HindiKiDuniyacom

स्वास्थ्य और तंदरुस्ती पर निबंध (Health and Fitness Essay in Hindi)

स्वास्थ्य और तंदरुस्ती

स्वास्थ्य और तंदरुस्ती को बनाए रखना एक व्यक्ति को स्वस्थ और अच्छाई की सामान्य स्थिति में रहने में मदद करते हैं। यह बिना थके या बिना आराम के शारीरिक गतिविधियों को करने की क्षमता प्रदान करता है। यद्यपि, स्वास्थ्य और तंदरुस्ती को बनाए रखने के लिए सन्तुलित भोजन के साथ नियमित शारीरिक व्यायाम की आवश्यकता होती है। तंदरुस्त, स्वस्थ, बीमारियों से निडर रहने और अन्य बहुत से लाभों के लिए, अपने स्वास्थ्य और तंदरुस्ती को बनाए रखना बहुत आवश्यक है।

स्वास्थ्य और तंदरुस्ती पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Health and Fitness in Hindi, Swasthya aur Tandrusti par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (250 शब्द).

बहुत से आम लोग स्वास्थ्य और तंदरुस्त रहने के महत्व को कभी भी महसूस नहीं कर पाते हैं। वे आमतौर पर, अच्छे स्वास्थ्य के महत्व को कम आंकते हैं, क्योंकि वे इसके लाभों को कभी नहीं जानते हैं। हम सभी जानते हैं कि, स्वास्थ्य ही धन है लेकिन कुछ ही लोग अपने जीवन में इसका पालन करते हैं।

स्वस्थ और तंदरुस्त रहना, हमारे दैनिक कार्यों को पूरा करने में मदद करता है। स्वस्थ्य रहना का अर्थ बीमारी रहित शरीर का ही होना नहीं है, बल्कि तनावमुक्त मन का होना भी है। यदि एक व्यक्ति अस्वस्थ मन रखता है, तो वह अपने शरीर को स्वस्थ नहीं रख सकता है। शरीर और मन दोनों का अच्छा स्वास्थ्य जीवन में सफलता प्राप्त करने और पूरे उत्साह के साथ आनंद करने में मदद करता है।

अच्छा मानसिक स्वास्थ्य हमें अच्छा महसूस करता है और स्वस्थ शरीर शारीरिक क्षमता और आत्मविश्वास प्रदान करता है। अच्छा शारीरिक स्वास्थ्य हमारी परेशानी के समय में मदद करता है, वहीं बेकार या खराब शारीरिक स्वास्थ्य हमें अधिक कमजोर बनाता है और हमारे लिए बीमारियों का खतरा बढ़ाता है।

हमें अपने शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखने के लिए सभी बिन्दुओं के बारे में जागरुक होने की आवश्यकता है। कुछ लोग बहुत अच्छे से जानते हैं कि, अपने शरीर को साफ-सुथरा और स्वस्थ कैसे रखा जाता ही हालांकि, उनके मन में कुछ परेशानियाँ चलती रहती है, जिसके कारण उन्हें स्वस्थ रहने के लाभ नहीं मिल पाते हैं। मानसिक तनाव धीरे-धीरे शारीरिक स्वास्थ्य को कमजोर कर देता है और शरीर को कमजोर बना देता है। वे लोग जो अपने स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है और आलस्य करना, अस्वास्थ्यकर भोजन करना और गतिहीन जीवन को नजरअंदाज करते हैं।

निबंध 2 (300 शब्द)

आजकल, लोग अपने व्यस्त जीवन-शैली में बहुत व्यस्त हो गए हैं और उनके पास खुद को स्वस्थ या तंदरुस्त रखने का भी समय नहीं है। यह सत्य है कि, हमें स्वस्थ और तंदरुस्त रहने के लिए स्वास्थ्यवर्धक खाना चाहिए, अपने आस-पास स्वच्छता रखने का अभ्यास करना चाहिए और नियमित शारीरिक व्यायाम करना चाहिए। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि, कठोर परिश्रम का कोई भी विकल्प नहीं है, इसी तरह, स्वास्थ्य और तंदरुस्ती का भी कोई अन्य विकल्प नहीं है।

स्वास्थ्य और तंदरुस्ती स्वस्थ रहन-सहन और स्वस्थ जीवन-शैली का मिश्रण है। स्वस्थ और तंदरुस्त रहने के लिए व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य का भी स्वस्थ रहना आवश्यक है। हमें शारीरिक रुप से स्वस्थ रहने के लिए नियमित स्वास्थ्यवर्धक भोजन करना चाहिए और शारीरिक व्यायाम करना चाहिए हालांकि, हमें मानसिक रुप से स्वस्थ रहने के लिए सकारात्मक सोचने की आवश्यकता होती है।

हमें आत्म-प्रेरणा के साथ ही तंदरुस्ती की जीवन-शैली की गतिविधियों में भाग लेने की आवश्यकता होती है। हमें अपने स्वास्थ्य को प्रतिदिन की दिनचर्या के रुप में लेना चाहिए। स्वस्थ्य जीवन शैली के लिए स्वस्थ्य रहना हमारा सबसे बड़ा और पहला उद्देश्य होना चाहिए। इसके लिए घंटों व्यायाम की जरुरत नहीं है, नियमित रुप से प्रतिदिन थोड़ी-सा व्यायाम और स्वस्थ भोजन स्वास्थ्य और तंदरुस्ती को बनाए रखने के लिए पर्याप्त है।

हमें हमेशा अपनी आँखों को खुला रखना चाहिए और लिफ्ट के स्थान पर सीढियों को चुनना चाहिए, पास के क्षेत्रों में कार या बाइक के स्थान पर साइकिल का प्रयोग करना चाहिए, बस स्टॉप के लिए चलकर जाना चाहिए आदि गतिविधियाँ बहुत अधिक अन्तर का निर्माण करती है। नियमित शारीरिक व्यायाम में शामिल होना न केवल हमें तंदरुस्त रखता है, बल्कि हमारी जीवन-शैली और स्वस्थ जीवन में भी सुधार करता है। यह हमारे ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है और इस प्रकार, हमारे आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है।

हमें सुबह के घूमने, दौड़ने, जिम (व्यायामशाला) में व्यायाम करने, या अन्य शारीरिक गतिविधियों का शरीर के कार्यकरण को ठीक से कार्य कराने के साथ ही मांसपेशियों में सुधार करने के समय का आनंद लेना चाहिए। हमें पाचन संबंधी विकारों से दूर रहने के लिए, रखे हुए या पैक भोजन के स्थान पर ताजी पके हुए भोजन को करना चाहिए।

निबंध 3 (400 शब्द)

स्वास्थ्य और तंदरुस्ती का आशय शारीरिक और मानसिक दोनों का अच्छी स्थिति में होने की स्थिति से है। नियमित व्यायाम और सन्तुलित भोजन एक व्यक्ति के स्वास्थ्य और तंदरुस्ती को सुधार सकते हैं। एक व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक अच्छाई के रुप में हम स्वास्थ्य को परिभाषित कर सकते हैं। यह केवल बीमारियों, रोग या दुर्बलता की अनुपस्थिति नहीं है। हम किसी भी व्यक्ति की तंदरुस्ती को वातावरण के अनुकूल मिलने वाली माँगों की क्षमता के रुप में परिभाषित कर सकते हैं।

स्वास्थ्य और तंदरुस्ती को कैसे बनाया जाए

स्वंय को स्वस्थ और तंदरुस्त रखने के लिए, हम नियमित रुप से निम्नलिखित तरीकों को अपना सकते हैं:

  • हमें अपनी व्यस्त दिनचर्या से कुछ समय निकालकर नियमित रुप से दैनिक शरीरिक व्यायाम में शामिल होना चाहिए। दैनिक आधार पर 30-60 मिनट का व्यायाम या सप्ताह में 5 से 6 बार व्यायाम, किसी भी व्यक्ति के तंदरुस्त रहने के लिए पर्याप्त है।
  • एक व्यक्ति के लिए सही समय पर सही मात्रा में स्वस्थ और स्वच्छ आहार स्वस्थ और तंदरुस्त रहने के लिए बहुत आवश्यक है। स्वस्थ पोषण के साथ उच्च फाइबर, कम वसा, अधिक प्रोटीन और विटामिन व मिनरल (खनिज) के स्रोत अच्छे स्वास्थ्य के नींव है।
  • तंदरुस्त और स्वस्थ रहने के लिए, सोने की अच्छी व्यवस्था किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत आवश्यक है। हमें अपनी दैनिक दिनचर्या में अनुशासन बनाए रखने और सोने की सही प्रक्रिया को अपनाने की आवश्यकता है, जो सही समय पर शुरु और खत्म होना चाहिए। हर रात आठ घंटे क नींद लेना हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारता है और हृदय संबंधी रोगों से बचाव करने के साथ ही मानसिक स्थिति को सुधारता है। अपर्याप्त नींद की व्यवस्था नींद से जुड़ी परेशानियों और विभिन्न मानसिक विकारों का नेतृत्व करती है।

स्वास्थ्य और तंदरुस्ती का महत्व

स्वास्थ्य और तंदरुस्ती उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जो बहुत खुशी और शान्ति के साथ जीवन जीना चाहते हैं। एक स्वस्थ और तंदरुस्त व्यक्ति ही पूरे उत्साह के साथ जीवन जीने में सक्षम होता है। हम एक व्यक्ति को स्वस्थ और तंदरुस्त तब कह सकते हैं, यदि वह शारीरिक और मानसिक रुप से तंदरुस्त है। शारीरिक और मानसिक रुप से तंदरुस्त व्यक्ति को बीमारियों का खतरा कम रहता है। किसी भी व्यक्ति का स्वास्थ्य और तंदरुस्ती निम्नलिखित चीजों में मदद करती है:

  • बीमारियों के खतरे को कम करना (उच्च रक्त दाब, मधुमेह, हृदय संबंधी बीमारियाँ, पेट का कैंसर, हड्डियों में कमजोरी, मोटापा, ब्रेस्ट कैंसर, आदि)।
  • शारीरिक और मानसिक रुप से बेहतर महसूस कराना।
  • आत्मविश्वास के स्तर को सुधारना।
  • घावों को जल्दी भरना।
  • जीवन में सालों को जोड़कर आयु को लम्बी करने में मदद करना।
  • तनाव को कम करना और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना।
  • तनाव का स्तर, चिन्ता और अवसाद की भावना को कम करना।

सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए विशेषरुप से युवा पीढ़ी के लिए नियमित शारीरिक गतिविधियाँ और नियमित व्यायाम बहुत आवश्यक है। स्वास्थ्य और तंदरुस्ती जीवन में खुशियाँ लाती है और एक व्यक्ति की तनावमुक्त और बीमारी मुक्त जीवन जीने में मदद करती है।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

व्यायाम पर निबंध Essay on Exercise in Hindi

व्यायाम पर निबंध Essay on Exercise in Hindi

इस लेख में हमने व्यायाम पर निबंध हिंदी में (Essay on Exercise in Hindi) लिखा है। इसमें व्यायाम का अर्थ, प्रकार, महत्व, नियम, लाभ, 10 लाइन के विषय में जानकारी दिया गया है।

तो अगर आप एक्सरसाइज पर हिंदी निबंध की तलाश कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए सहायक सिद्ध हो सकता है। दिया गया निबंध व्यायाम के सभी जानकारियों को संग्रहित करके तैयार किया गया है जो बेहद ही सरल है।

Table of Contents

प्रस्तावना (व्यायाम पर निबंध Essay on Exercise in Hindi)

जिस प्रकार किसी वाहन को सुचारू रूप से चलते रहने के लिए इंधन और रखरखाव की आवश्यकता पड़ती है। उसी प्रकार मनुष्य के शरीर को भी सुचारू रूप से काम करने के लिए व्यायाम की आवश्यकता पड़ती है।

धार्मिक ग्रंथों में भी व्यायाम की एक स्वर में महिमा गाई गई है और इसके अभाव को तमाम तकलीफों को भोगने का कारण बताया गया है।

विकासवाद के इस युग में मनुष्य ने शरीर, मन, बुद्धि और प्रकृति के तरफ से अपना मुंह फेर रखा है जिसके कारण उसे कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।

व्यायाम शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक विकास के लिए भी जरूरी होता है। आज लोग हजारों रुपये देकर एक खास जगह पर व्यायाम करने जाते हैं।

जो ज्ञान पहले हर किसी को स्वयमेव ग्रहण करना पड़ता था आज उसके लिए व्यायाम टीचर या योग गुरु को हजारों लाखों रुपए देखकर कुछ घंटों का व्यायाम किया जाता है।

व्यायाम न सिर्फ हमें बाहरी तकलीफों से बचाए रखता है बल्कि शरीर के अंदर के रोगाणुओं, जीवाणुओं का नाश करता है और स्वस्थ और सुडौल शरीर बनाने में सहायता करता है।

और पढ़: पर्यावरण पर निबंध

व्यायाम क्या है? What is Exercise in Hindi?

व्यायाम यह संस्कृत सबसे निकला हुआ शब्द है। जिसका अर्थ होता है शरीर के सभी आयामों (अंग-प्रत्यंगों) को विभिन्न क्रियाओं द्वारा गुजारना जिससे उसका विकास हो।

साधारण अर्थों में शरीर के अंगों को तानना, घुमाना, मोड़ना और अन्य काम जैसे खेलना, कूदना, तैरना यह सभी व्यायाम कहलाते हैं।

व्यायाम को अलग-अलग कारणों के लिए किया जाता है। जैसे कि वजन घटाने के लिए, मजबूती बढ़ाने के लिए, लचीलापन और स्फूर्ति बढ़ाने के लिए व शरीर तथा मन को शांत करने के लिए इत्यादि। 

जितने भी खेल वजूद में हैं उन्हें बनाए जाने के पीछे मनोरंजन और व्यायाम ही मुख्य था। जैसे की कबड्डी, खो खो, ऊंची कूद तथा लंबी कूद जैसे खेलों से शारीरिक मजबूती और स्फूर्ति भी बढ़ती है साथ ही खेल भावना की बढ़ोतरी होती है।

व्यायाम के प्रकार Types of Exercises in Hindi

आज के समय में व्यायाम के लिए विभिन्न मशीनों और उपकरणों की सहायता ली जाती है जिससे व्यायाम की शैली और रूपरेखा दोनों बदल गई है। लेकिन व्यायाम की शुरुआत प्राचीन काल में योग और प्राणायाम से ही हुई थी।

प्राचीन काल से योग और खेल को ही व्यायाम का एकमात्र साधन माना जाता था लेकिन समय के साथ व्यायाम के और भी रूप-प्रतिरूप सामने आते गए जो निम्न है।

व्यायाम के मुख्य प्रकारों में आयसोटोनिक, आयसोमट्रिक ,आयसोमेट्रिक और आयसोटोनिक, एनरोबिक्स (शीघ्र व्यायाम), एरोबिक्स  (दमसांस वाले व्यायाम), चलना, खेल इत्यादि को शामिल किया जाता है। 

जिन कसरतों में हलचल ज्यादा होती है उसे आइसोटोनिक प्रकार के व्यायाम कहते हैं जैसे कि साइकल चलाना, तैरना, दौड़ना इत्यादि।

जब शरीर के द्वारा बल लगाकर किसी चीज को उठाया जाता है या धक्का लगाया जाता है जिसमें गतिशीलता नहीं होती है बल्कि ताकत लगती है उसे आइसोमेट्रिक प्रकार का व्यायाम कहते हैं। जैसे जिम में डंबल उठाना इत्यादि

जिस प्रकार के व्यायाम में गतिशीलता के साथ वजन उठाने को भी शामिल किया जाता है उसे आइसोटोनिक तथा आइसोमेट्रिक मिक्स प्रकार का व्यायाम कहते हैं।

ऐसे प्रकार के व्यायाम को एक निश्चित अंतराल पर किया जाता है उसे एनरोबिक्स प्रकार के व्यायाम कहते हैं जैसे कबड्डी, 200 मीटर रेस इत्यादि।

जिन व्यायाम में शरीर की तनन क्षमता, मजबूती और गतिशीलता तीनों का उपयोग होता है उसे एरोबिक्स कहते हैं। कुछ खास प्रकार के व्यायाम के साथ तेज दौड़ना, ऊंची कूद, लंबी कूद, टेनिस जैसे खेलों को इनमें शामिल किया जाता है।

व्यायाम का महत्व Importance of Exercise in Hindi

सुबह होते ही गाय तथा भैंसों के बच्चे व अन्य जानवर उत्साह पूर्वक उछलने कूदने लगते हैं क्योंकि प्रकृति ने हर एक जीव जंतु के लिए एक ही नियम को बनाया है।

पशुओं के जीवन के मुकाबले इंसानों का जीवन सुख सुविधाओं वाला होता है इसलिए व्यायाम का महत्व इंसानों के लिए सबसे ज्यादा होता है।

व्यायाम करने से शरीर को पर्याप्त कसरत मिलता है इसके कारण शरीर के आंतरिक अंग सुचारू रूप से कार्य कर पाते हैं। एक बार आंतरिक अंग स्वस्थ रुप से कार्य करने लगते हैं तो मन स्वतः शांत और स्वस्थ हो जाता है।

शरीर की रोग प्रतिकारक शक्ति को बढ़ाने के लिए व्यायाम को सर्वोपरि माना जाता है व्यायाम के कारण बाहरी रोगाणुओं- जीवाणुओं का शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।

बड़े से बड़ा चिकित्सक व्यायाम को सबके लिए सर्वोपरि मानता है। इसलिए ही वह अपने सभी मरीजों को व्यायाम जरूर करने की सलाह देता है।

जो बच्चे व्यायाम और खेलकूद में रुचि रखते हैं उनका जीवन व्यायाम न करने वाले बच्चों से बेहतर देखा गया है।

व्यायाम के नियम Rule of Exercise in Hindi

किसी भी चीज से सटीक लाभ लेने के लिए उसके नियमों का पालन करना पड़ता है तथा सावधानियों की समझ भी रखनी होती है। व्यायाम करने के भी कई नियम हैं इसे अगर नजरअंदाज किया जाए तो शारीरिक व मानसिक कष्ट भुगतना पड़ सकता है।

कसरत को करने के लिए प्रातः काल का समय सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। व्यायाम करने से पहले शौच आदि से निवृत हो लेना एक अच्छी आदत मानी जाती है।

व्यायाम के पहले नियम के अनुसार यह कभी भी खाली पेट या खाने के कम से कम 3 घंटे बाद किया जाना चाहिए व आधे घंटे पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पिया जा सकता है।

खुले और हवादार जगहों का प्रयोग व्यायाम करने के लिए किया जाता है क्योंकि इस समय सांसे और शारीरिक तापमान अधिक रफ्तार से चढ़ते और उतरते रहते हैं।

किसी भी प्रकार के कठिन या सरल व्यायाम करने से पहले शरीर की मांसपेशियों को तान कर ढीला करना चाहिए ताकि एकाएक व्यायाम से उन्हें कोई हानि न हो।

जिन्हें कोई भी शारीरिक और मानसिक व्याधि हो उन्हें व्यायाम करने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए।

व्यायाम से लाभ Benefits of Exercise in Hindi

व्यायाम से शरीर में स्फूर्ति और ताजगी बनी रहती है जिसके कारण अन्य कामों में ध्यान अच्छे से लग पाता है। इसके सबसे बड़े लाभ के रूप में रोग प्रतिकारक क्षमता की बढ़ोतरी है जीसके कारण शरीर स्वस्थ रहता है।

आइसोटोनिक प्रकार के व्यायाम से हर किसी को कई लाभ होते हैं जैसे कि स्टैमिना का बढ़ना, चेहरे पर निखार आना, रक्त का साफ होना इत्यादि।

योग तथा प्राणायाम करने से हर प्रकार की आधी व्याधि दूर होती है। लंबाई बढ़ाने के लिए ताड़ासन जैसे योग को सर्वोपरि माना जाता है।

प्राणायाम के रूप में अनुलोम विलोम, कपालभाति और भस्त्रिका प्राणायाम से शरीर और मन को अनेकों लाभ होते हैं जैसे एकाग्रता का बढ़ना, विचारों का शांत होना, चिंता का कम होना और आध्यात्मिक उन्नति करना इत्यादि। 

व्यायाम पर 10 लाइन Best 10 Lines on Exercise in Hindi

नीचे पढ़ें व्यायाम पर 10 लाइन-

  • कसरत से शरीर में काफी ऊर्जा निकल कर गर्मी पैदा होती है। यह गर्मी पसीना और प्रश्वास के माध्यम से शरीर शुद्ध करती है।
  • वह कार्य जिससे शरीर सुदृढ़ होता है तथा बल मिलता है, उसे व्यायाम कहते हैं।
  • व्यायाम कई प्रकार के होते हैं- दण्ड बैठक करना, प्रातः भ्रमण, दौड़ना, रस्सी कूदना, योगासन करना आदि।
  • ऐसे व्यायाम नहीं करने चाहिएँ जिन्हें हमारा शरीर स्वीकार न करता हो।
  • व्यायाम करने से पाचन क्रिया भी ठीक रहती है व भूख समय पर लगती है। 
  • व्यायाम करने से हाथ-पैर और शरीर के अन्य अंग बलिष्ठ हो जाते हैं। शरीर में स्फूर्ति उत्पन्न हो जाती है।
  • जो विद्यार्थी व्यायाम नहीं करते, उनका शरीर बेडौल हो जाता है 
  • प्रात:काल की खुली वायु में व्यायाम करना सर्वोत्तम होता है।
  • व्यायाम का चुनाव करते समय व्यक्ति को अपनी आयु, क्षमता तथा शरीर को विशेषताओं का ध्यान में रखना चाहिए।
  • बच्चों की लंबाई को बढ़ाने के लिए ताड़ासन जैसे योग को सर्वोपरि माना जाता है। 

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने व्यायाम पर निबंध (Essay on the Exercise in Hindi) पढ़ा। आशा है यह निबंध आपको जानकारी से भरपूर लगा हो। अगर यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करें।

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

essay on fitness in hindi

व्यायाम का महत्व पर निबंध- Essay on Importance of Exercise in Hindi

In this article, we are providing Essay on Importance of Exercise in Hindi. व्यायाम का महत्व पर निबंध-  व्यायाम का अर्थ और रूप, व्यायाम करने का ढंग, व्यायाम के लाभ

व्यायाम का महत्व निबंध- Essay on Importance of Exercise in Hindi

भूमिका- जीवन-उपवन में खुशियों के फूल और सुख का सौरभ तभी बिखरता है, जब शरीर सुन्दर, स्वस्थ और नीरोग होता है। जीवन संघर्ष में, जीवन यात्रा में, सफलता की चोटियों पर तभी पहुंच सकते हैं जब शरीर शक्ति और उत्साह से भरा होता है। मनुष्य को शारीरिक और मानसिक परिश्रम करना पड़ता है। इससे शक्ति का क्षय होता है। इसकी पूर्ति होने पर ही पुन: क्रियाशील होना सम्भव होता है। शरीर की तुलना इंजन से की जा सकती है, जो उसी स्थिति में क्रियान्वित होता है जब उसे ऊर्जा प्राप्त होती है। केवल पोषक  तत्व खाने पर ही शरीर स्वस्थ और बलशाली नहीं होता है अपितु इसके लिए अन्य साधन भी अपनाने पड़ते हैं और इन्हीं साधनों में व्यायाम भी प्रमुख और अनिवार्य साधन है।

व्यायाम का अर्थ और रूप- संस्कृत के कथन के अनुसार-शरीरमाद्य खलु धर्म साधनम’ अर्थात् शरीर ही सभी धर्मों का साधन है। इसी प्रकार अंग्रेज़ी में कहा गया है

‘स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है।’

महर्षि चरक के अनुसारया

चेष्टा स्थैर्याथा बलवर्धिनी देह व्यायामः।

अर्थात् वह कार्य जिससे शरीर सुदृढ़ होता है जिससे बल बढ़ता है, उसे व्यायाम कहते हैं। स्पष्ट है कि व्यायाम का अर्थ उन शारीरिक क्रियाओं से है जिनके द्वारा शरीर नीरोग रहता है, बल की वृद्धि होती है तथा मस्तिष्क संतुलित रहता है।

व्यायाम का कोई एक विशेष रूप नहीं होता, अपितु शरीर के अनुसार ही व्यायाम करना उचित होता है। व्यायाम में आयु का विशेष ध्यान रखा जाता है। बच्चों के लिए रस्सी कूदना, विभिन्न प्रकार के खेल खेलना, योगासन करना व्यायाम के रूप हैं। जिमनास्टिक, तैराकी जैसे खेल भी व्यायाम के ही स्वरूप हैं। बच्चों के शरीर में विकास और वृद्धि तीव्र गति से होती है। अत: व्यायाम के द्वारा शरीर का विकास संतुलित रूप में हो सकता है। बच्चों के शरीर की अस्थि और माँस-पेशियां अपेक्षाकृत अधिक लचकदार होती है अत: वे सहजता से मुड़ सकती हैं। भार-तोलन जैसे व्यायाम में विशेष सावधानी रखना आवश्यक होती है। इसी प्रकार बच्चों के लिए दौड़ना भी व्यायाम का ही रूप है। युवावस्था में विभिन्न प्रकार के व्यायाम किए जा सकते हैं। खिलाड़ियों को भी व्यायाम की आवश्यकता होती है ताकि वे अपने शरीर का संतुलन बना कर रख सकें। इस अवस्था में योगाभ्यास के अतिरिक्त सभी प्रकार के खेलकूद, व्यायाम इस प्रकार के होने चाहिए जिसमें अधिक शरीरिक श्रम न करना पड़े। प्रात:काल का भ्रमण इस अवस्था के लिए सबसे अधिक उपयोगी व्यायाम है।

व्यायाम केवल पुरुषों के लिए नहीं होते है अपितु स्त्रियों के लिए भी विशेष प्रकार के व्यायाम उपयोगी होते हैं। केवल घर के काम करने से ही अथवा नित्य प्रति काम करने से व्यायाम नहीं होता। किसान जो अपने खेतों में हल चलाता है तथा मज़दूर हमेशा शारीरिक श्रम करता है, को भी व्यायाम की आवश्यकता होती है। व्यायाम के लिए किसी निश्चित समय का होना आवश्यक है। दिन-भर व्यायाम नहीं किया जा सकता तथा भोजन करने के तुरन्त बाद भी उचित नहीं होता।

व्यायाम करने का ढंग- व्यायाम करने से पूर्व तथा पश्चात् कुछ विशेष बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए जैसे भरे हुए पेट के बाद व्यायाम करना हानिकारक होता है। इसी प्रकार व्यायाम करने के तुरन्त बाद स्नान करना शरीर के लिए हानिकारक होता है। व्यायाम करने में लगातार घंटा अथवा दो घंटे का समय भी लगाना उचित नहीं होता। कुछ समय बाद थोड़ा-सा विश्राम करना श्वसन प्रणाली के लिए लाभदायक होता है। जब साँस फूलने लगती है तब विश्राम करना आवश्यक होता है। इससे फेफड़ों पर अनावश्यक दबाव  नहीं पड़ता। शरीर पर मालिश करने से भी शरीर लचकदार बनता है तथा माँसपेशियाँ सरलता से गतिशील होती है। विशेष प्रकार के व्यायामों में विशेष प्रकार की सावधानियों को ध्यान में रखा जाता है। प्राणायाम जैसे व्यायाम करते समय एक नासिका का बंद होना आवश्यक होता है। व्यायाम करते हुए यह बात भी ध्यान में रखनी चाहिए कि अनावश्यक रूप से अधिक शक्ति का प्रयोग न किया जाए। 

व्यायाम के लाभ- व्यायाम के लाभों को अंगुलियों पर गिनना सम्भव नहीं है। संक्षेप में कहा जा सकता है कि व्यायाम तन, मन तथा मस्तिष्क के लिए प्रत्येक पहलू से उपयोगी होता है। जहां तक तन का प्रश्न है व्यायाम के द्वारा शरीर सुगठित होता है। मांसपेशियां सुदृढ़ होती हैं। चेहरे पर कान्ति तथा तेज़ उत्पन्न होता हैं। शरीर में अनेक प्रकार की जो व्याधियां उत्पन्न होती है वे व्यायाम के द्वारा दूर हो जाती हैं। पेट के रोग, अपच की शिकायत उन लोगों को अधिक होती है जो अधिकतर बैठे रहते हैं और कोई शारीरिक श्रम नहीं करते। जैसे-दर्जी, मोची आदि। ये लोग यदि नित्य प्रति समय निकाल कर व्यायाम करें तो इनके शरीर को बीमारियां नहीं घेर सकती हैं।

व्यायाम के द्वारा रक्त-संचार ठीक प्रकार से होता है। इसलिए शरीर में स्फूर्ति रहती है, मन में उत्साह रहता है तथा किसी भी कार्य को करने के लिए व्यक्ति तत्पर रहता है।

प्राय: देखा जाता है कि लोगों का शरीर अधिक चर्बी बढ़ने से अनावश्यक रूप से मोटा हो जाता है। इस प्रकार का मोटापा आ जाने से सांस फूलने लगती है तथा चलना-फिरना, उठना-बैठना कष्टदायक सिद्ध होता है।

व्यायाम करने से शरीर में पसीना आता है तथा विभिन्न प्रकार के अनावश्यक पदार्थ जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं पसीने के साथ बाहर निकल आते हैं। इस प्रकार शरीर स्वस्थ रहता है। रोम छिद्र के खुल जाने से पसीना सरलता से आ जाता है।

प्राणायाम जैसे व्यायाम के द्वारा अधिक मात्रा में आक्सीजन गैस फेफड़ों में प्रवेश करती है तथा दूषित वायु कार्बनडाई-आक्साइड के रूप में शरीर से बाहर निकल आती है। इस प्रकार शरीर में ताप का भी नियन्त्रण होता है।

व्यायाम करने से मन और मस्तिष्क स्वस्थ तथा संतुलित रहते हैं जिससे बुद्धि क्रियाशील रहती है तथा समस्याओं का समाधान करने में समर्थ होती है। स्नायु का नियन्त्रण होने से आंखों की शक्ति बढ़ती है तथा किसी भी प्रकार का मानसिक आघात सहन करने के लिए व्यक्ति तत्पर होता है।

व्यायाम करने से रक्त संचार नियन्त्रित रहता है। इसलिए जब शरीर के किसी भाग में कोशिकाओं का क्षय होता है तो व्यायाम करने से नई कोशिकाओं का निर्माण भी तीव्र गति से होता है।

नियमित व्यायाम करना अनेक दृष्टिकोणों से सार्थक होता है। शक्ति संचार के साथ-साथ हड़ियों का ताकतवर होना शरीर में लचकता तथा शरीर का विकसित होना भी व्यायाम के द्वारा सम्भव होता है। सोने पर व्यक्ति गहरी नींद में सोता है और प्रात:काल जल्दी ही जाग जाता है। उसका स्वभाव हंसमुख बनता है तथा चिड़चिड़ापन और क्रोध आदि दूर होते हैं।

उसनहार- व्यायाम के ये लाभ अतिश्योकित नहीं है अपितुः दैनिक जीवन में देखा जाता है की नियमित रूप से व्यायाम करने वाला व्यक्ति निरोग तथा दीर्ष- जीवी होता है। यह सत्य है की व्यायाम करने के साथ- साथ पोस्टिक आहार खाना चाहिए : ब्रमचर्य का पालन करना चाहिए तथा नशीले पद याँ से दूर रहना चाहिए। किसी भी ढंग का व्यायाम उसे नियमित और उचित ढंग से व ने पर सदैव लाभ होता है। तन और मन की शुद्ध के लिए व्यायाम अत्यावश्यक है तथा विद्यार्थी जीवन में इसका विशेष महत्व हैनीरोगता उपचार जो चाहो, शक्ति का भण्डार जो चाहो, प्रतिदिन करो सभी व्यायाम, सुखी रहोगे आठों याम।

योग के महत्व पर निबंध- Essay on Importance of Yoga in Hindi

ध्यान दें – प्रिय दर्शकों Essay on Importance of Exercise in Hindi आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

1Hindi

व्यायाम का महत्व निबंध Importance of Exercise Essay in Hindi

व्यायाम का महत्व निबंध Importance of Exercise Essay in Hindi

क्या आप व्यायाम  क्यों जरूरी है जानना चाहते हैं? Want to know Benefits of Exercise in Hindi?

जी हां दोस्तों आज हम आपको प्रतिदिन व्यायाम करने के फायदों के बारे में बतायेंगे और साथ ही हम इसके महत्व के विषय में भी बात करेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं…

इस दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति हर समय किसी न किसी रोग से घिरा ही हुआ है। उन रोगों से बचने के लिए हर कोई व्यक्ति डॉक्टर या चिकित्सक के पास जाता है। परंतु उनमें से सभी डॉक्टर और चिकित्सक उस रोग या बीमारी को तो ठीक कर देते हैं परंतु स्वास्थ्य को कोई भी सही नहीं करता। अपने स्वास्थ्य को अच्छे से रखना का एक ही रास्ता है और वह है व्यायाम।

जो लोग व्यायाम और योग करते हैं वह लोग कभी भी आसानी से बीमार नहीं पड़ते हैं। रोग मात्र दुर्बल शरीर पर आक्रमण करता है और व्यायाम करने वाला व्यक्ति हमेशा तंदुरुस्त और शक्तिशाली रहता है। इसीलिए बीमारी या रोग से बचने का एकमात्र समाधान है व्यायाम।

प्रतिदिन व्यायाम करने से मनुष्य का मन उत्साहित रहता है और शरीर को शक्ति तथा स्फूर्ति मिलती है। अगर हम व्यायाम की तुलना डॉक्टरों द्वारा दी जाने वाली दवाइयों,  विटामिन सिरप और इंजेक्शन के साथ करें तो सब व्यर्थ है।

एक बड़े चिकित्सक का कथन है कि जो डॉक्टर दवाइयों पर ज्यादा भरोसा किए बिना अपने रोगी का स्वास्थ्य सुधार दे वही सबसे बुद्धिमान और अच्छा डॉक्टर कहलाता है। बड़े-बड़े शोधकर्ताओं का कहना है की आज के युग में मनुष्य रोगों से कम और दवाइयों के कारण ज्यादा मर रहे हैं।  इस से साफ पता चलता है की मनुष्य को दवाइयों से नहीं व्यायाम और योग जैसी क्रियाएं करके अपने स्वास्थ्य को मजबूत बनाना होगा।

If we could give every individual the right amount of nourishment and exercise, not too little and not too much, we would have found the safest way to health. – Hippocrates

फादर ऑफ मेडिसिन हिप्पोक्रेट्स का कथन था – अगर प्रत्येक व्यक्ति को पोषण और व्यायाम का सही मात्रा दिया जाए, ना थोड़ा ज्यादा ना थोड़ा कम, तो हम यह देखेंगे की यह सबसे सुरक्षित स्वस्थ रहने का रास्ता है।

इस बात में तो थोड़ा भी संदेह नहीं है कि स्वास्थ्य से अनमोल कोई चीज नहीं है। सही प्रकार से व्यायाम करने वाले व्यक्ति का शरीर हृष्ट पुष्ट रहता है तथा मन और मुख हमेशा प्रफुल्लित बना रहता है। व्यायाम करने से पाचन तंत्र सही प्रकार से काम करता है और भूख भी बढ़ाता है। व्यायाम करने वाले व्यक्ति का मन हमेशा शांत रहता है और उसके मन में सुविचार भी उत्पन्न होते हैं।

It is health that is real wealth and not pieces of gold and silver. – Mahatma Gandhi

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी का कथन था –  यह स्वास्थ ही है जो असली धन होता है ना की सोना और चांदी। यह बात तो सत्य ही है की अगर  मनुष्य के स्वास्थ्य अच्छा नहीं होगा तो सोना चांदी का वह क्या करेगा?  

इस संसार में जितने भी महापुरुष हुए हैं,  सभी ने व्यायाम को जीवन का सर्वप्रथम कर्म माना है। यह व्यायाम की ही शक्ति का प्रभाव है की उन महान लोगों ने मनुष्य के हित और देश के विकास के लिए अपना योगदान दिया।

आप कई पुस्तकों में कई प्रकार के व्यायाम के विषय में पढ़ेंगे। परंतु अगर आप ज्यादा दौड़-भाग वाले व्यायाम नहीं कर पाते तो आपके लिए सबसे बेहतरीन व्यायाम का तरीका है योगासन या योग अभ्यास करना। आप शुरुआत में कुछ आसान योगासन करके प्रतिदिन व्यायाम को शुरू कर सकते हैं। अगर आप चाहें तो दौड़-भाग वाले व्यायाम भी कर सकते हैं।

व्यायाम करने के शुरुआती दिनों में हो सकता है आपको थोड़ा मुश्किल हो परंतु कुछ दिनों बाद कष्ट कम हो जाएंगे और आपको व्यायाम करने के लाभ दिखने लगेंगे।  कई प्रकार के व्यायाम के तरीके हैं जिसमें घुड़सवारी, तैरना, चलना, दौड़ना इत्यादि विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं।

आजकल लोग कई प्रकार के खेल जैसे कबड्डी, खो-खो, क्रिकेट, टेनिस  इत्यादि को उत्तम व्यायाम समझते हैं परंतु इन खेलों में एक से अधिक व्यक्ति की आवश्यकता पड़ती है जो की हर समय संभव नहीं है।

व्यायाम भी प्रतिदिन नियम अनुसार और समय पर  करना आवश्यक है। यह एक दिन का काम नहीं होता है इसे प्रतिदिन निर्धारित समय के लिए करना बहुत ही आवश्यक होता है। पश्चिमी देशों में है पुरुषों की तरह हैं महिलाएं भी प्रतिदिन व्यायाम करती हैं,  परंतु भारत में बहुत कम ही जगह में घर की महिलाएं बाहर निकलकर व्यायाम करती हैं।  परंतु इसका यह मतलब नहीं है कि घर की महिलाएं व्यायाम नहीं करती हैं  क्योंकि चक्की पीसना, खड़े होकर खाना बनाना, कपड़े धोना, और अन्य घरेलू काम भी तो व्यायाम ही हैं।

धीरे धीरे इस टेक्नोलॉजी की दुनिया में शरीर के बल के महत्व को लोग भूलते जा रहे हैं। आज के दिन में प्रत्येक कंपनी मैं आधा से ज्यादा काम मशीनें करती हैं जिसके कारण एक तो बेरोजगारी बढ़ रही है और साथ ही लोगों का स्वास्थ्य भी बिगड़ते जा रहा है।

पहले जमाने में  कारखानों और कंपनियों में लोग काम किया करते थे जो उनके लिए एक व्यायाम के रूप में काम आता था परंतु आज कंप्यूटर की दुनिया में सारा काम कंप्यूटर ही करता है। जिसके कारण लोग बैठ बैठकर आलसी हो गए हैं और वही कई प्रकार के रोगों का बढ़ावा दे रहा है।

इसीलिए दोस्तों नियमित रूप से व्यायाम करें और अगर अभी तक आपने व्यायाम करना शुरू नहीं किया है तो आज ही व्यायाम करना शुरू करें। बहुत जल्द आप स्वयं में एक सकारात्मक बदलाव पाएंगे और रोगमुक्त जीवन के साथ सफलता प्राप्त करेंगे।

आशा करते हैं व्यायाम के विषय में यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा।  अगर आपको यह निबंध अच्छा लगा है तो अपने सोशल मीडिया अकाउंट में ज़रुर शेयर करें धन्यवाद।

19 thoughts on “व्यायाम का महत्व निबंध Importance of Exercise Essay in Hindi”

It’s was realy helpful for my test

So, beautiful speech in the benefit exercise

The essay is your learning type I appreciate that you have talked hard work to do this website

valuable importance of exercise

It’s very nice and easy lt also helps me in my h.w

IT IS REALLY REALLY VERY HELPFUL

Its very useful and i appreciate the one who made this

I loved the way somebody has written this essay !!! It was really very helpful for me and others !!!!! Thank-you for writing such a beautiful essay !!! You have done a very commendable job !!!!!! Keep it up !!! ♥️

It was very nice. . . Thank you

It is very useful for my hindi h.w

व्यायाम का महत्व निबंध 1 Hindi thank you

yep it was really useful; thanks

Thank you for posting this essay .It is very useful for my hindi exam

Yes it is useful Yes i like these ideas

Yes it helps me in homework and is very use ful

It is very good

Leave a Comment Cancel reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

essay on fitness in hindi

व्यायाम का महत्व पर निबंध – Essay on the importance of exercise in Hindi

आज में आपके लिए लेकर आया हूँ व्यायाम का महत्व पर निबंध (Essay on the importance of exercise in Hindi). जिसमें आप परिभाषा और रूप, व्यायाम करने का सही स्थान और समय, इसके लाभ और हमारी शिक्षा प्रणाली में व्यायाम के बारे में आप जानेंगे. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह लेख आपको कई प्रकार की परीक्षाओं में मदद करेगा. तो बिना देरी किये चलिए हमारे मुख्य लेख की ओर बढ़ते हैं जो है व्यायाम का महत्व पर निबंध ( The importance of exercise essay in Hindi ).

यह सोचना भ्रामक है कि शरीर को बनाए रखने के लिए भोजन, कपड़े और आश्रय आवश्यक हैं, लेकिन यह कि सुंदर और अच्छी तरह से संतुलित शरीर और एक स्थिर दिमाग के लिए लाभ पर्याप्त हैं. इन सभी संसाधनों की प्रचुरता के कारण, इसमें कोई सच्चाई नहीं है कि एक पतला शरीर और उदास दिमाग के साथ एक व्यक्ति खुशहाल जीवन जी सकता है. शरीर की भलाई और मन की भलाई के लिए नियमित व्यायाम की आवश्यकता से इनकार नहीं किया जा सकता है. ब्रह्मांड में मानव जीवन बहुत दुर्लभ है. इस अनमोल जीवन की सुरक्षा का ध्यान रखना प्रत्येक मनुष्य का कर्तव्य है. मानसिक विकास शरीर की उचित संरचना और वृद्धि पर निर्भर करता है. अतः बिना व्यायाम के स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मंत्र की स्थिति उचित नहीं लगती है.

परिभाषा और रूप

शारीरिक वृद्धि और विकास के लिए नियमित अंग चालना का दूसरा नाम व्यायाम है. उन सभी कार्यों में जिनमें शरीर के विभिन्न अंग लगातार गतिशील होते हैं, जिसके कारण शरीर मजबूत और सुव्यवस्थित होता है और यह सब कार्य ही व्यायाम है. यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि कृषि के क्षेत्र में अथक परिश्रम करने वाले किसान, कारखानों में विभिन्न शारीरिक गतिविधियों में सदैव लगे रहने वाले श्रमिक तथा भवनों और सड़कों आदि के निर्माण में कार्यरत श्रमिक रोजाना व्यायाम करते हैं. संक्षेप में, यह कहा जा सकता है कि व्यायाम शारीरिक गतिविधि में संलग्न होने का एक निरंतर तरीका है. चिकित्सक, वकील, शिक्षक, कलाकार, या विभिन्न मानसिक गतिविधियों में लगे कई अन्य पेशेवर शायद ही कभी उपरोक्त शारीरिक गतिविधियों में से कोई भी कार्य करते हैं. परिणामस्वरूप, शारीरिक विकास के लिए आवश्यक अन्य सभी शारीरिक गतिविधियाँ उनके अभ्यास में शामिल होती हैं. कुश्ती, खेल, साइकिल चलाना, नौका विहार और विभिन्न खेलों में भाग लेना जैसे फुटबॉल, क्रिकेट, हॉकी, टेनिस, बैडमिंटन, कबड्डी, आदि व्यायाम है. यहां तक ​​कि तैराकी, दौड़ना या लंबी दूरी तक चलना व्यायाम का हिस्सा है.

vyayam ka mahatva par nibandh

व्यायाम करने का सही स्थान और समय

दैनिक जीवन में पेशे की जरूरतों के अनुसार विभिन्न शारीरिक गतिविधियां करने वालों में व्यायाम के स्थान और समय को निर्धारित करना हमेशा संभव नहीं होता है. बेशक, उनके कार्यस्थल में पर्यावरण को शारीरिक गतिविधि के लिए अनुकूल होना चाहिए. व्यायाम के लिए अत्यधिक रौशनी और स्वच्छ हवा आवश्यक है. ऑक्सीजन की कमी से हवा की शुद्धता कम हो जाती है. इसलिए खुले ग्रामीण इलाकों और हाइलैंड्स व्यायाम करने के लिए सबसे अच्छी जगह हैं. इस स्थान में निर्बाध वायु परिसंचरण होता है. सुबह और दोपहर व्यायाम के लिए महान समय है. देर रात और दोपहर में व्यायाम करने से कोई भी फायदा नहीं होता है. सर्दियों में अधिक समय तक व्यायाम करना शरीर के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है. यदि किसी भी कारण से शारीरिक बीमारी महसूस होती है तो व्यायाम को पूरी तरह से रोका जा सकता है या इसकी अवधि कम की जा सकती है.

व्यायाम शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ शारीरिक संरचना और विकास में मदद करता है. आलस्य उस व्यक्ति से हमेशा दूर रहता है, जो नियमित रूप से व्यायाम करने की आदत में है. व्यायाम के दौरान तेजी से सांस लेने से रक्त का संचार, विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाएं अच्छी तरह से प्रबंधित होती हैं और फेफड़े और दिल मजबूत होते हैं और अच्छी तरह से काम करते हैं. रक्त, मांस, हड्डियां, तंत्रिकाओं, मांसपेशियों आदि शरीर के मुख्य अवयवों हैं. व्यायाम करने से शरीर के बीच के ये सभी अंग मजबूत होते हैं और ठीक से काम करते हैं. व्यायाम के दौरान शरीर से अत्यधिक पसीना निकलता है जिससे त्वचा को साफ होता  है और त्वचा में संक्रमण का खतरा नहीं रहता है. नियमित व्यायाम से भूख बढ़ती है, कब्ज का खतरा दूर होता है.

हमारी शिक्षा प्रणाली में व्यायाम

अनुसंधान और परीक्षा के माध्यम से बाल मनोचिकित्सक और शिक्षक इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि आधुनिक स्कूलों के पाठ्यक्रम में मानसिक और शारीरिक शिक्षा दोनों का समान महत्व है. इसलिए पाठ्यक्रम में विभिन्न खेल और अभ्यास हैं. प्रत्येक संस्थान के लिए शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की नियुक्ति की गई है. लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ स्कूल व्यायाम के महत्व पर जोर नहीं देते हैं. जब प्रत्येक शिक्षक और छात्रों को व्यायाम के लाभों का पता चलेगा, तो वे स्वस्थ जीवन जीने में सक्षम हो सकते हैं.

चाहे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से, कुछ लोग व्यायाम करने के लिए उपेक्षा करते हैं. नतीजतन, वे विभिन्न बीमारियों से पीड़ित होते हैं. तो इसके बाद में, उनके पश्चाताप उनका सार है. व्यायाम की कमी से मोटापा हो सकता है, जिससे दैनिक गतिविधियों जैसे बैठना, उठना, चलना, दौड़ना जैसी समस्याएं हो सकती हैं. भारत जैसे कम विकसित देश में, व्यायाम के बारे में व्यापक जागरूकता की आवश्यकता है.

आपके लिए :-

  • शारीरिक शिक्षा का महत्व पर निबंध
  • विद्यार्थी जीवन पर निबंध
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध
  • नारी शिक्षा पर निबंध
  • मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध

यह था हमारा लेख व्यायाम का महत्व पर निबंध (Essay on the importance of exercise in Hindi ). उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा. अगर पसंद आया है, तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें. मिलते हैं अगले लेख में. धन्यवाद. 

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

ESSAY KI DUNIYA

HINDI ESSAYS & TOPICS

Essay On Exercise In Hindi – व्यायाम पर निबंध

September 13, 2017 by essaykiduniya

Here you will get Paragraph & Short Essay on Exercise in Hindi Language for Students of all classes in 200, 300, 400 and 500 words. Essay on Benefits of Exercise in Hindi Language. Importance of exercise in Hindi Language. सभी कक्षा के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में व्यायाम के लाभ पर निबंध।

Essay On Exercise In Hindi – व्यायाम पर निबंध

Essay on Exercise in Hindi

Short Essay On Exercise In Hindi Language – व्यायाम पर निबंध ( 200 words )

व्यायाम स्वस्थ रहने के लिए बहुत ही जरूरी है और यह बिमारियों से दुर रहने का एकमात्र साधन है। दवाई किसी भी बिमारी को खत्म करती है पर व्यक्ति को स्वस्थ नहीं रखती है। हमें हमारी दिनचर्या में व्यायाम को जोड़ना चाहिए और नियमित रूप से निर्धारित समय पर व्यायाम करना चाहिए। व्यायाम करने से हमें अनेकों साभ है। यह हमें स्वस्थ, तंदुरूस्त और चुस्त रखता है। व्यायाम करने से व्यक्ति का मन उत्साहित और प्रसन्न रहता है। व्यायाम हमारा मोटापा कम करता है और हमारी माँस पेशियों को मजबूत रखता है। व्यायाम करने से रक्त संचार बना रहता है और दिल के दौरे का खतरा कम हो जाता है।

व्यायाम करना आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में बहुत ही आवश्यक है क्योंकि आज के समय में हर व्यक्ति बिमारियों से घिरा रहता है। व्यायाम हमारे शरीर में रोग निरोधक क्षमता को बढ़ाता है और यह स्वस्थ रहने का सबसे सस्ता और सरल उपाय है। व्यायाम करने से हमें ताजगी का अनुभव होता है और हम मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं से बचे रहते हैं। व्यायाम हमारे लिए बहुत ही लाभदायक है और हम सबको इसे अपनाना चाहिए। व्यायाम और योग हमारे शरीर को मजबूत बनाते हैं।

Vyayam Ke Labh – Essay On Exercise In Hindi – व्यायाम पर निबंध ( 300 words )

भूमिका- स्वास्थय मनुष्य का सबसे बड़ा धन है और आज के समय में बहुत से लोग अस्वस्थ है क्योंकि वह अपने स्वास्थय पर ध्यान नहीं देते हैं। हमें स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम की आवश्यकता है क्योंकि व्यायाम करके ही हम खुद को खुश और तंदुरूस्त रख सकते हैं। डॉक्टर भी व्यक्ति को व्यायाम करने की सलाह देते है क्योंकि दवाई केवल बिमारी को खत्म करती है जबकि व्यायाम हमें स्वस्थ रखता है और हमारी रोग निरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

व्यायाम के प्रकार- हमें अपनी दैनिक दिनचर्या में व्यायाम को अपनाना चाहिए। हम तरह तरह के व्यायाम कर सकते हैं जैसे सुबह सुबह टहलना, साईकिल चलाना, योगा करना। यदि हम कोई ऐसा कार्य करते हैं जिसमें हमारा बल लगता है वह भी एक तरह का व्यायाम ही है।

व्यायाम के फायदे- व्यायाम किसी भी व्यक्ति के लिए स्वस्थ रहने का सबसे सरल और सस्ता साधन है। व्यायाम व्यक्ति की माँस पेशियों को ठीक रखता है और रक्त का संचार भी सही रहता है। व्यायाम से हमारे जोड़ो का दर्द ठीक हो जाता है और दिल के दौरे का खतरा कम हो जाता है। रक्तचाप और मधुमेह की समस्या से निजात मिलती है और पाचन शक्ति में वृद्धि होती है। व्यायाम करने से शरीर में फूर्ति आती है और व्यक्ति को पूरा दिन ताजगी अनुभव होती है। व्यायाम करने वाला व्यक्ति पूरा दिन प्रसन्न रहता है।

निष्कर्ष- व्यायाम हर स्वस्थ जीवन की जरुरत है। व्यायाम के माध्यम से ही कोई भी व्यक्ति तंदुरूस्त और स्वस्थ बन सकता है। जो व्यक्ति प्रतिदिन व्यायाम करता है बिमारी उस पर कभी भी आक्रमण नहीं कर पाती है और वह हमेशा स्वस्थ और प्रसन्न रहता है। हमें रोज निर्धारित समय पर व्यायाम करना चाहिए और जीवन को स्वस्थ बनाना चाहिए। व्यायाम करने से मन उत्साहित रहता है और यह रोगों से बचने का एकमात्र समाधान है।

Importance of Exercise in Hindi – Essay On Exercise In Hindi – व्यायाम पर निबंध (400 Words)

व्यायाम से शरीर स्वस्थ, बलवान, चुस्त और फूर्तिला बन जाता है। आज का युग विज्ञान तथा गति का युग है। क्या शहर, क्या गाँव- सब तरफ़ दोड़- सी लगी हुई है। पढ़ना- लिखना, घर का काम, सामान ख़रीदना, दुकान या दफ़्तर का काम करना- बस, इन्हीं में दिन निकल जाता है। इस हड़बड़ी में अपने शरीर का ध्यान किसे रहता है ? किसे फ़ुरसत है कि वह अपनी सेहत का ख्याल रखे ? होश तब अत है जब मनुष्य बीमार होकर चारपाई पर पड़ जाता है।

शरीर को स्वस्थ और तंडरुसत रखना रखना आज एक समस्या बन गया है। लोग कहते हैं – “हमारे पास व्यायाम का समय कहाँ है ?” परन्तु ध्यान रहे – स्वास्थ्य और सौन्दर्य एक बार बिगड़ जाए, तो उसे ठीक करना कठिन हो जाता है। शरीर सुडौल रहे, सुन्दर रहे, जवानी जैसी उमंग क़ायम रहे – यह मनुष्य के वश में है। प्रतिदिन आधे घंटे व्यायाम करके इसका कमाल देखा जा सकता है।

मनुष्य की महान सम्पत्ति उसका स्वास्थ होता ही होता है। व्यायाम का उद्देश्य आपको पहलवान बनाना नहीं है। इसका उद्देश्य है – आपके शरीर को रोगों से बचाना – चुस्त – दुरुस्त और फ़ुर्तिला बनाना – शरीर को सुडौल और सुन्दर बनाना – तरूणई और जवानी के उत्साह को बढ़ाना। व्यायाम करने से शरीर हल्का, चुस्त और निरोग रहता है। शरीर में काम करने की शक्ति बढ़ती है।

व्यायाम योजना वही ठीक है जो शरीर को चुस्त और फ़ुर्तिला बनाते पर ज़ोर दे, ताकि आपको व्यायाम के बाद सुस्ती न हो, दिन में नींद न आए। बल्कि आपके दिन – भर के कामों को आप चूसती – फुर्ती और उत्साह से करें। इसलिए जिन व्यायामों से शरीर पर भोझ नहीं पड़ता, देह की कार्य – शक्ति में कमी नहीं आती, बल्कि व्रिदिध होती है, वे ही व्यायाम लाभकारी हैं।

हम व्यायाम क्यों अपनाएँ ? विज्ञानिक खोजों से सिद्ध हो चुका है की स्वस्थ शरीर वाला मनुष्य ही काम और दोड़ – धूप में होने वाली थकावट को सहन कर सकता है। वह दूसरों की अपेक्षा अधिकाधिक काम कर सकता है, क्योंकि उसकी सहन- शक्ति अधिक होती है। वह शरीर पर पड़ने वाले ज़ोर और दबाव को सहन करने में समर्थ होता है। स्वस्थ शरीर वाले का हृदय अधिक चुस्त होता है। उसका मस्तिष्क चुस्त, चोकन्ना और सक्रिय होता है। स्वस्थ शरीर की नाड़ियाँ – दिन – भर की दोड़ – धूप और हाय – तोबा के तनाव को सहज ही सह लेती हैं। लेकिन अगर शरीर में किसी तरह की कमज़ोरी हो तो वह इस तनाव को नहीं सह पाता।

Essay on Exercise in Hindi Language – व्यायाम पर निबंध (500 Words)

स्वास्थ्य ही जीवन की सबसे बड़ी सम्पत्ति है। यदि शरीर स्वस्थ न होगा  तो मनुष्य के पास कितनी भी सम्पत्ति क्यों न हो वह उसका आनन्द नहीं ले सकता। इसलिए मनुष्य का सबसे पहला कर्त्तव्य तो अपना स्वास्थ्य ठीक रखना है । स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ आत्मा को ” निवास होता है। रोगी व्यक्ति तो जीवन में चिड़चिड़ा हो जाता है। वह न कहीं  घूम सकता है और न ही किसी सांसारिक वस्तु का आनन्द ले सकता है।  शरीर को स्वस्थ रखने का एकमात्र साधन व्यायाम है। जिस प्रकार काम न  लेने के कारण मशीन को जंग लग जाता है। और वह काम नहीं करती, ठीक इसी प्रकार शरीर भी व्यायाम के बिना रोगी और निकम्मा हो जाता है । इसलिए नियमानुसार व्यायाम करना बड़ा ज़रूरी है। यहां इस बात का भी ध्यान रहे कि व्यायाम के साथ पौष्टिक भोजन होना भी ज़रूरी है।

आयु के अनुसार व्यायाम का रूप भी बदलता रहता है। सबसे अच्छा व्यायाम तो दोनों समय लम्बी सैर करना है। बूढ़े लोगों के लिए तो यह सर्वोत्तम व्यायाम है। प्रातःकालीन स्वच्छ वायु के सेवन से शरीर नीरोग होता है। युवाओं और बच्चों के लिए खेल-कूद और दौड़ना व्यायाम के सुन्दर ढंग हैं। पुराने ज़माने में दण्ड निकालना, बैठकें निकालना आदि व्यायाम के प्रसिद्ध साधन थे । रस्सी लेकर कूदना लड़कियों के लिए बहुत अच्छा व्यायाम है। ग्रामों में औरतों के कार्यों में प्रतिदिन चक्की पीसना, कुओं से पानी भरना आदि भी व्यायाम के साधन थे। हाकी, फुटबाल, कबड्डी, खो-खो आदि खेल भी व्यायाम के बड़े सुन्दर साधन हैं। भारत में आजकल योगाभ्यास बहुत प्रचलित हो गया है।

योग का सीधा सम्बन्ध शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों से है। इसमें अनेक प्रकार के आसन दिए गए हैं। प्रत्येक आसन का सम्बन्ध शरीर के अलग-अलग अगों से है। योग के शिक्षकों का तो यहां तक कहना है कि योग के माध्यम  से शरीर का ऐसा कोई भी रोग नहीं रहता जिसको दूर न किया जा सके। उनके अनसार योगाभ्यास करने वाले के पास तो रोग फटकते तक नहीं।

दुर्भाग्य की बात है कि आज के विज्ञान ने सभी को आलसी बना दिया है। व्यायाम करना तो एक ओर रहा, आज के बच्चे प्रातः उठना भी उचित नहीं समझते । 8-9 बजे तक सोये रहना तो आज का फैशन हो गया है। यही कारण है कि आजकल के बालक-बालिकाओं के शरीर बड़े दुबले पतले रहते हैं । कद छोटे-छोटे हैं। ये लोग शीघ्र ही रोग-ग्रस्त हो जाते हैं।  व्यायाम करने के कई लाभ हैं। सब से बड़ा लाभ तो यह है कि शरीर स्वस्थ रहता है। इससे मन प्रसन्न रहता है। सांसारिक सुखों को आनन्द के साथ भोग सकता है। मानव-बुद्धि तीब्र होती है। मनुष्य का खाना अच्छी प्रकार पच जाता है। शरीर पर से अनावश्यक चर्बी उतर जाती है, मोटापे से छुटकारा पाना अनेक रोग से मुवित प्राप्त करना है। तभी तो कहा है व्यायाम को अपनाओ डाक्टर को भगाओ। इसीलिए हमें प्रतिदिन , नियमपूर्वक व्यायाम अवश्य करना चाहिए। व्यायाम से शरीर के व्यर्थ मल नष्ट हो जाते हैं, मोटापा घटता है , शरीर सुदोग बनता है। चूसती – फुर्ती आने से कार्य – शक्ति बढ़ती है।

हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध (  Essay on Exercise in Hindi – व्यायाम पर निबंध ) को पसंद करेंगे।

Related Articles: 

Discipline Essay in Hindi – अनुशासन पर निबंध

Essay on Yoga In Hindi – योग पर निबंध

Essay on Importance of Games in Hindi – खेलों का महत्व पर निबंध

खेलों का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Sports in Hindi

Essay on Importance and Benefits of Fruits in Hindi – फलों की उपयोगिता पर निबंध

Healthunbox

व्यायाम (एक्सरसाइज) के प्रकार, महत्व, करने का तरीका, लाभ और हानि – Types of Exercise, Importance And Benefits In Hindi

व्यायाम (एक्सरसाइज) के प्रकार, महत्व, करने का तरीका, लाभ और हानि - Types of exercise, Importance and benefits in Hindi

Exercise In Hindi: स्वस्थ रहने के लिए जिस प्रकार एक संतुलित आहार की आवश्यकता होती है उसकी प्रकार एक मजबूत और फिट शरीर के लिए व्यायाम की आवश्यकता होती है। हम सभी जानते हैं कि व्यायाम हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण है, लेकिन हम ये नहीं जानते कि व्यायाम हमारे लिए क्यों आवश्यक है या व्यायाम क्या कर सकता है। जिस तरह से एक स्पोर्ट्स कार तेजी से जाने के लिए डिज़ाइन की गई है उसकी प्रकार हमारे शरीर को नियमित रूप से सक्रिय रहने के लिए बनाया गया है। कैलोरी को बर्न करने और वसा को जलाने के लिए व्यायाम बहुत ही महत्वपूर्ण है। आइसे इसे विस्तार से जानते हैं।

व्यायाम (एक्सरसाइज) क्या है – What is Exercise in Hindi

व्यायाम (एक्सरसाइज) के प्रकार – types of exercise in hindi, व्यायाम करने के नियम – rules for exercise in hindi, व्यायाम (एक्सरसाइज) के महत्व – importance of exercise in hindi, व्यायाम (एक्सरसाइज) करने का तरीका – steps to do exercise in hindi, व्यायाम (एक्सरसाइज) करने के फायदे – benefits of exercise in hindi, व्यायाम (एक्सरसाइज) करने के नुकसान – disadvantages of exercise in hindi.

व्यायाम (एक्सरसाइज) क्या है - What is Exercise in Hindi

व्यायाम (एक्सरसाइज) हमारे शरीर के द्वारा की गई एक प्रकार की मूवमेंट या शारीरिक गतिविधियाँ हैं जो आपकी मांसपेशियों पर काम करता है और आपके शरीर को कैलोरी जलाने के लिए इसकी आवश्यकता होती है। उदारहण के लिए तैराकी , दौड़ना , टहलना , चलना और नृत्य सहित कई प्रकार की शारीरिक गतिविधियाँ जिनको व्यायाम की श्रेणी में रखा गया हैं। सक्रिय होने से शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह आपको लंबे समय तक जीवन जीने में भी मदद कर सकता है। यह आपके वजन को कम करने और वजन को बढ़ाने दोनों में सहायता करता है। आइये व्यायाम के प्रकार को विस्तार से जानते हैं।

(और पढ़े –  वर्कआउट क्या होता है कितनी देर तक करें फायदे और नुकसान… )

सहन-शक्ति – Endurance in Hindi

स्ट्रेंथ एक्सरसाइज – strength exercises in hindi, संतुलन – balance in hindi, फ्लेक्सिबिलिटी एक्सरसाइज – flexibility exercises in hindi.

व्यायाम और शारीरिक गतिविधि को मुख्य रूप से चार भागों में बाँट गया है। अधिकांश लोग व्यायाम के एक प्रकार पर ध्यान केंद्रित करते हैं और सोचते हैं कि वे पर्याप्त व्यायाम कर रहे हैं। लेकिन इसके प्रत्येक भाग अलग है और उन सभी को करने से आपको अधिक लाभ मिलेगा। आइये इसके प्रकारों को विस्तार से जानते हैं।

सहन-शक्ति – Endurance in Hindi

सहन-शक्ति या एरोबिक (aerobic) गतिविधियां आपकी श्वास और हृदय गति को बढ़ाती हैं। यह आपके दिल, फेफड़े और रक्त संचार प्रणाली को स्वस्थ रखती हैं और आपकी संपूर्ण फिटनेस में सुधार करती हैं। अपने धीरज या सहन-शक्ति का निर्माण करना, आपकी रोजमर्रा की कई गतिविधियों को पूरा करना आसान बनाता है। सहन-शक्ति (Endurance) व्यायाम में निम्न गतिविधियां शामिल हैं-

  • तेज चलना या टहलना
  • घास काटना, उगना, खुदाई करना
  • नृत्य करना आदि

(और पढ़े –  फिट बॉडी बनाने के लिए एक्सरसाइज… )

स्ट्रेंथ एक्सरसाइज – Strength Exercises in Hindi

स्ट्रेंथ एक्सरसाइज आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाती हैं। वह आपको बीमारियों से स्वतंत्र रहने और रोजमर्रा की गतिविधियों को करने में मदद कर सकती हैं, जैसे सीढ़ियां चढ़ना और किराने का सामान ले जाना। इन अभ्यासों को स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या रेसिस्टेंस ट्रेनिंग भी कहा जाता है। स्ट्रेंथ एक्सरसाइज में निम्न गतिविधियां शामिल हैं-

  • कुछ भार उठाना
  • रेसिस्टेंस बैंड का उपयोग करना
  • अपने शरीर के वजन का उपयोग करना

(और पढ़े – वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज क्या है, कैसे करें और फायदे और नुकसान… )

संतुलन – Balance in Hindi

संतुलन व्यायाम में गिरने से रोकने में मदद करता है, जो कि पुराने वयस्कों में एक आम समस्या है। शरीर के निचले हिस्से में ताकत के लिए व्यायाम भी आपके संतुलन में सुधार करेंगे। संतुलन व्यायाम में निम्न  गतिविधियां शामिल हैं-

  • एक पैर पर खड़ा होना
  • एड़ी और पैरों की उँगलियों पर चलना
  • ताई ची (Tai Chi)

(और पढ़े –  फिट रहने के लिए सिर्फ दस मिनट में किए जाने वाले वर्कआउट और एक्सरसाइज… )

फ्लेक्सिबिलिटी एक्सरसाइज – Flexibility Exercises in Hindi

फ्लेक्सिबिलिटी या लचीलापन व्यायाम आपकी मांसपेशियों को खींचता है और आपके शरीर को लचीला बने रहने में मदद कर सकते हैं। फ्लेक्सिबल होना आपको अन्य व्यायाम के साथ-साथ आपकी रोजमर्रा की गतिविधियों के लिए मूवमेंट (movement)  को अधिक स्वतंत्रता देता है, जिसमें ड्राइविंग और कपड़े पहनना शामिल है। फ्लेक्सिबिलिटी एक्सरसाइज में निम्न गतिविधियां शामिल हैं-

  • कंधे और ऊपरी हाथ में खिंचाव
  • पिंडली में खिंचाव

(और पढ़े –  स्‍ट्रेचिंग एक्‍सरसाइज, आखिर क्यों जरूरी है स्ट्रेचिंग… )

व्यायाम करने के नियम - Rules for Exercise in Hindi

किसी भी व्यायाम को करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना होता है। यदि आप ऊपर दिए गए व्यायाम को करते समय निम्न नियमों का पालन करते है तो आप इन एक्सरसाइज का अधिकांस लाभ ले सकते है।

  • किसी भी व्यायाम को करने से पहले अपने शरीर को गर्म करने के लिए वार्म अप जरूर करें।
  • एक्सरसाइज करना प्रारंभ करने से पहले आप थोड़ी देर के लिए स्ट्रेचिंग अवश्य करें, इससे आपके शरीर की मांसपेशियां व्यायाम करने के लिए तैयार होती जाती है।
  • किसी भी व्यायाम को करने का सबसे पहला नियम है कि व्यायाम को सही तरीके से करें, गलत तरीके से किया गया व्यायाम आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
  • यदि आप एक बिगिनर है तो आप व्यायाम को किसी जिम के ट्रेनर सामने ही करने का प्रयास करें।
  • यदि आपके शरीर की मांसपेशियों में किसी भी प्रकार का दर्द या चोट हो तो आप व्यायाम को डॉक्टर की सलाह से करें।
  • किसी भी व्यायाम को आवश्यकता से अधिक या अपनी क्षमता से अधिक ना करें। इससे आपको चोट लग सकती है या आपको दर्द हो सकता है।

(और पढ़े –  जानिए वार्म अप क्या होता है करने के तरीके और फायदे… )

व्यायाम (एक्सरसाइज) के महत्व - Importance of Exercise in Hindi

हम सभी ने सुना है कि व्यायाम महत्वपूर्ण है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्यों? व्यायाम करने से सभी प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि व्यायाम आपको और आपके परिवार को एक खुशहाल और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करता है। आइये व्यायाम करने के महत्त्व को विस्तार से जानते हैं।

  • व्यायाम आपके ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है। व्यायाम करने से आपके पूरे शरीर को ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं जो अधिक कुशलता से काम करने और आपके धीरज को बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • शारीरिक रूप से सक्रिय रहने से आप स्वस्थ रहेंगे। कुछ शोध कहते है कि दिन में 30 मिनट व्यायाम करना आपको स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने की आवश्यक है।
  • व्यायाम आपको खुश रखने में मदद करता है। यह शारीरिक गतिविधि आपके मस्तिष्क में उन रसायनों को छोड़ती है जिन्हें एंडोर्फिन (endorphins) कहा जाता है जो आपको खुश रखने और अधिक आराम का एहसास कराने के लिए जाने जाते हैं।
  • व्यायाम और अन्य शारीरिक गतिविधियां अक्सर समाजीकरण (socialize) के लिए बहुत अच्छे अवसर हैं। खेल के मैदान में जाना, एक स्पोर्ट्स टीम में शामिल होना या स्थानीय मनोरंजन केंद्र में जाना, ये सभी नए लोगों से मिलने का अच्छा तरीका हैं।
  • व्यायाम आपके दिल के लिए अच्छा है, यह एक स्वस्थ रक्तचाप बनाए रखने में मदद करता है और रक्त परिसंचरण में सुधार करता है।
  • नियमित शारीरिक गतिविधि आपको बेहतर नींद में मदद करती है। जब आप दिन के दौरान सक्रिय होते हैं, तो आप आमतौर पर रात में समय पर सो जाते हैं और एक अच्छी नींद लेते हैं।
  • व्यायाम आपके शरीर का एक स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है।
  • व्यायाम आपके मन, शरीर और आत्मा के लिए अच्छा है।

(और पढ़े –  स्वस्थ और फिट रहने के लिए अपनी दिनचर्या में क्या शामिल करें… )

सामान्य एक्सरसाइज – Common Exercise in Hindi

बर्पी एक्सरसाइज – burpee exercise in hindi, लॅन्ज एक्सरसाइज – lunges exercise in hindi, सिट-अप एक्सरसाइज – situps exercise in hindi, बाइसिकल क्रंच एक्सरसाइज – bicycle crunch exercise in hindi, सिंगल-लेग डेडलिफ्ट्स एक्सरसाइज – single-leg deadlifts exercise in hindi, साइड प्लैंक एक्सरसाइज – side planks exercise in hindi, पुशअप एक्सरसाइज – push-ups exercise in hindi, स्क्वाट एक्सरसाइज – squats exercise in hindi.

व्यायाम कई प्रकार की शारीरिक गतिविधियों का एक समूह है जिसको अलग-अलग तरीके से किया जा जाता है। आइये इसे करने के तरीके को विस्तार जानते है।

सामान्य एक्सरसाइज – Common Exercise in Hindi

कुछ सामान्य शारीरिक गतिविधियों को भी आप कर सकते है ये सभी व्यायाम के अंतर्गत आती है जैसे – दौड़ना, तैरना, साइकिल चला ना, नृत्य करना और रस्सी कूदना आदि। इसके अलावा कुछ अन्य एक्सरसाइज निम्न है।

(और पढ़े – रनिंग करने के फायदे और लाभ… )

बर्पी एक्सरसाइज - Burpee Exercise in Hindi

इस एक्सरसाइज को करने के लिए आप अपने पैरों को कन्धों की चौड़ाई पर रखें और दोनों हाथों को सीधा रखें। अब अपने हाथों को सामने लाये और नीचे की ओर बैठे। अपने दोनों हाथों को फर्श पर रखें और पुशअप की स्थिति में आकार एक पुशअप करें। इसके बाद आप सीधे होकर पुनः अपने प्रारंभिक स्थिति में आयें। यह क्रिया आपको 3 सेट्स में करना है, प्रत्येक सेट में 10 बार में इस क्रिया को करना है।

(और पढ़े –  बर्पी एक्सरसाइज करने के तरीके और फायदे… )

लॅन्ज एक्सरसाइज - Lunges Exercise in Hindi

अपने आपको संतुलन की चुनौती देने के लिए लॅन्ज एक्सरसाइज बहुत ही लाभदायक हैं। इस एक्सरसाइज को करने के लिए आप एक व्यायाम मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और अपने दाएं पैर को 2-3 फुट आगे रखें। दोनों हाथों को कमर पर रख कर अपने दाएं पैर को घुटने के यहाँ से 90 डिग्री मोड़ें। अब फिर से पैर को सीधा कर लें। यह क्रिया दोनों पैरों से 10-10 बार के 3 सेट में करें।

(और पढ़े –  लंज एक्सरसाइज करने का तरीका और उसके फायदे… )

सिट-अप एक्सरसाइज - Situps Exercise in Hindi

यह एक क्रंच एक्सरसाइज के समान है, लेकिन सिट-अप में गति और स्थिति अतिरिक्त मांसपेशियों की एक पूरी श्रृंखला होती है। इस एक्सरसाइज को करने के लिए आप फर्श पर सीधे लेट जाएं और दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ लें। अपने दोनों हाथों को सिर के पीछे रख लें। अब पैरों को स्थाई रखे हुए सीधे बैठे और फिर से लेट जाएं। यह क्रिया आपको 3 सेट्स में करना है, प्रत्येक सेट में 15 बार में इस क्रिया को करना है।

(और पढ़े –  सिट अप्स एक्सरसाइज करने का तरीका और फायदे… )

बाइसिकल क्रंच एक्सरसाइज - Bicycle Crunch Exercise in Hindi

बाइसिकल क्रंच एक्सरसाइज करने के लिए आप एक एक्सरसाइज मैट को फर्श पर बिछा कर उस पर लेट जाएं। अब अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाकर सिर के पीछे रख लें। इसके बाद अपने दाएं पैर को घुटने से मोड़ें और बाएं पैर को सीधा रहने दें। फिर बाएं पैर को मोड़ें और दाएं पैर को सीधा कर लें। इस व्यायाम को करते समय आपको ऐसा महसूस होगा की आप साइकिल चला रहे हों। बाइसिकल क्रंच एक्सरसाइज के 20 रेप्स के 3 सेट करें।

(और पढ़े –  क्रंच एक्सरसाइज करने का तरीका और उसके फायदे… )

सिंगल-लेग डेडलिफ्ट्स एक्सरसाइज - Single-leg deadlifts exercise in Hindi

इस व्यायाम को पूरा करने के लिए एक हल्के या मध्यम आकार के डंबल को पकड़ने की आवश्यकता होती हैं। फिट रहने की इस एक्सरसाइज को करने के लिए आप फर्श पर सीधे खड़े हो जाएं, और दोनों हाथों में डंबल को पकड़ लें। अब अपने ऊपर के शरीर को आगे की ओर झुकाएं और बाएं पैर को पीछे की ओर ऊपर उठायें। अपनी छाती और बाएं पैर को एक सीधी रेखा में फर्श के समान्तर करने का प्रयास करें। और इसके बाद फिर से अपनी प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं। यह एक्सरसाइज दोनों पैरों से 10-12 बार करें।

(और पढ़े –  लेग राईस एक्सरसाइज करने का तरीका और फायदे… )

साइड प्लैंक एक्सरसाइज - Side Planks exercise in Hindi

इस एक्सरसाइज को करने के लिए आप फर्श पर दाएं ओर करवट लेकर लेट जाएं। दायं पैर पर बाएं पैर को रखें। अपने दाएं हाथ को कोहनी से मोड़ कर फर्श रखें और बाएं हाथ को ऊपर की ओर सीधा कर लें। अब दाएं हाथ पर जोर डालते हुए अपन शरीर को ऊपर उठायें। यह एक्सरसाइज आपको 3 सेट्स में करना है, प्रत्येक सेट में इस व्यायाम को 10-15 बार दोहराएं।

(और पढ़े –  फिट रहने के लिए प्लैंक एक्सरसाइज जानें फायदे और सावधानियाँ… )

पुशअप एक्सरसाइज – Push-ups Exercise in Hindi

इस एक्सरसाइज को करने के लिए आप फर्श पर पेट के बल लेट जाएं और अपने दोनों हाथों की हथेलियों को फर्श पर अपनी छाती के पास में रखें। अब दोनों हाथों और पैर की उंगलियों पर वजन डालते हुए शरीर को ऊपर करें और फिर से हाथ की कोहनी को मोड़ें और शरीर को नीचे करें। पुशअप एक्सरसाइज के आप 3 सेट पूरा करें। यदि आप अच्छे फॉर्म के साथ एक मानक पुशअप नहीं कर सकते हैं तो अपने घुटनों को आप फर्श पर रख रख सकते हैं।

(और पढ़े –  पुश अप्स एक्सरसाइज करने के तरीके और फायदे… )

स्क्वाट एक्सरसाइज - Squats Exercise in Hindi

स्क्वाट्स करने के लिए कम शारीरिक शक्ति की आवश्यकता होती है साथ ही यह आपकी पीठ के निचले हिस्से और कूल्हों में लचीलापन बढ़ाता हैं। इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों को 1.5 से 2 फुट दूर रखें। दोनों हाथों को छाती के पास ले जाकर जोड़ लें। अब शरीर के ऊपरी हिस्से को सीधा रखे हुए पैरों को घुटनों से मोड़ें और हिप्स को फर्श के समान्तर लाएं। और फिर से सीधे हो जाएं। इस स्क्वाट एक्सरसाइज के 20 प्रतिनिधि के 3 सेट को पूरा करें।

(और पढ़े –  स्क्वेट्स (स्क्वाट) के फायदे और करने का आसान तरीका… )

व्यायाम (एक्सरसाइज) करने के फायदे - Benefits Of The Exercise in Hindi

व्यायाम करने के अनेक लाभ है आइये इसे विस्तार से जानते है-

  • व्यायाम करने से शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। व्यायाम आपकी मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्राप्त करने के लिए आपके हृदय प्रणाली की ताकत में सुधार करता है।
  • व्यायाम करने से मांसपेशियों की ताकत में सुधार होता है। सक्रिय रहने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और टेंडॉन्स (tendons) और अस्थि-बंधन (ligaments) लचीले होते हैं, जिससे आप चोट से बच सकते हैं।
  • स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए व्यायाम आपकी मदद कर सकता है। जितना अधिक आप व्यायाम करते हैं, उतनी अधिक कैलोरी जलाते हैं। इसके अलावा आप जितनी अधिक मांसपेशियों का विकास करते हैं, आपकी चयापचय दर उतनी ही अधिक हो जाती है जिसके कारण जब आप व्यायाम नहीं कर रहे होते हैं तब भी आप अधिक कैलोरी जलाते हैं।
  • व्यायाम आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है। एक्सरसाइज आपके शरीर की ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पंप करने की क्षमता को बेहतर बनाता है जो बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने वाली कोशिकाओं को ऊर्जा देने के लिए आवश्यक हैं।
  • व्यायाम से मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार होता है। व्यायाम से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है। यह मस्तिष्क के हार्मोन को भी प्रोत्साहित करता है जो हिप्पोकैम्पस (hippocampus) में कोशिकाओं के उत्पादन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
  • स्वस्थ ह्रदय के लिए व्यायाम बहुत ही अच्छा है। व्यायाम LDL कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, HDL (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाता है । यह रक्तचाप को कम करता है जिससे यह आपके दिल पर दवाब कम होता है। व्यायाम आपके हृदय की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है।
  • व्यायाम चिंता , तनाव जैसी मानसिक बीमारियों को रोकने और उनका इलाज करने में मदद कर सकता है। शारीरिक गतिविधि से आप नए लोगों से मिल सकते हैं, तनाव के स्तर को कम कर सकते हैं, निराशा का सामना नहीं करते हैं।

(और पढ़े –  शरीर को ताकतवर बनाने के घरेलू उपाय और तरीके… )

व्यायाम (एक्सरसाइज) करने के नुकसान - Disadvantages of Exercise in Hindi

व्यायाम या एक्सरसाइज करने से कोई गंभीर नुकसान नहीं होते है परन्तु किसी भी चीज की अति करना बहुत नुकसानदायक हो सकती है। आइये इस के नुकसान को विस्तार से जानते है।

  • व्यायाम को करते समय अधिक सावधानी रखने की आवश्यकता होती नहीं तो चोट लगने की सम्भावना होती है।
  • व्यायाम की शुरुआत करने में आपकी मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
  • गलत एक्सरसाइज करने से आपकी मांसपेशियों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता हैं, इसलिए इसे करने के लिए किसी व्यायाम प्रशिक्षक का आवश्यकता होती है।
  • अधिक व्यायाम करने से आपके पेट में समस्या हो सकती है जिससे पेट पेट दर्द और भूक ना लगना आदि समस्याओं का समाना करना पड़ सकता है।
  • विशेषज्ञों के कुछ अध्ययनों के अनुसार अधिक एक्सरसाइज करना आपके नींद को असंतुलित कर सकता है।

(और पढ़े –  मांसपेशियों में खिंचाव (दर्द) के कारण और उपचार… )

इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप  यहां क्लिक  करें। और आप हमें  फ़ेसबुक  और  ट्विटर  पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।

You may also like

स्ट्रेस कम करने के लिए एक्सरसाइज - Exercises To Reduce Stress In Hindi

स्ट्रेस कम करने के लिए एक्सरसाइज...

बिना जिम के घर पर बॉडी कैसे बनाये - Bina Gym Ke Body Kaise Banaye

बिना जिम के घर पर बॉडी कैसे बनाये...

फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए एक्सरसाइज - Lungs Ke Liye Exercise In Hindi

फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए एक्सरसाइज...

रनिंग स्टैमिना कैसे बढ़ाये - Running Stamina Kaise Badhaye

रनिंग स्टैमिना कैसे बढ़ाये –...

वॉल प्रेस एक्सरसाइज करने का तरीका और फायदे - Wall Press Exercise Steps And Benefits In Hindi

वॉल प्रेस एक्सरसाइज करने का तरीका और...

पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं - Period Me Running Karna Chahiye Ya Nahi

पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं...

Leave a comment x.

Subscribe for daily wellness inspiration

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

स्वास्थ्य और व्यायाम पर निबंध | Health And Exercise Essay In Hindi

Health And Exercise Essay In Hindi  नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत हैं आज हम स्वास्थ्य और व्यायाम पर निबंध लेकर आए हैं. अच्छे स्वास्थ्य के लिए नित्य व्यायाम एवं खेलकूद अनिवार्य शर्त मानी जाती हैं.

व्यायाम हमें शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ बनाए रखता हैं. आज के निबंध, भाषण, अनुच्छेद, पैराग्राफ में हम स्वास्थ्य और व्यायाम के संबंध और महत्व के बारें में जानेगे.

स्वास्थ्य व व्यायाम पर निबंध Health And Exercise Essay In Hindi

स्वास्थ्य और व्यायाम पर निबंध Health And Exercise Essay In Hindi

प्रस्तावना : सुखी जीवन के लिए अच्छे स्वास्थ्य को आवश्यक माना जाता हैं. मनुष्य यदि शारीरिक एवं मानसिक रूप से पूर्ण स्वस्थ है तो वह सबसे अधिक धनवान तथा भाग्यशाली हैं.

स्वस्थ व्यक्ति अपने जीवन उद्देश्यों की प्राप्ति कर सकता हैं. तथा औरों के जीवन में भी रौशनी लाने का कार्य कर सकता हैं. व्यक्ति के जीवन के चार मूल ध्येय धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष इन की प्राप्ति के लिए अच्छा स्वास्थ्य होना चाहिए.

अंग्रेजी की प्रसिद्ध कहावत हेल्थ इज वेल्थ स्वास्थ्य के सार्वभौमिक महत्व को दिखाती हैं. अच्छे स्वास्थ्य के कई मार्ग हो सकते है मगर एक संतुलित जीवन में व्यायाम वह माध्यम हैं जिसे बालक से लेकर वृद्ध तक कोई भी सरलता से अपना सकता हैं.

व्यायाम का अर्थ : यह शब्द वि और आयाम से मिलकर बना हैं, जिसका आशय है व्यायाम किसी एक क्रिया का नाम न होकर इसमें कई सारी क्रियाएं समाहित होती है जिनका उद्देश्य व्यक्ति के शरीर को स्वस्थ और स्फूर्तिवान बनाना.

योगासन, खेल कूद, शाम सवेरे का भ्रमण, प्रणायाम, अंग प्रत्यंग क्रियाएं यथा उठक बैठक टहलना, आसन, ध्यान, तैरना, मुगदर आदि को समाहित कर जो नाम दिया जाता हैं वह व्यायाम हैं.

अर्थात विभिन्न वे आयाम जो व्यक्ति स्वयं को स्वस्थ और तन्दुरस्त रखने के लिए करता हैं उसे व्यायाम की संज्ञा दी जाती हैं.

व्यायाम की आवश्यकता: आज भारत ही नहीं पूरा विश्व व्यायाम को अपने जीवन शैली का हिस्सा बना हैं. योग को वैश्विक स्वीकार्यता इसका बड़ा प्रमाण हैं.

संसार में आज हरेक व्यक्ति शारीरिक या मानसिक रोगों से स्वयं को घिरा हुआ पाता हैं. आज की हमारी व्यवस्था में बीमार पड़ने पर चिकित्सक के पास जाकर दवाई ले आने की व्यवस्था हैं.

यह चक्र निरंतर चलता रहता है मगर यदि कोई बीमारी और ईलाज के चक्र को विध्वंस कर व्यक्ति को सदैव स्वस्थ रखने की गारंटी दे सकता हैं तो वह योग व व्यायाम ही हैं.

प्रत्येक व्यक्ति में रोगजनक कीटाणु एक मात्रा में होते हैं मगर हमारा शरीर पर्याप्त शक्तिशाली होने के कारण वे अपना प्रभाव दिखा नहीं पाते हैं.

मगर जैसे ही शरीर में दुर्बलता आती है हम बीमार पड़ जाते हैं. मगर जो व्यक्ति नित्य व्यायाम करता है वह कभी भी बीमार नहीं पड़ता हैं.

एक महान डोक्टर की पंक्तियाँ सारगर्भित हैं. वे कहते है सच्चा चिकित्सक वही है जो दवाई पर यकीन किये बिना अपने मरीज के स्वास्थ्य को ठीक कर दे वही उत्तम चिकित्सक हैं.

आए दिन प्रकाशित होने वाले शोध इस बात की पुष्टि करते है कि दवाई एक बीमारी को मिटाने के लिए दी जाती हैं मगर वह दस नई बीमारियों की सम्भावना को तैयार कर देती हैं.

अतः हमें दवाई पर निर्भर न होकर अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता हैं. व्यायाम और योग क्रियाएं हमारे शरीर को पर्याप्त शक्तिशाली बना देगी जिस पर रोगों के परजीवियों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता हैं.

व्यायाम के रूप : व्यायाम शारीरिक एवं मानसिक क्रियाओं से जुड़ा विषय हैं. स्वस्थ चिन्तन, मनन कल्पना भी इसका अंग हैं वही शरीर की क्रियाओं यथा खेलकूद और योग आदि शारीरिक व्यायाम के प्रकार हैं.

मूल रूप से स्वास्थ्य को अच्छा बनाने के लिए व्यायाम किया जाता हैं. इन्हें मोटे दो भागों में विभक्त कर सकते है खेलकूद एवं नियमित व्यायाम.

शारीरिक गतिविधियों से जुड़े खेल यथा हॉकी, कबड्डी, तैराकी, कुश्ती, क्रिकेट, दौड़ आदि से शरीर के सभी अंगों व कोशिकाओं में रक्त संचार व ऑक्सीकरण की क्रिया मजबूत होती हैं.

शरीर की वृद्धि तथा मांसपेशियों व हड्डियों को मजबूती मिलती हैं तथा मस्तिष्क में बुद्धि का संचार होता हैं. खासकर स्कूल के विद्यार्थियों के लिए खेलकूद और व्यायाम को पाठ्यक्रम की तरह ही उपयोगी मानकर हमारे देश में इन्हें पाठ्यचर्या का अंग बनाया गया हैं.

वे व्यक्ति जो खेल आदि क्रियाओं में भाग नहीं ले सकते है उन्हें सुबह और शाम के समय भ्रमण, योगासन, नृत्य आदि क्रियाओं को स्वास्थ्य को अच्छा बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए.

व्यायाम की मात्रा : प्रत्येक व्यक्ति को कितनी मात्रा में व्यायाम करना चाहिए यह उनकी आयु, शारीरिक क्षमता आदि पर निर्भर करता हैं

बच्चों महिलाओं तथा वृद्धों की तुलना में वयस्क पुरुषों को दिन में अधिक व्यायाम करना चाहिए. वृद्ध तथा बच्चों को विशेष रूप से सवेरे नित्य भ्रमण तथा कसरत को अपनी नित्य दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए.

व्यायाम के लिए आवश्यक बातें : सभी के लिए व्यायाम का बेहतरीन समय सवेरे का माना जाता हैं. हाथ मुहं ढोने के बाद निवृत होकर व्यायाम करने चाहिए.

सुबह व्यायाम करने का एक अन्य लाभ यह है कि स्वच्छ वातावरण होता है वायु स्वच्छ होता है आरम्भ में थोड़े थोड़े समय से व्यायाम की आदत डालने के बाद धीरे धीरे इसे बढाना चाहिए.

हरेक व्यक्ति को अपनी शारीरिक क्षमता के मुताबिक़ व्यायाम का चयन करना चाहिए, नाक से श्वास ले तथा व्यायाम करने के बाद दूध और पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए.

व्यायाम से लाभ :  मानव का सबसे बड़ा शत्रु आलस्य को माना गया हैं जो शरीर को शिथिल व मंदबुद्धि बना देता हैं, समय पर कोई कार्य नहीं होता है रक्त संचार और पाचन क्रियाएं सुस्त पड़ जाती हैं. तथा बीमार पड़ने लगता हैं.

व्यायाम आलस्य को दूर कर शरीर में स्फूर्ति का संचार करता हैं रक्त का परिसंचरण सही ढंग से होने लगता है तथा भोजन भी ठीक तरह से पचता हैं इस तरह वह रोगों से दूरी बना लेता हैं.

निष्कर्ष के रूप में कहा जा सकता है कि व्यायाम और स्वास्थ्य का गहरा अंतरसम्बन्ध है नित्य व्यायाम करके व्यक्ति रोगों से छुटकारा पा सकता हैं तथा अपने जीवन को इच्छित ढंग से जी सकता हैं.

  • स्वस्थ भारत पर निबंध
  • अनुशासन पर भाषण
  • बौद्ध धर्म का इतिहास

उम्मीद करता हूँ दोस्तों स्वास्थ्य और व्यायाम पर निबंध Health And Exercise Essay In Hindi  का यह निबंध पसंद आया होगा, यदि आपकों स्वास्थ्य और योग पर दिया गया शोर्ट निबंध एस्से पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Question and Answer forum for K12 Students

Importance Of Exercise Essay In Hindi

व्यायाम का महत्व निबंध – Importance Of Exercise Essay In Hindi

व्यायाम का महत्व निबंध – essay on importance of exercise in hindi.

संकेत बिंदु –

  • पुरुषार्थ प्राप्ति के लिए आवश्यक
  • व्यायाम के लाभ
  • व्यायाम का उचित समय
  • ध्यान रखने योग्य बातें

व्यायाम एक-लाभ अनेक (Vyayam Ek-Labh Anek) – Exercise – Many Benefits

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न  हिंदी निबंध  विषय पा सकते हैं।

भूमिका – गोस्वामी तुलसीदास ने कहा है- ‘बड़े भाग मानुष तन पावा’ अर्थात् मानव शरीर बड़ी किस्मत से मिलता है। इस शरीर से सुख-सुविधाओं का आनंद उठाने के लिए इसका स्वस्थ एवं नीरोग होना अत्यावश्यक है। यूँ तो स्वस्थ शरीर पाने के कई तरीके हो सकते हैं पर व्यायाम उनमें सर्वोत्तम है।

Essay On Importance Of Exercise In Hindi

पुरुषार्थ प्राप्ति के लिए आवश्यक – मानव जीवन के चार पुरुषार्थ माने जाते हैं। ये हैं-धर्म अर्थ, काम और मोक्ष। इन्हें पाने का साधन है- स्वास्थ्य। अर्थात् यदि मनुष्य का जीवन नीरोग है तभी इन पुरुषार्थों के माध्यम से जीवन को सफल बनाया जा सकता है। रोगी और अस्वस्थ व्यक्ति न तो धर्मचिंतन कर सकता है और न उद्यम करके धनोपार्जन कर सकता है, न वह काम की प्राप्ति कर सकता है और न मोक्ष की प्राप्ति। अतः उत्तम स्वास्थ्य की ज़रूरत निस्संदेह है और उत्तम स्वास्थ्य पाने का सर्वोत्तम साधन हैव्यायाम। वास्तव में व्यायाम स्वास्थ्य का मूलमंत्र है।

व्यायाम के लाभ – उत्तम स्वास्थ्य के लिए संतुलित पौष्टिक भोजन शुद्ध जलवायु, संयमित जीवन, स्वच्छता आदि आवश्यक है, परंतु इनमें सर्वोपरि है-व्यायाम। व्यायाम के अभाव में पौष्टिक भोजन पूरी तरह से प्रभावी नहीं हो पाता है।

व्यायाम में चिरयौवन पाने का राज छिपा है। जो व्यक्ति नियमित व्यायाम करता है, बुढ़ापा उसके निकट नहीं आता है। इससे उसका शरीर ऊर्जावान बना रहता है और लंबे समय तक चेहरे या शरीर पर झुर्रियाँ नहीं पड़ती हैं। व्यायाम हमारे शरीर की पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है। सही ढंग से पचा भोजन ही रक्त, मज्जा, माँस आदि में परिवर्तित हो पाता है। व्यायाम हमारे शरीर कर रक्त संचार भी ठीक रखता है। इससे शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं मानसिक स्वास्थ्य भी उत्तम बनता है। इसके अलावा शरीर सुगठित, फुरतीला, लचीला और सुंदर बनता है।

व्यायाम का उचित समय – व्यायाम करने का सर्वोत्तम समय प्रातः काल है। इस समय पूरब की लालिमा शरीर में नवोत्साह भर देती है। इससे मन प्रफुल्लित हो जाता है। इस समय बहने वाली शीतल मंद हवा चित्त को प्रसन्न कर देती है और शरीर को ऊर्जा से भर देती है। पक्षियों का कलख कुछ-कहकर हमें व्यायाम करने की प्रेरणा देता हुआ प्रतीत होता है। इस समय शौच आदि से निवृत्त होकर बिना कुछ खाए व्यायाम करना चाहिए। ऋतु और मौसम को ध्यान में रखकर शरीर पर सरसों के तेल की मालिश व्यायाम से पूर्व करना अच्छा रहता है। दोपहर या तेज़ धूप में व्यायाम से बचना चाहिए। यदि किसी कारण सवेरे समय न मिले तो शाम को व्यायाम करना चाहिए।

ध्यान देने योग्य बातें – व्यायाम करते समय कुछ बाते अवश्य ध्यान में रखना चाहिए। व्यायाम इस तरह करना चाहिए कि शरीर के सभी अंगों का सही ढंग से व्यायाम हो। शरीर के कुछ अंगों पर ही ज़ोर पड़ने से वे पुष्ट हो जाते हैं परंतु अन्य अंग कमजोर रह जाते हैं। इससे शरीर बेडौल हो जाता है। व्यायाम करते समय श्वास फूलने पर व्यायाम बंद कर देना चाहिए, अन्यथा शरीर की नसें टेढ़ी होने का डर रहता है। व्यायाम करते समय सदा नाक से साँस लेनी चाहिए, मुँह से कदापि नहीं। व्यायाम करने के तुरंत उपरांत कभी नहाना नहीं चाहिए। इसके अलावा व्यायाम ऐसी जगह पर करना चाहिए जहाँ पर्याप्त वायु और प्रकाश हो। व्यायाम की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ानी चाहिए अन्यथा अगले दिन व्यायाम करने की इच्छा नहीं होगी।

उपसंहार – व्यायाम उत्तम स्वास्थ्य पाने की मुफ़्त औषधि है। इसके लिए बस इच्छाशक्ति और लगन की आवश्यकता होती है। हमें सवेरे देर तक सोने की आदत छोड़कर प्रतिदिन व्यायाम अवश्य करना चाहिए।

व्यायाम पर निबन्ध | Essay on Exercise in Hindi

essay on fitness in hindi

व्यायाम पर निबन्ध | Essay on Exercise in Hindi!

खेलना-कूदना, दौड़ लगाना, उछलना (Jump) आदि हमें बचपन से ही अच्छा लगता है । कहते हैं कि बच्चा जितना उछल-कूद करेगा, उतना ही बढ़ेगा और स्वस्थ (Healthy) भी रहेगा । जीवन में हर काम तभी अच्छा हो सकता है जब हमारा मन और शरीर दोनों स्वस्थ हों । ऐसा तभी हो सकता है जब हम नियमित रूप से (Regularly) व्यायाम करें ।

ADVERTISEMENTS:

व्यायाम कई प्रकार के हो सकते हैं । अपनी उम्र (Age) और शारीरिक गठन (Physique) के अनुसार हम अलग-अलग प्रकार के व्यायाम का चयन (Selection) कर सकते हैं । रस्सी-कूद, उठक-बैठक, ऊँची-कूद, लम्बी-कूद (High Jump-Long Jump), गोला फेंक (Shot-Put), कबड्‌डी, तैराकी (Swimming), कुश्ती (Wrestling), योगासन आदि अनेक प्रकार के प्रचलित (Traditional) व्यायाम हैं ।

इनमें से अपनी शारीरिक अवस्था और सुवि धा के अनुसार कोई भी व्यायाम चुना जा सकता है । छोटे बच्चों के लिए रस्सी-कूद, ऊँची-कूद और लम्बी कूद, तैराकी और योगाभ्यास लाभकारी (Beneficial) रहता है । इन व्यायामों से उनके शरीर की मांसपेशियाँ (Muscles) हड्‌डियाँ (Bones) आदि मजबूत (Strong) बनती हैं, रक्त का संचार (Blood Circulation) ठीक रहता है त था फेफड़े (Lungs) स्वस्थ रहते हैं ।

इसी प्रकार वृद्ध व्यक्तियों (Aged persons) के लिए योगासन त था टहलना (Walking) फायदेमंद होते हैं, जबकि युवा (Youth) व्यक्ति के लिए इनमें से किसी भी प्रकार का व्यायाम लाभकारी हो सकता है ।

स्त्री हो या पुरुष, वृद्ध हो या अधेड़, युवा हो या बालक, स भी के लिए व्यायाम लाभकारी होता है । खुले वातावरण (Open Atmosphere) में तथा अच्छे प्रशिक्षक (A Good Trainer) की देखरेख (Supervision) में किया जाने वाला व्यायाम व्यक्ति के शरीर के लिए अमृत के समान होता है । व्यक्ति का मन, उसकी बुद्धि और उसके शरीर के स भी तत्र (Systems) ठीक रहते हैं, जिससे व्यक्ति अधिक समय तक प्रसन्न रहते हुए जीवित रह सकता है ।

4. उपसंहार:

पुराने ग्रन्थों (Epics) मैं कहा गया है कि धन यदि चला जाय तो फिर लौट सकता है या उसके बिना भी मनुष्य जीवित रह सकता है किन्तु स्वास्थ्य (Health) के बिना मनुष्य का जीवन निरर्थक (Purposeless) बन जाता है क्योंकि रोगी (Patient) को न तो कोई भोजन और नही कोई आमोद-प्रमोद (Amusement) खुशकर सकताहै । अत: स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है और इसकी रक्षा के लिए व्यायाम करना आवश्यक है ।

Related Articles:

  • व्यायाम के लाभ पर निबन्ध | Essay on Benefits of Exercise in Hindi
  • व्यायाम का महत्त्व पर अनुच्छेद |Paragraph on Importance of Exercise in Hindi
  • Write a letter to your younger brother in Hindi Language
  • विद्यार्थी और खेलकूद पर निबन्ध | Essay on Student and Games in Hindi
  • Short Videos
  • वेब स्टोरीज
  • बीएमआई जांचें
  • स्वास्थ्य और बीमारियां
  • डाइट और फिटनेस
  • ग्रूमिंग टिप्स
  • बच्चों के नाम

खेल और फिटनेस

  • Importance of Sports
  • Health Benefits of Sports

खेल खेलना आम तौर पर आपकी फिटनेस और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका है। खेलने से न सिर्फ आपका शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि आपका मन और मानसिक स्वास्थ भी बेहतर रहता है। दरअसल, खेल जैसे गतिविधियां आपके ब्लड सर्कुलेशन, मूड और मानसिक स्वास्थ्य को सही करती हैं। इसके अलावा आज कल की इस तनाव से भरी दुनिया में खेल ही है, जो कि आपको कुछ ही मिनटों में स्ट्रेस फ्री होने में मदद कर सकता है। तो आइए इस पेज में जानते हैं खेल और फिटनेस (Sports-and-fitness-in-hindi) से जुड़ी जरूरी बातें। 

खेलना क्यों जरूरी है -Importance of Sports

1. खेल के शारीरिक लाभ (physical benefits of sport).

आजकल गतिहीन जीवनशैली के कारण लोगों में लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियां, जैसे कि मोटापा, डायबिटीज और हार्ट अटैक बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने थमी हुई जिंदगी में थोड़ी तेजी लाएं। खेल आपको गतिशीलता देता है और आपको एक्टिव बनाता है। ये आपके दिल को फिट रखता है, हड्डियों को स्वास्थ बनाता है, मोटापे के जोखिम में कमी लाता है, नींद को बेहतर बनाता है और शरीर में समन्वय और संतुलन लाता है।

2. खेल चीजों को सीखने में मदद करता है (Learning life skills)

खेल में संलग्न होना केवल शारीरिक फिटनेस के लिए ही जरूरी नहीं है बल्कि इससे ऊपर है। खेल को खेलने का मतलब अक्सर एक टीम का हिस्सा होता है और इससे कई क्षेत्रों में कौशल निर्माण की अनुमति मिलती है। खेल में शामिल सभी तकनीकों को सीखने के साथ-साथ बच्चे अपने जीवन कौशल को भी विकसित कर सकते हैं। टीम के खेल खेलने से सहयोग और साझेदारी, लचीलापन, लक्ष्य निर्धारण और संबंधों के निर्माण को बढ़ावा मिलता है। हारना सीखना भी एक महत्वपूर्ण कौशल है जिसे अक्सर खेल खेल के माध्यम से जाना जा सकता है।

3. मानसिक स्वास्थ्य को सही रखता है (good for mental health)

माता-पिता अपने बच्चों को कई मायनों में खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं, जिसमें रोल मॉडलिंग भी शामिल है। यह सिर्फ माता-पिता के लिए नहीं जरूरी है, बल्कि ये माता-पिता और बच्चों, दोनों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद जरूरी है। अगर बात सिर्फ बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य की करें, सक्रिय बच्चों के सक्रिय वयस्क बनने की अधिक संभावना है, इसलिए अपने बच्चों को कम उम्र से शारीरिक गतिविधि और खेल में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करें और खुद भी अपने बच्चों के साथ खेलें। 

4. तार्किक क्षमता बढ़ती है (increase reasoning capacity)

खेल आपकी मस्तिष्क को मजबूत बनाता है और आपकी तार्किक क्षमता को बढ़ाता है।  आप जितने प्रकार के खेलों को खेलेंगे, उतनी ही तेजी से आपके मस्तिष्क की तार्किकता बढ़ेगी। इस लिहाज से आप गेम्स को ब्रेन बूस्टर भी कह सकते हैं। ऐसे लोगों का मस्तिष्क तेज होता है और वो तेजी से अपने प्रोफेशनल जिंदगी और करियर में भी आगे बढ़ सकते हैं।

खेल के स्वास्थ्य लाभ- Health Benefits of Sports

1. बेहतर नींद (better sleep cycle).

व्यायाम और खेल मस्तिष्क में रसायनों को ट्रिगर करते हैं जो आपको खुशी और आराम महसूस करवाते हैं। ये हार्मोनल हेल्थ को भी बेहतर बनाते हैं और इससे नींद के सभी हार्मोन्स सही से काम करते हैं। इस तरह आपके स्लीप साइकिल (sleep cycle) को ये स्मूथ रखता है। 

2. दिल को रखता है स्वस्थ (healthy heart)

आपका दिल एक मांसपेशी है और इसे फिट और स्वस्थ रखने में मदद करने के लिए लगातार व्यायाम की आवश्यकता होती है। एक स्वस्थ दिल आपके शरीर के चारों ओर कुशलता से ब्लड पंप कर सकता है। ये आपके ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, जिससे आपका दिल स्वस्थ और फिट रहता है। 

3. हड्डियां मजबूत होती हैं (Stronger bones)

ज्यादातर लोगों के लिए, खेल में भाग लेने से आपके सामान्य स्वास्थ्य में सुधार आता है और सबसे पहले तो ये हड्डियों को मजबूत बनाता है।  खेलों में भाग लेने से न केवल आपकी मांसपेशियां बल्कि आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं। खेल के दौरान जब आप अपनी हड्डियों पर तनाव डालते हैं, तो ये बदले में, आपकी हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है जिसके परिणामस्वरूप हड्डियां मजबूत होती हैं। उदाहरण के लिए, सामान्य तौर पर चलने से उल्ट, खेलते समय दौड़ना आपकी हड्डियों पर अतिरिक्त भार या तनाव डालता है। इस बढ़े हुए भार को झेलने के लिए हड्डियां अनुकूल हो जाती हैं और सघन हो जाती हैं। अगर आप खेलकूद में भाग लेना जारी रखते हैं, तो निरंतर तनाव के कारण आपकी हड्डियां मजबूत बनी रहती हैं। जैसे-जैसे हम बूढ़े होते हैं हमारी हड्डियों का घनत्व कम होता जाता है। खेलने से उम्र बढ़ने के साथ भी हमारी हड्डियां मजबूत रहती हैं। 

4. वजन कंट्रोल करना (Weight control)

मोटापे की समस्या दुनिया भर में लाखों लोगों के सामने है। मोटे होने से उच्च रक्तचाप और हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है। मोटापे से छुटकारा पाने का एक सबसे अच्छा तरीका है, खेल-कूद में शामिल होना। शारीरिक गतिविधि आपको अपने वजन को नियंत्रित करने में मदद करती है। अधिकांश खेल तीव्र शारीरिक गतिविधियां हैं जो अतिरिक्त कैलोरी को जल्दी और कुशलता से जलाते हैं। खेलों में भाग लेना, उस अतिरिक्त वजन को दूर करके, फैट बर्न करके वजन कंट्रोल करने औप वेट लॉस में मदद करता है।

5. हाइपरटेंशन में कमी लाता है (Lower Hypertension)

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में खेल आपकी विशेषतौर पर मदद कर सकते हैं। दरअसल, खेल में आपको सभी स्ट्रेचिंग, रनिंग और व्यायाम करना होता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन सही होता है और ब्लड प्रेशर में कमी आती है। 

6. मजबूत इम्यूनिटी (Stronger immunity)

नियमित व्यायाम आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। आपका शरीर कई बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। व्यायाम करने से सफेद रक्त कोशिकाओं के प्रवाह की दर में काफी वृद्धि होती है। जैसा कि आप खेल खेलते समय पसीना बहाते हैं, आपके शरीर से टॉक्सिन्स निकल जाते हैं। शरीर के तापमान में वृद्धि भी बैक्टीरिया के विकास की संभावना को कम करती है और आपकी इम्यूनिटी मजबूत करती है।

7. फेफड़ों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है (Improved Lung Function)

नियमित खेल से कार्बन मोनोऑक्साइड और अपशिष्ट गैसों के निष्कासन के साथ अधिक ऑक्सीजन शरीर में खींची जाती है। यह खेल के दौरान फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है, फेफड़े की कार्यक्षमता और दक्षता में सुधार करता है। इस तरह से आपके फेफड़ों को मजबूत करता है।

8. तनाव को कम करता है (Reduces Stress)

जब आप शारीरिक रूप से सक्रिय होते हैं तो आपके दिमाग को दैनिक तनावों और जीवन के तनावों से बाहर निकलने का मौका मिलता है। शारीरिक व्यायाम आपके शरीर में स्ट्रेस हार्मोन को कम करता है और एंडोर्फिन के रिलीज को उत्तेजित करता है। ये एंडोर्फिन आपको अधिक ऊर्जा दे सकते हैं और ध्यान केंद्रित करने में भी मदद करते हैं।

9. तेज दिमाग (Stronger mind)

खेल आपके जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण लाते हैं। वे आपके दिमाग को तेज और मजबूत बनाते हैं। खेल खेलने में मजा आता है और वे आपके दिमाग को ताजा करते हैं। खेलों में अच्छा होना आपको अच्छा, निपुण बनाता है और आपके आत्मसम्मान को बढ़ाता है। खेल खेलने से आपकी रणनीति बनाने की क्षमता भी बढ़ती है। खेल से आप जल्दी और सहज तरीके से निर्णय लेना सीखते हैं। यह त्वरित निर्णय लेने की क्षमता रोजमर्रा की जिंदगी में उच्च उपयोग की है। खेल आपको शांत मन से रहना भी सिखाते हैं। 

खेल व्यक्ति को अनुशासित बनाता है और आपकी सहनशक्ति और एकाग्रता में सुधार करने में मदद करता है। ये आपके जीवन में सकारात्मकता लाता है। तो, खेल से जुड़े इन सभी फायदे और इनके अनेक स्वास्थ से जुड़े विशेष लेख पढ़ें हमारे इस पेज, खेल और फिटनेस: Sports-and-fitness-in-hindi में

Related Articles

वजन घटाने के लिए खाएं ओट्स और तुलसी के बीजों की पुडिंग, जानें रेसिपी और फायदे

वजन घटाने के लिए खाएं ओट्स और तुलसी के बीजों की पुडिंग, जानें रेसिपी और फायदे

क्या किशमिश का पानी पीने से वजन घटता है? जानें एक्सपर्ट से

क्या किशमिश का पानी पीने से वजन घटता है? जानें एक्सपर्ट से

एक्सरसाइज करने का समय नहीं तो, इन 5 तरीकों से खुद को रखें फिट और एक्टिव

एक्सरसाइज करने का समय नहीं तो, इन 5 तरीकों से खुद को रखें फिट और एक्टिव

गर्भवती महिलाएं खड़ी होकर रोज करें ये 5 योगासन, मिलेंगे कई जबरदस्त फायदे

गर्भवती महिलाएं खड़ी होकर रोज करें ये 5 योगासन, मिलेंगे कई जबरदस्त फायदे

वजन घटाने के लिए अपनाएं दोपहर की ये 5 आदतें, फिट और हेल्दी रहने में मिलेगी मदद

वजन घटाने के लिए अपनाएं दोपहर की ये 5 आदतें, फिट और हेल्दी रहने में मिलेगी मदद

योग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक-साथ कैसे करें? एक्सपर्ट से जानें

योग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक-साथ कैसे करें? एक्सपर्ट से जानें

जिम में वेट लिफ्टिंग करने से शरीर को मिलते हैं कई गजब के फायदे, एक्सपर्ट से जानें

जिम में वेट लिफ्टिंग करने से शरीर को मिलते हैं कई गजब के फायदे, एक्सपर्ट से जानें

वर्कआउट के दौरान पानी पीते रहना क्यों जरूरी है? जानें एक्सपर्ट से

वर्कआउट के दौरान पानी पीते रहना क्यों जरूरी है? जानें एक्सपर्ट से

बेहद फिट दिखते हैं एक्टर वरुण सूद, जानें उनकी फिटनेस का रूटीन और डाइट प्लान

बेहद फिट दिखते हैं एक्टर वरुण सूद, जानें उनकी फिटनेस का रूटीन और डाइट प्लान

क्या योग मुद्राएं वाकई कारगर होती हैं? एक्सपर्ट से जानें

क्या योग मुद्राएं वाकई कारगर होती हैं? एक्सपर्ट से जानें

दा इंडियन वायर

स्वास्थ्य और सेहत पर निबंध

essay on fitness in hindi

By विकास सिंह

Essay on health and fitness in hindi

स्वास्थ्य और सेहत का रखरखाव एक व्यक्ति को स्वास्थ्य और कल्याण की सामान्य स्थिति में रहने में मदद करता है। यह बिना थके या बेचैन हुए शारीरिक क्रियाएं करने की क्षमता प्रदान करता है। हालांकि, स्वास्थ्य और रखरखाव के लिए संतुलित आहार के साथ नियमित शारीरिक व्यायाम की आवश्यकता होती है।

फिट, स्वस्थ, बीमारियों से निडर रहने और अन्य कई लाभ प्राप्त करने के लिए सभी को अपने स्वास्थ्य और फिटनेस को बनाए रखना बहुत आवश्यक है।

स्वास्थ्य और सेहत पर निबंध, Essay on health and fitness in hindi (100 शब्द)

अच्छी सेहत और तंदुरुस्ती वाला व्यक्ति अपने जीवन को पूरी तरह से जीने में सक्षम हो जाता है। स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना जीवन में व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है। स्वस्थ और तंदुरुस्त लोग चिकित्सीय परिस्थितियों से कम ग्रस्त हो जाते हैं।

फिटनेस का मतलब केवल शारीरिक रूप से फिट होना नहीं है, इसका मतलब व्यक्ति की स्वस्थ मानसिक स्थिति से भी है। यदि वह शारीरिक रूप से स्वस्थ हो जाए तो उसे स्वस्थ मानसिक स्थिति मिल सकती है। स्वस्थ और फिट रहने का सरल तरीका है नियमित व्यायाम और संतुलित आहार के साथ तनाव मुक्त दिमाग। जो लोग अपना आदर्श वजन बनाए रखते हैं उन्हें हृदय और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा कम होता है।

जो लोग शारीरिक रूप से सक्रिय हैं वे आसानी से मन की आराम की स्थिति को बनाए रख सकते हैं। स्वस्थ और फिट लोग आसानी से अपने जीवन के सभी उतार-चढ़ाव का सामना कर सकते हैं और किसी भी कठोर परिवर्तन से कम प्रभावित हो सकते हैं।

स्वास्थ्य और सेहत पर निबंध, 150 शब्द:

समय परिवर्तन के साथ लोग अपने स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं। पुरुष चाहता है कि उसकी माँसपेशियों में बाउंड बॉडी हो, जबकि महिला एक स्लिम और ट्रिम दिखती है। परफेक्ट बॉडी हासिल करने के लिए हर कोई रोजाना काफी संघर्ष कर रहा है।

स्वस्थ और तंदुरुस्त शरीर और दिमाग पाने के लिए सभी संघर्षों का सामना करने के लिए बहुत धैर्य, समय, प्रतिबद्धता, लक्ष्य, विश्वास और एक मजबूत दिमाग की आवश्यकता होती है। कुछ लोग अपने दम पर फिटनेस बनाए रखने की क्षमता रखते हैं, लेकिन कुछ लोगों को दैनिक व्यायाम और आहार का ध्यान रखने के लिए एक अच्छे योग्य व्यक्तिगत ट्रेनर की आवश्यकता होती है।

जो लोग कॉरपोरेट व्यवसायों में हैं, उनमें बहुत कम आवाजाही होती है और वे दिन भर बैठे रहते हैं। यही कारण है कि वे अधिक वजन, मोटे, आलसी और थके हुए होते हैं। अध्ययनों से यह साबित हुआ है कि जो लोग अधिक फिट और स्वस्थ होते हैं वे जीवन में अधिक सफलता प्राप्त करते हैं।

स्वास्थ्य और सेहत पर निबंध, Essay on health and fitness in hindi (200 शब्द)

स्वास्थ्य सभी के जीवन में एक बहुत महत्वपूर्ण पहलू है। किसी भी इंसान के लिए स्वास्थ्य और फिटनेस से ज्यादा कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है। स्वस्थ और फिट लोग वास्तव में बहुत खुशी और शांति से अपने जीवन का आनंद लेते हैं। एक अस्वास्थ्यकर व्यक्ति पूरी तरह से जीवन का आनंद नहीं ले सकता है।

वह खाने, खेल देखने, या जीवन के अन्य विलासिता का आनंद नहीं ले सकता। यह वास्तव में हमारे बुजुर्गों द्वारा कहा गया है कि स्वास्थ्य ही धन है। अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हमें अपने चारों ओर स्वच्छता और स्वच्छता का उचित ध्यान रखना चाहिए। हमें समय पर ढंग से स्वस्थ और संपूर्ण भोजन करना है।

हमें हरी और ताजी सब्जियां, दूध, ताजे फल, अंडा आदि खाना चाहिए। हमारे शरीर को फिट और स्वस्थ रहने के लिए दैनिक आधार पर पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, खनिज और विटामिन की आवश्यकता होती है। स्वस्थ भोजन और शारीरिक गतिविधियों के साथ हमें अपने व्यक्तिगत स्वच्छता सहित अपने घर और आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखने की आवश्यकता है।

शारीरिक और मानसिक फिटनेस का रखरखाव एक ऐसे व्यक्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जो सफल होने के लिए आवश्यक है और समाज के लिए सबसे अच्छा है। स्वास्थ्य और फिटनेस के बारे में बुद्ध द्वारा यह कहा गया है कि, “शरीर को अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखना एक कर्तव्य है, अन्यथा हम अपने दिमाग को मजबूत और स्पष्ट नहीं रख पाएंगे”।

स्वास्थ्य और सेहत पर निबंध, 250 शब्द:

ज्यादातर आम लोग कभी भी स्वस्थ और फिट होने के महत्व को महसूस नहीं करते हैं। वे आम तौर पर अच्छे स्वास्थ्य के महत्व को कम आंकते हैं क्योंकि वे इसके फायदे कभी नहीं जानते हैं। हम सभी जानते हैं कि स्वास्थ्य धन है लेकिन केवल कुछ ही लोग अपने जीवन में इसका पालन करते हैं। स्वस्थ और तंदुरुस्त होने के नाते, हमें अपने दैनिक कार्यों को पूरा करने में मदद करता है।

स्वस्थ रहना न केवल बीमारियों से मुक्त शरीर है, बल्कि इसका मतलब तनाव रहित दिमाग होना भी है। यदि किसी व्यक्ति का अस्वस्थ मन है, तो उसके पास अस्वस्थ शरीर नहीं हो सकता है। शरीर और मन दोनों का अच्छा स्वास्थ्य हमें जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है और इसका पूरी तरह से आनंद लेता है।

अच्छा मानसिक स्वास्थ्य हमें एक भलाई की तरह महसूस कराता है और स्वस्थ शरीर हमें शारीरिक शक्ति और आत्मविश्वास देता है। अच्छा शारीरिक स्वास्थ्य हमारी मुसीबत के समय में मदद करता है जबकि गरीब शारीरिक अधिक कमजोर और बीमारियों का शिकार हो जाता है।

हमें शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से हमें स्वस्थ रखने के सभी बिंदुओं के बारे में जागरूक होना चाहिए। कुछ लोग इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि अपने शरीर को साफ, स्वच्छ और स्वस्थ कैसे रखा जा सकता है लेकिन वे अपने मन में कुछ तनाव रखते हैं, इसलिए वे हमेशा फिट रहने की कमी रखते हैं।

मानसिक तनाव धीरे-धीरे शरीर की अच्छी स्थिति को बिगड़ता है और इसे कमजोर बनाता है। लोग, जो अपने स्वास्थ्य और फिटनेस के बारे में गंभीर हैं, दैनिक आधार पर व्यायाम करते हैं और समय पर स्वस्थ भोजन खाते हैं। वे अपने स्वास्थ्य के बारे में बहुत सचेत हैं और आलसी, अस्वास्थ्यकर भोजन और गतिहीन जीवन जीने से बचते हैं।

स्वास्थ्य और सेहत पर निबंध, Essay on health and fitness in hindi (300 शब्द)

अब-एक दिन, लोग अपने व्यस्त जीवन शैली में व्यस्त हो गए हैं और खुद को स्वस्थ रखने या फिट रहने का समय नहीं है। यह तथ्य है कि हमें स्वस्थ और स्वच्छ रहने के लिए स्वस्थ भोजन करना चाहिए, स्वच्छता का अभ्यास करना चाहिए और दैनिक शारीरिक व्यायाम में शामिल होना चाहिए। जैसा कि हम जानते हैं कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है, उसी तरह स्वास्थ्य और फिटनेस का कोई विकल्प नहीं है।

स्वास्थ्य और फिटनेस स्वस्थ जीवन शैली के साथ स्वस्थ रहने का संयोजन है। स्वस्थ और फिट रहने के लिए किसी व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य बहुत आवश्यक है। हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए रोजाना स्वस्थ भोजन खाने और शारीरिक व्यायाम करने की आवश्यकता है लेकिन मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए हमें सकारात्मक सोचने की जरूरत है।

हमें स्व-प्रेरित होने के साथ-साथ फिटनेस-शैली की गतिविधियों में भाग लेने की आवश्यकता है। हमें अपनी फिटनेस को हर दिन की दिनचर्या के मामले के रूप में लेना चाहिए। फिट रहना स्वस्थ जीवनशैली जीने का हमारा पहला उद्देश्य होना चाहिए। इसमें घंटों तक व्यायाम करने की आवश्यकता नहीं है, बस दैनिक रूप से व्यायाम और स्वस्थ भोजन की थोड़ी मात्रा स्वास्थ्य और फिटनेस को बनाए रखने के लिए पर्याप्त है।

हमें अपनी आँखें हमेशा खुली रखनी चाहिए और लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का चयन करना चाहिए, आस-पास के क्षेत्रों के लिए कार या बाइक के बजाय साइकिल का उपयोग करना चाहिए, अगले बस स्टॉप पर चलना चाहिए, आदि वास्तव में एक बड़ा अंतर बनाता है। दैनिक शारीरिक व्यायाम में शामिल होने से न केवल हम फिट रहते हैं बल्कि हमारी जीवन शैली और स्वस्थ जीवन में भी सुधार होता है। यह हमारे ऊर्जा स्तर और इस प्रकार आत्मविश्वास स्तर को बढ़ाता है।

हमें मॉर्निंग वॉक, रनिंग, जिम में वर्कआउट या अन्य शारीरिक गतिविधियों के साथ-साथ बॉडी को ठीक रखने के साथ-साथ मांसपेशियों के धीरज को बेहतर बनाने में घंटों बिताने का आनंद लेना चाहिए। हमें पाचन संबंधी विकारों से दूर रहने के लिए बासी भोजन के बजाय ताजा पका हुआ भोजन खाना चाहिए।

स्वास्थ्य और सेहत पर निबंध, 400 शब्द:

प्रस्तावना:.

शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूप से स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती स्वस्थ रहने की स्थिति है। नियमित व्यायाम और संतुलित आहार से व्यक्ति के स्वास्थ्य और फिटनेस में सुधार हो सकता है। हम स्वास्थ्य को एक व्यक्ति के पूर्ण मानसिक, शारीरिक और सामाजिक कल्याण की स्थिति के रूप में परिभाषित कर सकते हैं। यह केवल बीमारी, बीमारियों या दुर्बलता का अभाव नहीं है। हम पर्यावरण की मांगों को पूरा करने की क्षमता के रूप में किसी भी व्यक्ति की फिटनेस को परिभाषित कर सकते हैं।

स्वास्थ्य और फिटनेस को कैसे बनाए रखें:

यदि हम नियमित रूप से निम्नलिखित का पालन करते हैं तो हम विभिन्न तरीकों से हमें स्वस्थ और फिट रख सकते हैं:

हमें नियमित रूप से अपने बहुत व्यस्त कार्यक्रम से कुछ समय निकालकर दैनिक शारीरिक व्यायाम में शामिल होना चाहिए। दैनिक आधार पर 30 से 60 मिनट का व्यायाम या सप्ताह में पांच से छह बार किसी के भी फिट रहने के लिए आदर्श है।

सही मात्रा में और सही समय पर स्वस्थ और स्वच्छ भोजन एक व्यक्ति के लिए स्वस्थ और फिट रहने के लिए बहुत आवश्यक है। उच्च फाइबर, कम वसा, उच्च प्रोटीन और विटामिन और खनिजों के समृद्ध स्रोत के साथ स्वस्थ पोषण अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है।

फिट और स्वस्थ रहने के लिए, अच्छी नींद का पैटर्न किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत आवश्यक है। हमें अपनी दिनचर्या में एक अनुशासन बनाए रखने और अच्छी नींद के पैटर्न पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है जो सही समय पर शुरू और समाप्त होना चाहिए।

प्रत्येक रात आठ घंटे की गुणवत्ता वाली नींद लेना हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है और हृदय संबंधी बीमारियों को रोकने में मदद करता है और साथ ही साथ मूड में सुधार करता है। नींद की अपर्याप्तता से नींद संबंधी विकार और विभिन्न मानसिक विकार होते हैं।

स्वास्थ्य और फिटनेस का महत्व:

स्वास्थ्य और फिटनेस उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जो स्वस्थ जीवन बहुत खुशी और शांति से जीना चाहते हैं। एक स्वस्थ और तंदुरुस्त व्यक्ति ही जीवन को अपनी पूरी हद तक जीने में सक्षम होता है। हम एक व्यक्ति को स्वस्थ और फिट कह सकते हैं यदि वह शारीरिक और मानसिक रूप से फिट है। शारीरिक और मानसिक रूप से फिट लोग चिकित्सा की स्थिति से कम प्रभावित होते हैं।

किसी भी व्यक्ति का स्वास्थ्य और फिटनेस निम्न चीज़ों में मदद करता है:

  • बीमारियों (उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कोरोनरी हृदय रोग, पेट के कैंसर, ऑस्टियोपोरोसिस, मोटापा, स्ट्रोक, स्तन कैंसर, आदि) के जोखिम को कम करता है।
  • उन्हें शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से बेहतर महसूस कराएँ। उनके आत्मविश्वास के स्तर में सुधार करता है।
  • जल्द ही चोटों को ठीक करता है।
  • जीवन में वर्षों को जोड़कर लंबे समय तक जीने में मदद करता है।
  • तनाव को कम करता है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करता है।
  • चिंता के स्तर, तनाव और अवसाद की भावनाओं को कम करता है।

निष्कर्ष:

सभी आयु वर्ग के लोगों खासकर युवा पीढ़ी के लोगों के लिए नियमित शारीरिक गतिविधियां और नियमित व्यायाम बहुत आवश्यक है। स्वास्थ्य और फिटनेस जीवन में खुशी लाते हैं और व्यक्ति को तनाव मुक्त और रोग मुक्त जीवन जीने में मदद करते हैं।

[ratemypost]

इस लेख से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

Related Post

Paper leak: लाचार व्यवस्था, हताश युवा… पर्चा लीक का ‘अमृत काल’, केंद्र ने पीएचडी और पोस्ट-डॉक्टोरल फ़ेलोशिप के लिए वन-स्टॉप पोर्टल किया लॉन्च, एडसिल विद्यांजलि छात्रवृत्ति कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, 70 छात्रों को मिलेगी 5 करोड़ की छात्रवृत्ति, one thought on “स्वास्थ्य और सेहत पर निबंध”.

From this essay I won 1st peize in essay competition

Thanks a lot

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Chabahar Port Deal: मध्य एशिया में भारत के नए अवसर का सृजन

मातृत्व दिवस विशेष: मातृत्व सुरक्षा के पथ पर प्रगतिशील भारत, पूर्व न्यायाधीशों ने प्रभावी लोकतंत्र के लिए लोकसभा 2024 की चुनावी बहस के लिए पीएम मोदी और राहुल गांधी को आमंत्रित किया, चुनाव आयोग मतदान डेटा: मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘विसंगतियों’ पर विपक्षी नेताओं को लिखा पत्र; डेरेक ओ’ब्रायन ने ec को “पक्षपातपूर्ण अंपायर” कहा.

Health and Wellness: Yoga Education, Sports, and Fitness in Hindi

As we age, maintaining our health and wellness becomes increasingly important. This includes physical and mental health , healthy eating, exercise, and self-care. In this essay, we will explore the benefits of yoga, sports, and fitness for seniors in the Hindi language.

Namaste! In this article, we will be discussing health and wellness, yoga education, sports, and fitness in Hindi. Today, more and more people are realizing the importance of maintaining a healthy lifestyle, both physically and mentally. Through yoga, sports, and fitness activities, one can attain a healthy body, increase focus and concentration, and improve overall well-being. This article aims to provide an overview of these topics in Hindi language, for better understanding and implementation in daily life. So, let’s dive in and explore the world of health and wellness, yoga education, sports, and fitness in Hindi!

Yoga Education for Senior Health and Wellness

Yoga has been practiced for thousands of years and has numerous benefits for seniors. Yoga can help improve flexibility, balance, and strength, which are essential for maintaining a healthy body. It can also help reduce stress and anxiety, improve sleep, and boost overall well-being.

In Hindi, yoga is known as “योग” or “Yog.” There are many different types of yoga, but some of the most popular for seniors include Hatha, Restorative, and Chair yoga.

Hatha yoga is a gentle form of yoga that focuses on breathing and relaxation techniques. It is a great option for seniors who are new to yoga or have limited mobility. In Hindi, Hatha yoga is known as “हठयोग” or “Hathayog.”

Restorative Yoga

Restorative yoga is a form of yoga that uses props like blankets, bolsters, and blocks to support the body in relaxing postures. It is a great option for seniors who need to reduce stress and anxiety. In Hindi, Restorative yoga is known as “पुनर्वास” or “Punarvas.”

Chair yoga is a form of yoga that can be done while sitting in a chair. It is a great option for seniors who have limited mobility or are recovering from an injury. In Hindi, Chair yoga is known as “चेयर योग” or “Cheyar Yog.”

Sports and Fitness for Senior Health and Wellness

In addition to yoga, sports and fitness activities can also help seniors maintain their health and wellness. Exercise can help improve cardiovascular health, increase strength and flexibility, and prevent chronic diseases like diabetes and heart disease.

In Hindi, sports and fitness are known as “खेल और फिटनेस” or “Khel aur Fitness.” Some popular sports and fitness activities for seniors include swimming, walking, and strength training.

Swimming is a low-impact exercise that is great for seniors who have joint pain or limited mobility. It can help improve cardiovascular health, increase muscle strength, and reduce stress. In Hindi, swimming is known as “तैराकी” or “Tairaki.”

Walking is a simple and effective way for seniors to get exercise. It can help improve cardiovascular health, increase muscle strength, and reduce stress. In Hindi, walking is known as “चलना” or “Chalna.”

Strength Training

Strength training is a form of exercise that uses weights or resistance to build muscle strength. It can help improve bone density, increase muscle mass, and prevent falls. In Hindi, strength training is known as “शक्ति प्रशिक्षण” or “Shakti Prashikshan.”

FAQs: Health and Wellness Yoga Education Sports and Fitness in Hindi

क्या है योगा और कैसे इससे बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त किया जा सकता है.

योगा एक प्राचीन संस्कृति है जिसे शांति, समन्वय और स्वस्थ जीवन का एक मार्ग माना जाता है। योगा प्रक्रिया नहीं है बल्कि इससे एक स्थित अवस्था के माध्यम से शरीर को संतुलित और ताकतवर बनाना सीखा जाता है, जिससे शारीरिक और मानसिक समता मिलती है। योग अभ्यास से सही श्वास-प्रश्वास और ताकतवर शरीर के लिए विभिन्न आसन जरूरी होते हैं, जो स्वस्थ जीवन के लिए भी फायदेमंद होते हैं।

क्या योगा सीखने के लिए कोई उम्र रोक होती है?

नहीं, योग में कोई उम्र रोक नहीं होती है। योग को बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों सभी के लिए फायदेमंद माना जाता है। लेकिन, बच्चों और युवाओं के लिए कुछ आसन समझने में थोड़ा मुश्किल हो सकता है, इसलिए उन्हें एक प्रशिक्षक के साथ ही योग का अभ्यास करना चाहिए।

कौन से खेल और फिटनेस एक्सरसाइज हमारे शारीर के लिए सबसे फायदेमंद होते हैं?

जो खेल या एक्सरसाइज हमारे शारीर के लिए सबसे फायदेमंद होते हैं वे निम्नलिखित होते हैं –

  • डेली वॉकिंग और रनिंग
  • जिम्नास्टिक्स
  • पावर लिफ्टिंग
  • क्रॉसफिट ट्रेनिंग

ये सभी खेल और एक्सरसाइज हमारे शारीर के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन यदि आप कोई नया खेल खेलना चाहते हैं तो उससे पहले एक डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होता है।

क्या हम स्वस्थ खानपान के साथ-साथ स्पोर्ट्स और फिटनेस एक्सरसाइज भी कर सकते हैं?

हां, स्वस्थ खानपान और फिटनेस एक्सरसाइज को एक साथ करना बेहतर होता है। स्वस्थ आहार घटाता है अतिरिक्त वजन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का, जबकि रेगुलर एक्सरसाइज फिट रहने के लिए जरूरी होता है और मानसिक तनाव से छुटकारा पाने में मदद करता है। इसलिए स्वस्थ भोजन और फिटनेस एक्सरसाइज दोनों को लेकर संतुलित होना आवश्यक होता है।

कैसे हम स्वस्थ रह सकते हैं और फिट रहने के लिए क्या करना चाहिए?

स्वस्थ रहने के लिए और फिट रहने के लिए निम्नलिखित कुछ उपाय हैं –

  • प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तक कोई एक्सरसाइज या खेल का अभ्यास करें।
  • स्वस्थ खानपान के लिए पर्याप्त फल, सब्जी, ग्रीन टी, दाल और गेहूं के अनाज का आहार लें।
  • सही नींद लें, 6 से 8 घंटे की नींद महत्वपूर्ण है।
  • तंबाकू और शराब का सेवन कम से कम करें या बिल्कुल न करें।
  • सफ़ाई का ध्यान रखें, सभी वस्तुएँ साफ-सफाई रखें।
  • आपको हमेशा स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा लेनी चाहिए।

ये कुछ छोटे से काम होते हैं, जिनसे आप स्वस्थ रह सकते हैं और फिट रह सकते हैं।

Share your love

About the author, related posts, leave a comment cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

essay on fitness in hindi

Health and Fitness Essay for Students and Children

500+ words essay on health and fitness.

We have always heard the word ‘health’ and ‘fitness’. We use it ourselves when we say phrases like ‘health is wealth’ and ‘fitness is the key’. What does the word health really mean? It implies the idea of ‘being well’. We call a person healthy and fit when he/she function well physically as well as mentally.

Health And Fitness Essay

Factors Affecting our Health and Fitness

Good health and fitness is not something which one can achieve entirely on our own. It depends on their physical environment and the quality of food intake. We live in villages, towns, and cities.

In such places, even our physical environment affects our health. Therefore, our social responsibility of pollution-free environment directly affects our health. Our day-to-day habits also determine our fitness level. The quality of food, air, water all helps in building our fitness level.

Role of Nutritious Diet on our Health and Fitness

The first thing about where fitness starts is food. We should take nutritious food. Food rich in protein, vitamins, minerals, and carbohydrates is very essential. Protein is necessary for body growth. Carbohydrates provide the required energy in performing various tasks. Vitamin and minerals help in building bones and boosting our immune system.

However, taking food in uneven quantity is not good for the body. Taking essential nutrients in adequate amount is called a balanced diet. Taking a balanced diet keep body and mind strong and healthy. Good food helps in better sleep, proper brain functioning and healthy body weight.

Include vegetables, fruits, and pulses in daily diet. One must have a three-course meal. Having roughage helps in cleaning inner body organs. Healthy food habit prevents various diseases. Reducing the amount of fat in the diet prevents cholesterol and heart diseases.

Get the huge list of more than 500 Essay Topics and Ideas

Impact of Exercise on our Health

Routine exercise helps improve our muscle power. Exercise helps in good oxygen supply and blood flow throughout the body. Heart and lungs work efficiently. Our bones get strong and joints have the pain free movement.

We should daily spend at least twenty minutes in our exercise. Daily morning walk improves our fitness level. We should avoid strenuous Gym activities. Exercise burns our fat and controls the cholesterol level in the body. Various outdoor games like cricket, football, volleyball, etc keeps our body fit. Regular exercise maintains our body shape.

Meditation, Yoga, and Health

Meditation and yoga are part of our life from ancient time. They not only make us physically fit but mentally strong as well. Meditation improves our concentration level. Our mind gets relaxed and thinking becomes positive.

A healthy mind is key for a healthy body. Yoga makes us stressfree and improves the endurance power of the mind. Yoga controls our blood pressure. With yoga, a strong bond with nature is established. Meditation is considered the best way to fight depression.

A person stays happier when he/she is fit and healthy. A fit and healthy person is less prone to chronic diseases. The healthy mind reacts better in a pressure situation. The self-confidence of a person is increased. Risk of heart failure is reduced drastically. With the increased immunity power body could fight cancerous cells. The intensity of the fracture is decreased with regular exercise.

Customize your course in 30 seconds

Which class are you in.

tutor

  • Travelling Essay
  • Picnic Essay
  • Our Country Essay
  • My Parents Essay
  • Essay on Favourite Personality
  • Essay on Memorable Day of My Life
  • Essay on Knowledge is Power
  • Essay on Gurpurab
  • Essay on My Favourite Season
  • Essay on Types of Sports

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Download the App

Google Play

Professional essay writing services

Customer Reviews

Jump to navigation

Early Modern Funny Business, a special section of "Comedy Studies"

Comedy today is a billion-dollar industry built on a massive infrastructure of platforms, venues, and media whose segmented marketplace offers something for everyone. This entertainment-economic system has deep roots: it has long been a part of the Western cultural industries. This special issue seeks to explore the history of the professional, institutional, and economic life of comedy in the early modern period as the seeds of modern western economic systems began to take root. What did it mean to be a professional comedian in the early modern period and long eighteenth century? Was comedy vocational? What was the nature of comic apprenticeship? How did the entertainment industry encourage specialization? How was comedy enmeshed in schemas of exchange?

Special Issue on “Aemilia Lanyer and the Body”

Special Issue on “Aemila Lanyer and the Body”

Explorations in Renaissance Culture (Fall 2025)

Guest editor: Brice Peterson

The editor invites 300-word abstracts for a special issue of a journal dedicated to exploring the topics of body and embodiment in Aemilia Lanyer’s Salve Deus Rex Judaeorum .

Tawaifbaazi: Courtesans and Prostitutes in Urdu Hindi Literature

Call for Chapters

Editor: Farkhanda Shahid Khan

Modernist Elegy, Grief’s Counterpublics, and Critical Death Studies

(For information about Modernism/modernity clusters on the Print+ platform, please see https://modernismmodernity.org/forums/clusters .)

The Handbook of Body Horror

IMAGES

  1. Essay on Importance/Value of Sports And Games In Hindi

    essay on fitness in hindi

  2. Essay On Importance of Exercise In Hindi

    essay on fitness in hindi

  3. Fit-India (Hindi poem)

    essay on fitness in hindi

  4. Importance of exercise in life essay in hindi

    essay on fitness in hindi

  5. Essay on Fitness & Health in Hindi 100, 200, 300, 500 Words PDF

    essay on fitness in hindi

  6. व्यायाम का महत्व निबंध Importance of Exercise Essay in Hindi

    essay on fitness in hindi

VIDEO

  1. The BEST Fitness Influencer

  2. Gym TikTok & Body Image

  3. Fit India Essay In Hindi (Essay On Fit India) Fit India Nibandh

  4. Essay Workout and Exercise for Beginners 🤩💗 #shorts

  5. व्यायाम पर निबंध/essay on exercise in hindi/10 lines on exercise in hindi/exercise par nibandh

  6. ESSAY ON FIT INDIA

COMMENTS

  1. स्वास्थ्य और तंदरुस्ती पर निबंध (Health and Fitness Essay in Hindi)

    स्वास्थ्य और तंदरुस्ती पर निबंध (Health and Fitness Essay in Hindi) स्वास्थ्य और तंदरुस्ती को बनाए रखना एक व्यक्ति को स्वस्थ और अच्छाई की सामान्य स्थिति ...

  2. Essay on Exercise in Hindi- व्यायाम पर निबंध हिंदी में

    जरूर पढ़े- Essay on Health in Hindi ( Essay- 5 ) Long Exercise Essay in Hindi- व्यायाम पर निबंध( 500 words ) 1. भूमिका 2. व्यायाम का महत्व ( Vyayam Ka Mahatva ) 3. व्यायाम के भेद ( Types of Exercise in Hindi ) 4.

  3. व्यायाम का महत्व इन हिंदी

    व्यायाम का महत्व पर निबंध लिखिए - importance of exercise and physical fitness hindi me, विभिन्न प्रकार तथा उनके करने के तरीकों, फायदों के बारे में जानें!

  4. व्यायाम पर निबंध Essay on Exercise in Hindi (1000 Words)

    इस लेख में हमने व्यायाम पर निबंध हिंदी में (Essay on Exercise in Hindi) लिखा है। इसमें व्यायाम का अर्थ, प्रकार, महत्व, नियम, लाभ, 10 लाइन के विषय में जानकारी दिया गया है।

  5. व्यायाम का महत्व पर निबंध- Essay on Importance of Exercise in Hindi

    व्यायाम का महत्व निबंध- Essay on Importance of Exercise in Hindi. भूमिका-जीवन-उपवन में खुशियों के फूल और सुख का सौरभ तभी बिखरता है, जब शरीर सुन्दर, स्वस्थ और नीरोग होता है। जीवन ...

  6. स्वास्थ्य एवं व्यायाम पर निबंध

    स्वास्थ्य एवं व्यायाम पर निबंध! Here is an essay on 'Health and Exercise' in Hindi language. प्रकृति ने संसार के सभी जीव-जन्तुओं को पनपने एवं बढ़ने के अवसर प्रदान किए हैं । सभी प्राणियों ...

  7. व्यायाम का महत्व निबंध Importance of Exercise Essay in Hindi

    Essay on Importance of Exercise व्यायाम के महत्व पर निबंध. Watch on. प्रतिदिन व्यायाम करने से मनुष्य का मन उत्साहित रहता है और शरीर को शक्ति तथा स्फूर्ति ...

  8. Essay on the importance of exercise in Hindi

    व्यायाम का महत्व पर निबंध (Essay on the importance of exercise in Hindi). जिसमें आप परिभाषा और रूप, व्यायाम करने का सही स्थान और समय, इसके लाभ और हमारी शिक्षा प्रणाली में व्यायाम के ...

  9. Essay On Exercise In Hindi Language

    Exercise Essay In Hindi Language- व्यायाम पर निबंध: Paragraph & Short Essay on Exercise in Hindi Language for Students of all classes in 200, 300, 400, 500 words. Essay on Benefits of Exercise in Hindi Language. Vyayam Ke Labh

  10. व्यायाम का महत्त्व पर अनुच्छेद |Paragraph on Importance of Exercise in

    Article shared by: व्यायाम का महत्त्व पर अनुच्छेद |Paragraph on Importance of Exercise in Hindi! मानव शरीर एक मशीन की तरह है । जिस तरह एक मशीन को काम में न लाने पर वह ठप पड़ ...

  11. व्यायाम (एक्सरसाइज) के प्रकार, महत्व, करने का तरीका, लाभ और हानि

    Exercise In Hindi: स्वस्थ रहने के लिए जिस प्रकार एक संतुलित आहार की आवश्यकता होती है उसकी प्रकार एक मजबूत और फिट शरीर के लिए व्यायाम की आवश्यकता होती है। हम सभी ...

  12. स्वास्थ्य और व्यायाम पर निबंध

    स्वास्थ्य व व्यायाम पर निबंध Health And Exercise Essay In Hindi. प्रस्तावना : सुखी जीवन के लिए अच्छे स्वास्थ्य को आवश्यक माना जाता हैं. मनुष्य यदि शारीरिक ...

  13. स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती पर निबंध Essay On Health And Fitness In Hindi

    Essay On Health And Fitness In Hindi स्वास्थ्य और फिटनेस का रखरखाव एक व्यक्ति को स्वास्थ्य और कल्याण की सामान्य स्थिति में रहने में मदद करता है। यह बिना थके

  14. एक्सरसाइज और फिटनेस, व्यायाम स्वास्थ्य, फिटनेस टिप्स, Exercise and

    1. व्यायाम वजन को नियंत्रित करता है -Exercise for Weight loss in hindi. 2. हाई ब्लड प्रेशर को ...

  15. शारीरिक स्वस्थता

    शारीरिक स्वस्थता (physical fitness) के अन्तर्गत दो संबंधित अवधारणाएं होती हैं : सामान्य स्वस्थता ( स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती की एक स्थिति) और ...

  16. Importance Of Exercise Essay In Hindi

    व्यायाम का महत्व निबंध - Essay On Importance Of Exercise In Hindi संकेत बिंदु - भूमिका पुरुषार्थ प्राप्ति के लिए आवश्यक व्यायाम के लाभ व्यायाम का उचित समय ध्यान रखने योग्य ...

  17. व्यायाम के लाभ पर निबन्ध

    व्यायाम के लाभ पर निबन्ध | Essay on Benefits of Exercise in Hindi! स्वस्थ दिमाग सदैव स्वस्थ शरीर में ही होता है । संसार में प्रत्येक महापुरुष ने स्वास्थ्य को ही मानवीय सुन्दरता ...

  18. व्यायाम पर निबन्ध

    Article shared by: व्यायाम पर निबन्ध | Essay on Exercise in Hindi! 1. भूमिका: खेलना-कूदना, दौड़ लगाना, उछलना (Jump) आदि हमें बचपन से ही अच्छा लगता है । कहते हैं कि बच्चा ...

  19. खेल और स्वस्थ, स्‍पोर्ट एंड फिटनेस, Sports and Fitness in Hindi, health

    Sports and Fitness in Hindi (स्‍पोर्ट एंड फिटनेस), Khel or Swasthya (खेल और स्वस्थ): जानें कैसे खेल और ...

  20. Essay on health and fitness in hindi: स्वास्थ्य और सेहत पर निबंध

    स्वास्थ्य और सेहत पर निबंध, Essay on health and fitness in hindi (300 शब्द) अब-एक दिन, लोग अपने व्यस्त जीवन शैली में व्यस्त हो गए हैं और खुद को स्वस्थ रखने या फिट ...

  21. Health and Wellness: Yoga Education, Sports, and Fitness in Hindi

    In addition to yoga, sports and fitness activities can also help seniors maintain their health and wellness. Exercise can help improve cardiovascular health, increase strength and flexibility, and prevent chronic diseases like diabetes and heart disease. In Hindi, sports and fitness are known as "खेल और फिटनेस" or ...

  22. Health and Fitness Essay for Students and Children

    The first thing about where fitness starts is food. We should take nutritious food. Food rich in protein, vitamins, minerals, and carbohydrates is very essential. Protein is necessary for body growth. Carbohydrates provide the required energy in performing various tasks. Vitamin and minerals help in building bones and boosting our immune system.

  23. Essay On Fitness In Hindi

    Try EssayBot which is your professional essay typer. EssayBot is an essay writing assistant powered by Artificial Intelligence (AI). Given the title and prompt, EssayBot helps you find inspirational sources, suggest and paraphrase sentences, as well as generate and complete sentences using AI. If your essay will run through a plagiarism checker ...

  24. cfp

    Call for Papers. a service provided by www.english.upenn.edu. FAQ changelog: 2024 /05 /20. displaying 1 - 5 of 5. Early Modern Funny Business, a special issue of "Comedy Studies" ... Tawaifbaazi: Courtesans and Prostitutes in Urdu Hindi Literature. updated: Monday, May 20, 2024 - 2:02pm. Farkhanda Shahid Khan. deadline for submissions: Monday ...