती हैं।
  • जल का कोई भी रंग नहीं होता।
  • जल का क्वथनांक 100 डिग्री सेल्सियस होता है।
  • ऐसे भी कुछ पदार्थ होते हैं जो पानी में घुलनशील नहीं होते जैसे कि तेल और वसा। 
  • पृथ्वी पर हर एक जीव के लिए जल का बहुत ही बड़ा महत्व है।
  • पृथ्वी के जल का 78% महासागर में पाया जाता है।
  • 2.7% जल ही पीने के योग्य है।

जल के महत्त्व पर 10 लाइन नीचे दी गई है:

Importance of water in Hindi पर 10 अनमोल विचार नीचे दिए गए हैं- 

importance of water in hindi

  • “पानी पृथ्वी का खून है इसे यूं ही ना बहाएं”
  • “पानी नहीं अमृत है, इसको बचाना हमारा कर्तव्य है।
  • “जल ही जीवन का अमूल्य धन इसको बचाओ करो जतन।”
  • “जब आप बचाते हैं पानी, तब आप बचाते हैं जिंदगानी।”
  • “हर बच्चा, बुड्ढा और जवान पानी को बचाकर बने महान”
  • “बिन जल जीवन नहीं रहेगा, जल की अद्भुत महिमा तुम जानो”
  • “हर कोई इंसान पानी को बचाकर बने महान”
  • “जरुरत के अनुसार पानी का कीजिए उपयोग, जल बचाओ अभियान में आपका होगा सहयोग”
  • “जो पानी को बचाएगा समझदार तो कहलाएगा”
  • “जल तो है सोना, इसे कभी भी नहीं खोना!”

importance of water in hindi

मनुष्य जल को विभिन्न कार्यों में प्रयोग करता है। जैसे इमारतों, नहरों, घाटी, पुलों, जलघरों, जलकुंडों, नालियों एवं शक्ति घरों आदि के निर्माण में। जल का अन्य उपयोग खाना पकाने, सफाई करने, गर्म पदार्थ को ठंडा करने, वाष्प शक्ति, परिवहन, सिंचाई व मत्स्य पालन आदि कार्यों के लिये किया जाता है।

पानी तीन रूपों में होता है: 1. ठोस, बर्फ के रूप में, 2. तरल, पानी के रूप में, और गैस, जलवाष्प के रूप में।

शहरों में रहने वाले लोगों के लिए तो नल का पानी ही सबसे सुरक्षित और स्वस्थ विकल्प है।

पानी को साफ करने के लिए इसे पीतल, तांबे या मिट्टी के बर्तन में 100 डिग्री सेल्सियस पर उबालें और पीने लायक होने पर ही प्रयोग में लें। ध्यान रहे कि एक बार उबाले गए पानी को आप आठ घंटे के भीतर प्रयोग कर लें वर्ना इसमें वातावरण में मौजूद बैक्टीरिया की वजह से फिर से अशुद्धियां आ जाती हैं।

आशा करते हैं कि आप इस ब्लॉग के माध्यम से जल का महत्व (Importance of Water in Hindi) समझ गए हैं। यदि आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए 1800 57 2000 पर कॉल कर बुक करें।

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Essay बहुत अच्छा लिखा है। जल ही जीवन है। प्लीज मेरी पोस्ट के बारे में बताएं कैसी लिखी है

आपका बहुत-बहुत आभार।

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Water Is Life Essay In Hindi

जल ही जीवन है निबंध – Water Is Life Essay In Hindi

जल ही जीवन है निबंध – (essay on water is life in hindi), विश्व में गहराता जलसंकट – deep water scarcity in the world.

  • प्रस्तावना,
  • जल का महत्त्व,
  • जलाभाव का परिणाम,
  • जल की उपलब्धता,
  • भावी जल संकट,

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।

जल ही जीवन है निबंध – Jal Hee Jeevan Hai Nibandh

प्रस्तावना– वेदों में कहा गया है–’आप एव ससर्जादौ’ अर्थात् परमात्मा ने सबसे पहले जल की सृष्टि की। पुराणों में विष्णु के प्रथम अवतार वाराह द्वारा जलमग्न पृथ्वी का उद्धार किए जाने का वर्णन मिलता है। प्रलय अर्थात् सृष्टि का अन्त होने पर समस्त धरती जलमग्न हो जाती है।

इन बातों को हम मिथक कह सकते हैं, किन्तु विज्ञान के अनुसार जल जीवन या जीव–सृष्टि की प्रथम शर्त है। चन्द्रमा या मंगल पर जीवन की खोज में जुटे वैज्ञानिकों की आशा का बिन्दु भी, वहाँ कहीं न कहीं जल की उपस्थिति पर ही टिका है। शब्दकोश भी जल और जीवन को पर्यायवाची बताता है।

Water Is Life Essay

जल का महत्त्व– सम्पूर्ण सौरमण्डल में आज तक ज्ञात ग्रहों में पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जहाँ जल का अपार भण्डार है। जल के बिना जीवन की कल्पना ही असम्भव है। जल ने ही पृथ्वी पर चर–अचर जीव जगत् को सम्भव बनाया है। जीवाणु लेकर स्थूलतम जीव हाथी तक और शैवाल से लेकर गगनचुम्बी वृक्षों तक सभी का जीवनाधार जल ही है। मानव शरीर में भी सर्वाधिक मात्रा जल की ही है।

जल की कमी हो जाने पर जीवन के लाले पड़ जाते हैं और कृत्रिम उपायों से शरीर में उसकी पूर्ति करनी पड़ती है। हमारे भोजन, वस्त्र, भवन, स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संतुलन सभी के लिए जल का कोई विकल्प नहीं है। हमारी सुख–सुविधा, आमोद–प्रमोद और मनोरंजन भी जल से जुड़ा हुआ है। घरों में कपड़े धोने, भोजन बनाने, स्नान करने और गर्मी से बचने को कूलर चलाने में जल ही सहायक होता है।

जलाशयों में तैरकर और नौकाविहार करके हम आनन्दित होते हैं। हमारी गृह–वाटिकाओं में जल चाहिए। पार्कों और वनांचलों की हरियाली जल पर ही टिकी है। जल के बिना कृषि की कल्पना ही नहीं की जा सकती। जीवन के अस्तित्व और पोषण से जुड़ी किसी भी वस्तु को देख लीजिए, किसी न किसी स्तर पर उसे जल के योगदान की आवश्यकता अवश्य होती है।

Water Is Life Essay In Hindi

जलाभाव का परिणाम– कल्पना कीजिए कि पृथ्वी कभी जल–विहीन हो जाय तो क्या दृश्य उपस्थित होगा ? सारा जीव जगत् तड़प–तड़प कर दम तोड़ेगा। यह मनोरम हरीतिमा, ये इठलाती नदियाँ, झर–झर करते निर्झर, लहराते सागर, रिमझिम बरसते मेघ, ये चहल–पहल, दौड़ते वाहन, नृत्य–संगीत के आयोजन, ये मारामारी, सब कुछ नामशेष हो जाएँगे।

जल की उपलब्धता– प्रकृति ने जीवनाधार जल की प्रभूत मात्रा मानव जाति को उपलब्ध कराई है। पृथ्वी का लगभग तीन–चौथाई भाग जलावृत है। इसमें मानवोपयोगी जल की मात्रा भी कम नहीं है। नदियों, सरोवरों, झीलों आदि के रूप में पेयजल उपलब्ध है।

भावी जल–संकट–आज प्रकृति के इस निःशुल्क उपहार पर संकट के बादल मँडरा रहे हैं। नगरों और महानगरों के अबाध विस्तार ने तथा औद्योगीकरण के उन्माद ने भूगर्भीय जल के मनमाने दोहन और अपव्यय को प्रोत्साहित किया है। भारत के अनेक प्रदेश, जिनमें राजस्थान भी सम्मिलित है, जल स्तर के निरंतर गिरने से संकटग्रस्त हैं। जल की उपलब्धता निरंतर कम होती जा रही है।

इस संकट के लिए मनुष्य ही प्रधान रूप से उत्तरदायी है। अति औद्योगीकरण से बढ़ रहे भूमण्डलीय ताप (ग्लोबल वार्मिंग) से, ध्रुवीय हिम तथा ग्लेशियरों के शीघ्रता से पिघलने की आशंका व्यक्त की जा रही है। वैज्ञानिक घोषणा कर रहे हैं कि अगली तीन–चार दशाब्दियों में गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र आदि का केवल नाम ही शेष रह जाएगा। हिम तथा ग्लेशियरों के पिघलने से समुद्र का जल–स्तर बढ़ जाएगा तथा समुद्र तट पर बसे शहर खत्म हो जायेंगे।

उपसंहार– ‘जल है तो जीवन है’ इस सच को राजस्थान से अधिक और कौन जानता है। जल जैसी बहुमूल्य वस्तु के प्रति हमारा उपेक्षापूर्ण रवैया कितना घातक हो सकता है, यह उपर्युक्त विवरण से स्पष्ट है। अतः अभी से जल–प्रबंधन के प्रति जागरूक होना हमारे लिए जीवित रहने की शर्त बन गया है।

अतः परम्परागत एवं आधुनिक तकनीकों से जल के संरक्षण और भंडारण का कार्य युद्ध–स्तर पर होना चाहिए। जनता और प्रशासन दोनों के उद्योग और सहयोग से ही इस भावी संकट से पार पाना सम्भव है।

दा इंडियन वायर

जल ही जीवन है पर निबंध

essay on water is life in hindi

By विकास सिंह

water is life essay in hindi

विषय-सूचि

जल ही जीवन है पर छोटा निबंध, save water save life essay in hindi (200 शब्द)

essay on water is life in hindi

सभी जीवों के लिए पृथ्वी पर जीवित रहने के लिए वायु के बाद पानी दूसरा सबसे जरूरी पदार्थ है। पीने के रूप में उपयोग किए जाने वाले पानी के अलावा, इसके विभिन्न उपयोग भी हैं जैसे कि धुलाई, खाना बनाना, सफाई करना आदि। पानी न केवल जीवित प्राणी के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पौधे या पेड़ों के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह कीमती तत्व कृषि क्षेत्र के लिए और विभिन्न उद्योगों के लिए भी आवश्यक है।

जल का महत्व:

जीवन की शुरुआत से ही पानी इतना महत्वपूर्ण है कि सभी प्रमुख सभ्यता दुनिया में नदी के पास होती है। भारत में प्रमुख शहरों को विकसित करने में नदियाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं क्योंकि नदी के माध्यम से परिवहन बहुत आसान है। आजकल वैज्ञानिक मंगल ग्रह पर जीवन के बारे में बात कर रहे हैं क्योंकि उन्हें हवा में कुछ जमे हुए पानी के कण और नमी मिली थी।

वैज्ञानिक अभी भी जीवन की खोज कर रहे हैं, लेकिन मुख्य बिंदु यह है कि पानी की उपलब्धता के कारण हम जीवन की कल्पना कर सकते हैं अन्यथा जीवन की कोई संभावना नहीं है, इसलिए हम यह भी कह सकते हैं की जल ही जीवन है।

पृथ्वी के पारिस्थितिक संतुलन के लिए पानी महत्वपूर्ण है यानी समुद्र से पानी वाष्पित होता है और वायु को जल वाष्प के रूप में जोड़ता है और बादल में बदल जाता है। जब बादल समुद्र से सादे क्षेत्र में स्थानांतरित हो जाता है, और ठंडा हो जाता है, तो यह बारिश में परिवर्तित हो जाता है और नदी और भूजल को फिर से भर देता है।

जल ही जीवन है पर निबंध, water is life essay in hindi (300 शब्द)

water crisis essay in hindi

प्रस्तावना:

’पृथ्वी पर जीवन बचाने के लिए पानी बचाओ’, यह नियम अब हम सभी के लिए प्रमुख आवश्यकता बन गया है। हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी पर रहने के लिए पानी उतना ही आवश्यक है, लेकिन सबसे बुरी बात यह है कि दिन पर दिन ताजा पानी कम होता जा रहा है।

पानी की कमी के कारण दुनिया में सूखे, विभिन्न बीमारियों, पर्यावरण प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग जैसे कई प्राकृतिक संकट पैदा हो रहे हैं, फिर भी दुनिया की आबादी का एक बड़ा हिस्सा पानी की बचत के महत्व को नहीं समझ रहा है।

जल संरक्षण का महत्व:

प्रकृति का चक्र पूरी तरह से पानी पर निर्भर करता है। जब तक पानी का वाष्पीकरण और हवा में मिश्रण नहीं होगा तब तक पृथ्वी पर बारिश नहीं होगी, जिससे क्षतिग्रस्त फसलें और सभी जगह सूखे की सबसे खराब स्थिति हो सकती है। प्रत्येक जीवित प्राणी चाहे वे मानव हों, पशु हों या पौधों को यहाँ जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है।

न केवल पानी पीने के लिए आवश्यक है बल्कि यह घरेलू उपयोग के लिए भी आवश्यक है जैसे धुलाई, सफाई, मोपिंग, खाना बनाना और यहां तक ​​कि बिजली संयंत्र सहित कृषि और औद्योगिक उपयोग के लिए भी यह ज़रूरी है।

भारत के कई क्षेत्रों में पानी की मात्रा इतनी कम है कि ताजा पानी बिलकुल नहीं है। उन स्थानों पर लोगों को अपने दैनिक उपयोग के लिए पीने योग्य पानी प्राप्त करने के लिए या तो बहुत अधिक शुल्क देना पड़ता है या सैकड़ों मील दूर जाना पड़ता है। जल सभी जीवित प्राणियों के लिए इतना महत्वपूर्ण घटक है कि अगर हम अभी भी इसे संरक्षित करने का उपाय नहीं खोजते हैं, तो पृथ्वी पर अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा।

शहरीकरण के लिए पानी का उपयोग:

शहरी क्षेत्र आमतौर पर नदी के किनारे पाए जाते हैं। प्रत्येक उद्योग को विभिन्न प्रकार के निर्माण के लिए पानी की आवश्यकता होती है, जहाँ पानी का उपयोग किसी उत्पाद के निर्माण, प्रसंस्करण, धोने, पतला करने, ठंडा करने या परिवहन के लिए किया जाता है। पानी का एक प्रमुख उपयोग बिजली उत्पादन में बिजली उत्पादन के लिए है।

निष्कर्ष:

पृथ्वी पर जल एक असीम प्राकृतिक संसाधन है जो पुन: चक्रण द्वारा बनता है लेकिन ताजा और पीने योग्य पानी हमारी प्रमुख आवश्यकता है जिसे हमारे सुरक्षित स्वस्थ जीवन के लिए बचाया जाना चाहिए। पानी को बचाने के प्रयास के बिना, एक दिन पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं होगा।

जल ही जीवन है पर निबंध, water is life essay in hindi (400 शब्द)

water crisis in hindi

जल सभी जीवित प्राणियों के लिए पृथ्वी पर अनमोल पदार्थ है। कोई भी बिना पानी के जीने की सोच भी नहीं सकता। यह कहना कठिन है, लेकिन यह तथ्य यह है कि पीने योग्य पानी दिन-प्रतिदिन पूरी दुनिया में कम हो रहा है, यहां तक ​​कि पृथ्वी भी 71% पानी से ढकी हुई है। पानी बचाओ जीवन बचाओ ’के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न देश विभिन्न कार्यक्रम और कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।

सामाजिक जागरूकता के लिए विभिन्न कदम:

वर्तमान समय में हर जगह लोग जल संसाधनों की कमी, भूजल स्तर में कमी, दुनिया के कई हिस्सों में सूखे और वर्षा जल संचयन आदि के बारे में बात कर रहे हैं। जल संसाधनों की कमी अब दुनिया के लिए एक वैश्विक समस्या बन गई है और प्रमुख तथ्य है। यह तब हो रहा है जब पृथ्वी लगभग 71% पानी से ढकी हुई है। वास्तव में उपयोगी पानी केवल 3.5% उपलब्ध है, अन्य महासागर का पानी है जिसका उपयोग नहीं किया जा सकता है।

ऐसे किसी भी मुद्दे का सामना करना और हल करना सभी के लिए सामाजिक जागरूकता है। पूरी दुनिया अब पानी की कमी के ऐसे वैश्विक मुद्दे को सुलझाने के लिए एकजुट है।

संयुक्त राष्ट्र (UN) 22 मार्च को “विश्व जल दिवस” ​​के रूप में मनाता है ताकि ताजे पानी के महत्व और ताजे जल संसाधनों के प्रबंधन का समर्थन किया जा सके। भारत सरकार (GOI) लोगों में सामाजिक जागरूकता पैदा करके जल संसाधनों के संवर्द्धन, संरक्षण और कुशल प्रबंधन के लिए कई कदम उठा रही है।

भारत सरकार और राज्य सरकार ने “गंगा और अन्य नदियों” का कायाकल्प करने के लिए “पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय” के लिए समर्पित मंत्री जैसे लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए कई विभाग तैयार किए हैं। केंद्रीय भूजल बोर्ड भूजल विकास के नियमन और वर्षा जल संचयन और कृत्रिम पुनर्भरण को बढ़ावा देने के लिए भी कदम उठा रहा है।

आध्यात्मिक नेता “सद्गुरु जग्गी वासुदेव” ने “रैली फॉर रिवर्स” अभियान द्वारा जागरूकता पैदा की है। इस अभियान में, उन्होंने नदी के किनारों पर कम से कम एक किलोमीटर पेड़ के कवर को बनाए रखते हुए भारत की नदियों का कायाकल्प करने का सबसे सरल समाधान दिया। जंगल के पेड़ या तो सरकारी भूमि पर लगाए जा सकते हैं या खेत की भूमि पर लाए गए कृषि आधारित पेड़ हो सकते हैं। यह सुनिश्चित करेगा कि हमारी नदियों को नम मिट्टी द्वारा पूरे वर्ष भर खिलाया जाए। इससे बाढ़, सूखा और मिट्टी की हानि भी कम होगी जिसके परिणामस्वरूप किसानों की आय में वृद्धि होगी।

सभी को हमारे जीवन में पानी के महत्व और पानी की कमी के दौरान आने वाली समस्या को समझना चाहिए। सरकार और एनजीओ पानी के महत्व के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं और कैसे दैनिक जीवन में पानी की बचत करते हैं। पानी कीमती है और हमें इसे बर्बाद नहीं करना चाहिए।

जल ही जीवन है पर निबंध, save water save life essay in hindi (500 शब्द)

essay on water is life in hindi

ग्लोबल वार्मिंग की सबसे बड़ी समस्या निस्संदेह पृथ्वी पर एक विशाल जल ह्रास है जो मुख्य रूप से पूरे ग्रह पर पानी के दुरुपयोग के कारण है। आज के समय में “जल बचाओ पृथ्वी बचाओ” के सूत्र को समझने की अत्यधिक आवश्यकता है। शुद्ध पानी सभी आवश्यकताओं का प्रमुख स्रोत है, जो एक स्वस्थ जीवन जीने के तरीके से जीवित होना चाहता है।

जल संरक्षण के उपाय क्या हैं?

पृथ्वी पर सूखे की सबसे खराब स्थिति को रोकने के लिए पानी का बेहतर और कम उपयोग हमारी आवश्यकता है। इस निबंध में, हम इस बात पर ध्यान केंद्रित करेंगे कि सौंदर्य हरियाली के वातावरण और पृथ्वी पर सबसे महत्वपूर्ण रूप से जीवन को बचाने के लिए पानी का संरक्षण कैसे किया जाए। अगर हम इस पर गंभीरता से सोचते हैं तो हमने पाया कि यह बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है। पहले हमें अपने दैनिक जीवन से शुरुआत करने की जरूरत है।

हमारी नई पीढ़ी को “पृथ्वी बचाओ धरती बचाओ” के सूत्र को समझने की अत्यधिक आवश्यकता है। हम इसे अपने जीवन के हर सेकंड में सहेज सकते हैं। एक छोटा कदम पानी की बचत में सैकड़ों गैलन जोड़ सकता है। यहाँ कुछ बिंदु हैं जिन्हें हमें अपने दैनिक जीवन में ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।

नियमित गतिविधियों के दौरान थोड़ी सावधानी बरतें जैसे कि ब्रश करते समय नल बंद करना, हाथ धोना और शेविंग करने से प्रति माह भारी मात्रा में लगभग 160 गैलन पानी बच सकता है। शॉवर लेने के बजाय बाल्टी का उपयोग भी पानी बचाने के संबंध में जरूरतमंदों को करेगा।

दोपहर के बजाय सुबह और शाम के समय में पौधों को पानी देना हमेशा पानी को बचाने के लिए बेहतर उपाय है, हालांकि वसंत के मौसम में पेड़ लगाना भी समाधान में जोड़ा जा सकता है। बिना देरी किए अनावश्यक पानी की कमी को रोकने के लिए घर में सभी रिसाव को ठीक करना आवश्यक है।

बाल्टी का उपयोग करने के बजाय, पानी की बचत के मामले में कार को पाइप से धोना हमेशा खराब विकल्प होता है। वॉशिंग मशीन और डिशवॉशर का उपयोग हमेशा पानी से बचाने में मदद करता है जब वे पूरी तरह से लोड होते हैं। अपने घर में पानी के पुनर्चक्रण की सही प्रक्रिया को लागू करें हमेशा पानी के संरक्षण के संदर्भ में एक सही निर्णय साबित होता है।

पानी का संरक्षण कुछ ऐसा है जो प्रकृति और हमारे भविष्य को सुरक्षित बनाता है। हम सभी जानते हैं कि दिन-प्रतिदिन पृथ्वी पर पानी का स्तर गिरता जा रहा है और इसके कारण हमारी प्रकृति बुरी तरह से पीड़ित है। पानी को संरक्षित करने और हमारी भावी पीढ़ी के स्वस्थ जीवन के लिए इसकी शुद्धता बनाए रखने के लिए सीखना और लागू करना बेहतर होना चाहिए।

ग्रह पर उपलब्ध पानी की वर्तमान स्थिति को देखने के बाद, पानी की एक-एक बूंद को अब सहेजने की जरूरत है। जैसा कि हम जानते हैं कि पृथ्वी का 71% क्षेत्र पानी से ढका हुआ है, लेकिन यह तथ्य की पानी का केवल 3.5% हिस्सा बचा है, जो जीवित रहने के लिए उपयोगी है, इस प्रकार, हमें अपनी भावी पीढ़ी की खातिर पानी के महत्व को समझना आवश्यक है प्राकृतिक संसाधनों का चक्र विशेष रूप से पृथ्वी का नीला भाग है जो ‘जल’ है।

जल ही जीवन है पर निबंध, save water save life essay in hindi (600 शब्द)

importance of water essay in hindi

पृथ्वी पर प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों में से एक पानी है जो मानव, पशु, पौधे आदि सभी जीवों के लिए पृथ्वी पर सबसे महत्वपूर्ण पदार्थ है। पानी हमारी दैनिक जरूरतों के लिए आवश्यक है यहां तक ​​कि हम पानी के बिना जीवित रहने की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।

हमें प्रत्येक चीज़ के लिए पानी की आवश्यकता होती है जैसे कि खाना पीना, खाना पकाना, स्नान करना, सफाई करना आदि जहाँ पानी जीवित प्राणियों के लिए आवश्यक होता है, कृषि, विनिर्माण कंपनियों, विभिन्न प्रकार के रासायनिक उद्योगों, बिजली संयंत्रों और कई अन्य क्षेत्रों में भी इसकी अधिक आवश्यकता होती है। दुर्भाग्य से पृथ्वी पर पानी की कमी आजकल पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है।

पानी बचाओ जीवन बचाओ दुनिया बचाओ:

पृथ्वी पर जीवन के लिए पानी की प्रमुख आवश्यकता है। जीवन को स्वस्थ और सुरक्षित बनाने के लिए सभी जीवित लोगों को पानी की आवश्यकता होती है। जैसे-जैसे जनसंख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, पानी की खपत भी बढ़ रही है और शहरीकरण के कारण पेड़ नियमित रूप से घटते जा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप प्रदूषण, विभिन्न क्षेत्रों में सूखा, क्षतिग्रस्त फसल और ग्लोबल वार्मिंग की सबसे खराब स्थिति है।

इस प्रकार यह जीवन को बचाने और दुनिया को बचाने के लिए पानी को बचाने के लिए सभी को आदतें बनाने का उचित समय है।

पानी की कमी:

हमने हमेशा दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पानी की कमी के बारे में समाचार सुना है। यहाँ हम परिभाषित करते हैं कि पानी की कमी क्या है। यह पूरे विश्व में ताजे जल संसाधनों की भारी कमी या अनुपस्थिति है। डेटा के अनुसार वैश्विक आबादी का लगभग एक तिहाई 2 अरब लोग एक साल में 1 महीने के लिए पानी की कमी की स्थिति में रह रहे हैं, हम यह भी कह सकते हैं कि पूरी दुनिया में आधे अरब लोग पूरे साल पानी के संकट का सामना करते हैं।

अब यह घोषित किया गया है कि, दक्षिण अफ्रीका के शहर केपटाउन को जल्द ही पानी ख़त्म होने वाला बड़ा शहर माना जाएगा। पृथ्वी पर लगभग 71% स्थान पर पानी है, फिर भी दुनिया में पानी की भारी कमी है। महासागर में खारे पानी के रूप में 96.5% पानी होता है जो बिना उपचार के मानव द्वारा उपयोग नहीं किया जा सकता है, केवल 3.5% पानी उपयोग के लिए है जो भूजल, ग्लेशियर, नदियों और झीलों आदि के रूप में उपलब्ध है।

पानी के ये प्राकृतिक संसाधन खपत में वृद्धि के कारण बहुत तेजी से घट रहे हैं क्योंकि बढ़ती जनसंख्या पानी की बर्बादी, तेजी से औद्योगिकीकरण और शहरीकरण को बढ़ाती है। भारत और अन्य देशों के कुछ हिस्सों को पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है और दुर्भाग्य से सरकार को उन जगहों के लिए सड़क टैंकर या ट्रेन से पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। भारत में 1951 से 2011 की समयावधि के बीच प्रति व्यक्ति जल उपलब्धता 70% तक कम हो गई है और 2050 तक फिर से 22% घटने की उम्मीद है।

विश्व जल दिवस:

संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 22 मार्च को “विश्व जल दिवस” ​​के रूप में घोषित किया है कि लोगों को ताजे पानी के मूल्य और इसकी अनुपस्थिति के कारण पृथ्वी पर हानिकारक प्रभाव के बारे में जागरूक किया जाए। इस वर्ष विश्व जल दिवस 2018 का विषय था water प्रकृति के लिए पानी ’जिसका अर्थ है 21 वीं सदी में हमारे सामने आने वाली पानी की चुनौतियों के लिए प्रकृति-आधारित समाधान तलाशना।

जल हमारा अनमोल प्राकृतिक संसाधन है जिसे हर व्यक्ति को जीवित रखने की आवश्यकता है। अगर हम कहते हैं कि ‘जल ही जीवन है’ तो इसमें कुछ गलत नहीं है। इस प्रकार हम पानी बचाओ जीवन बचाओ और दुनिया बचाओ पर भी ध्यान दे रहे हैं।

पीने योग्य पानी का मतलब है कि मानव उपभोग के लिए पर्याप्त सुरक्षित माना जाने वाला पानी हमारे भविष्य की संभावनाओं के लिए बचाए रखने की जरूरत है। हमारे प्राकृतिक इको-सिस्टम को और अधिक नुकसान से बचाने के लिए और ग्लोबल वार्मिंग की स्थिति से पृथ्वी को बचने के लिए हमें पानी के संरक्षण और उसमें रसायन या कचरा न डालकर इसकी गुणवत्ता बनाए रखने की आवश्यकता है।

जल ही जीवन है पर निबंध, water is life essay in hindi (1000 शब्द)

save water save earth poster in hindi

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि वायु के बाद, जल इस ग्रह पर जीवन के अस्तित्व के लिए सबसे महत्वपूर्ण संसाधनों में से एक है। यह अस्तित्व के लिए इतना महत्वपूर्ण है कि हम पानी के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी की सतह का लगभग 71% हिस्सा पानी से ढका हुआ है, मूल रूप से महासागरों, समुद्रों, नदियों, ग्लेशियरों आदि के रूप में है, लेकिन हालांकि हमारे पास जल निकायों की इतनी बड़ी मात्रा है, इसमें से केवल 1% पानी साफ है और मानव उपभोग के लिए उपयुक्त है।

जल न केवल मानव जाति के अस्तित्व के लिए बल्कि पृथ्वी पर मौजूद अन्य प्रजातियों के लिए भी आवश्यक है। जैविक दृष्टिकोण से पानी में कई गुण होते हैं जो कार्बनिक यौगिकों को प्रतिक्रिया करने और प्रतिकृति बनाने की अनुमति देते हैं। जीवन के सभी ज्ञात रूप पानी पर अत्यधिक निर्भर हैं। पृथ्वी पर उपलब्ध स्वच्छ जल की दुर्लभ मात्रा और पानी पर प्रजातियों की उच्च निर्भरता को देखते हुए, यह हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम जीवन को बचाने के लिए पानी बचाएं।

जल ही जीवन है:

जल हमारे जीवन का आवश्यक घटक है और हमारा अस्तित्व इस पर निर्भर है। पानी के बिना जीवन की कल्पना करना संभव नहीं है और अगर हम जीवन को बचाना चाहते हैं तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमें इसे पानी बचाने से शुरू करना होगा। उपभोग के अलावा, पानी भी हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है, जिसमें स्नान, खाना पकाने, कपड़े धोने, बागवानी से लेकर कृषि और औद्योगिक उपयोग तक शामिल हैं, पानी हमारी दैनिक दिनचर्या में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

पृथ्वी पर पशु और वनस्पति भी पानी पर निर्भर हैं और यदि पानी की कमी है तो यह पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को प्रभावित करने और खाद्य श्रृंखला को तोड़ने में उनकी वृद्धि और विकास को गंभीरता से बाधित करेगा। इसलिए यह सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है कि पृथ्वी पर सभी प्रजातियों के अस्तित्व के लिए पानी की उचित आपूर्ति हो।

पानी बचाने की जरूरत है:

दुनिया भर के कई क्षेत्रों में भारी बारिश और पानी की कमी या भूमिगत जल की कमी के कारण अत्यधिक पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ जगहों पर या तो भूजल दूषित है या फिर इसका इस्तेमाल खत्म हो गया है और अब तक बारिश नहीं हुई है। इन कारकों से उन क्षेत्रों में सूखे की स्थिति पैदा हो गई है जिससे पानी की कमी हो रही है।

औद्योगीकरण और शहरीकरण ने उन समस्याओं को भी जोड़ा है जिनके द्वारा जनसंख्या की असाधारण उच्च मांगों को पूरा करने के लिए भूजल का उपयोग किया गया है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, नौ लोगों में से 1 और 844 मिलियन के आसपास अभी भी सुरक्षित पानी तक पहुंच नहीं है। आंकड़ों और वर्तमान स्थिति को देखते हुए, भविष्य में जल संकट अपरिहार्य लगता है और पानी के संरक्षण के लिए तत्काल कार्य योजना बनाने का आह्वान करता है ताकि हम आज के साथ-साथ अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी इस अनमोल संसाधन को बचा सकें।

पानी बचाने की पहल:

‘सेव वॉटर’ एक पहल है जो पानी के महत्व के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाकर और हमारे बेहतर भविष्य के लिए इसे बचाने के लिए पानी के संरक्षण को बढ़ावा देने में मदद करता है। जल बचाओ अभियान लोगों को एहसास कराता है कि शुद्ध और ताजे पानी के स्रोत बहुत सीमित हैं और अगर इसका अत्यधिक उपयोग होता है तो संभावना है कि वे निकट भविष्य में आबादी की उच्च मांगों को पूरा करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं।

हालाँकि पृथ्वी का 71% हिस्सा पानी से ढका हुआ है, लेकिन यह पानी प्रत्यक्ष उपभोग के लिए अयोग्य है, इसलिए पृथ्वी पर जो भी ताज़ा पानी है, उसका एक बूँद बर्बाद किए बिना ज़िम्मेदार तरीके से उपयोग किया जाना चाहिए। पानी को बचाना और भविष्य के लिए संरक्षण करना प्रत्येक वैश्विक नागरिक की जिम्मेदारी है क्योंकि जनसंख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है लेकिन स्वच्छ जल के स्रोत समान हैं।

यदि हम भविष्य में जीवन को बनाए रखने के लिए ताजे पानी की उचित उपलब्धता बनाना चाहते हैं तो हमें आज से पानी की बचत शुरू करनी होगी और अपनी दैनिक दिनचर्या में पानी की बचत की आदतों को शामिल करना होगा तभी हम पानी का संरक्षण कर पाएंगे और पानी की आपूर्ति बनाए रख पाएंगे। वे क्षेत्र जो ताजे और साफ पानी से वंचित हैं।

पानी बचाओ जिंदगी बचाओ:

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि जल ही जीवन है और जीवन के सभी ज्ञात रूप इस पर पूरी तरह निर्भर हैं। लेकिन अभी भी भारत में लगभग 21% संक्रामक रोग असुरक्षित पानी के सेवन के कारण होते हैं और यह स्थिति स्वच्छ पेयजल की कमी के कारण पैदा हुई है। भारत में लगभग 163 मिलियन लोगों को अभी भी सुरक्षित पीने के पानी तक पहुंच की कमी है और विभिन्न बीमारियों और महामारियों के लिए एक खुला आमंत्रण दे रही है जो कभी-कभी घातक हो सकती है।

बढ़ती आबादी और स्वच्छ जल की उच्च माँगों को देखते हुए यह महत्वपूर्ण है कि हमें आज से ही पानी का संरक्षण करना शुरू कर देना चाहिए। यदि भारत का प्रत्येक नागरिक एक दिन में कम से कम एक लीटर पानी बचाता है, तो यह निश्चित रूप से बहुत बड़ा बदलाव ला सकता है।

आपका एक लीटर बचा हुआ स्वच्छ पानी एक ऐसे बच्चे को जीवन दे सकता है, जिसके पास साफ पानी नहीं है। आपके द्वारा बचाए गए पानी का उपयोग उन क्षेत्रों में किया जा सकता है जो उच्च मांगों के कारण पानी की आपूर्ति से वंचित हैं। पानी बचाने के लिए उठाया गया आपका छोटा कदम कई लोगों के जीवन में भारी बदलाव ला सकता है।

पानी को कैसे बचायें:

जल जीवन के समतुल्य है और यदि हम मानव जाति का अस्तित्व चाहते हैं तो हमें अपनी दिनचर्या में पानी को बचाने की आदत को सख्ती से शामिल करना होगा। निम्नलिखित कुछ तरीके हैं जो आपको पानी बचाने और इसे बेहतर तरीके से उपयोग करने में मदद करेंगे:

  • दांतों को साफ़ करते समय या शेविंग करते समय नल को कसकर बंद रखें
  • एक कम-फ्लश शौचालय स्थापित करें जो कम पानी का उपयोग करता है।
  • शावर बाथ का कम प्रयोग करें और इसके बजाय मग और बाल्टी से स्नान करें।
  • कृषि में बाढ़ सिंचाई के बजाय ड्रिप सिंचाई का उपयोग करें।
  • शाम को अपने बगीचे को पानी दें और पानी फैलाने से बचें।
  • सार्वजनिक स्थानों पर चालू नल बंद करें और तुरंत प्राधिकरण को लीक की रिपोर्ट करें।
  • अपने भवन और इलाकों में वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित करें।
  • धुलाई या बागवानी प्रयोजनों में आरओ फिल्टर के अपशिष्ट जल का फिर से उपयोग करें।
  • ओवरफ्लो से बचने के लिए ओवरहेड टैंक में फ्लोट वाल्व स्थापित करें।

पानी जीवन का आधार है, उदाहरण के लिए, यदि आप केवल कुछ दिनों के लिए किसी गमले में पानी छोड़ते हैं तो निश्चित रूप से इसमें से कुछ बढ़ेगा ही। इससे पता चलता है कि पानी पृथ्वी पर जीवन के सभी रूपों का समर्थन करता है। चाहे वह इंसान हों, जानवर हों, या पेड़-पौधे हों या पेड़-पौधे हों या कोई अन्य जीवित प्रजाति हो, उनका अस्तित्व पूरी तरह से पानी पर निर्भर है।

यदि उन्हें पानी से वंचित किया जाता है तो प्रजातियों के लिए छोटी अवधि के लिए भी जीवित रहना मुश्किल हो जाता है। पृथ्वी पर सबसे बुद्धिमान प्रजाति के रूप में यह हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है कि हमें पानी की बचत करनी चाहिए ताकि जीवन के सभी प्रकार पृथ्वी पर पनप सकें और पारिस्थितिकी तंत्र का एक उचित संतुलन बना रहे।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Jal hi jivan hai

Water is life.

Thank you . Your nibadh very much helped me . Thanks

Thank you for this this is very useful for me

Hindi nibandh

Thq so much for help me save water…

Air achhe likho

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जल ही जीवन है पर निबंध- (Essay On Water is Life in Hindi)

जल ही जीवन है पर निबंध- (Essay On Water is Life in Hindi): पानी हमें हमेशा स्वस्थ और फिट रखता है साथ ही शरीर में पानी होने के कारण हमारा शरीर अच्छे से काम कर सकता है । पानी केवल इन्सान के लिए ही नहीं बल्की पृथ्वी पर के सभी प्राणी और वनस्पति के लिए भी बहुत जरुरी है। केवल पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जहा पानी और इन्सान मौजूद है।

Table of Contents

Essay On Water is Life in Hindi

Essay On Water is Life in Hindi For Class 1-5

जल ही जीवन है पर निबंध की 10 पंक्तियाँ.

यहां 10 बिंदु दिए गए हैं जिन्हें “जल ही जीवन है” विषय पर एक निबंध में शामिल किया जा सकता है:

  • जल सभी जीवित जीवों के अस्तित्व के लिए आवश्यक एक मूलभूत तत्व है।
  • जल मानव जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि जलयोजन, स्वच्छता और खाद्य उत्पादन के लिए इसकी आवश्यकता होती है।
  • मानव शरीर लगभग 60% पानी से बना है, और यह उचित शारीरिक कार्य के लिए आवश्यक है।
  • पानी फसलों और पशुओं के विकास और रखरखाव के लिए भी आवश्यक है, जो मानव अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  • स्वच्छ और सुरक्षित पानी तक पहुंच एक बुनियादी मानव अधिकार है, फिर भी दुनिया भर में लाखों लोगों तक इसकी पहुंच नहीं है।
  • पानी की कमी एक वैश्विक समस्या है, कई क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक खपत और कुप्रबंधन जैसे कारकों के कारण गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है।
  • औद्योगीकरण और कृषि जैसी मानवीय गतिविधियों के कारण जल प्रदूषण मानव और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा बन गया है।
  • सभी के लिए पानी की उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करने के लिए वर्षा जल संचयन और संरक्षण जैसी सतत जल प्रबंधन प्रथाएं महत्वपूर्ण हैं।
  • अलवणीकरण और जल सुधार जैसे अभिनव समाधानों में पानी की कमी और प्रदूषण के मुद्दों को दूर करने की क्षमता है।
  • व्यक्तियों के रूप में, हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम जल संसाधनों का संरक्षण और सुरक्षा करें और स्थायी जल प्रबंधन प्रथाओं को बढ़ावा दें।

जल ही जीवन है पर 100 शब्दों का निबंध (100 words essay on water is life in hindi)

जल जीवन का सार है, जिसके बिना कोई भी जीव जीवित नहीं रह सकता। यह पृथ्वी पर सबसे कीमती संसाधनों में से एक है, और इसके महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता है। पानी मानव जीवन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह उचित शारीरिक क्रिया, जलयोजन और स्वच्छता के लिए आवश्यक है। यह कृषि, खाद्य उत्पादन और पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है। हालांकि, इसके महत्व के बावजूद, दुनिया भर में लाखों लोगों को स्वच्छ और सुरक्षित पानी तक पहुंच नहीं है, और वैश्विक जल संकट मानव और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा बना हुआ है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम पानी के मूल्य को पहचानें और आने वाली पीढ़ियों के लिए इस बहुमूल्य संसाधन को संरक्षित और संरक्षित करने की दिशा में काम करें।

जल ही जीवन है पर 150 शब्दों का निबंध 150 Words Essay On Water is Life in Hindi

जल जीवन का सार है, और इसके महत्व को कम करना असंभव है। मानव जीवन को बनाए रखने से लेकर पर्यावरण के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने तक, पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक जीव के लिए पानी महत्वपूर्ण है। हमारे शरीर लगभग 60% पानी से बने होते हैं, और पाचन, चयापचय, और तापमान विनियमन सहित उचित शारीरिक कार्य के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, कृषि और खाद्य उत्पादन के लिए पानी आवश्यक है, क्योंकि यह फसल की वृद्धि और पशुधन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। यह पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखने और जैव विविधता के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इसके महत्व के बावजूद, दुनिया भर में लाखों लोगों को स्वच्छ और सुरक्षित पानी तक पहुंच नहीं है, जबकि जल प्रदूषण और कमी मानव और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा बनी हुई है। इन मुद्दों को हल करने के लिए, भविष्य की पीढ़ियों के लिए इस बहुमूल्य संसाधन को संरक्षित और संरक्षित करने के लिए टिकाऊ जल प्रबंधन प्रथाओं को अपनाया जाना चाहिए। व्यक्तियों के रूप में, हम अपनी पानी की खपत को कम करके, कचरे का उचित निपटान करके और जल संसाधनों की रक्षा के उद्देश्य से नीतियों और पहलों का समर्थन करके जल संरक्षण और स्थिरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

Essay On Water is Life in Hindi For Class 6-8

जल ही जीवन है पर 200 शब्दों का निबंध 200 words essay on water is life in hindi.

पानी पृथ्वी पर सभी जीवन का स्रोत है। यह सभी जीवित जीवों के अस्तित्व के लिए आवश्यक एक आवश्यक घटक है। यह मानव जीवन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह उचित शारीरिक क्रिया, जलयोजन और स्वच्छता के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, कृषि और खाद्य उत्पादन के लिए पानी महत्वपूर्ण है, जो फसल के विकास और पशुधन स्वास्थ्य के लिए आधार प्रदान करता है। यह पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखने, जैव विविधता को बढ़ावा देने और पृथ्वी पर जीवन के नाजुक संतुलन का समर्थन करने में भी मदद करता है।

हालांकि, लाखों लोगों के पास स्वच्छ और सुरक्षित पानी तक पहुंच नहीं होने के कारण दुनिया एक गंभीर जल संकट का सामना कर रही है। जल प्रदूषण और कमी मानव और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण खतरे पैदा करते हैं। इन चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए, स्थायी जल प्रबंधन प्रथाओं को अपनाना आवश्यक है जो संरक्षण को बढ़ावा देते हैं और इस महत्वपूर्ण संसाधन की रक्षा करते हैं।

जल संरक्षण और स्थिरता को बढ़ावा देने में व्यक्ति महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यह सरल क्रियाओं के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है जैसे कि पानी की खपत को कम करना, कचरे का उचित निपटान, और जल संसाधनों की रक्षा के उद्देश्य से नीतियों और पहलों का समर्थन करना। सरकारों और संगठनों को भी विलवणीकरण और जल पुनर्ग्रहण जैसे नवीन समाधानों को लागू करके पानी से संबंधित चुनौतियों का समाधान करने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

अंत में, जल पृथ्वी पर जीवन का आधार है, और इसके महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता है। सभी के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पानी की उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए और आने वाली पीढ़ियों के लिए इस कीमती संसाधन की रक्षा के लिए स्थायी जल प्रबंधन प्रथाओं को बढ़ावा देना चाहिए।

जल ही जीवन है पर 250 शब्दों का निबंध 250 Words Essay On Water is Life in Hindi

पानी सबसे आवश्यक प्राकृतिक संसाधन है जो पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखता है। छोटे सूक्ष्मजीवों से लेकर बड़े स्तनधारियों तक, प्रत्येक जीवित जीव के लिए यह आवश्यक है। पानी मानव शरीर के समुचित कार्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमारे शरीर के वजन का 60% से अधिक बनाता है। यह पाचन, चयापचय और तापमान नियमन में एक आवश्यक भूमिका निभाता है। इसके अलावा, पानी स्वच्छता के लिए आवश्यक है, जिससे जलजनित रोगों के प्रसार को रोका जा सके।

पानी कृषि और खाद्य उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह फसल की वृद्धि और पशुओं के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, यह पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखने, जैव विविधता को बढ़ावा देने और पृथ्वी पर जीवन के नाजुक संतुलन को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

दुर्भाग्य से, दुनिया पानी के संकट का सामना कर रही है, लाखों लोगों के पास स्वच्छ और सुरक्षित पानी तक पहुंच नहीं है। जल प्रदूषण और कमी मानव और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण खतरे पैदा करते हैं। इन चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए, स्थायी जल प्रबंधन प्रथाओं को अपनाना आवश्यक है जो संरक्षण को बढ़ावा देते हैं और इस महत्वपूर्ण संसाधन की रक्षा करते हैं।

पानी की खपत को कम करने, कचरे का उचित निपटान, और जल संसाधनों की रक्षा के उद्देश्य से नीतियों और पहलों का समर्थन करने जैसी सरल क्रियाओं को अपनाने से व्यक्ति जल संरक्षण और स्थिरता को बढ़ावा देने पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। सरकारों और संगठनों को भी विलवणीकरण और जल पुनर्ग्रहण जैसे नवीन समाधानों को लागू करके पानी से संबंधित चुनौतियों का समाधान करने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

अंत में, जल पृथ्वी पर जीवन का आधार है, और इसके महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता है। भविष्य की पीढ़ियों के लिए इस बहुमूल्य संसाधन की रक्षा के लिए टिकाऊ जल प्रबंधन प्रथाओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ सभी के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पानी की उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करना आवश्यक है। यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम अपने और ग्रह के लाभ के लिए इस महत्वपूर्ण संसाधन का संरक्षण और सुरक्षा करें।

Essay On Water is Life in Hindi For Class 9-12

जल ही जीवन है पर 300 शब्दों का निबंध 300 words essay on water is life in hindi.

परिचय: जल जीवन का सार है, और यह पृथ्वी पर जीवन के निर्वाह के लिए आवश्यक सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों में से एक है। पानी के बिना, पौधों और जानवरों सहित जीवन के सभी रूपों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। इस निबंध में, हम पानी के महत्व, जीवन को बनाए रखने में इसकी भूमिका और स्वच्छ और सुरक्षित पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने में हमारे सामने आने वाली चुनौतियों का पता लगाएंगे।

मानव जीवन के लिए जल का महत्व मानव शरीर के समुचित कार्य को बनाए रखने के लिए जल आवश्यक है। यह जलयोजन, पाचन, चयापचय और तापमान नियमन के लिए आवश्यक है। संपूर्ण स्वास्थ्य और कल्याण के लिए उचित जलयोजन महत्वपूर्ण है, और पानी के पर्याप्त सेवन की कमी से निर्जलीकरण हो सकता है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

जल स्वच्छता को बढ़ावा देने और जलजनित रोगों को रोकने के लिए भी आवश्यक है। स्वच्छ और सुरक्षित पानी तक पहुंच की कमी से हैजा और टाइफाइड बुखार जैसी जलजनित बीमारियां फैल सकती हैं, जिसके गंभीर स्वास्थ्य परिणाम हो सकते हैं।

कृषि और पारिस्थितिकी तंत्र में पानी का महत्व कृषि और खाद्य उत्पादन के लिए पानी महत्वपूर्ण है। यह फसल के विकास और पशुओं के स्वास्थ्य के लिए आधार प्रदान करता है, और पानी के बिना, फसलों को उगाना और हमारी बढ़ती आबादी को बनाए रखने के लिए आवश्यक जानवरों को पालना असंभव होगा।

पानी पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखने, जैव विविधता को बढ़ावा देने और पृथ्वी पर जीवन के संतुलन को बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है। आर्द्रभूमि, नदियाँ और झीलें विभिन्न प्रकार के पौधों और जानवरों के जीवन का घर हैं और प्राकृतिक पर्यावरण का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

जल संबंधी चुनौतियाँ: जल के अत्यधिक महत्व के बावजूद, विश्व जल संकट का सामना कर रहा है। दुनिया भर में लाखों लोगों को स्वच्छ और सुरक्षित पानी तक पहुंच नहीं है, और दुनिया के कई हिस्सों में पानी की कमी एक बढ़ती हुई चिंता है। इसके अलावा, जल प्रदूषण हानिकारक प्रदूषकों से दूषित कई जल स्रोतों के साथ मानव और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा है।

सतत जल प्रबंधन अभ्यास: इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, स्थायी जल प्रबंधन प्रथाओं को अपनाना आवश्यक है जो संरक्षण को बढ़ावा देते हैं और इस महत्वपूर्ण संसाधन की रक्षा करते हैं। पानी की खपत को कम करने, कचरे का उचित निपटान, और जल संसाधनों की रक्षा के उद्देश्य से नीतियों और पहलों का समर्थन करने जैसी सरल कार्रवाइयाँ महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती हैं। सरकारों और संगठनों को भी विलवणीकरण और जल पुनर्ग्रहण जैसे नवीन समाधानों को लागू करके पानी से संबंधित चुनौतियों का समाधान करने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

निष्कर्ष: निष्कर्ष रूप में, जल पृथ्वी पर जीवन का आधार है, और इसके महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता है। भविष्य की पीढ़ियों के लिए इस बहुमूल्य संसाधन की रक्षा के लिए टिकाऊ जल प्रबंधन प्रथाओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ सभी के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पानी की उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करना आवश्यक है। हमें अपने और इस ग्रह के लाभ के लिए इस महत्वपूर्ण संसाधन के संरक्षण और सुरक्षा के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

जल ही जीवन है पर 500 शब्दों का निबंध 500 Words Essay On Water is Life in Hindi

पानी ग्रह पर सबसे महत्वपूर्ण संसाधनों में से एक है, और यह जीवन के सभी रूपों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह मानव स्वास्थ्य को बनाए रखने, कृषि का समर्थन करने, जैव विविधता को बढ़ावा देने और पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। इस निबंध में, हम पानी के महत्व, जीवन को बनाए रखने में इसकी भूमिका और स्वच्छ और सुरक्षित पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने में हमारे सामने आने वाली चुनौतियों का पता लगाएंगे।

मानव जीवन के लिए जल का महत्व:

मानव शरीर के समुचित कार्य को बनाए रखने के लिए पानी आवश्यक है। यह जलयोजन, पाचन, चयापचय और तापमान नियमन के लिए आवश्यक है। संपूर्ण स्वास्थ्य और कल्याण के लिए उचित जलयोजन महत्वपूर्ण है, और पानी के पर्याप्त सेवन की कमी से निर्जलीकरण हो सकता है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

मानव स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में अपनी भूमिका के अलावा, पानी स्वच्छता और बीमारी की रोकथाम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्वच्छता को बढ़ावा देने, हैजा और टाइफाइड बुखार जैसे जलजनित रोगों के प्रसार को रोकने और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पानी तक पहुंच आवश्यक है।

कृषि और खाद्य उत्पादन में जल की भूमिका:

जल कृषि और खाद्य उत्पादन के लिए आवश्यक है, फसल वृद्धि और पशुधन स्वास्थ्य के लिए आधार प्रदान करता है। पानी के बिना, फसलों को उगाना और हमारी बढ़ती आबादी को बनाए रखने के लिए आवश्यक जानवरों को पालना असंभव होगा।

कृषि वैश्विक मीठे पानी के उपयोग का लगभग 70% हिस्सा है, जो इसे जल संरक्षण और स्थायी प्रबंधन प्रथाओं के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बनाता है। सटीक कृषि और ड्रिप सिंचाई जैसे नवीन समाधान फसल की पैदावार बढ़ाने और पानी की दक्षता में सुधार करते हुए पानी की खपत को कम करने में मदद कर सकते हैं।

पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखने में जल का महत्व:

जल पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखने, जैव विविधता को बढ़ावा देने और पृथ्वी पर जीवन के संतुलन का समर्थन करने के लिए आवश्यक है। आर्द्रभूमि, नदियाँ और झीलें विभिन्न प्रकार के पौधों और जानवरों के जीवन का घर हैं, और वे प्राकृतिक पर्यावरण का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

जल प्रदूषण और आवास विनाश पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण खतरे पैदा करते हैं और पौधों और जानवरों की आबादी पर विनाशकारी प्रभाव डाल सकते हैं। स्थायी जल प्रबंधन प्रथाएं जैसे आर्द्रभूमि की रक्षा और पुनर्स्थापन, जिम्मेदार मछली पकड़ने की प्रथाओं को बढ़ावा देना और संरक्षण उपायों को लागू करना इन महत्वपूर्ण पारिस्थितिक तंत्रों की रक्षा और रखरखाव में मदद कर सकता है।

स्वच्छ और सुरक्षित जल तक पहुंच सुनिश्चित करने में चुनौतियां:

पानी के महत्वपूर्ण महत्व के बावजूद, दुनिया भर में लाखों लोगों को स्वच्छ और सुरक्षित पानी तक पहुंच नहीं है। दुनिया के कई हिस्सों में पानी की कमी एक बढ़ती हुई चिंता है, और पानी की बढ़ती मांग मौजूदा जल संसाधनों पर दबाव डाल रही है। इसके अलावा, जल प्रदूषण हानिकारक प्रदूषकों से दूषित कई जल स्रोतों के साथ मानव और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा है।

इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, टिकाऊ जल प्रबंधन प्रथाओं को अपनाना आवश्यक है जो संरक्षण को बढ़ावा देते हैं और इस महत्वपूर्ण संसाधन की रक्षा करते हैं। सरकारों और संगठनों को अलवणीकरण और जल पुनर्ग्रहण जैसे नवीन समाधानों को लागू करके पानी से संबंधित चुनौतियों का समाधान करने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

पानी की खपत को कम करने, कचरे का उचित निपटान करने और जल संसाधनों की रक्षा के उद्देश्य से नीतियों और पहलों का समर्थन करने जैसी सरल क्रियाओं को अपनाकर भी व्यक्ति महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।

अंत में, जल पृथ्वी पर जीवन का आधार है, और इसके महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता है। भविष्य की पीढ़ियों के लिए इस बहुमूल्य संसाधन की रक्षा के लिए टिकाऊ जल प्रबंधन प्रथाओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ सभी के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पानी की उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करना आवश्यक है। हमें अपने और इस ग्रह के लाभ के लिए इस महत्वपूर्ण संसाधन के संरक्षण और सुरक्षा के लिए मिलकर काम करना चाहिए। स्थायी जल प्रबंधन प्रथाओं को अपनाकर और जिम्मेदार जल उपयोग को बढ़ावा देकर, हम सभी के लिए एक स्वस्थ और संपन्न भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं।

Short Essay On Water is Life in Hindi | 300 Words Essay On Water is Life in Hindi | Essay On Water is Life in Hindi for Class 10 | 500 Words Essay On Water is Life in Hindi

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हम सभी जानते हैं कि जल का हमारे जीवन में क्या महत्व है, अतः आज हम आपको अपने लेख के माध्यम से जल ही जीवन है विषय पर निबंध लेकर प्रस्तुत हुए हैं। आइए जानते हैं, जल ही जीवन है विषय पर निबंध….

जल मनुष्य के लिए बेहद उपयोगी है। जल के बिना जीवन जीने की कामना करना असम्भव है। मात्र सेवन के लिए ही नहीं बल्कि जल जीवन के हर कार्य में विभिन्न प्रकार से उपयोगी है। पृथ्वी पर अधिकांश मात्रा में जल ही पाया जाता है। जिसमें से कुछ खारा है तथा कुछ बर्फीला होता है। ऐसे में पृथ्वी पर मात्र 2 प्रतिशत ही पानी पीने योग्य है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमें जल की बचत करने की आवश्यकता के विषय में बताया जाता है।

जल की आवश्यकता

• हम सभी को विदित है कि जल हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है। जल की अनुपस्थिति में जीव का जीवित रहना असंभव है। • हमारे शरीर में पाए जाने वाला जल भोजन से प्राप्त पोषक तत्व को घोल कर इन्हें शरीर के अंगों तक पहुंचाने का कार्य करता है। • जल संवेदन तथा वाष्पन क्रिया के द्वारा शरीर के ताप को नियंत्रित करता है। • जल हमारे शरीर अपशिष्ट पदार्थों के उत्सर्जन के लिए एक अच्छा माध्यम है। • पानी का अत्यधिक उपयोग पीने में, नहाने में, कपड़े धोने में, साफ सफाई करने में इत्यादि में इस्तेमाल होता है। • जल का उपयोग सामान्यतः औषधि के रूप में किया जाता है।

जल के लाभ/महत्व

• भारत एक कृषि प्रधान देश है, ऐसे में कृषि क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए जल की आवश्यकता सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। कृषि क्षेत्र में वृद्धि बिना पानी के नहीं हो सकती है। • पेड़ पौधों में खनिजों तथा अन्य पोषक तत्व का परिवहन करने के लिए जल उपयोगी है। • पौधों के अंकुरण तथा वृद्धि में भी जल महत्वपूर्ण है। • जल के माध्यम से हम अपनी प्यास बुझाते हैं। • जल के ही जरिए हम नहाते हैं, कपड़े धोते हैं, घर की साफ सफाई करते हैं तथा खाना आदि बनाते हैं। • प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में भी जल की आवश्यकता होती है।

हम यह जान चुके हैं कि जल हमारे लिए किस प्रकार महत्वपूर्ण है इसलिए वर्तमान समय में जल संरक्षण को अहम मुद्दा बनाया जा चुका है। जल के बिना पृथ्वी पर मनुष्य के जीवन की कामना करना व्यर्थ है। इसके साथ ही हम यह जानते हैं कि पृथ्वी पर मात्र 2% जल ही पीने योग्य है। ऐसे में पानी की मात्रा को संरक्षण करना सबका दायित्व बन जाता है। सरकार की ओर से भी जल संरक्षण के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं शुरू की गई। जिनके माध्यम से देश भर में जल संरक्षण के कार्यक्रमों को बढ़ चढ़कर बढ़ावा दिया गया।

पानी हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, इसीलिए जल संरक्षण की हिदायत सबको दी जाती है। हम सब का यह कर्तव्य है कि पानी को बर्बाद ना करें। इसके साथ ही जल के संरक्षण के लिए सभी लोगों को जागरूक करने का प्रयास करें।

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जल का महत्व पर निबंध (Essay on Importance of Water in Hindi)

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जल का महत्व पर निबंध (Importance of Water Essay in Hindi) – जल के बिना जीवन असंभव है। जल के बिना आप जीवित रहने कि कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इंसान खाने के बिना कुछ समय तक जीवित रह सकते हैं। लेकिन पानी के बिना जीवित रहना असंभव है। आज हम आपके लिए जल का महत्त्व पर निबंध (importance of water in hindi essay) लेकर आए हैं। जल पर निबंध (hindi essay on water) के माध्यम से आप जल से क्या लाभ होता है?, पानी को बचाना क्यों जरूरी है?, पानी का उपयोग कैसे करें?, पानी पीने के फायदे, जल के प्रमुख स्रोत क्या है? आदि प्रश्न के उत्तर जान सकेंगे। आइये नीचे जल के महत्व (importance of water in hindi) पर विस्तार से चर्चा करते हैं।

जल का महत्व पर निबंध (Importance of Water Essay in Hindi)

हमने आपके लिए इस आर्टिकल पर सरल भाषा में jal ka mahatva par nibandh पर लिखा है। जिससे आप आसान भाषा में पानी के बारे (about water in hindi) जान सकें। पृथ्वी पर 75 प्रतिशत से ज्यादा पानी है। लेकिन यह पानी पीने योग्य नहीं है। पृथ्वी पर केवल 3 प्रतिशत पानी पीने योग्य है। आज शहर के आलावा गांव में भी पानी सूखता जा रहा हैं। यदि आप मेरे गांव की बात करें तो, आज से 10 साल पहले 50 फुट पर पानी निकल जाता था। लेकिन आज 80 फुट पर भी साफ पानी नहीं मिलता है। आज हर किसी को समझना चाहिए कि जल का महत्व (jal ka mahatva) क्या है?। यदि हम पानी का महत्व (pani ka mahatva) नहीं समझ पाए तो, आने वाले समय में पानी समाप्त हो जायेगा और इसके दोषी केवल हम होंगे।

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“जल है तो हम हैं”

जल हमारे जीवन का एक अमूल्य हिस्सा है, इसके बिना हम दुनिया की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। जैसे जल के बिना नदी सुख जाती है ठीक उसी तरह जल के बिना इंसान अपने महत्वपूर्ण जीविका के साधन से वंचित रह जाता है। इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा की “ जल है तो सब हैं और जल है तो हम हैं“ जल के बिना मनुष्य की क्या दुर्दशा होगी, इसका अंदाजा हम यहीं से लगा सकते हैं इसीलिए हमें चाहिए कि हम जल का कम से कम उपयोग करें और जल बचाव हेतु कदम उठाएं। साथ ही यहां हम जल कितने प्रकार के होते हैं?, जल और प्राकृतिक का मानव के जीवन में क्या महत्व है?, आदि जैसे विषयों के बारे में आगे विस्तार से चर्चा करेंगे। आइये फिर नीचे jal ka mahatva essay in hindi देखते हैं।

जल और प्रकृति का मानव के जीवन में महत्व

जल बिन सूखा पड़ा है खेत -खलिहान  ——— सूखे पड़े हैं धरती आंगन 

जल और प्रकृति के साथ मनुष्य का शुरू से ही गहरा नाता रहा है। प्राकृतिक सौंदर्य की वजह से ही वर्षा होती है और यही वर्षा किसान के खेत – खलियान को पानी देने का भी काम करती हैं। इसलिए कह सकते हैं कि जल और प्राकृतिक के साथ मनुष्य का एक अनमोल रिश्ता है, जिसे एक किसान ही समझ सकता है क्योंकि उसकी फसल जल के कारण ही संभव हो पाती है। पहले के समय में सिंचाई के लिए लोग पूरी तरह से ही वर्षा के पानी पर ही निर्भर रहते थे। उनके पास कोई अन्य साधन की व्यवस्था नहीं होती थी। जैसे – जैसे समय बदला नए तकनीक का विकास हुआ वैसे – वैसे जल और प्राकृतिक सौंदर्य में भी बदलाव आया। लेकिन पानी और मनुष्य का संबंध में कोई बदलाव नहीं हुआ उनकी जरूरत आज भी उतनी ही है जितनी पहले हुआ करती थी बस जरूरत है उन्हें सहेज के रखने की। 

पानी पीने के फायदे

पानी हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है, जल के बिना हम जिंदा रहने के बारे में सोच भी नहीं सकते है। पानी हमें एक नई ऊर्जा देता है जिसके कारण हमारा शरीर काफी तेज गति से काम करने के लिए हमेशा तैयार रहता है। जिस तरह से भोजन हमारे के लिए आवश्यक है ठीक उसी तरह पानी भी हमारे लिए आवश्यक है। पानी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण तत्व है।

जून के महीने में आपको धूप में चलते हुए अचानक प्यास लगी हुई हो और आपको पानी ना मिले तब आपको महसूस होगा कि हमारे शरीर को पानी की उस वक्त कितनी जरूरत है और तब हम मन ही मन में बस ये सोच रहे होंगे कि कहीं ना कहीं से पीने के लिए पानी मिल जाए। यही कारण है कि हमारे शरीर के लिए पानी बहुत आवश्यक के साथ-साथ लाभदायक भी है।

पानी न पीने के नुकसान

अगर हम पानी न पिए तो हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाएगी, इसके कारण हमारा शरीर काम करना बंद कर देगा, हमें ऐसा लगेगा जैसे हम काफी कमजोर हो गए हैं और हमारा किसी भी काम करने में मन नहीं लगेगा, अगर हम एक दिन पानी न पिए तो, हमारा गला सूख जायेगा। हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाएगी। जिससे हमें चक्कर भी आ सकते हैं। हर इंसान को एक दिन में कम से कम 4 लीटर पानी पीना चाहिए।

जल ही जीवन है

जैसा कि हम ऊपर चर्चा कर चुके हैं कि जल के बिना हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं है, जल हमारे जीवन का एक अमूल्य हिस्सा है यही कारण है कि जल और संसार के साथ जुड़ा हुआ मनुष्य को चाहिए कि वह प्रकृति, जल आदि को बहुत सहेज कर चले अन्यथा हमें उसका बुरा परिणाम भी झेलने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। आपने आते – जाते सड़कों पर, गलियों में, जल ही जीवन है का पोस्टर लगा हुआ जरूर ही देखा होगा या किसी दीवाल पर रंगीन चित्रों के माध्यम से बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ आपको दिख जाएगा जल ही जीवन है। यह इसलिए लिखा जाता है ताकि मनुष्य जल के प्रति सजग हो सके और उन्हें बिना मतलब के बर्बाद ना करें अर्थात उन्हें जितने की आवश्यकता हो उतना ही उपयोग में लाएं।

अगर आपके घर में एक दिन पानी ना आएं तो आप महसूस कर पाएंगे कि पानी के बिना आपका सारा काम ही रुक गया है उस समय आपके पास पीने के लिए भी पानी ना हो ऐसे में आप खुद को असहज महसूस करेंगे। 

अगर यही स्थिति पूरे देश में उत्पन्न हो जाए तो हम पाएंगे कि एक बड़ा हिस्सा जल से वंचित रह जाएगा ।

जल के प्रकार

जल को हम तीन भागों में बाट सकते है 1) द्रव 2) ठोस 3) वाष्प

लेकिन बाद में  ये जल का ही रूप ले लेते हैं पिघल कर । इसलिए यहां ये कहना सही होगा कि जल मुख्यता : जल ही होता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसे हम तीन भागों में बांटकर इसका नाम अलग – अलग रख तो दिए हैं इसका जो मूल रूप है वो पानी ही है।

पानी के स्रोत

जल को कई जगह इकट्ठा कर सकते हैं और जल को कई जगह से ले भी जा सकते हैं जैसे कुआं, नदी, नहर, तालाब, जलाशय, कुंड, आदि जगह पर हम वर्षा के पानी को इकट्ठा करके बाद में भी इसका प्रयोग कर सकते हैं। 

वर्षा – वर्ष पानी का सबसे बड़ा स्त्रोत है। वर्षा से हमारी धरती के नीचे पानी जाता है। जिससे हमें पानी आसानी से मिल जाता है। आज वर्षा का पानी इकट्ठा करके बड़े-बड़े पानी के स्त्रोत बनाएं जा रहे हैं।

कुआं – पानी का सबसे अच्छा स्रोत माने जाने वाला कुआं है यहां बारिश का पानी भी इकट्ठा हो जाता है और ये पीने योग्य भी बना रहता है हमेशा ।

तालाब – तालाब में अक्सर बारिश का पानी ही इकट्ठा किया जाता है ताकि उसे खेत की सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा सके या कमल जैसे फूल को उगाने में इसका प्रयोग किया जाता है सबसे ज्यादा।

हमारे जीवन में पानी की विशेषता

पानी हमारे रोजमर्रा की जिंदगी के लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। सफाई से लेकर खाना बनाने तक, कपड़े से लेकर, बर्तन साफ करने तक, नहाने से लेकर कार की धुलाई तक आदि जैसे चीजों के लिए हम आज पूरी तरह से पानी पर ही निर्भर है। यही कारण है कि हम दिन से लेकर रात तक हम खुद को पानी से चारों तरफ गिरा हुआ ही पाते हैं।

घर हो या बाहर हर जगह हमें पानी की आवश्यकता होती ही है और इसी को पूरा करने के लिए नए-नए तरह के तकनीक का उपयोग किया जा रहा है ताकि हमें कभी पानी की कमी महसूस न हो और हर जगह हमें पानी उपलब्ध मात्रा में मिल सके। 

हमारे जीवन में पानी की जरूरत को देखते हुए शहरों में हर जगह पानी के कनेक्शन की व्यवस्था की गई है ताकि हम उचित साधन के साथ पानी की व्यवस्था का लाभ उठा सकें।

स्वच्छ जल का महत्व

स्वच्छ जल हमारे देश के लिए आज एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुका है। यही कारण है कि नल की जगह आज सभी अपने घरों में पीने के लिए फिल्टर या आरो का इस्तेमाल करने लगे हैं। स्वच्छ जल हमारे लिए बहुत उपयोगी है और स्वच्छ जल आज के युवाओं की पहली मांग बन चुकी है। जिसको देखते हुए बाजार में नए-नए तरह के उत्पाद और तकनीक को उतारा जा रहा है जिससे युवा वर्ग बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। उन्हें लगता है कि इन तकनीकों की विकास की वजह से हमें सस्ते में स्वच्छ जल उपलब्ध हो जाएगा।

पीने के पानी के लिए फिल्टर का यूज़ 

लोगों का मानना है कि स्वच्छ जल हमारे और हमारे शरीर के लिए लिए बहुत उपयोगी है। यही कारण है कि लगातार अब फिल्टर और आरो की मांग बढ़ रही है अब लोग नल और कुएं का पानी पीने से भी डरते हैं। कहीं उन्हें किसी तरह की बीमारी ना हो जाए उन्हें लगता है कि स्वच्छ जल हमें केवल फिल्टर या आरो ही दे सकता है। लेकिन जल की शुद्धता आरो है यह कहना गलत है। अगर पहले की बात करें तो, हमारे पास कुएं और नल स्वच्छ जल के रूप में उपलब्ध थे लेकिन आज उनकी भी क्वालिटी में कहीं ना कहीं बदलाव आ गया है जिसके चलते पानी की शुद्धता पर सवाल खड़ा होने लगे हैं।

हमें जल का महत्व समझना बहुत जरुरी है। अगर हम जल का महत्व नहीं समझ पाए, तो आने वाले समय में पानी से करोड़ों लोग वंचित हो जायेंगे। पृथ्वी पर पीने योग्य पानी तेजी से कम हो रहा हैं। आज से ही हमें पानी पर विशेष रूप से ध्यान देना शुरू करना होगा। तभी आने वाले समय में हम पानी को बचा सकेंगे। हमें अपने पुरे दिन में कम से कम पानी का इस्तेमाल करना चाहिए।

जल का महत्व पर 10 लाइनें

1 . जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन असंभव है।

2. पृथ्वी पर 75 प्रतिशत पानी है, लेकिन पीने योग्य पानी केवल 3 प्रतिशत है।

3. पानी इंसान के लिए नहीं, बल्कि जानवरों, पक्षी, पेड़-पौधों सभी के लिए आवश्यक है।

4. जल के बिना हम कोई भी काम नहीं कर सकते हैं।

5. इंसान खाने के बिना कुछ समय तक जिंदा रह सकते हैं, लेकिन जल के बिना नहीं।

6. जल का सबसे बड़ा स्त्रोत झील और वर्षा है।

7. भारत की ब्रह्मपुत्र नदी में सबसे अधिक पानी है।

8. मानव के शरीर में लगभग 60 प्रतिशत पानी होता है। वही मस्तिष्क में 85, रक्त में 79 और फेफड़ों में लगभग 80 प्रतिशत जल होता है।

9. जल तीन प्रकार के होते हैं :-  द्रव, ठोस (बर्फ), और हवा में (अदृश्य) वाष्प। 

10. “ जल है तो सब हैं और जल है तो हम हैं“

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जल ही जीवन है पर निबंध Essay on Water is Life in Hindi

जल ही जीवन है पर निबंध Essay on Water is Life in Hindi

इस अनुच्छेद मे हमने जल ही जीवन है पर निबंध हिन्दी मे Essay on Water is Life in Hindi लिखा है। इसमे हमने प्रस्तावना, जल का महत्व, पानी बचाने के उपायों पर पूर्ण जानकारी दिया है। यह निबंध स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए 1000 शब्दों मे लिखा गया है।

Table of Content

प्रस्तावना (जल ही जीवन है पर निबंध Essay on Water is Life in Hindi)

जल ही जीवन है, जल से ही जीवन है, या यूं भी कह सकते हैं कि जल में ही जीवन है। ऐसा कहने का तात्पर्य ?? पानी के अनेकों नाम है, हम कई नामों से पानी को पुकारते हैं – जल, वारी, नीर, अंबु, सलिल। पानी सभी जीव जंतुओं के जीवित रहने के लिए आवश्यक है, पानी के बगैर इस पृथ्वी पर किसी भी प्राणी का जी पाना संभव नहीं है।

पढ़ें: जल है तो कल है पर निबंध

पानी इतना ज़रूरी क्यों? Why Water is important?

वैसे कहें तो हमारी पृथ्वी का 70% भाग ही पानी है परंतु पीने लायक स्वच्छ पानी केवल 2% के भाग में ही है। पीने का पानी हमें अलग-अलग जगहों से प्राप्त होता है, जैसे नदियां, तालाब, वर्षा का पानी , भूमिगत पानी परंतु इन सभी जल स्त्रोतों में दिन-ब-दिन कमी आती जा रही है जो कि अपने आप में चिंता की बात है।  पानी हमारे जीवन का अभिन्न अंग है, अत्यंत महत्वपूर्ण है हमारे लिए।

यहां तक कि मानव शरीर का 70% भाग भी जल से ही बना है अर्थात जल के बिना जीवन की कल्पना करना भी संभव नहीं है, क्योंकि मनुष्य भोजन के बिना तो काफी अवधि तक रह सकता है परंतु बिना पानी के मानव शरीर जीवित नहीं रह सकता है और अगर पूरा 1 सप्ताह पानी ना मिले तो मृत्यु भी संभव है।

हम यह बात बहुत अच्छे से जानते हैं कि हमारी पृथ्वी पर जितनी भी संसाधन है, वे सभी सीमित मात्रा में ही है तो इस बात से हमें यह समझना चाहिए कि हमें इन संसाधनों को बहुत ध्यानपूर्वक और कुशलता के साथ उपयोग करना है वरना इन संसाधनों की कमी के कारण हाहाकार मचने में देर नहीं लगेगी और खासतौर पर पानी को तो बहुत ध्यान से इस्तेमाल करना चाहिए।

बिना पानी के तो हम अपना 1 दिन भी नहीं गुजार सकते हैं। हमारे रोजमर्रा के अनेकों कामों में पानी इस्तेमाल होता है, जैसे – पीने के लिए, खाना बनाने के लिए, कपड़े धोने के लिए, खेतों की सिंचाई के लिए, नहाने के लिए आदि। पानी तो हमारे जीवन के लिए अत्यंत लाभकारी है, यह वह अमृत है जिसके बिना हम अपना जीवन काट नहीं सकते हैं परंतु हम इसका मूल्य समझते ही नहीं है और इसका दुरुपयोग करते हैं।

इसी प्रकार सब कुछ चलता रहा तो आगे आने वाले वर्षों में पानी की भारी समस्या खड़ी हो सकती है हमारी आगे की पीढ़ियों को जल नहीं मिलेगा और हम यह अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं कि परिस्थितियां कितनी खतरनाक हो सकती है।

मनुष्य के इतने कर्मों द्वारा प्रदूषण पैदा होता है और उसी प्रदूषण द्वारा भी पानी के स्रोत भी प्रदूषित होते हैं, वह कैसे ?? जितनी भी फैक्ट्रियां हैं, उन सब का मलबा और कूड़ा हमारी नदियों और तालाबों में बहा दिया जाता है जिसकी वजह से आज हमारे लगभग सभी जल के स्रोत मिलावटी हो चुके हैं और इसी कारण से बीमारियां भी फैलती है।

पानी मनुष्य के लिए तो अत्यंत महत्वपूर्ण है ही, साथ ही साथ हमारी पृथ्वी की सेहत के लिए भी बहुत जरूरी है। हमारी पृथ्वी को हरा भरा और स्वस्थ रखना पानी की ही जिम्मेदारी है, सोचिए अगर पानी नहीं होगा तो पृथ्वी का विनाश होने में देर नहीं लगेगी और जीवन भी लुप्त हो जाएगा, खेत खलिहान सूख जाएंगे , जंगलों में जीवन खत्म हो जाएगा, बारिश होना बंद हो जाएगी और आगे तो आप कल्पना कर ही सकते हैं कि क्या होगा; अर्थात हमें आज की परिस्थितियां देखकर सचेत हो जाना चाहिए।

यहां तक कहा जाता है कि तीसरा विश्वयुद्ध पानी की किल्लत की वजह से ही लड़ा जाएगा, अब आप ही सोचिए कि पानी की कमी के कारण यह नौबत भी आ सकती है इसलिए हमें इस मूल्यवान संसाधन का ध्यान पूर्वक उपयोग करना चाहिए।

जल बचाने के लिए क्या करें? How to Save water?

हमें अनावश्यक रूप से जल का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।  बारिश के पानी को संग्रहित करना होगा, जब भी जितनी भी मात्रा में बारिश हो उसका पानी इकट्ठा करने और फिर उसी पानी से अपने रोजमर्रा के काम करें।

भारत के उन क्षेत्रों में जहां बारिश बहुत तादाद में होती है वहां यह कार्य बहुत प्रचलित है, इस प्रकार पानी की बचत भी होगी और हमारे काम भी हो जाएंगे। यही चीज अगर पूरे भारत में प्रचलन में आ जाए, तो काफी मुश्किलें हल हो सकती है।

हमें अपनी अनावश्यक आदतों को सीमित करना होगा जिसमें हम पानी की बर्बादी करते हैं।  ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने होंगे क्योंकि जितनी ज्यादा हरियाली पृथ्वी पर रहेगी उतनी ही बारिश होगी तथा भूमिगत जल का भंडारण कभी कम नहीं होगा। 

एक ही पानी को बार-बार अलग प्रकार से इस्तेमाल करने से भी मुश्किलें हल हो सकती है, जैसे जिस पानी से बर्तन धोए हैं वही पानी बाद में घर के बगीचे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

निष्कर्ष Conclusion

यही सब कुछ विशेष बिंदु है जिनका हमें पालन करना होगा और इन्हें अपने जीवन में अपनाना होगा वरना बहुत परेशानियां खड़ी हो सकती है। ऐसा ना हो कि आगे चलकर भविष्य में हमें पानी भी करोड़ों के भाव में खरीदना पड़े और हम पानी की एक-एक बूंद को तरस जाएं।

ऐसी त्रासदी मचने में देर नहीं लगेगी, अगर हम अब भी नहीं जागे अर्थात सभी को मिलकर एक साथ कदम उठाने होंगे ताकि इस मूल्यवान संसाधन एवं जीवन देने वाले अमृत को हम संग्रहित कर पाए, और इसका ठीक प्रकार से उपयोग कर पाए। इस प्रकार हम और हमारे साथ साथ पृथ्वी के सभी जीव जंतु भी जीवित एवं स्वस्थ रह पाएंगे।

आशा करते हैं आपको जल ही जीवन है पर निबंध Essay on Water is Life in Hindi अच्छा लगा होगा। अपने सुझाव कमेन्ट के माध्यम से भेजें।

7 thoughts on “जल ही जीवन है पर निबंध Essay on Water is Life in Hindi”

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HINDI ESSAYS & TOPICS

Essay on Water in Hindi – जल का महत्व पर निबंध

December 14, 2017 by essaykiduniya

Here you will get Paragraph, Short Essay on Water in Hindi Language, Pani ka Mahatva Essay in Hindi Language for students of all Classes in 100, 200, 300, 400 & 500 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में जल का महत्व पर निबंध मिलेगा।

Essay on Water in Hindi Language

5 Lines on Water in Hindi 

1. जल मनुष्य, पशु पक्षी और पेड़ पौधो की जरूरत है इसी की वजह से है हरियाली है और देश भी इतना खुबसूरत है।

2. जल से ही आज है और जल से ही है कल कभी भी मत छोड़ो तुम बेमतलब का बहता नल।

3. जल को दुषित मत करो इसके अभाव में होने वाले दुष्परिणामों से डरो।

4. जल को कहते है नीर और पानी इसे बर्बाद करके मत करो नादानी।

5. अगर आज जल को नहीं बचाओगे, कभी जल भी नहीं पाओगे तो बिना जल के जीवन कहाँ से लाओगे।

Short Essay on Water in Hindi – जल का महत्व पर निबंध (200 words)

जल प्रकृति का इंसान को दिया हुआ सबसे अनमोल उपहार है। हम इसका प्रयोग अपनी दिनचर्या में करते हैं। हमारी पृथ्वी चारों तरफ से पानी से घिरी हुई है। लेकिन धरती पर स्वच्छ पानी सिर्फ 3 प्रतिशत है जिसमें से अधिकांश पहाड़ो पर बर्फ के रूप में जमा हुआ है। हमें जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता है। हम रोज कपड़े धोने, बर्तन धोने, नहाने, खाना बनाने और अन्य बहुत सारे क्रियाकलापों में पानी का प्रयोग करते हैं। पानी हाईड्रोजन और ऑक्सीजन से मिलकर बनता है और यह मनुष्य से लेकर पशु पक्षी और पौधों के लिए भी बहुत जरूरी हैं।

जल के बिना तो हम भोजन प्राप्त भी नहीं कर सकते क्योंकि अगर बारिश नहीं होगी तो फसलें भी नहीं होगी। पानी की वजह से ही किसी भी ग्रह पर जीवन संभव है। लेकिन बहुत सो लोग पानी के महत्व को नहीं समझते हैं। वह इसका इस्तमाल बिना सोचे समझे करते हैं और पानी को बर्बाद करते हैं। हमारे पास पहले ही स्वच्छ जल का अभाव है और जो है हम उसे भी दुषित करते जा रहे हैं। हमें चाहिए कि हम बहुपयोगी जल को गंदा न करे और उसे सरंक्षित भी करे।

Essay on Water in Hindi Language – जल का महत्व पर निबंध ( 300 words )

जल जीवित रहने के लिए अत्यंत आवश्यक है। जल के बिना धरती पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। पृथ्वी भी एकमात्र ऐसा ग्रह है जिसपर जीवन संभव है क्योंकि यहाँ पर पानी की व्यवस्था है। हम प्रतिदिन विभिन्न क्रियकलापों जैसे नहाने, कपड़े धोने, बर्तन धोने आदि के लिए पानी का उपयोग करते है। पानी मनुष्य के साथ साथ पशु और पौधों के लिए भी जरूरी है। पानी से ही पौधों का विकास होता है। हमारी पृथ्वी का 70 प्रतिशत भाग जल है लेकिन उसमें से ताजा और पीने लायक पानी केवल 0.98 प्रतिशत है।

यदि हम पानी को इसी प्रकार बर्बाद करते रहे तो एक समय ऐसा आऐगा कि हमें पीने के लिए भी पानी नहीं मिलेगा। वर्तमान में भी बहुत से शहर ऐसे है जहाँ पर पानी का अभाव है। पानी के बिना पेड़ और वनस्पति भी नहीं होंगे इसलिए हमें पानी को बचाने की आवश्यकता है। हमें पानी को बर्बाद होने से भी बचाना है और साथ ही प्रदुषण मुक्त भी बनाना होगा। हमें पानी का सीमित मात्रा में प्रयोग करना चाहिए और चलते हुए नलों को बंद करना चाहिए। हमें वर्षा के पानी को भी संचय करना चाहिए और पानी को स्वच्छ करने का कर्तव्य करना चाहिए। नदियों में पूजा पाठ के नाम पर राख आदि को नहीं बहाना चाहिए। उद्योगों को नदियों से दूर लगाना चाहिए।

यदि हम पानी को इसी तरह बरबाद करते रहेंगे तो आने वाले समय में पानी के अभाव में ही तीसरा विश्व युद्ध होगा और बिना पानी के धरती पर भी जीवन समाप्त हो जाऐगा। पानी को बचाना कोई पारिवारिक या सामाजिक मुद्दा नहीं है बल्कि यह एक वैश्विक मुद्दा है और पूरे विश्व को मिलकर ही पानी को बचाना होगा। बच्चों को पानी की अहमियत को समझना चाहिए और पानी को बर्बाद करने की बजाय बचाना चाहिए।

Essay on Water in Hindi Language – जल का महत्व पर निबंध (400 words)

यह सच है कि दुनिया में जमीन की तुलना में अधिक पानी है। लेकिन इनमें से अधिकांश समुद्र के पानी के रूप में है, जो मानव उपभोग के लिए अयोग्य है, क्योंकि मनुष्य को जीवित रहने के लिए मीठे पानी की आवश्यकता होती है। यह प्यारा भक्षक प्रकृति द्वारा वर्षा, नदी और जमीन या अच्छी तरह से पानी के रूप में प्रदान किया जाता है। भारत एक ऐसा देश है जिसमें बड़ी मीठी जल संसाधन है। बढ़ती आबादी और उचित मेटर मैन-एजमेंट की कमी के कारण, यह पानी बहुत दुर्लभ हो गया है। इसलिए देश में लगभग कहीं भी पेयजल की तीव्र कमी है। यह पानी की आपूर्ति में लगातार कटौती, विशेषकर शहरी क्षेत्रों में देखा जा सकता है। यह वास्तव में हमारे घर में पिछले रविवार को हुआ था।

पानी की बर्बादी के बारे में कोई सोचा नहीं है, जो अक्सर दोषपूर्ण पानी के नल, या हमारे घरों में पानी के लापरवाह संचालन के कारण होता है, हमारे दिमाग को उत्तेजित करता है हम अपने पहाड़ क्षेत्रों में पेड़ों को कम करने या औद्योगिक और घरेलू अपशिष्ट जल से निकलने वाली हमारी नदियों के प्रदूषण से पानी की आपूर्ति से जुड़े नहीं हैं। अगर केवल हम इन कारकों पर अधिक ध्यान दे सकते हैं, तो हम पानी की आपूर्ति में कटौती से बचने में सक्षम होंगे।

Essay on Uses of Water in Hindi Language ( 500 words )

जल हमारा जीवन है क्योंकि इसके बिना मनुष्य, वनस्पति और पशुओं का कोई भी अस्तित्व नहीं है। पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ पर पानी पाया जाता है और उसी वजह से यहाँ पर जीवन संभव है। बिना पानी के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। हमारी पृथ्वी का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है जिसमें से स्वच्छ जल केवल 0.97 प्रतिशत ही है। पानी सो ही जीवन का आधार है।

जल का प्रयोग-

हम प्रतिदिन विभिन्न क्रियकलापों के लिए पानी का प्रयोग करते हैं।

1. पीने के लिए स्वच्छ जल- हर व्यक्ति प्रतिदिन 2 लीटर पानी पीता है जिससे उसकी प्यास बुझती है और शरीर को भी सही तरह से कार्य करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। 2. स्वच्छता के लिए जल- हम प्रतिदिन स्नान करने, अपने शरीर की सफाई करने और घरों की सफाई करने के लिए पानी का प्रयोग करते है। 3. कपड़े धोने के लिए- हमें अपने कपड़ो को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने के लिए पानी का ही प्रयोग करना पड़ता है। 4. वनस्पति के लिए-  वनस्पति को उगने के लिए और पेड़ पौधों के विकास के लिए भी पानी की ही आवश्यकता होती है। 5. मनोरंजन के लिए- पानी का प्रयोग मनोरंजन के लिए भी किया जाता है। ज्यादातर लोग छुट्टियों में नौका विहार, रिवर राफ्टिंग आदि गतिविधियों में भाग लेते है। 6. नलिकाओं के लिए- गलियों और नालियों मों से कूड़ा करकट बहाने के लिए भी पानी का ही प्रयोग किया जाता है। 7. बिजली के लिए- बड़ी बड़ी नदियों पर बाँध बनाकर पानी का प्रयोग बिजली उत्पन्न करने के लिए भी किया जाता है। 8. भोजन के लिए- भोजन को बनाने के लिए पानी की आवश्यकता होती है और पानी से बहुत से स्वादिष्ट पेय पदार्थ भी बनाए जाते है। 9. सौंदर्य के लिए-  पानी सही मात्रा में पीने से सौंदर्य को भी बढ़ाया जा सकता है। इसे झुरियाँ खत्म होती है और मोटापा भी कम होता है। 10. आग बुझाने के लिए- जब कभी भी कहीं पर भी आग लगती है तो उस पर पानी डालकर ही काबू पाया जाता है। 11. जमीन के लिए- जल जलक्रीय करता है जिसमें यह भाप बनकर उड़ जाता है और बादल बनकर बरसता है। वह वर्षा जमीन की उपजाऊ शक्ति को बनाए रखती है। 12. मछली पालन- मछलियाँ बिना जल के जीवित नहीं रह सकती है इसलिए उनके पालन के लिए पानी की आवश्यकता होती है और मछली पालन बहुत से लोगों का रोजगार है। 13. उद्योग-  उद्योगों में भी विभिन्न तरह के क्रियकलापों के लिए जल की आवश्यकता होती 14. यातायात-  जहाजों के द्वारा यातायात और सामान भेजने के लिए पानी का ही उपयोग किया जाता है।

हम अपनी दैनिक दिनचर्या में बहुत से कार्यों के लिए पानी पर निर्भर है और पानी के बिना हमारा जीवन असंभव है। हम सबको पानी का सही तरीके से सीमित मात्रा में प्रयोग करना चाहिए क्योंकि जल है तो कल है। हमें जल का दुरूपयोग नहीं करना चाहिए और इसे बर्बाद होने से बचाना चाहिए।

हम आशा करेंगे कि आपको यह निबंध ( Essay on Water in Hindi – जल का महत्व पर निबंध ) पसंद आएगा।

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Gurukul99

जल ही जीवन है पर निबंध | Essay On Water is life in hindi

जल का महत्व.

प्राचीन भारतीय ग्रंथों में जल को वह मौलिक पदार्थ माना गया है जिससे ब्रह्मांड की उत्पत्ति हुई है। जल प्रकृति के पाँच मूल तत्वों में सर्वोच्च स्थान रखता है, जिन्हें पंचमहाभूत कहा जाता है। वेदों द्वारा जल को दिव्य माना गया है। साथ ही जल को शान्ति, सुख, धन, लंबी आयु तथा स्वास्थ्य प्रदान करने वाला माना गया है। विश्व की सभी पौराणिक सभ्यताएँ जल के स्त्रोतों के निकट ही प्रारंभ हुई थीं क्योंकि जीवन व्यापन के लिए पानी अत्यंत आवश्यक है, इसके अभाव में ना तो मनुष्य, ना ही कोई और जीव जीवित रह सकता है।जल के बिना कभी जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। आधुनिक काल में बढ़ते उद्योग तथा उनके कारखानों में उपयोग किए जाने वाले पानी की मात्रा दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जाता रही है अर्थात सभी उद्योग किसी ना किसी तरीके से पानी पर ही आधारित है। जल के बिना कृषि जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। जल बिना अन्न की उत्पत्ति नहीं हो सकती, यहाँ तक कि प्रकृति का अस्तित्व ही नहीं हो सकता।

आज के युग में पेयजल के बढ़ते अभाव का कारण

बाल्यावस्था से हम यह पढ़ते और सुनते आए हैं कि पृथ्वी का 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा जल से ढँका है। परंतु फिर भी आज जीवों को पेय जल की कमी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण पर निबंध

ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि पिछले कुछ दशकों में मनुष्यों ने पेयजल के बहुत से स्त्रोतों को प्रदूषित कर दिया है। साथ ही मानवीय जीवन को तथाकथित असान बनाने वाली प्रक्रियाओं ने प्राकृतिक तत्वों को इस प्रकार हानि पहुँचाई है जिसके कारण वर्षा की स्थितियों में भारी परिवर्तन आ गया है। वर्तमान जल संकट के कई कारण हैं, जो वनस्पतियों की पैदावार से लेकर जीवों के स्वास्थ्य तक सभी क्षेत्रों को प्रभावित करते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारणों का वर्णन यहाँ किया गया है: 

1. जलवायु परिवर्तन- अप्रत्याशित रूप से, जलवायु परिवर्तन वैश्विक जल संकट के पीछे मुख्य कारणों में से एक है। जलवायु परिवर्तन के प्रमुख कारणों में से एक, वनों की कटाई है जो आस-पास की भूमि पर नकारत्मक प्रभाव डालती है। इससे मिट्टी की गुणवत्ता की क्षति होती है। वहीं दूसरी ओर, समुद्र का बढ़ता स्तर मीठे पानी के स्रोतों को खारा कर रहा है, जिसका सीधा अर्थ है कि वे अब ग्रहण करने योग्य नहीं हैं।

2. यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के अनुसार 2001 और 2018 के बीच सभी प्राकृतिक आपदाओं में से लगभग 75% पानी से संबंधित थीं। इसमें सूखा पड़ना और बाढ़ आना भी शामिल है जो स्वच्छ जल स्रोतों को नष्ट या दूषित कर देते हैं। यह न केवल लोगों को स्वच्छ पेयजल से वंचित करता है, बल्कि डायरिया जैसी जलजनित बीमारियों के खतरे को भी बढ़ावा देता है। जलवायु परिवर्तन के कारण आने वाले वर्षों में ऐसी घटनाओं की आवृत्ति बढ़ने का अनुमान है।

3. दूषित पानी की वैश्विक जल संकट में बहुत बड़ी भूमिका है। ऐसे में कारखानों से निकलने वाले दूषित जल की मात्रा में भी वृद्धि हो रही है। परंतु इस दूषित पानी को दोबारा नदी-नालों में प्रवाहित करने से पूर्व पानी को साफ़ करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली तकनीक का हर जगह उपयोग नहीं किया जाता। जिसके कारण नदियों, नालों, तालाबों, यहाँ तक कि समुद्र के जल की शुद्धता का स्तर गिरता ही जाता रहा है।

पीने वाले पानी का सुरक्षित होना अतिआवश्यक है। रसायन व अन्य दूषक पदार्थ जो जीव-जंतुओं के लिए विषाक्त साबित हो सकते हैं जब पानी के ज़रिए मनुष्य के शरीर में जाते हैं तो हैजा, पेचिश, टाइफाइड और पोलियो सहित दुनिया की कई गंभीर बीमारियों का प्रमुख कारण बनते हैं।

जल संबंधी संकटों से बचने के उपाय

पूरे विश्व को जल के अभाव से मुक्त करने के लिए मनुष्य जाति को जल्द ही कुछ ठोस कदम उठाने होंगे, जिससे प्रकृति को और हानि ना पहुँचे। निम्नलिखित कुछ उपायों को उपयोग में लाया जा सकता है:

1. सतत जल प्रबंधन- जल प्रबंधन संरचना में सुधार सरकारों तथा निजी कंपनियों की प्राथमिकता होनी चाहिए। सौर्य डिसेलिनेशन तथा बेहतर सिंचाई प्रणाली जल शुद्धता नियंत्रित करने के लिए प्रौद्योगिकी के बेहतरीन उदाहरण हैं। यह स्पष्ट रुप से कृषि क्षेत्र पर और अधिक लागू होता है जो वर्तमान में पानी का सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक है।

2. वर्षा जल संचयन एवं दूषित जल की रीसाइक्लिंग भी भूजल और अन्य प्राकृतिक जल निकायों में जल की कमी तथा तनाव को नियंत्रित करते हैं। भूजल पुनर्भरण, जो पानी को धरती की सतह से भूजल में जाने की अनुमति दे कर भूजल वृद्धि का कारण बनता है, पानी की कमी को रोकने के लिए एक प्रसिद्ध प्रक्रिया है।

3. प्रदूषण नियंत्रण एवं सीवेज ट्रीटमेंट- उचित स्वच्छता स्तर के बिना, पानी बीमारियों का कारण बनता है तथा ग्रहण करने के योग्य नहीं रह जाता। अतः प्रदूषण पर ध्यान देना, पानी की गुणवत्ता को मापना और उसकी निगरानी करना ज़रूरी है। इसके अलावा, विशिष्ट क्षेत्रों में सीवेज सिस्टम में सुधार पानी की कमी को और संगीन होने से रोकने का एक और तरीका है।

इस उल्लेख में हमने जल के महत्व, आज के युग में बढ़ते जल संबंधित संकट एवं उन संकटों से राहत के कुछ उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त की। जल संरक्षण के लक्ष्य तक ही हासिल किया जा सकता है जब हर व्यक्ति इसके हेतु अपना योगदान दे। अगर हमने अब भी इस विषय को गंभीरता से नहीं लिया तो जल्द ही पृथ्वी ओर पीने लायक जल विलुप्त हो जाएगा और उसके साथ ही सभी जीव-जंतु, पेड़ वनस्पतियाँ, एवं संपूर्ण प्रकृति का नाश हो जाएगा।

यहां भी पढ़ें:

Nibandh – Essay’s in Hindi For [Class 4, 5, 6, 7, 8]

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जल बचाओ जीवन बचाओ पर निबंध (Save Water Save Life Essay in Hindi)

पृथ्वी पर जीवन के लिए जल का होना बहुत ही आवश्य है क्योंकि जल भी वायु के तरह ही मानव जीवन के लिए बहुत ही जरूरी है। सभी जीवित जीव फिर चाहे वह मनुष्य हो या फिर दूसरे जीव-जन्तु हो या पेड़ पौधे सभी अपने जीवन के लिए ताजे पानी पर निर्भर करते हैं। इसी जल बचाओ पृथ्वी बचाओ विषय पर हमने आप के लिए छह निबंध तैयार किये हैं, जोकि आपके काफी काम आयेंगे। इसके साथ ही इन निंबधों में जल संरक्षण के तरीकों और आवश्यकता के विषय में भी बताया गया है। इन निबंधों को तैयार करते वक्त इसमें हमें जल सरक्षण की आवश्यकता क्यों है? तथा जल संरक्षण के लिए चलाये जाने वाले अभियान, जल संरक्षण का महत्व जैसे विषयों को ध्यान में रखा है।

जल बचाओ जीवन बचाओ पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on Save Water Save Life in Hindi, Jal Bachao Jivan Bachao par Nibandh Hindi mein)

आप अपनी आवश्यकता अनुसार जल बचाओ जीवन बचाओ विषय पर दिये गये इन निबंधो का उपयोग कर सकते हैं। इन निबंधो के माध्यम से हमने जल के महत्व, जल संरक्षण क्यों आवश्यक है, जल का क्या महत्व है, जल संरक्षण जागरुकता के लिए कौन से विभिन्न तरीके है, जल सरंक्षण के क्या तरीके है, जीवन के रक्षा के लिए जल कैसे बचाये, हमें जल बचाने की आवश्यकता क्यों है, जल को जीवन क्यों कहा जाता है, जल संरक्षण अभियान क्या है जैसे प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयास किया है।

जल के महत्व पर निबंध 1 (200 शब्द)

वायु के बाद जल वह दूसरा सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है जो पृथ्वी पर जीवन के लिए सबसे आवश्यक है। पीने के अलावा जल का कपड़े धोने, खाना बनाने, साफ-सफाई करने जैसे अन्य कई कार्यों के लिए भी उपयोग किया जाता है। पानी मनुष्यों और जीव-जन्तुओ के साथ ही पेड़-पौधों के लिए भी बहुत ही आवश्यक है। जल जैसी हमारी यह महत्वपूर्ण प्राकृतिक संपदा कृषि के साथ ही उद्योगों के लिए भी बहुत ही आवश्यक है।

जल का महत्व

पृथ्वी पर जीवन के शुरुआत से ही जल एक बहुत ही महत्वपूर्ण संसाधन रहा है और यहीं कारण है कि विश्व की सभी प्रमुख सभ्यताओं का उदय नदियों के किनारे ही हुआ है। भारत के कई बड़ो शहरों के विकास में नदियों का काफी बड़ा योगदान रहा है क्योंकि नदियों के रास्ते परिवहन का कार्य काफी सुगमता से हो जाता है। आज के समय में वैज्ञानिक मंगल ग्रह पर जीवन की संभवनाओं की तलाश कर रहे हैं क्योंकि उन्हें वहां पानी का कुछ जमा हुआ अंश और वायु में नमी मिली है। इस विषय की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम कहीं भी जल द्वारा ही जीवन की संभवना की परिकल्पना करते है, यहीं कारण है कि जल को जीवन भी कहा गया है।

पृथ्वी के पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन के लिए भी जल काफी महत्वपूर्ण है, जैसे कि समुद्र से वाष्पित हुआ पानी, वायु में मिलकर बादल बन जाता है। जब बादल समुद्र से मैदानी इलाकों में पहुंच कर ठंडा होता है तो यह पानी में बदल जाता है और वर्षा के रुप में नदियों तथा जल स्त्रोतों को भर देता है।

जल बचाओ जीवन बचाओ :  जल संरक्षण के महत्व पर निबंध 2 (300 शब्द)

जल बचाओ जीवन बचाओ का यह नारा अब हमारे लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय बन चुका है। यह तो हम सब जानते है कि पृथ्वी पर जीवन के लिए जल भी वायु के समान ही काफी आवश्यक है लेकिन इस विषय में सबसे चिंता की बात यह है कि पृथ्वी पर स्वच्छ ताजे पानी की मात्रा दिन-प्रतिदिन घटती ही जा रही है। पानी के कमी के कारण विश्व भर में सूखा, कई तरह की बीमारियां, प्राकृतिक प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही है परन्तु इस विषय की सबसे दुखद बात यह है कि लोग अभी भी जल संरक्षण के महत्व को लेकर पूर्ण रुप से जागरुक नही हो रहे है।

जल संरक्षण का महत्व

प्रकृतिक चक्र पूर्ण से जल पर निर्भर करता है क्योंकि जबतक जल वाष्प बनकर वायु में नही मिलेगा तब तक वर्षा नही होगी। जिसके कारण फसलें खराब हो जायेंगी और इसकी सबसे बुरी बात यह होगी की इसके कारण सूखे की समस्या भी उत्पन्न हो जायेगी। प्रत्येक जीवित व्यक्ति चाहे फिर वह मनुष्य हो, जानवर हो या फिर पेड़-पौधे सभी को पानी की आवश्यकता होती है और हमारे द्वारा यह पानी सिर्फ पीने के लिए ही नही उपयोग किया जाता है बल्कि की कपड़े धोने, पोछा लगाने, खाना पकाने और कृषि कार्यों तथा पावर प्लाटों  जैसे औद्योगिक कार्यों में भी उपयोग किया जाता है।

भारत के कई सारे क्षेत्रों में ताजे पानी की उपलब्धता या तो बहुत कम है या फिर बिल्कुल ही नगण्य है। इन जगहों पर लोगों को अपने दैनिक कार्यों के लिए पानी लाने के लिए मीलों दूर तक जाना पड़ता है। पीने का यह पानी सभी जीवित व्यक्तियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है और यदि हमने अभी भी इसके संरक्षण को लेकर कार्य नही किया तो आने वाले समय में हमारे अस्तित्व पर भी संकट आ जायेगा।

शहरीकरण में जल का उपयोग

ज्यादेतर शहर नदियों के किनारे बसे होते हैं क्योंकि प्रत्येक उद्योग को विभिन्न प्रकार के उत्पादन के लिए जल की आवश्यकता होती है, फिर चाहे वह कपड़ा बनाने का कार्य हो, धोने का कार्य हो, ठंडा करने का कार्य हो या फिर घोलने का हर काम में पानी की आवश्यकता होती ही है। इसके अलावा जल का सबसे बड़ा उपयोग बिजली बनाने में भी किया जाता है।

पृथ्वी पर मौजूद असंख्य प्राकृतिक संसाधन जल के सहायता से ही निर्मित होते है, ताजा और पीने का पानी हमारा सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकताओं में से एक है जो हमारे स्वस्थ्य जीवन को बरकरार रखता है। बिना जल सरंक्षण किये, पृथ्वी पर जीवन को अब और नही बचाया जा सकता है, इसलिए यह काफी महत्वपूर्ण है कि हम जल संरक्षण के कार्यों को लेकर और भी संजीदा हो, ताकि हमारे ग्रह पर जीवन ऐसे ही फलता-फूलता रहे।

जल बचाओ पृथ्वी बचाओ : जन जागरुकता पर निबंध – 3 (400 शब्द)

पृथ्वी के सभी जीवों के लिए जल एक बहुमूल्य संपदा है और इसके बिना जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती है। यह कहना काफी दुखद है कि भले ही पृथ्वी का लगभग 71 प्रतिशत भाग पानी से ढंका हुआ हो लेकिन फिर भी हमारे ग्रह से दिन-प्रतिदिन पीने का स्वच्छ पानी समाप्त होता जा रहा है। यहीं कारण है कि कई सारे देशों में जल बचाओ जीवन बचाओ जैसे विषय को लेकर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों और सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है।

जन जागरुकता लाने के लिए उठाये जा सकने वाले विभिन्न कदम

वर्तमान समय में लोग जल संसाधनों में कमी, गिरते भूजल स्तर, सूखे और वर्षाजल संरक्षण जैसे विषयों को लेकर कई तरह की बाते कर रहे है। इसमें सबसे बड़ा मुद्दा भूजल संसाधनो के दोहन का है, जोकि आज के समय में एक वैश्विक समस्या बन गया है। हमें हमेशा से ही बताया जाता है कि पृथ्वी का 71 प्रतिशत भाग पानी से ढका हुआ लेकिन इसमें से मात्र 3.5 प्रतिशत ही ताजा पानी है, जिसका हम सेवन कर सकते है बाकि का जल समुद्री पानी के रुप में मौजूद है। जिसका हम प्रत्यक्ष रुप से सेवन नही कर सकते है।

इस समस्या को सुलझाने के लिए हमें सभी लोगों में सामाजिक जागरुकता लाने की आवश्यकता है क्योंकि आज के समय में पूरा विश्व ही जल रिक्तिकरण की इस समस्या से जूझ रहा है।

  • संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रत्येक वर्ष 22 मार्च के दिन “विश्व जल दिवस” मनाया जाता है, इसके अंतर्गत लोगों को ताजे पानी के संसाधनो के प्रबंधन के विषय में समझाया जाता है।
  • भारत सरकार भी जल संसाधनों के सही संरक्षण और प्रबंधन को लेकर लोगों में कई सारे जन जागरुकता अभियान चला रही है।
  • भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा इस मुद्दे पर लोगों को जागरुक करने के लिए कई सारे विभाग बनाये गये हैं। इसके अलावा इस कार्य के लिए मंत्रालय भी है, जिसका नाम ‘पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय’ है जो गंगा तथा अन्य नदियों के सफाई का कार्य करती है।
  • केंद्रीय भूजल बोर्ड द्वारा भी भूजल संरक्षण, वर्षा जल संग्रहण और कृत्रिम पुनरभरण को लेकर कई सारे कार्यक्रम चलाये जाते है।
  • आध्यत्मिक गुरु “श्री जग्गी वासुदेव” ने लोगों में “रैली फार रीवर” जैसे अभियान चलाकर लोगों में जागरुकता लाने का प्रयास किया है। उन्होंने नदीयों को फिर से जीवंत करने के लिए नदियों के किनारे कम से कम एक किलोमीटर तक पेड़ लगाने का सुझाव दिया है। इसी तरह सरकारी भूमि या फिर कृषि भूमि के किनारे भी पेड़ लगाये जा सकते है। इसे तरह से लगाये गये यह पेड़ सुनिश्चित करेंगे कि हमारी नदियों को पूरे साल नम मिट्टी उपलब्ध हो। यह बाढ़, सूखे के कारण होने वाले मिट्टी के कटाव को भी कम करेगा जो कि अंततः किसानों की आय में वृद्धि करेगा।

हम सभी को अपने जीवन में जल के इस महत्व को समझना होगा क्योंकि इसके कमी के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याएं बहुत ही गंभीर होंगी। इस विषय को लेकर सरकार और कई सारे एनजीओ भी लोगों में जागरुकता फैलाने का कार्य कर रहें है। इसीलिए हमारे ग्रह पर उपलब्ध यह जल बहुत ही बहुमूल्य है और हमें इसे किसी प्रकार से व्यर्थ नही करना चाहिए।

जल संरक्षण करो जीवन बचाओ निबंध – 4 (500 शब्द)

ग्लोबल वार्मिंग के कारण उत्पन्न हुई सबसे बड़ी समस्या भारी मात्रा में जल का ह्रास होना है और इसका एक दूसरा मुख्य कारण जल का दुरुपयोग करना भी है। आज के समय में यह काफी जरूरी है कि हम जल बचाओ जीवन बचाओ जैसे वाक्य के अर्थ को समझे। ताजा पानी हमारे उन तमाम जरूरतों में से सबसे मुख्य है, जो हमारे स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक है।

जल संरक्षण करने के क्या – क्या तरीके हैं?

पृथ्वी पर भंयकर सूखे जैसे जल संकट को टालने के लिए हमसब को जल का कम से कम और अच्छे तरीके से उपयोग करना होगा। इस निबंध में हमने इस बात पर प्रकाश डालने की कोशिश की है जल संरक्षण कैसे किया जाय, जिससे की वातावरण की सुदंरता को ऐसे ही बरकरार रखा जा सके। अगर इन बातों पर हम गंभीरतापूर्वक गौर करेंगे तो हमें पता चलेगा कि यह कार्य कोई बहुत मुश्किल नही है। सर्वप्रथम हमें इसकी शुरुआत अपने दैनिक कार्यों से करनी होगी।

हमारे युवा पीढ़ी को “जल बचाओ पृथ्वी बचाओ” के इस फार्मूले को अच्छे से समझने की आवश्यकता है। अगर हम चाहें तो अपने छोटे-छोटे कार्यो द्वारा सैकड़ो गैलन पानी बचा सकते है। ऐसे ही कुछ तरीकों के विषय में यहां बताया गया है, जिन्हें हम अपने दैनिक जीवन में अपना सकते है।

  • हमें अपने दैनिक गतिविधियों के दौरान थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए जैसे कि हांथ धोते वक्त, मंजन करते वक्त, दाढ़ी बनाते वक्त पानी के नल को बंद कर देना चाहिए। ऐसा करके हम लदभग 160 गैलन पानी प्रतिमाह बचा सकते है।
  • नहाने के समय फुहारे के जगह बाल्टी तथा मग का इस्तेमाल करके भी हम काफी मात्रा में पानी बचा सकते है।
  • पौधों को दोपहर के जगह सुबह और शाम के समय पानी देना पानी बचाने के कार्य में एक अच्छा उपाय साबित हो सकता है, इसके साथ ही बरसात के मौसम में वृक्षारोपड़ करके हम पौधे लगाते समय खर्च होने वाले पानी को काफी कम कर सकते है।
  • हमें अपने घरों में किसी तरह के पानी के लीकेज को तत्काल रुप से ठीक कराना चाहिए, ताकि इससे होने वाली पानी की बर्बादी को रोका जा सके।
  • कार धोने के लिए पाईप के इस्तेमाल से काफी मात्रा में पानी नष्ट हो जाता है, इसलिए हमें इसके स्थान पर बाल्टी का उपयोग करना चाहिए।
  • वाशिंग मशीन और डिश वाशर का उपयोग करते समय हमें उन्हें पूर्ण रुप उनके अधिकतम क्षमता का उपयोग करना चाहिए तभी इनके द्वारा हम पानी का के बर्बादी को रोक सकते है।
  • अपने घरों में पानी के पुनरावृत्ति के लिए हमें हमेशा सही फैसला लेना चाहिए ताकि हमेशा जल संरक्षण के इस कार्य को किया जा सके और सही मात्रा में पानी को बचाया जा सके।

जल संरक्षण एक ऐसा कार्य है, जिसके द्वारा हम प्रकृति के साथ ही अपने भविष्य को भी सुरक्षित कर सकते है। जैसा कि हम जानते है पृथ्वी पर दिन-प्रतिदिन पानी का स्तर गिरता जा रहा है, जिसके कारण पर्यावरण भी काफी बुरे तरीके से प्रभावित होता जा रहा है। यह हमारे लिए काफी सहायक होगा यदि हम जल संरक्षण और जल की शुद्धता बनाये रखने के तरीकों के विषय में सीख ले। इसके द्वारा ना सिर्फ हम अपने जीवनस्तर में सुधार लायेंगे बल्कि अपने आने वाले पीढ़ीयों का भविष्य भी सुनिश्चित कर पायेंगे।

हमारे ग्रह पर उपलब्ध वर्तमान जल के स्थिति को देखते हुए, हमें जल का एक-एक कतरा बचाने की आवश्यकता है। जैसा कि हम जानते हैं कि हमारे ग्रह का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है लेकिन इसमें से मात्र 3.5 प्रतिशत ही ताजा पानी है, जोकि हमारे पीने के लिए उपयुक्त है। इसलिए यह काफी आवश्यक है कि हम पानी की महत्वता को समझे और इसके संरक्षण के लिए प्रयास करें ताकि भविष्य में हमारे आने वाले पीढ़ीयों तक भी स्वच्छ जल की उपलब्धता बनी रहे।

जल बचाओ जीवन बचाओ और पृथ्वी बचाओ पर निबंध – 5 (600 शब्द)

पृथ्वी पर उपलब्ध सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों में से जल सबसे प्रमुख है क्योंकि इसका उपयोग मनुष्य, जीव-जन्तु, पेड़-पौधे जैसे सभी जीवित जीवों द्वारा किया जाता है। हमें हमारे हर दैनिक कार्य के लिए पानी की आवश्यकता होती है और इसके बिना हम जीवन की कल्पना भी नही कर सकते है। हमें पीने, खाना पकाने, नहाने, कपड़े धोने जैसे सभी कार्यों के लिए पानी की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही हमें कृषि, उत्पादन उद्योगों, विभिन्न प्रकार के रसायन उद्योगों, पावर प्लांट तथा कई अन्य औद्योगिक कार्यों के लिए पानी की आवश्यकता पड़ती है। परन्तु दुर्भाग्य से विश्व भर में पानी के कमी की समस्या विश्व भर में बढ़ती जा रही है।

जल बचाओ जीवन बचाओ पृथ्वी बचाओ

पृथ्वी पर उपस्थित सभी जीवों के लिए जल सबसे जरूरी वस्तु है। सभी जीवों को सुरक्षित और स्वस्थ जीवन के लिए पानी की आवश्यकता होती है। जैसे-जैसे जनसंख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जल का उपयोग भी बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा शहरीकरण के कारण पेड़ो की संख्या भी तेजी से घटती जा रही है, जिसके कारण प्रदूषण, कई क्षेत्रों में सूखे, फसलों के नुकसान और ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याओं में तेजी से वृद्धि होती जा रही है। इसलिए यह वह समय है जब हमें जल संरक्षण के कार्यों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि जीवन और पृथ्वी को भी बचाया जा सके।

पानी की कमी

हमने विश्व के विभिन्न भागो में पानी के कमी के कई सारी खबरें सुनी है। यहां हम बतायेंगे की आखिर पानी की कमी क्या और कैसे होती है। यह वह समस्या होती है जब स्वच्छ और ताजे पानी की काफी कमी हो जाती है। कुछ तथ्यों से पता चला है कि विश्व की एक तिहाई आबादी जो लगभग 2 अरब के करीब है, उसे वर्ष में करीब एक महीने पानी के कमी जैसी समस्या से जूझना पड़ता है। इसके साथ ऐसा अनुमान है कि लगभग 50 करोड़ लोगों को पूरे वर्ष पानी के कमी का सामना करना पड़ता है। अब इस बात की पुष्टि भी हो चुकी है कि साउथ अफ्रीका का केपटाउन शहर विश्व का वह पहला बड़ा शहर होगा जहां जल्द ही पानी खत्म हो जायेगा।

पृथ्वी का लगभग 71 प्रतिशत भाग पानी से ढका हुआ है, लेकिन फिर भी ऐसा क्यों है कि हमारे उपर यह गंभीर जल संकट मंडरा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि विश्व का लगभग 96.5 प्रतिशत पानी समुद्री पानी के रुप में मौजूद है, जोकि खारा होता है और हमारे सेवन के लिए उपयुक्त नही है, मात्र 3.5 प्रतिशत जल ही जो भूजल, ग्लेशियर, नदियों और झीलों के रुप में उपलब्ध है सिर्फ वहीं हमारे सेवन योग्य है। आबादी बढ़ने के कारण पानी के यह प्राकृतिक संसाधन तेजी से खत्म होते जा रहे है और इसके साथ ही पानी की बर्बादी, तेजी से हो रहे औद्योगिकरण और शहरीकरण के कारण जल का यह संकट और भी गहराता जा रहा है। भारत के कुछ हिस्सों तथा कुछ अन्य देशों में लोग पानी के गंभीर संकट से जूझ रहे है। जिसके कारण इन स्थानों पर सरकार को पानी के टैंकर द्वारा पानी उपलब्ध करवाना पड़ रहा है। भारत में 1951 से 2011 के बीच में प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता लगभग 70 प्रतिशत तक घट चुकी है तथा सन् 2050 तक इसमें 22 प्रतिशत और कमी होने की संभावना है।

विश्व जल दिवस

संयुक्त राष्ट्र द्वारा 22 मार्च के दिन को “विश्व जल दिवस” घोषित किया गया है, ताकि लोगों को ताजे पानी के महत्व और पृथ्वी पर इसके समाप्ति से उत्पन्न होने वाले समस्याओं के विषय मे समझाया जा सके। सन् 2018 के इस वर्ष में विश्व जल दिवस का थीम ‘प्रकृति के लिए जल’ रखा गया है, जिसका अर्थ 21 सदी में होने वाली पानी के समस्या के प्राकृतिक उपाय खोजने से है।

जल हमारा वह सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है, जिसकी जरूरत हर जीवित व्यक्ति को होती है। यदि हम कहते हैं कि जल ही जीवन है तो इसमें कुछ भी गलत नही है। इसलिए हमें जल संरक्षण पर बल देने की आवश्यकता है ताकि इसके द्वारा जीवन और पृथ्वी को भी बचाया जा सके। पीने योग्य पानी का अर्थ उस तरह के पानी के उपलब्धता से है जो हमारे पीने के लिए सुरक्षित और उपयुक्त हो। इसके साथ ही हमें अपने पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने तथा ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से निपटने के लिए भी हमें जल संरक्षण के विषय पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि स्वच्छ जल की गुणवत्ता ऐसे ही बने रहे तथा वह किसी प्रकार के रसायनों तथा कचरों से भी मुक्त रहे।

जल बचाओ जीवन बचाओ पर निबंध – 6 (1000 शब्द)

जैसा कि हम सब जानते है कि वायु के बाद जल हमारे ग्रह के सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों में से एक है। जल हमारे जीवनयापन के लिए काफी महत्वपूर्ण है, इसके बिना हम जीवन की कल्पना भी नही कर सकते हैं। हम सब जानते है कि पृथ्वी का लगभग 71 प्रतिशत भाग समुद्रों, महासागरों, नदियों और ग्लेशियरों के रुप में जल से ढका हुआ है लेकिन इसमें से मात्र 1 प्रतिशत ही मानव उपयोग के लिए उपयुक्त है।

जल ना सिर्फ मनुष्यों के जीवन के लिए आवश्यक है बल्कि की पृथ्वी पर मौजूद लगभग सभी प्रजातियां इस पर निर्भर करती है अगर इसे जैविक रुप से देखा जाये तो पानी में ऐसे कई गुण होते हैं जो वस्तुओं के साथ प्राकृतिक अभिक्रियाएं करती है। पृथ्वी पर उपस्थित लगभग सभी प्राणी अपने जीवन के लिए जल पर निर्भर है और जल की दिन-प्रतिदिन होती जा रही कमी तथा कई सारी प्रजातियों की इस पर निर्भरता को देखते हुए यह काफी आवश्यक है कि हम जल संरक्षण पर ध्यान दे।

जल ही जीवन है

जल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमारे जीवनयापन के लिए बहुत ही आवश्यक है। इसके बिना जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती है और यदि हमें पृथ्वी पर जीवन को बनाये रखना है तो इस बात में कोई संदेह नही है की हमें जल को भी बचाना होगा। हम पानी ना सिर्फ पीते हैं बल्कि की अपने दूसरे अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में भी इसे उपयोग में लाते है जैसे कि स्नान, खाना पकाने में, कपड़े धोने में, बागवानी और अन्य कई कार्यों में भी इसका दैनिक रुप से उपयोग करते है।

पृथ्वी पर उपस्थित पेड़-पौधे और जीव-जन्तु भी पूर्ण रुप से पानी पर निर्भर करते है और इसकी कमी इनके भी वृद्धि और विकास को प्रभावित करेगी जिससे पूरा पर्यावरण तंत्र और खाद्य श्रृंखला प्रभावित हो जायेगा। इसलिए यह काफी आवश्यक है कि हम पानी की बचत करके इसके पर्याप्त उपलब्धता को बनाये रखें ताकि पृथ्वी पर जीवन इसी प्रकार से फलता-फूलता रहे।

जल संरक्षण की आवश्यकता

विश्व के कई सारे हिस्से कम वर्षा के कमी और भूजल के गिरते स्तर के कारण पानी की भयंकर कमी से जूझ रहे है। कई सारे स्थानों पर भूजल या तो दूषित हो चुका है या फिर वर्षा के कमी के कारण उसकी पुनःपूर्ति नही हो पायी है। इन सभी कारणों से कई क्षेत्रों में पानी की कमी दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।

औद्योगिकरण और शहरीकरण के जैसे वजहों से भूजल के कमी में वृद्धि हुई है क्योंकि तेजी से होते विकास के कारण पानी की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। डब्लूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रति 9 व्यक्तियों में से एक व्यक्ति तथा लगभग 84.4 करोड़ लोगो आज भी शुद्ध पानी उपलब्ध नही हो पाया है। इन आकड़ों को देखने से पता चलता है कि अगर पानी की यह समस्या ऐसे ही बनी रही तो भविष्य में आने वाले इस गंभीर जल संकट को टाला नही जा सकता है। इसके लिए हमें अभी से प्रयास करते हुए जल संरक्षण के कार्य शुरु कर देने चाहिए ताकि इस महत्वपूर्ण संसाधन को हम अपने भविष्य के पीढ़ियों के लिए भी बचा सके।

जल संरक्षण की पहल

जल संरक्षण एक ऐसी पहल है, जिसका मकदस लोगों को जल संरक्षण के विषय में जागरुकता फैलाना तथा उन्हें जल के महत्व के विषय में बताना है ताकि लोग भविष्य के लिए इसका संरक्षण कर सके। जल संरक्षण अभियान लोगो को इस बात का अहसास दिलाता है कि हमारे पृथ्वी के लिए जल कितना महत्वपूर्ण है, जिससे की हम भविष्य के लिए इसका संरक्षण कर सके। जल संरक्षण अभियान के द्वारा लोगो को इस बात का ज्ञान दिया जाना चाहिए की स्वच्छ और साफ पानी के स्त्रोत काफी सीमित है और उनका अत्यधिक उपयोग करने पर वह समाप्त हो जायेंगे, जोकि मानव अस्तित्व के लिए भी संकट पैदा कर देगा।

हालांकि पृथ्वी का 71 प्रतिशत भाग पानी से ढका हुआ है, लेकिन प्रत्यक्ष रुप यह पानी से हमारे उपयोग के लिए उपयुक्त नही है। इसलिए हमारे पास पृथ्वी पर जो भी स्वच्छ पानी मौजूद है, हमें जितना हो सके उसका उतने अच्छे से उपयोग करना चाहिए। यह प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि अपने आने वाली पीढ़ीयों के सुरक्षा के लिए जल संरक्षण का कार्य करे।

अगर हम जीवन को बनाये रखने के लिए हर जगह ताजे पानी की उपलब्धता चाहते है तो हमें आज से जल संरक्षण के आदतों को अपना लेना चाहिए तभी आगे चलकर हम जल की उपलब्धता को बरकरार रख पायेंगे और सूखाग्रस्त क्षेत्रों में भी स्वच्छ जल उपलब्ध करा पायेंगे।

जल बचाओ जीवन बचाओ

जैसा कि हम सब जानते है कि जल ही जीवन है इसीलिए हर तरह का जीवन इसपर निर्भर करता है लेकिन आज भी भारत में 21 प्रतिशत बीमारियां गंदे पानी के उपयोग से पैदा होती है और साफ पानी की कमी के कारण यह समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। आज भी भारत में लगभग 16.3 करोड़ लोगों को पीने का सवच्छ और सुरक्षित पानी नही उपलब्ध है, जोकि तमाम तरह के बीमारियां को बढ़ाने के साथ ही घातक होता जा रहा है।

बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए हम इस बात का अनुमान लगा सकते हैं कि आने वाले समय में पीने के साफ पानी की मांग भी बढ़ेगी। यदि भारत का प्रत्येक नागरिक प्रतिदिन 1 लीटर पानी भी बचायेगा तो यह एक बड़ा बदलाव ला सकता है। आपका बचाया हुआ 1 लीटर यह पानी उस बच्चे को एक नया जीवन दे सकता है, जिसके पास पीने के स्वच्छ पानी की सुविधा नही है। इसके साथ ही आपके द्वारा बचाया हुआ पानी सूखाग्रस्त क्षेत्रों के लिए भी बहुत सहायक होगा। आप अपने इन छोटे कदमों द्वारा कई लोगों के जीवन में बड़े बदलाव आ सकते हैं।

जल सरंक्षण कैसे करें? (पानी कैसे बचाये)

यह तो हम सब ही जानते हैं कि जल, जीवन के समतुल्य है और यदि हम चाहते हैं कि पृथ्वी पर मानव जीवन बना रहे तो हमें जल बचाने के नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए। इसी विषय में नीचे कुछ तरीके बताये गये हैं, जिनका पालन करके हम और भी अच्छे से जल संरक्षण कर सकते हैः

  • दाढ़ी बनाते समय और मंजन करते समय जब उपयोग ना हो तो पानी के नलों को अच्छे से बंद कर दे।
  • ऐसे फ्लशिंग सिस्टम का उपयोग किजिए, जो पानी की खपत कम करता हो।
  • नहाने के लिए फुहारे का उपयोग कम किजिए, इसके जगह मग और बाल्टी का उपयोग किजिए।
  • सिचाईं के लिए पानी भराई प्रणाली की जगह ड्रिप इरीगेशन प्रणाली का उपयोग किजिए।
  • अपने बगानों में शाम के समय पानी का छिड़काव करें और इसमें जरुरत से ज्यादे पानी की इस्तेमाल ना करें।
  • सार्वजनिक स्थलों पर खुले हुए पानी के नलों को बंद कर दे और यदि ऐसा ना हो पाये तो तात्कालिक रुप से इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को अवश्य दें।
  • अपने घरों और क्षेत्रों में वर्षाजल संरक्षण तंत्र की स्थापना करवायें।
  • आरओ फिल्टर से निकले हुए खराब पानी को व्यर्थ ना करें बल्कि की इसका उपयोग पौधों को सींचने और कपड़े धोने में करे।
  • टंकियों में पानी भरकर बहने से बचाने के लिए फ्लोट वाल्व लगवायें।

जल जीवन का आधार है, उदाहरण के लिए यदि आप किसी बर्तन में कुछ दिन के लिए पानी रख देंगे तो कुछ दिन बाद उसमें से कुछ ना कुछ अवश्य उग जायेगा। यह इस बात को प्रमाणित करता है कि आखिर किस प्रकार से जल जीवन के स्थापना में सहयोग करता है। चाहे वह मनुष्य हो, जीव-जन्तु हो या फिर पेड़-पौधे सभी का जीवन जल पर टिका हुआ है। यदि पानी उपलब्ध ना हो तो किसी प्रकार प्रकार के जीव के लिए थोड़े समय तक भी जिंदा रह पाना मुश्किल होगा। पृथ्वी का सबसे बुद्धिमान जीव होने के कारण हम मनुष्यों की यह जिम्मेदारी है कि हम किसी प्रकार से भी पानी की बर्बादी ना करें ताकि पृथ्वी पर हर तरह का जीवन बना रहे, जिससे हमारे ग्रह का पर्यावरण संतुलन इसी प्रकार से बना रहे।

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जल पर निबंध

Essay on Water in Hindi : जल एक प्रकार का इस सृष्टि का जीवन दाता है यह सृष्टि पूरी जल के ऊपर ही निर्भर है। जल के बिना ना तो कोई इंसान या ना कोई जीव जीवित रह सकता है। और ना ही जल के बिना पेड़ पौधे भी जीवित नहीं रह सकते हैं। जल इस प्रकृति के लिए बहुत ही जरूरी है, इसलिए कहा जाता है कि “जल ही जीवन है।” हम यहां पर जल पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में जल के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

essay on water is life in hindi

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जल पर निबंध | Essay on Water in Hindi

जल पर निबंध ( 250 word ).

हमारे शरीर में 70% जल की मात्रा होती है। सिर्फ हमारा शरीर ही नहीं बल्कि पृथ्वी भी लगभग 2 तिहाई जल से घिरी हुई है। हमें जीने के लिए हवा, पानी और जमीन की आवश्यकता होती है। यह हमारे शरीर में ईंधन का कार्य करते हैं इसलिए मनुष्य को जीवित रहने के लिए इन तीन तत्व की आवश्यकता होती है। पृथ्वी पर जल की मात्रा अधिक है। इसलिए पृथ्वी पर जीवन संभव है। पानी न होने पर दुनिया के सभी जीव मर जायेगे। जल सबसे महत्वपूर्ण पदार्थों में से एक है।

जल को पीने के अलावा कई अन्य जरूरत की चीजों में भी इस्तेमाल किया जाता है। दुनिया में सभी जीवित व्यक्तियों के लिए जल की आवश्यकता होती है। जल के बिना कोई भी इंसान जीवित नहीं रह सकता है। धरती पर हर जीवन पानी के आधार पर टिका हुआ है। एक छोटे पौधे को भी बढ़ने के लिए जल की आश्यकता होती है।

हम यह भी कह सकते है जो वस्तुएं सजीव होती है, उन्हें जल की आवश्यकता होती है। जल से ही मनुष्य का भोजन बनाता है। बिना जल के ना ही खेती की जा सकती और ना ही भोजन पकाया जा सकता है। इसलिए मनुष्य को जीवन जीने के लिए जल की आवश्यकता पड़ती है, बिना जल के जीवन यापन नहीं कर सकता है।

जल पर निबंध ( 800 Word )

जल मनुष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण पदार्थों में से एक है। यह सिर्फ मनुष्य के लिए ही नहीं बल्कि जंतुओं और पेड़-पौधों के लिए भी बहुत आवश्यक है। जल के ना होने पर दुनिया में कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं रह सकता है। जल का इस्तेमाल सिर्फ पानी पीने के लिए ही नहीं बल्कि अपने दैनिक कार्यों जैसे स्नान, कपड़े आदि को धोने के लिए और खाना बनाने, सफाई करने में भी इसका प्रयोग किया जाता है।

मनुष्य अपने जीवन में बिना जल के जीवन यापन नहीं कर सकता है। विश्व में सभी जीवित वस्तुओं के लिए जल जरूरी होता है। छोटे से छोटे जीवों से लेकर बड़े जीवों तक सभी को पानी की जरूरत होती है। जल के बिना इनका कुछ भी अस्तिस्त्व नहीं होता है।

जल का संगठन

जल दो परमाणु से मिलकर बना होता है, जिसमें हाइड्रोजन के दो परमाणु और ऑक्सीजन का एक परमाणु शामिल होता है। जल का रासायनिक सूत्र H2O  होता है। जल के मुख्यता तीन अवस्था होती है। प्रथम ठोस, दूसरा द्रव्य और तीसरा गैस। जल को आप तीनों रूप में बदल सकते है।

पृथ्वी पर लगभग 70% जल है। लेकिन इसका 97 % हिस्सा खारा है। इस जल को किसी भी प्रयोग में नहीं लाया जा सकता है। एक प्रकार का रासायनिक पदार्थ होता है जो कि रंगहीन, गंद हीन और स्वाद हीन होता है।

जल का अपना कोई रंग नहीं होता है। जल को जिस भी रंग में घोला जाए उसी रंग को ग्रहण कर लेता है। जल का क्वथनांक 100% °C होता है। यह बहुत ही अच्छा विलायक होता है। जल में आप नमक चीनी मिलाएंगे तो उसमें जल्द ही मिल जाता है। जल मैं कुछ ऐसे भी पदार्थ होते हैं जो घुलनशील नहीं होते हैं जैसे कि तेल और वसा। इन पदार्थों को जल में कितना भी निश्चित कर लो यह आपस में घुलनशील नहीं होंगे।

बिना जल के हमारे शरीर का कोई भी कोष कार्य नहीं कर सकता है। हमें जल सीधे या फल या सब्जियों के माध्यम से लेना चाहिए। इसमें जल की पर्याप्त मात्रा उपस्थित होती है। हमें स्वस्थ फलों और सब्जियों को प्राप्त करने के लिए भरपूर जल की आवश्यकता होती है। किसी भी फसल के लिए जल की आवश्यकता बहुत जरूरी है।

जल महत्वपूर्ण क्यों है

विश्व के किसी भी व्यक्ति को जीवन जीने के लिए जल की आवश्यकता जरूर होती है। यहां तक कि एक छोटा कीड़ा से लेकर बड़ी मछली तक बिना जल के अपने जीवन की आकांक्षा नहीं कर सकती हैं। हम तो मनुष्य हैं, बिना जल के हम 1 दिन का भी गुजारा नहीं कर सकते। विश्व में जल की उपस्थिति के कारण ही आज लोगों का जीवन संभव हो पाया है।

जल हमारे लिए कैसे आवश्यक है

• भोजन बनाने और भोजन करने के बाद पचाने के लिए जल की आवश्यकता होती है।

• खाना पकाने के लिए

• भोजन करना

• सफाई करना

• कपड़े और अन्य चीजों को धोने के लिए

• बर्तन को साफ करना और घर की अन्य चीजों की सफाई करना।

इन सब के अलावा सब्जियों और फलों के लिए भी जल की जरूरत होती है। जल एक महत्वपूर्ण पदार्थ है यद्यपि आपने कई बार सागर महासागर के जल को देखा होगा लेकिन आपको जानकारी के लिए बता दें कि हम उस जल का प्रयोग पीने के लिए नहीं कर सकते हैं क्योंकि सागर और महासागर का जल अत्यंत खारा होता है।

विश्व का सिर्फ 3% जल ही ऐसा है जिसका हम प्रयोग कर सकते है। नीचे हम आपको कुछ ताजे पानी की जल स्रोत के बारे में बताएंगे जिन का प्रयोग हम पीने के पानी के रूप में कर सकते हैं।

• भूमिगत जल

कुछ अन्य भी जल सोच है, जिनका प्रयोग हम स्वच्छ जल को निकालने में कर सकते हैं।

जल ही जीवन का अर्थ

हम जल के बिना अपने जीवन की आस नहीं कर सकते है। बिना जल के हम कुछ दिन भी जीवित नहीं रह सकते है। हमारे शरीर में 70% जल की मात्रा है। जल के बदले मे हमारा शरीर कार्य करता है। प्रत्येक दिन पानी की अधिक मात्रा खपत हो रही है। मनुष्य के द्वारा पानी को दूषित करने से स्वास्थ्य संबंधित अधिक बीमारियां भी फैल रही हैं। इसलिए स्वस्थ पानी हमारे शरीर को तंदुरुस्ती प्रदान करता है।

जल के बिना हमारे दैनिक गतिविधियां जैसे सुबह उठकर ब्रश करना, शौच करना, नहाना और भोजन बनाने के लिए जल की आवश्यकता होती है। बिना जल के हम इसके बारे में कुछ भी कल्पना नहीं कर सकते हैं। कुछ बहुत बड़े उद्योग पानी का अत्यधिक इस्तेमाल करते हैं। उन्हें अपनी प्रक्रिया को करने के लिए हर चरण में जल का प्रयोग करना पड़ता है। ऐसा नहीं है की सिर्फ मनुष्य ही जल का उपभोग करता है, बिना जल के मनुष्य ही नहीं बल्कि जानवर और पेड़ पौधे भी जल के बिना बेकार है।

आज के समय में बहुत सारे लोग जल का दुरुपयोग करते हैं। वह दिन भी दूर नहीं है जब लोग जल की एक एक बूंद के लिए तरसेंगे। बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं, जो किसी भी काम को करने के लिए अत्यधिक जल का इस्तेमाल करते हैं और उसको ऐसे ही नालियों में फैला देते हैं।

हमें जल का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए, बल्कि इसका इस्तेमाल कम से कम और जरूरत के लिए करना चाहिए। आज के समय मे सबसे अधिक प्रदूषण फैक्ट्रियां करती है। इनकी फैक्ट्री से निकलने वाला जल आस पास के क्षेत्र में प्रदूषण करता है और वहां के लोगों का स्वास्थ्य भी बिगड़ जाता है।

जल बहुत जरूरी है, फिर भी लोग इसको अधिक मात्रा में बर्बाद करते है। जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। बहुत सारा जल नालियों मे बहकर बेकार हो रहा है। वो दिन भी दूर नहीं जब लोग साफ जल पीने के लिए तरस जायेगे। इसलिए हम आप सभी से यही निवेदन करते हैं, कि प्राकृतिक के इस कीमती संसाधन को बर्बाद ना करें, जितना ज्यादा हो सके जल को बचाने की कोशिश करें।

आज के आर्टिकल में हमने  जल पर निबंध ( Essay on Water in Hindi)  के बारे में बात की है। मुझे पूरी उम्मीद है, की हमारे द्वारा इस आर्टिकल में जानकारी आप तक पहुंचाई गयी है, वह पसंद आई होगी। यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल से सम्बंधित कोई भी सवाल है। तो वह हमें कमेंट में बता सकता है।

  • स्वास्थ्य पर निबंध
  • वन पर निबंध
  • जल का महत्त्व पर निबंध

Ripal

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Save Water Essay in Hindi – जल संरक्षण पर निबंध

In this article, we are providing Save Water Essay in Hindi. जल संरक्षण पर निबंध, Importance of water, Jal Sanrakshan par Nibandh, पानी बचाओ Paragraph / Speech, Essay on Save Water in Hindi in 150, 200, 300, 500, 1000 words For Class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 Students.

Save Water Essay

Essay on Save Water in Hindi ( 200 words )

जल भगवान का दिया हुआ अमूल्य उपहार है और यह हमारी मूलभूत आवश्यकता है। इसकी जरूरत हमें विभिन्न क्रियकलापों के लिए होती है लेकिन मनुष्य इसे अंधाधुंध प्रयोग कर रहा है जिससे जल निरंतर कम होता जा रहा है। जल का सही तरीके से प्रयोग करना ही जल सरंक्षण है। वैसे तो हमारी पृथ्वी का दो तिहाई हिस्सा पानी है लेकिन सिर्फ 1 प्रतिशत जल ही स्वच्छ जल उपलब्ध है और यदि हम इसी तरह से जल को बर्बाद करके रहेंगे तो आने वाले समय में पानी नहीं मिलेगा जिसके अभाव में धरती पर जीवन खत्म हो जाऐगा।

जल सरंक्षण आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है जिसे हम सबको समधना चाहिए और हमें जल का प्रयोग सुनियोजित तरीके से करना चाहिए। हम वर्षा के जल को भी सरंक्षित कर सकते हैं और उसका प्रयोग कपड़े आदि धोने में कर सकते हैं। हमें नलों को खुला नहीं छोड़ना चाहिए। जल को दुषित होने से भी रोकना होगा। कारखानों को नदियों से दुर लगाना चाहिए। हम सबको मिलकर जल सरंक्षण को अपनाना होगा ताकि आने वाले समय में भी हमें पानी मिल सके और पृथ्वी पर वनस्पति और सभी जीव अच्छे से जीवन यापन कर सकें।

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Save water Essay in Hindi 300 words

धरती पर समस्त जीवन चक्र को बनाए रखने के लिए हवा, पानी और भोजन जरूरी है, किसी एक की कमी के बिना कोई भी जीवित नहीं रह सकता । जल को अमूल्य संपत्ति कहा जाता है और इस की एक-एक बूंद हमारे लिए बहुत जरूरी है । धरती पर वैसे तो जल का 70% प्रतिशत भाग है लेकिन हम उपयोग कर सके उतना 1% प्रतिशत जल है । अत: में हमें जल को सोच समझ कर उपयोग करना चाहिए ।

हमें जल क्यों बचाना चाहिए

आपने यह स्लोगन तो सुना ही होगा कि “जल है तो कल है” यदि जल ही खत्म हो गया तो हमारा कल भी खत्म हो जाएगा। धरती पर अगर इंसानों को जिंदा रहना है, तो जल अवश्य बचाना होगा । पानी के लिए हमारे वैज्ञानिकों ने बहुत सारे ग्रहों पर research किया, मगर सभी ग्रहों में से सिर्फ पृथ्वी में ही पानी है । भारत, अफ्रीका और एशिया के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्वच्छ पानी के लिए लंबी दूरी (लगभग 4 किमी। से 5कि.मी.) तय करनी पड़ रही है। दुनिया में कई ऐसे देश है जहां पर पानी की कमी है, Example=दुबई । दुबई एक ऐसा देश है, जहां पर पानी प्रति लीटर 100 रुपए में बिकता है । ऐसी ही स्थिति आने वाले कुछ ही समय में भारत की भी हो सकती है ।

जल को कैसे बचाना है-

1. पानी का दुरुपयोग कम करना पड़ेगा, जितने पानी की जरूरत है, उतना ही पानी यूज करना है । बर्तन धोते समय या फिर ब्रश करते समय पानी का जितना हो सके उतना कम उपयोग करना है ।

2. गाड़ी, हौंडा या फिर कोई भी दूसरे साधन को पाइप लाइन के द्वारा धोते समय पानी का उपयोग कम करना है । इसके लिए पाइप की जगह बाल्टी का यूज कर सकते हैं ।

3. जहां पर भी आपको नल खुला हुआ दिखे, तुरंत ही उस समय नल को बंद कर दीजिए । या फिर आपको कोई भी व्यक्ति पानी का दुरुपयोग करता दिखे, तो उसे पानी का महत्व समझाइए‌‌।

4. वॉशिंग मशीन में रोज-रोज कपड़े धोने से अच्छा है, तीन-चार दिन के बाद कपड़े इकट्ठे होने पर वॉशिंग मशीन में साफ करें ।

5. नहाते समय शॉवर की बजाय बाल्टी एवं मग का प्रयोग करें, क्योंकि इससे पानी की काफी बचत होगी ।

Jal Sanrakshan Par Nibandh ( 400 words )

जल प्रकृति द्वारा मानव को दिया गया एक अनमोल तोफहा है, जिसका मूल्य लगाना बहुत कठिन है| जल के बिना जीवन का कोई महत्त्व नहीं, न ही कोई अस्तित्व है, फिर चाहे वो जीवन पशुओ का हो या मनुष्यों का । किन्तु आधुनिक युग में आदमी की लापरवाही ने धरती पर जल की कमी जैसी समस्या को उत्पन्न कर दिया है, जिसके भयंकर परिणामस्वरूप आज कई इलाके सूखाग्रस्त है एवं पीने योग्य पानी के लिए तरस रहे है ।

पृथ्वी के तीन चौथाई भाग पर पानी है, किन्तु पीने योग्य पानी की मात्र बहुत कम है । मनुष्य अपनी नियमित गतिविधियों के चलते नहाने, धोने, भोजन बनाने आदि में इतना जल बर्बाद करता है, जिसका कोई हिसाब नहीं है ।

जल सरंक्षण का अर्थ ( Meaning of Jal Sanrakshan ):

जल सरंक्षण का साधारण अर्थ है, किसी भी भांति जल को बचाना । आप खुद ही सोचे कि धरा पर केवल ३% जल पीने लायक है, इससे ज्यादा चिंताजनक बात और क्या हो सकती है । विशेषज्ञों के अनुसार यदि जल सरंक्षण के उपाय नहीं किये गए एवं इसी प्रकार जल की बर्बादी चलती रही तो अगला विश्व युद्ध जो होगा वो जल के ऊपर एकाधिकार करने के लिए होगा, जिसमे मनुष्य का विनाश निश्चित है ।

जल सरंक्षण के उपाय:

पानी को बचाने के लिए सर्वप्रथम तो सभी लोगो के भीतर जागरूकता एवं जल की बढती कमी के प्रति चिंता का उत्पन्न होता अति आवश्यक है । मनुष्य ने अपनी भूलो के कारण प्रकृति को काफी नुकसान पहुचाया है, इसलिए यदि वह आने वाली पीढियों के अस्तित्व को बचाना चाहता है, तो उसे निम्न उपाय करने चहिये:-

• रोजमर्रा के कार्य जैसे कपडे धोना, बर्तन धोंना, खाना बनाना आदि में कम से कम जल की खपत करे । • शौच के लिए बरसात के पानी या खारे पानी का इस्तेमाल भी किया जा सकता है । • पौधों को पानी देने के लिए पाइप के अलावा फुहारे वाली बाल्टी का इस्तेमाल करे । • पानी की रिसाव एवं टपकने की समस्या का भी शीघ्र समाधान हो एवं बरसात के पानी को इकठा करने के उपाय किये जाये ।

जल सरंक्षण हम सबका कर्तव्य है, ये केवल सरकार या एक संस्था का दायित्व नहीं । क्योकि:-

“ये जल है, अमृत है, ये जल ही जीवन है, इसकी बूंदों का मूल्य चुकाना कठिन है” ।

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Importance of Water in Hindi – जल के महत्व पर निबंध

Importance of Water in Hindi

  • Post author By Admin
  • January 22, 2022

आप सब जानते ही है की पानी हम सब लोगो के लिए कितना ज़रूरी है, हम बचपन से हमारे स्कूल में, घर पर यह सुनते आये है की पानी हमारे जीवन में बहुत महत्व रखता है और हमें उसे व्यर्थ नहीं बहाना चाहिए। 

लेकिन यदि में आपसे पूछूं की पानी का हमारे जीवन में क्या महत्व है तो मैं पक्का कह सकता हूँ की आप में से अधिकतर कुछ इस प्रकार के जवाब देंगे। 

हम पानी को पीते है, इस से हम खाना पकाते है, इस से हम अपने कपडे धोते है इत्यादि, पर क्या पानी का बस यही महत्व है?

नहीं, पानी का महत्व इस से कईं अधिक है जो की हम आज के इस ब्लॉग importance of water in Hindi में आपके बताएंगे। 

हम हर बार अपने टॉपिक को पूरी डिटेल में लिखते है, जिस से की आपको आपके एग्जाम में अच्छे अंक भी मिले और आपको टॉपिक के बारे में भी अच्छे से जानकारी मिल जाए। 

आज भी हम पानी के महत्व के बारे में भी डिटेल में बात करेंगे और आपको एक्साम्स के अनुसार भी उत्तर देंगे और साथ में आपके ज्ञान को बढ़ाने के लिए भी अलग से उत्तर देंगे,

तो आप इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ते रहे। 

Table of Contents

Importance of Water in Hindi in Points

हम यहाँ importance of water in Hindi को कुछ पॉइंट्स में बताने वाले है, तो जो लोग केवल पानी के महत्व पढ़ना चाहते है, वो लोग ज्यादा वक़्त बर्बाद किये यहाँ पढ़ सकते है। 

और जो लोग डिटेल में importance of water पढ़ना चाहते है, वो आगे पढ़ते रहे, क्यूंकि हम इन पॉइंट्स में से कुछ ज़रूरी पॉइंट्स को और कुछ नए पॉइंट्स को लेकर निचे डिटेल में बात करने वाले है। 

  • पानी पीने के लिए काम आता है। 
  • पानी से हम अपने दैनिक जीवन की जरुआत पूरी करते है। 
  • सही पाचन तंत्र के लिए पानी बहुत उपयोगी है। 
  • पेड़ पोधो के उगाने के लिए भी पानी अवश्य है। 
  • जानवरो के लिए पानी जीवन का आधार है। 
  • पानी हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। 
  • पानी शरीर के तापमान को सही रखता है। 
  • बड़े बड़े उद्योगों में पानी का इस्तेमाल होता है।
  • पानी हमारी त्वचा को भी अच्छा रखता है। 

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Importance of Water in Hindi

आपने ऊपर importance of water in Hindi के 9 पॉइंट्स पढ़ें, यदि आप ऐसे ही पॉइंट्स पढ़ना चाहते हो तो आप निचे स्क्रॉल कर सकते हो, निचे भी हमनें कुछ पॉइंट्स शेयर किये है। 

लेकिन यदि आप डिटेल में पानी के महत्व को पढ़ना चाहते हो तो वह कुछ इस प्रकार है -:

जल saliva ( लार ) बनाने में मदद करता है। 

जल saliva को बनाने में सबसे मुख्य भाग होता है, saliva हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत मदद करता है, यह हमारे खाने को तोड़ने में सहायक होता है।

इसकी मदद से हमारा पाचन तंत्र सही रहता है और हम एक स्वस्थ जीवन जीने की ओर आगे बढ़ने लगते है। 

शरीर का तापमान रखने में

जब आप गर्मी में होते हो और या फिर कोई काम या फिर व्यायाम कर रहे होते हो तो हमें पसीना आने लगता है, यह इसलिए होता है ताकि हमारे शरीर का तापमान सही रहें। 

लेकिन जब हम लगातार बहाते रहते है तो हमारा शरीर dehydrate होने लगता है, ऐसे में हमें हमारे शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पानी पीते रहना चाहिए। 

ताकि जब हमारे शरीर का तापमान बढे तो हमारी शरीर वह पानी को पसीने के ज़रिये बाहर निकाल सके और हमारे शरीर का तापमान सही रह सके। 

Nutrients absorption में 

पानी हमारे शरीर में nutrients को absorb करवाने का भी कार्य करता है, यह हमारे भोजन में से विटामिन्स, मिनरल्स आदि को हमारे शरीर के बाकि अंगो में पहुंचाने का कार्य भी करता है। 

जब हमारे शरीर के सभी अंगो में अच्छे से nutrients पहुँचते है तो हमारा शरीर अच्छे से कार्य कर पाता है, एक स्वस्थ शरीर में पानी का बहुत महत्व होता है। 

वजन कम करने में। 

विज्ञान के कईं शोधो के अनुसार पानी वजन कम करने में भी बहुत लाभदायक है, यदि आप अपने वजन को कम करने की कोशिश कर रहे है तो आप अपने व्यायाम और डाइट को तो अच्छा रखिये, 

उसके साथ में आप यह भी ध्यान रखें की आप अच्छे से पानी पिए, यह आपको वजन कम करने में मदद करेगा। 

मूड को अच्छा करने में

पानी आपके मूड को अच्छा करने में भी मदद करता है, इसके लिए आपको किसी वैज्ञानिक शोध की भी ज़रूरत नहीं है, यह तो आप खुद भी आजमा के देख सकते है। 

जब आपका मूड ख़राब हो, उस समय पानी पीने से आपको आपका मूड सही करने में बहुत मदद मिलती है, पानी पीने से आप रिलैक्स महसूस करते हो। 

तो यदि आपको कभी anxiety महसूस हो और या फिर आपको स्ट्रेस महसूस हो तो तो आप पानी की मदद ले सकते है, इस से आप थोड़ा तो अच्छा महसूस करोगे। 

कुछ वैज्ञानिक शोध भी यह साबित कर चुके है की पानी मूड को अच्छा रखने में बहुत मददगार है। 

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Importance of Water in Hindi in 5 lines

जैसा की हम आपको इंट्रोडक्शन में बता चुके है की हम इस ब्लॉग में पानी के महत्व को डिटेल में भी बतायेंगे, ताकि जो लोग इसके बारे में विस्तार से पढ़ना चाहते है वह विस्तार से पढ़ सकें। 

और हम पॉइंट्स में भी इसके बारे में बताएंगे ताकि जो की बस केवल महत्वो को पढ़ना चाहते है और उनके बारे में जानकरी नहीं चाहते वह भी आसानी से पढ़ सकें। 

यह रहे importance of water in Hindi 5 लाइन्स में -:

  • पानी के बिना हम जीवित नहीं रह सकते। 
  • यह हमारे पुरे शरीर में मिनरल्स और nutrients को पहुंचाने का प्रयास करते है। 
  • पानी ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है। 
  • पानी वजन कम करने में सहायक होता है। 
  • यह झुर्रियों से बचाव में भी मदद करता है। 

Importance of Water in Hindi 10 lines

अब तक हम पानी के बहुत सारे महत्व आपको बता चुके है, चलिए अब थोड़े और महत्वो पर भी प्रकाश डाल लेते है, यह है 10 importance of water in Hindi -:

  • पानी शरीर के मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है।
  • पानी हमें dehydration से बचाता है।
  • यह हमारे दिमाग के कार्य को भी संचारु रूप से चलाने में मदद करता है।
  • यह हमारे tissues (उत्तक) को सुरक्षित रखता है।
  • जल हमारे स्पाइनल कॉर्ड को अच्छा रखने में बहुत सहायक होता है।
  • यह हमारे जोड़ों को भी अच्छा रखने में मदद करता है।
  • पानी हमारी पुरे शरीर में ऑक्सीजन को पहुँचाने के काम आता है।
  • जल हमें बहुत सारी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
  • यह हमारे शरीर को एक्टिव रखने में मदद करता है। 
  • हमें अपने शरीर में बहुत जगहों पर पानी की ज़रूरत होती है। 

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Essay on Importance of Water in Hindi – जल के महत्व पर निबंध

हम ऊपर आपको importance of water in Hindi के बारे में बहुत डिटेल में बता चुके है, हमें आशा है की आपको वह पसंद भी आए होंगे। 

अब हम यहाँ आपके साथ पानी के महत्व के ऊपर कुछ निबंध शेयर करने वाले है, पानी के महत्व एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक है। 

अक्सर एक्साम्स में इस तरीके टॉपिक्स को पूछा जाता है, इसलिए हम इस टॉपिक को भी अपने ब्लॉग में कवर कर रहे है। 

यहाँ आपको 2 निबंध देखने के लिए मिल जाएंगे, 100 शब्दों वाला और 500 शब्दों वाला, जिस से की आप शार्ट और लॉन्ग दोनों तरह के निबंद को पढ़ पाओ। 

जल के महत्व पर निबंध [Importance of Water in Hindi] 100 words

जल ही जीवन है 500 words.

जल के हमारे जीवन में महत्वो को कौन नहीं जानता, जल हमारे जीवन का आधार है। जल के बिना हमारा जीवन नहीं है।

हम जल को पीते है, जल हमारे शरीर में ऐसे बहुत से कार्य करता है, जिस से की हमारा शरीर स्वस्थ रहे। जल हमारे दैनिक जीवन के कार्यों में भी काम आता है।

जल से हम नहाते है, कपडे धोना, खाना पकाना इत्यादि चीज़े भी हम जल से ही करते है।

इस धरती पर अच्छे वातावरण के लिए हमें पेड़ पौधों की ज़रूरत होती है, पेड़ पौधों से हमारा वातावरण संतुलित रहता है, पर पेड़ भी बिना जल के उगाये नहीं जा सकते।

इस से आप जल के महत्व का अंदाज़ा लगा सकते है, हर एक चीज़ जो की हमें जीने के लिए चाहिए वह कैसे ना कैसे भी जल से तो जुडी ही होती है।

विज्ञान जल के कईं सारे फायदों को साबित कर चूका है, पानी हमारे शरीर के metabolism को अच्छा करता है और हमें ऊर्जा प्रदान करता है। 

यदि हमें कभी घबराहट हो रही हो तो ऐसे में पानी हमें खुद को रिलैक्स रखने में भी मदद करता है, पानी हमारे पुरे शरीर के  अहम है, यह हमारे पुरे शरीर में nutrients को पहुंचाने में भी सहायता करते है। 

हमें अपने हर रोज के जीवन को अच्छे से जीने के लिए पानी की अव्यश्कता पड़ती है। पानी को केवल इतना ही महत्व नहीं है। 

यह दूसरे कईं तरीको से भी हमारे जीवन को प्रभावित करता है। हमें जीने के लिए वायु, पानी, खाना इन चीज़ो की ज़रूरत होती है। 

यदि हमें साफ़ वायु चाहिए तो उसके लिए हमें पेड़ पौधो की ज़रूरत होती है और बिना पानी के पेड़ पौधों का जीवन भी सम्भव नहीं है। 

ऐसे ही इसके साथ ही हमारे भोजन की बात भी जुड़ जाती है, हम अपने भोजन के लिए बहुत अधिक पेड़ पौधों पर ही निर्भर करते है, हमें भोजन के लिए फसल उगानी होती है जो की बिना पानी के सम्भव नहीं है। 

ऐसे पानी हर तरिके से हमारे जीवन को प्रभावित करता है, जीव जंतु भी हमारी तरह पानी पर निर्भर करते है। 

यदि उन्हें पानी नहीं मिलता तो वह विलुप्त हो जाएंगे और जो हमारा वातावरण है उसका संतुलन भी बिगड़ जाएगा। पानी के इतने महत्व की वजह से ही बचाने पर ज़ोर दिया जाता है। 

धरती पर लगभग 70% जल है, लेकिन पीने योग्य जल बहुत कम है, हमारे जल स्त्रोत जिनका पानी कभी पीने योग्य था वह भी प्रदूषण के कारण अब प्रयोग के लायक नहीं रहे। 

गंदे हो रहे स्त्रोतों की वजह से पानी में रहने वाले जीवों का जीवन भी संकट में आ गया है, इस वजह से कईं जीव अब विलुप्त होने की कगार पर आ गए है। 

जैसे आज हम पानी की बर्बादी कर रहे है, यदि भविष्य में भी ऐसा ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं होगा, जब हमारे पास पीने योग्य पानी नहीं होगा। 

ऐसे में हमारा पूरा जीवन संकट में आ जाएगा, इसलिए हमें अपने भविष्य के लिए अभी से पानी को बचाने के लिए कदम उठाने होंगे। 

आपको हमेशा ध्यान देना चाहिए की कहीं किसी प्रकार से भी जल बर्बाद ना हो रहा हो, यदि ऐसा हो रहा हो तो आप उसे रोके। 

इसके साथ बढ़ रहे जल प्रदूषण को भी हमें रोकना चाहिए, ताकि जो जल स्त्रोत हमारे पास बचे है, हम उन्हें तो प्रयोग कर सकें। 

इसके साथ हमारे जो जल स्त्रोत पीने योग्य नहीं रहें, हमें उन्हें भी पहले स्वच्छ  के लिए कुछ बड़े कदम उठाने चाहिए। 

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Importance of Water in Hindi for Class 4

यदि आप 4th क्लास के लिए importance of water in Hindi पढ़ना चाहते है तो आपको अधिक चिंता की ज़रूरत नहीं है, क्यूंकि 4th कक्षा में साधारण से महत्व की ही बात है, जैसे -:

  • पानी को हम पीते है।
  • पानी से हम नहाते है।
  • इसकी मदद से पेड़ पौधे उगाये जाते है।
  • पानी खाना पकाने के काम आता है।
  • पानी से हम कपडे धोते है।

कुछ इस तरह के पानी के महत्व की हो बात चौथी कक्षा में होती है, लेकिन यदि आपको एडवांस्ड महत्व ही चाहिए तो ब्लॉग में हमने ऊपर बहुत importance of water in Hindi पहले ही लिख रखें है, आप उन्हें पढ़ सकते हो। 

Importance of Water in Hindi for Class 5

हम जब इस टॉपिक के बारे में अच्छे से अच्छा कंटेंट लिखने के लिए रिसर्च कर रहे थे, तब हमनें जाना की बहुत लोग कक्षा 5 के लिए importance of water in Hindi ढूंढ रहे है।

तो यदि आप भी कक्षा 5 के लिए पानी के महत्वो को खोज रहे है तो पहले तो आप ऊपर दिए गए कक्षा 4 के पॉइंट्स को प्रयोग कर सकते है। 

उसके अलावा हम कुछ पॉइंट्स ओर यहाँ पर शेयर कर रहे है, आप उन्हें भी एक बार ज़रूर पढ़ें -:

  • यह गर्मी के मौसम में आपकी बहुत सहयता करता है।
  • यदि आप व्यायाम करते है तो पानी आपको एक्टिव रखने में बहुत मदद करता है।
  • बुखार होने पर पानी आपकी सेहत को सही करने में बहुत मददगार साबित होता है।
  • बीमारियां जैसे की diarrhea आदि में भी पानी आपके स्वास्थ्य को अच्छा रखने में बहुत मदद करता है।

पानी की कमी के प्रभाव

Importance of Water in Hindi, यह जानने के बाद आपको पानी की कमी के प्रभावो के बारे में भी जानना चाहिए। पानी की कमी एक गंभीर मुद्दा है जो विभिन्न प्रभावों के साथ आती है। यहां हमने पानी की कमी के कुछ प्रमुख प्रभावों के बारे में बताया है:-

स्वास्थ्य पर प्रभाव

Dehydration के लक्षण

पानी की कमी से शरीर में Dehydration की स्थिति हो सकती है, जिससे व्यक्ति थकावट, कमजोरी, चक्कर आना और मानसिक तनाव जैसे लक्षणों का सामना कर सकता है।

स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनना

पानी की कमी बाकी स्वास्थ्य समस्याओं का भी मुख्य कारण बन सकती है, जैसे अनुदात्त त्वचा, मुंह का सूखापन, निपटने की क्षमता में कमी, पाचन संबंधी समस्याएं, गुर्दे की समस्याएं, और मस्तिष्क के कार्य को प्रभावित करने वाली समस्याएं।

पर्यावरण पर प्रभाव

जल संकट के बढ़ने का कारण बनना

पानी की कमी से पर्यावरण पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। इसके कारण, जल संकट की स्थिति बढ़ जाती है, जिससे जल संसाधनों की दुर्बलता और विभिन्न वनस्पति, पशु और चिड़ियों की प्रजातियों को प्रभावित करने जैसे प्राणियों के नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

प्राकृतिक संतुलन को प्रभावित करना

पानी की कमी से प्राकृतिक संतुलन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। नदियों, झीलों और अन्य जलस्रोतों की कमी के कारण, प्राकृतिक जीवन और वनस्पति को अपार नुकसान हो सकता है। यह प्रदूषण की मात्रा को बढ़ा सकता है और पर्यावरणीय संतुलन को प्रभावित कर सकता है।

इस प्रकार, पानी की कमी के प्रभावों को समझना महत्वपूर्ण है। हमें इस जीवनदायी धारणा की मूल्यांकन करना चाहिए और पानी की सुरक्षा और संरक्षण के लिए सक्रिय रूप से योगदान देना चाहिए। इसके बिना, हमारे जीवन, स्वास्थ्य और पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।

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तो यह था आज का ब्लॉग importance of water in Hindi, हमें आशा है की आपको आज का यह ब्लॉग पसंद आया होगा। 

हमनें इस ब्लॉग में पानी के हमारे जीवन में महत्व के बारे में पुरे डिटेल में बात की, साथ ही में हमनें पॉइंट वाइज भी आपको पानी की importance के बारे में बताया है। 

इसके साथ ही हमनें आपको पानी के महत्व के ऊपर कुछ निबंध भी आपके साथ शेयर किये है, ताकि हम अपने हर पाठक को अच्छी जानकरी दे सकें। 

हमें उम्मीद है की आपको यह ब्लॉग पसंद आया होगा, ऐसे ही ओर ब्लोग्स पढ़ने के लिए आप course mentor के साथ जुड़ें रहे। 

जल कैसे जीवन है?

हम अपने सभी दैनिक जीवन के कार्यो को करने के लिए जल पर निर्भर है, हम जल के बिना जीवित नहीं रह सकते, जल हमारे जीवन का आधार है, इस तरह जल जीवन है।

पानी को बचाना क्यों जरूरी है?

जल हमारे जीवन का आधार है, धरती पर लगभग 70 प्रतिशत जल है, लेकिन उसमें कुछ प्रतिशत जल ही पीने के योग्य है, इसलिए हमारे द्वारा जल को बचाना बहुत ज़रूरी है।

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