HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध My Favourite Festival Christmas Essay In Hindi

मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध My Favourite Festival Christmas Essay In Hindi प्रिय विद्यार्थियों आपका स्वागत है आज हम मेरा प्रिय क्रिसमस निबंध आपकों बताने जा रहे हैं.

क्रिसमस निबंध को आप कक्षा 1, 2, 3, 4,  5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स को मेरे प्रिय त्योहार का निबंध याद करवा सकते हैं. 500 शब्दों में क्रिसमस पर दिया गया निबंध पढ़ते हैं.

Essay On My Favourite Festival Christmas In Hindi

मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध My Favourite Festival Christmas Essay In Hindi

हमारा भारत देश पर्वों एवं त्योहारों का देश है यहाँ सभी धर्मों के त्योहार एवं उत्सव बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं. क्रिसमस उन सबसे मेरा प्रिय त्यौहार हैं.

जो मानवता, एकता व भाईचारे का संदेश देता हैं. आज में आपके साथ स्टूडेंट्स के लिए क्रिसमस पर छोटा निबंध प्रस्तुत कर रहा हूँ. आर्टिकल शुरू करने से पूर्व आप सभी को  क्रिसमस  की हार्दिक शुभकामनाएं.

जिस तरह होली, दीपावली रक्षाबंधन हिन्दुओं के मुख्य त्योहार है इसी तरह क्रिसमस इसाई धर्म का सबसे बड़ा पर्व हैं. यह त्यौहार हर साल 25 दिसम्बर को मनाया जाता हैं.

इसाई धर्म इतिहास में इस दिन को बड़े दिवस की संज्ञा दी गई हैं. इसी दिन धर्म के संस्थापक ईसा मसीह का जन्म हुआ था. इसलिए यह एक ख़ुशी का पर्व हैं.

दुनियां में सबसे अधिक लोगों द्वारा मनाए जाने वाले क्रिसमस पर्व के अवसर पर सभी लोग अपने घरों को दुल्हन की तरह सजाते हैं.

कई महीने पूर्व से उत्सव को जोर शोर से मनाने की तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं. इस अवसर पर लोग बाजार की ओर रूख करते हैं नयें कपड़ों मिठाइयों तथा उपहारों की खरीद की जाती हैं.

क्रिसमस के अवसर पर समूचा मोहल्ला खुशी के साथ पर्व मना रहा होता हैं. घर रोशनी से जगमगा उठते हैं. लोग एक दूसरे को इस पर्व की शुभकामनाएं देते हैं. इस दिन गॉड ईसा मसीह को समर्पित होती है इस दिन पूजा स्थलों पर विशेष प्रार्थना में लोग शामिल होते हैं.

शहर के नुक्कड़ चौराहों से प्रभु मसीह की झांकिया निकाली जाती हैं. क्रिसमस पर सभी घरों में अच्छे अच्छे पकवान बनाए जाते हैं. इस दिन हर इसाई के घर में एक क्रिसमस का पेड़ लगाया जाता है.

जो विभिन्न फूलों से सजा होता हैं इसे क्रिसमस ट्री कहा जाता हैं. लोग प्रभु के जन्मदिन को केक काटकर एक दूसरे को खिलाकर बड़े धूमधाम के साथ सेलिब्रेट करते हैं. इस दिन बड़े लोग एक मजाकिया मुखोटा धारण कर बच्चों को हैप्पी क्रिसमस कहकर चाकलेट आदि देते हैं.

इस अवसर पर सांता क्लॉज का विशेष महत्व हैं. सांता क्लॉज पर लोग सवार होकर बच्चों को क्रिसमस पर उपहार देते हैं. सांता क्लॉज सात हिरणों द्वारा बिना पहिये द्वारा खीची जाने वाली एक तरह की गाड़ी हैं. हर बालक को क्रिसमस पर सांता क्लॉज का इन्तजार रहता है.

क्योंकि इसके साथ ही उसे एक शानदार गिफ्ट भी मिलने वाला होता हैं. इसलिए लोग सांता क्लॉज की परम्परा का पालन करते हुए एक अनोखी वेशभूषा में आकर बच्चों को उपहार देते है.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

CollegeDekho

Frequently Search

Couldn’t find the answer? Post your query here

  • अन्य आर्टिकल्स
  • क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): 200 से 500 शब्दों में निबंध लिखना सीखें

Updated On: September 02, 2024 06:37 pm IST

  • क्रिसमस पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Christmas in …
  • क्रिसमस पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on Christmas in …

निष्कर्ष (Conclusion)

  • क्रिसमस पर निबंध 10 लाइनों में (Essay on Christmas in …

क्रिसमस पर निबंध

क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस का महत्व समझाने और क्रिसमस की सभी जानकारियों के बारें में बताने के लिए कई बार विद्यालयों में छात्रों को क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas) लिखने का कार्य दिया जाता है। कई बार तो छोटी कक्षा में महत्वपूर्ण अंक के लिए क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi) लिखने का प्रश्न पूछ लिया जाता है। बहुत से छात्र/छात्राओं को निबंध लिखने में समस्या आती है या फिर हिंदी विषय पर उनकी पकड़ मजबूत नहीं होती है, ऐसे में क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (christmas in hindi) लिखने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए आप यहां से क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas) लिखना सीख सकते है। इस लेख के माध्यम से आपकी सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपको ना सिर्फ क्रिसमस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें (how to write essay on christmas in hindi), इसकी जानकारी मिलेगी बल्कि आपको किसी भी अन्य निबंध को कैसे लिखा जाए, ये भी पता चलेगा। ये भी पढ़ें- हिंदी दिवस पर निबंध

क्रिसमस पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Christmas in 200 words)

क्रिसमस पर निबंध (essay on christmas in hindi): प्रस्तावना, क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (essay on christmas in hindi).

क्रिसमस पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on Christmas in 500 words)

क्रिसमस- क्रिसमस एक प्रमुख पर्व है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। ये त्योहार हर साल ठंड के मौसम में आता है हालाँकि लोग इसे पूरी मस्ती, हर्षोल्लास और खुशी के साथ मनाते है।

ईसामसीह- क्रिसमस प्रभु ईसा के जन्मदिन पर मनाया जाता है, ये ईसाइयों के भगवान है जिन्होंने ईसाई धर्म की शुरुआत की। ये ईसाइयों के लिये एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसके लिये वो लोग ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस उत्सव की तैयारी एक महीने पहले ही शुरु हो जाती है और क्रिसमस के 12 दिनों के बाद ये पर्व खत्म होता है। इस दिन ईसाई लोग अपने घर में तरह -तरह के केक बनाते है। इस दिन लोग क्रिसमस के पेड़ को सजाते है, अपने दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसियों के साथ खुशियाँ मनाते है और उपहार बाँटते है। अवकाश: क्रिसमस के दिनों में छुट्टियां मनाई जाती हैं और धूम-धाम के साथ त्यौहार को मनाया जाता है। क्रिसमस के छुट्टी में पूरे दिन लोग नाचना, गाना, पार्टी मनाना और घर के बाहर डिनर करके खुशी मनाते है। घरों में सजावट की जाती है, अच्छे-अच्छे पकवान बनाये जाते है केक काटा जाता है। इस दिन केक का बहुत महत्व होता है। लोग एक दूसरे को उपहार स्वरूप केक भी देते है और अपने यहां भोज पर आमंत्रित करते है। प्रसाद: क्रिसमस में प्रसाद की विशेषता होती है, जिसमें केक, बिस्किट, और अन्य मिठाईयां शामिल होती हैं। प्रसाद पाकर बच्चें बहुत खुश होते है और इस दिन बहुत इन्जॉय करते है। यह पर्व बच्चों, बडें, बूढ़ों हर किसी के लिए खास होता है। इस दिन घरों में तरह-तरह के केक और पकवान बनाये जाते है और प्रसाद के तौर पर बाटें जाते है। उत्साह: क्रिसमस के दिनों में लोग उत्साह से भरे होते हैं और खुशी का माहौल बनाते हैं। इस दिन लोग चर्च जाते है और केक काटते है। अपने घरों में लोगों को भोज के लिए आंमत्रित करते है। जन्मदिन की तरह ही इस त्यौहार को भी उत्साह के साथ सेलिब्रेट करते है। परिवार: क्रिसमस के दिनों में परिवार के सभी सदस्य एकजुट होते हैं और साथ में खाने-पीने का आनंद लेते हैं। इस दिन सभी परिवार के लोग, सगे-सबंधी, दोस्त और सभी लोग गिले-शिकवे मिटा कर एकजुट होकर क्रिसमस का त्योहार मनाते है प्यार से गले मिलते है। इस दिन ईसाई लोग अपने प्रभु ईशु के लिये प्रार्थना करते है, वो सभी भगवान के सामने अपनी गलतीयों और पाप को मिटाने के लिये उसे स्वीकार करते है। गीत: क्रिसमस में गीतों का महत्वपूर्ण स्थान होता है, जैसे कि "जिंगल बेल्स", "सांता क्लॉज आ रहा है", और "ओ कोम ऑल इ फेथफुल"। इस दिन लोग नृत्य करते है, गाते है, और मज़ेदार क्रियाओं के द्वारा खुशी मनाते है। इस दिन ईसाई समुदाय अपने ईश्वर से दुआ करते है, अपने सभी गलतियों के लिये माफी माँगते है, पवित्र गीत गाते है और अपने प्रियजनों से खुशी से मिलते है। उपहार: क्रिसमस में विशेष तौर पर केक काटने व एक-दूसरे को उपहार देने की परंपरा होती है, जिसमें लोग एक दूसरे को उपहार देते हैं और आपसी प्रेम और आदर्शों का प्रतीक बनाते हैं। इस दिन बच्चे सांता क्लौज का इंतजार करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि सांता क्लौज उनके लिए गिफ्ट्स लेकर आएंगे। इसके अलावा घर में क्रिसमस ट्री को तोहफों, रंगीन लाइट्स व चमकीले सितारों से सजाया जाता है। दीपावली: क्रिसमस के दिनों में लोग अपने घरों को दीपावली की तरह सजाते हैं और उजाले के लिए कैंडल जलाते हैं। इस पर्व पर दिवाली की तरह ही अच्छे-अच्छे पकवान बनाये जाते है, घरों-ऑफिस बाजारों को सजाते है। क्रिसमस के दिन घरों से लेकर बाजारों तक में दिवाली की तरह ही रौनक रहती है। खुशियां: क्रिसमस में खुशियों का त्योहार मनाया जाता है और लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। इस दिन सभी लोग एक दूसरे को मैरी क्रिसमस बोल कर बधाइयाँ देते हैं तथा एक-दूसरे के घर जाकर उपहार देते है। इस दिन सांता क्लाज़ रात के समय सभी के घरों में जाकर उनको उपहार बाँटता है खासतौर से बच्चों को वो मजाकिया उपहार देता है। बच्चे बड़ी व्याकुलता से सांता और इस दिन का इंतजार करते है।

क्रिसमस पूरी दुनिया में युवा और बूढ़े लोगों द्वारा प्यार किया जाने वाला एक विशेष और जादुई अवकाश है। दुनिया भर में क्रिसमस के बारे में जानने के लिए बहुत कुछ है। अन्य देशों में भी बच्चे, बडें और बूढ़े क्रिसमस का जश्न मनाते हैं। इस तरह क्रिसमस का त्योहार लोगों को सबके साथ मिल-जुलकर रहने का संदेश देता है। ईसा मसीह कहते थे-दीन-दुखियों की सेवा संसार का सबसे बड़ा धर्म है।

क्रिसमस पर निबंध 10 लाइनों में (Essay on Christmas in 10 lines)

  • क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है।
  • यह पर्व ईसाई धर्म के लोग अपने भगवान यीशु मसीह के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाते हैं।
  • यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है।
  • क्रिसमस का यह त्यौहार सभी देशों में बड़े ही जश्न के साथ मनाया जाता है।
  • यह एक धार्मिक उत्सव है जिसका आनंद दुनिया के लगभग सभी धर्मों के लोग लेते हैं।
  • क्रिसमस पर कुछ लोग सांता क्लॉज की वेशभूषा में तैयार होते हैं और बच्चों को चाकलेट तथा उपहार बाटते हैं।
  • क्रिसमस के दिन विश्व के लगभग सभी देशों में सरकारी अवकाश रहता है।
  • क्रिसमस पर लोग एक ख़ास गाना गाते हैं जिसे ‘क्रिसमस कैरोल’ (Christmas Carrol) कहा जाता है।
  • ईसाई लोग इस दिन अपने घरों को रोशनी वाले झालर और लाइटों से सजाते हैं।
  • क्रिसमस के दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मेला घूमकर क्रिसमस का आनंद उठाते हैं।

Are you feeling lost and unsure about what career path to take after completing 12th standard?

Say goodbye to confusion and hello to a bright future!

निस्संदेह, यीशु एक यहूदी थे। यीशु का जन्म दुनिया के यहूदी हिस्से गलील में एक यहूदी मां से हुआ था। उनके सभी मित्र, सहयोगी, सहकर्मी, शिष्य, सभी यहूदी थे। वह नियमित रूप से यहूदी सामुदायिक पूजा में पूजा करते थे, जिन्हें हम आराधनालय कहते हैं।

ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह के जन्मदिन पर मनाया जाने वाला त्यौहार है, क्रिसमस के त्यौहार पर पूरी दुनिया जश्न में डूब जाती है। यूरोपीय देशों में हफ्ते की भर की छुट्टी होती है।

क्रिसमस पारंपरिक रूप से यीशु के जन्म का जश्न मनाने वाला एक ईसाई त्योहार था, लेकिन 20वीं सदी की शुरुआत में, यह एक धर्मनिरपेक्ष पारिवारिक अवकाश भी बन गया, जिसे ईसाई और गैर-ईसाइयों द्वारा समान रूप से मनाया जाता था।

किसी को क्रिसमस की सुखद छुट्टियों की शुभकामनाएँ देना होता है।

हर साल ईसा मसीह के जन्मदिन को क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है। साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि सांता क्लॉस का असली नाम सांता निकोलस है। कहा जाता है सांता निकोलस बच्चों से बहुत प्यार करते थे। यही कारण है कि उनकी याद में हम सभी क्रिसमस मनाते हैं और खुशियां बांटते हैं।

क्या यह लेख सहायक था ?

Related questions, is there m.a.from lucknow university with english subject in your college.

Lovely Professional University (LPU) offers a Master of Arts (MA) program with various specializations, providing advanced education in the arts and humanities. Admissions require a relevant bachelor’s degree from a recognized institution. Candidates can apply online through the official LPU website, and scholarships are available through the LPUNEST exam.

Rsos 12 th student can fill this ba form

Lovely Professional University (LPU) offers a Bachelor of Arts (BA) program with various specializations, designed to provide a comprehensive education in the arts and humanities. Admissions are based on eligibility, typically requiring completion of 10+2 from a recognized board. Candidates can apply online through the official LPU website, and scholarships are available through the LPUNEST exam.

Fees for hostel in arya mahila of college

Lovely Professional University (LPU) offers a variety of hostel options for both boys and girls, with fees ranging from ₹35,000 to ₹1,60,000 per year depending on room type and amenities. Hostel facilities include 24/7 security, Wi-Fi, mess services, and recreational areas, with single, double, triple, and quadruple sharing options. The hostels ensure a comfortable, safe, and hygienic living environment. Additional services like laundry, medical facilities, and convenience stores are also available on campus.

क्या आपके कोई सवाल हैं? हमसे पूछें.

24-48 घंटों के बीच सामान्य प्रतिक्रिया

व्यक्तिगत प्रतिक्रिया प्राप्त करें

बिना किसी मूल्य के

समुदाय तक पहुंचे

समरूप आर्टिकल्स

  • डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध (Essay on Dr. APJ Abdul Kalam in Hindi) - सभी क्लास के लिए हिंदी में 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध लिखें
  • दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi): दशहरा पर 10, 100, 150, 200, 500 शब्दों में निबंध
  • बीपीएससी 69वीं प्रीलिम्स रिजल्ट 2024 (BPSC 69th Prelims Result 2024 in Hindi): रिजल्ट तारीख और डॉयरेक्ट लिंक
  • एफकैट शारीरिक और चिकित्सा मानक 2024 (AFCAT Physical and Medical Standards 2024)
  • KVS एडमिशन लिस्ट 2024-25 (प्रथम, द्वितीय, तृतीय) की जांच कैसे चेक करें (How to Check KVS Admission List 2024-25): डायरेक्ट लिंक, लेटेस्ट अपडेट, स्टेप्स
  • विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Essay on Miracle of Science in Hindi): 200 से 500 शब्दों में निबंध लिखना सीखें

नवीनतम आर्टिकल्स

  • हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas in Hindi): हिंदी दिवस पर 100, 250 और 500 शब्दों में निबंध
  • सैनिक स्कूल एडमिशन 2025 (Sainik School Admission 2025 in Hindi): परीक्षा तारीख, पात्रता और स्कूल
  • सैनिक स्कूल सिलेबस 2025 (Sainik School Syllabus 2025): विषयवार सिलेबस यहां देखें
  • अग्निपथ स्कीम (Agneepath Scheme in Hindi) - अग्निपथ योजना अग्निवीर योग्यता, आयु सीमा, रिक्तियां, अप्लाई लिंक, सैलरी, डायरेक्ट लिंक जानें
  • शिक्षा का महत्त्व पर हिंदी में निबंध (Essay on Importance of Education in Hindi): 100 से 500 शब्दों में देखें
  • महिलाओं के लिए ग्रेजुएशन के बाद टॉप 10 हाई सैलेरी वाली सरकारी नौकरियां (High Salary Government Jobs after Graduation for Females)
  • बसंत पंचमी 2024: सरस्वती पूजा पर हिंदी में निबंध
  • हिंदी दिवस पर कविता (Poem on Hindi Diwas in Hindi)
  • अब्राहम लिंकन पर हिंदी में निबंध (Essay on Abraham Lincoln in Hindi): 250 शब्दों से 500 में निबंध लिखना सीखें
  • कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi): Covid-19 महामारी पर हिंदी में निबंध
  • दहेज़ प्रथा पर हिंदी में निबंध (Essay on Dowry System in Hindi): 100 से 500 शब्दों में कक्षा 7 से 10 के लिए
  • 26 जनवरी : गणतंत्र दिवस पर हिन्दी निबंध (Essay on Republic Day) - 100 से 500 शब्दों तक निबंध लिखना सीखें
  • सरदार वल्लभभाई पटेल पर हिंदी में निबंध (Essay on Sardar Vallabhbhai Patel in Hindi)
  • गाय पर हिंदी में निबंध (Essay on Cow in Hindi) - गाय पर निबंध 100, 200, 500 शब्दों में यहाँ देखें
  • मेरा प्रिय मित्र पर हिंदी में निबंध (Essay on My Best Friend in Hindi)
  • मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) - कक्षा 6 से 12 के लिए निबंध लिखना सीखें
  • मदर्स डे पर निबंध (Mothers Day Essay in Hindi): मातृ दिवस पर हिंदी में निबंध
  • पर्यावरण दिवस पर निबंध (Essay on Environment Day in Hindi) - विश्व पर्यावरण दिवस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें
  • हिंदी में निबंध (Essay in Hindi/ Hindi me Nibandh) - परिभाषा, प्रकार, टॉपिक्स और निबंध लिखने का तरीका जानें
  • होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi): इतिहास, महत्व, 200 से 500 शब्दों में होली पर हिंदी में निबंध लिखना सीखें
  • बीपीएससी टीचर रिजल्ट 2024 (BPSC Teacher Result 2024 in Hindi): बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा रिजल्ट यहां देखें
  • अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण (International Women's Day Speech in Hindi) - छात्रों के लिए छोटा और बड़ा भाषण यहां देखें
  • 15 अगस्त पर हिंदी में भाषण (15 August Speech In Hindi): स्वतंत्रता दिवस पर 10 मिनट, 5 मिनट और 750 शब्दों में भाषण

ट्रेंडिंग न्यूज़

दिवाली पर निबंध (Essay on Diwali in Hindi): हिंदी में दीपावली पर निबंध कक्षा 1 से 8 तक के लिए 200 से 500 शब्दों में यहां देखें

Subscribe to CollegeDekho News

  • Select Stream Engineering Management Medical Commerce and Banking Information Technology Arts and Humanities Design Hotel Management Physical Education Science Media and Mass Communication Vocational Law Others Education Paramedical Agriculture Nursing Pharmacy Dental Performing Arts
  • Select Program Type UG PG Diploma Ph.D Certificate

कॉलेजदेखो के विशेषज्ञ आपकी सभी शंकाओं में आपकी मदद कर सकते हैं

  • Enter a Valid Name
  • Enter a Valid Mobile
  • Enter a Valid Email
  • Select Level UG PG Diploma Ph.D Certificate
  • By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy

शामिल हों और विशेष शिक्षा अपडेट प्राप्त करें !

Details Saved

Hindi Yatra

10+ क्रिसमस पर निबंध – Essay on Christmas in Hindi

E ssay on Christmas in Hindi : आज हमने क्रिसमस पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 & 10 के विद्यार्थियों के लिए है।

क्रिसमस का आयोजन विश्व भर में बड़ी ही धूमधाम से किया जाता है यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है यह ईसाई समुदाय का सबसे बड़ा त्यौहार है।

क्रिसमस शांति और खुशियों का प्रतीक है इसीलिए आज अन्य धर्म के लोग भी इसमें पूरे तन मन से हिस्सा लेते है। विद्यार्थियों को क्रिसमस पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है उनकी सहायता के लिए अलग-अलग छोटे बड़े निबंध लिखे है।

Essay on Christmas in Hindi

Get Some Best Essay on Christmas in Hindi for Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 & 10 Students,

10 Line Essay on Christmas in Hindi

(1) क्रिसमस का त्योहार प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है।

(2) क्रिसमस का आयोजन ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में किया जाता है।

(3) यह उत्सव ईसाई समाज के लोगों द्वारा बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है।

(4) इस दिन का बड़ा दिन भी कहते है।

(5) क्रिसमस का विशेष व्यंजन केक है।

(6) इस दिन लोग चर्च और अपने घरों में क्रिसमस ट्री रंग बिरंगी लाइटो, गुब्बारे, उपहार और अन्य सजावटी समान द्वारा सजाते है।

(7) सांताक्लॉज बच्चों को चॉकलेट्स और गिफ्ट्स देते है।

(8) यह पूरे विश्व भर में मनाया जाता है और इस दिन अधिकांश देशों में राजकीय अवकाश होता है।

(9) क्रिसमस के दिन चर्च में विशेष पूजा के साथ मोमबत्तियां जलाई जाती है और प्रार्थना की जाती है।

(10) क्रिसमस के दिन सभी लोग एक दूसरे को बधाई और उपहार देकर खुशी-खुशी इस उत्सव को मनाते है।

Short Essay on Christmas in Hindi 500 Words

भूमिका –

क्रिसमस का उत्सव ईसाई समाज के लोगों द्वारा प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। ईसाई समाज के लोगों का मानना है कि इस दिन उनके ईश्वर ईसा मसीह का जन्म हुआ था।

इसलिए भी उनके जन्मदिवस को अपने सबसे बड़े त्यौहार के रूप में मनाते है। क्रिसमस इंग्लिश की दो शब्दों से मिलकर बना है जिसमें Christ शब्द ‘क्रिस्टियन’ को दर्शाता है और Mass का मतलब “लोगों का समूह” होता है।

यह ईसाइयों के लिए सबसे पवित्र और हर्षोल्लास का त्यौहार होता है जिस को आम भाषा में बड़ा दिन भी कहा जाता है। वर्तमान में इस उत्सव को सभी देशों द्वारा अपना लिया गया है और सभी धर्म के लोग क्रिसमस को बड़े धूमधाम से मनाते है इसलिए अधिकांश देशों में 25 दिसंबर का राजकीय अवकाश होता है।

क्रिसमस का इतिहास –

क्रिसमस पर आयोजन यीशु के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ईसा मसीह ने धरती पर रहने वाले लोगों को सही राह दिखाने के लिए ईश्वर के दूत के रूप में अवतार पृथ्वी पर लिया था।

जन्म से ही उनके अंदर कुछ अलौकिक शक्तियां थी इसलिए उन्होंने छोटी उम्र की आयु से ही लोगों को सही कार्य करने के लिए प्रेरित किया और ईश्वर के पास जाने का मार्ग दिखाने लगे। कुछ लोगों को उनकी बातें पसंद नहीं आई इसलिए उनकी हत्या कर दी गई थी।

लेकिन ईसा मसीह के विचारों को कभी दबाया नहीं जा सका इसलिए आज भी उनके जन्मदिवस पर क्रिसमस का आयोजन किया जाता है।

जो कि हमें यह दर्शाता है कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो अच्छाई हमेशा उसे हरा ही देती है। शायद इसीलिए आज पूरे विश्वभर में क्रिसमस मनाया जाता है।

क्रिसमस की तैयारी –

क्रिसमस की तैयारियां ईसाई धर्म के लोगों महीने भर पहले से ही करने लग जाते है। वे अपने घरों की साफ सफाई करके उन्हें पवित्र करते हैं रंग बिरंगी लाइटों द्वारा सजावट करते है। क्रिसमस के दिन गिरजा करो को विशेष तौर पर रंग बिरंगी फुलझड़ीओं, गुब्बारों, लाइटो और फूलों द्वारा लगाया जाता है।

चर्च में विशेष पूजा होती है जिसके बाद सभी लोग एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई और उपहार देते है।सभी लोगों द्वारा चर्च में मोमबत्तियां जलाई जाती है,

जो की सकारात्मक ऊर्जा की प्रतीक होती है। इस दिन विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम होते है जैसे डांस अंताक्षरी, ईसा मसीह का नाटक इत्यादि कार्यक्रम होते है।

इस दिन पर विशेष तौर पर ईसा मसीह के जन्म दिवस पर केक काटा जाता है जो कि इस उत्सव का मुख्य व्यंजन होता है इसके बाद सभी लोगों में चॉकलेट बांटी जाती है

इस दिन सभी लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री लगाते हैं जिसको विशेष तौर पर रंग बिरंगी लाइटों और अन्य सजावटी समान द्वारा सजाया जाता है और उस पर छोटे-छोटे गिफ्ट भी लगाए जाते है जो कि बच्चों को दिए जाते है।

इस दिन सांता क्लॉज का भी बहुत महत्व होता है लोगों का मानना है कि लाल कपड़े पहन कर ईश्वर स्वयं बच्चों को उपहार देते है।

निष्कर्ष –

ईसाई समाज के लोगों के लिए यह विशेष दिन होता है जिसका वह पूरे साल भर बेसब्री से इंतजार करते है और पूरे हर्षोल्लास और प्रेम भाव से क्रिसमस को मनाते है।

क्रिसमस का उत्सव शांति का प्रतीक है और यह हमेशा नकारात्मक सोच को हटाकर सकारात्मक सोच पर बल देता है।

Long Essay on Christmas in Hindi 1000 Words

प्रस्तावना –

क्रिसमस का त्यौहार ईसाई धर्म को मानने वाले लोगों द्वारा मनाया जाता है यह त्यौहार उनके लिए सबसे बड़ा उत्सव होता है। क्रिसमस प्रमुख रूप से यूरोपीय देशों में मनाया जाता है लेकिन धीरे-धीरे इसको अब एशियाई देशों में भी अपना लिया गया है।

क्रिसमस का त्यौहार प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है। ईसाई समाज के लोगों के लिए क्रिसमस का दिन बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है उनका मानना है कि इस दिन प्रभु यीशु का जन्म हुआ था और उन्हीं के जन्मदिन के उपलक्ष पर इस त्यौहार का आयोजन किया जाता है।

परंपरा और मान्यता –

पुरानी कथाओं और मान्यताओं के अनुसार माता मरियम के पुत्र का जन्म ईसा मसीह के रूप में हुआ था। ईसा मसीह के जन्म से पूर्व माता मरियम कुंवारी थी उनकी सगाई दाऊद के राजवंशी यूसुफ़ नामक व्यक्ति से हुई थी।

कथाओं के अनुसार एक दिन माता मरियम के पास स्वर्गदूतआए उन्होंने माता मरियम को कहा कि जल्द ही उन्हें एक पुत्र की प्राप्ति होगी जो कि संसार में रहने वाले लोगों को कष्टों से मुक्ति का रास्ता दिखाएगा।

कुछ ही दिनों में माता मरियम की शादी हो गई उसके पश्चात वह और उनके पति यहूदिया प्रांत के बेथलेहेम नामक (Bethlehem) जगह रहने लगे।

इसी स्थान पर वहां के अस्तबल में ईसा मसीह का जन्म हुआ। ईश्वर ईसा मसीह में जन्म के समय से ही एक आलौकिक शक्ति थी।

ईसा मसीह दीन दुखी लोगों को ईश्वर के करीब रहने का मार्ग बताया उन्होंने सभी को भाईचारे से रहने और एक दूसरे से प्रेम भाव रखने को कहा। उन्होंने खास तौर पर लोगों को क्षमा करने और क्षमा मांगने पर जोर दिया।

कुछ लोगों को उनकी यह बातें पसंद नहीं आई इसलिए उनकी हत्या कर दी गई थी लेकिन उनके विचारों को नहीं दबाया जा सका इसी कारण आज भी उनके जन्म उत्सव को ईसाई धर्म के लोगों द्वारा क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है।

क्रिसमस का आयोजन –

क्रिसमस की तैयारियां लोग एक महीने पूर्व से ही करने लग जाते है। क्रिसमस आने से पहले लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते है उनमें नया रंग करवाते है।

यह उत्सव इतना शानदार होता है कि इसके कारण बाजार में एक अनोखी रौनक देखने को मिलती है चारों तरफ रंग बिरंगी लाइटिंग और लोगों के खुशमिजाज चेहरे देखने को मिलते है।

इस उत्सव पर नौकरी पेशा लोगों को तनख्वाह के साथ बोनस मिलता है जिससे वह और अधिक खुश हो जाते हैं और खूब धूमधाम से क्रिसमस के इस उत्सव में हिस्सा लेते है।

क्रिसमस के 1 दिन पहले सभी लोग अपने घरों में रंग-बिरंगी लाइटे लगाते है पूरा बाजार रोशनी से नहाया हुआ होता है। चर्च को रंग बिरंगी रोशनीयो, रंग बिरंगे फूलों, सीनरी, मोमबत्तीया, रंग बिरंगे गुब्बारे और अन्य सजावटी सामानों से सजा दिया जाता है।

ईसा मसीह का जन्म 25 दिसंबर की रात को हुआ था इसलिए क्रिसमस का आयोजन रात्रि से ही प्रारंभ हो जाता है जैसे ही 12 बजते है गिरजा घरों में विशेष प्रार्थनाएं की जाती है इसके पश्चात लोग अपने रिश्तेदारों और परिचित व्यक्तियों को क्रिसमस की बधाइयां देते है।

कई लोग इस उत्सव को समूह में मनाते है और स्वादिष्ट व्यंजनों का भी इंतजाम करते हैं जिससे इस उत्सव में चार चांद लग जाते है। क्रिसमस के दिन क्रिसमस ट्री भी लगाया जाता है जिस पर तरह-तरह की लाइटों मुबारक और उपहार लगाए जाते है।

ईसाई धर्म के लोगों द्वारा क्रिसमस ट्री लगाने के पीछे एक पुरानी धारणा है जिसके अनुसार क्रिसमस ट्री लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है और नकारात्मक ऊर्जा पूरी तरह नष्ट हो जाती है।

क्रिसमस ट्री पर लगाए गए उपहार बच्चों में बांट दिए जाते है। बच्चों को खुश करने के लिए लोग सांता क्लॉज का रूप धारण करके सभी को गिफ्ट बांटते है। बच्चों को सांता क्लॉज द्वारा मिलने वाले गिफ्ट के लिए काफी उत्साह होता है क्योंकि वे सोचते है कि यह उपहार चीजें उन्हें ईश्वर द्वारा दिया गया है।

क्रिसमस के दिन केक काटने की पुरानी प्रथा है केक क्रिसमस का मुख्य व्यंजन होता है। यह सभी को पसंद होता है क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार की चॉकलेट, फलों का रस, दूध क्रीम आदि मिला होता है जो कि बहुत ही स्वादिष्ट होता है।

इस तरह क्रिसमस के उत्सव का भव्य आयोजन किया जाता है।

क्रिसमस का महत्व –

क्रिसमस का अन्य त्योहारों की तरह प्रमुख महत्व है, किस्मत के कारण लोग अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी से बाहर निकल कर खुशियां मनाते हैं और अपने आपको ईश्वर के करीब मानते है।

बाहरी देशों में संस्कृति के बदलाव के कारण एक-दूसरे से लोग कम ही मिल पाते है जिसके कारण मानव अपनी मूल प्रवृत्ति होता जा रहा है लेकिन किस्मत जैसे त्योहारों के कारण लोगों में एक अजब उत्साह होता है एक दूसरे से मिलते है।

क्रिसमस का त्यौहार ईसाई धर्म के लोगों के लिए एक प्रतीक है जिस पर उन्हें गर्व होता है। इस त्योहार का महत्व इसलिए और भी बढ़ जाता है क्योंकि यह में एक दूसरे से प्रेम भाव से रहने का संदेश देता है। जिसके कारण लोग प्रभावित होते है और एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रहते है।

उपसंहार –

क्रिसमस का उत्सव हमें हर वक्त खुश रहना सिखाता है। यह हमें किसी के गलती करने पर उसे माफ करने की शिक्षा देता है। यह उत्सव हमें हमेशा एक दूसरे के साथ प्यार से रहना सिखाता है चाहे वो गरीब हो या अमीर हो।

इस उत्सव को मनाने से हमारे मन के सभी बेर दूर हो जाते है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। ईसाई समुदाय के लोगों के लिए यह दिन और भी खास होता है क्योंकि एक दिन उनकी ईश्वर ईसा मसीह का जन्मदिन भी होता है।

यह उत्सव हमारे जीवन में नए रंग भी बिखेरता है जिससे आने वाले भविष्य में हम खुश और सुखी रहे इसीलिए आज क्रिसमस के इस उत्सव को सभी देशों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।

यह भी पढ़ें –

छठ पूजा पर निबंध – Essay on Chhath Puja in Hindi

दुर्गा पूजा पर निबंध – Essay on Durga Puja in Hindi

शीत ऋतु पर निबंध – Essay on Winter Season in Hindi

नए साल पर निबंध – Essay on New Year in Hindi

बसंत पंचमी पर निबंध – Basant Panchami Essay in Hindi

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Essay on Christmas in Hindi  पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले।

इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

Leave a Comment Cancel reply

  • articles in hindi

क्रिसमस दिवस पर निबंध: Christmas Essay in Hindi - छोटी पंक्तियाँ और लंबे निबंध पैराग्राफ

क्रिसमस दिवस पर निबंध: यहां क्रिसमस दिवस पर निबंधों में क्रिसमस के महत्व और आनंद का अन्वेषण करें। परंपराओं, उत्सवों और शाश्वत भावना की खोज करें।.

Atul Rawal

क्रिसमस पर 10 पंक्तियाँ

  • क्रिसमस ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाने का अवसर है, जिन्हें ईसाई ईश्वर का पुत्र और मानवता का उद्धारकर्ता मानते हैं।
  • क्रिसमस, अन्य त्योहारों की तरह, प्यार, गर्मजोशी, हँसी और एकजुटता के क्षणों का जश्न मनाने का एक आनंदमय समय है।
  • क्रिसमस को लोग अपने अनोखे अंदाज में मनाते हैं, लेकिन घरों और सड़कों को जगमगाती रोशनी से सजाना एक आम परंपरा है जिसे हर कोई निभाना पसंद करता है।
  • उपहारों का आदान-प्रदान एक और परंपरा है जिसका पालन लोग क्रिसमस पर अपने प्यार और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए करते हैं।
  • यह एक ऐसा अवसर है जो लोगों को एक साथ लाता है, समुदायों और संस्कृतियों के बीच एकता और एकजुटता की भावना को बढ़ावा देता है।
  • क्रिसमस स्वादिष्ट दावतों का पर्याय है, जिसमें रोस्ट टर्की, जिंजरब्रेड कुकीज़ और एग्नॉग जैसे उत्सव के व्यंजन शामिल हैं।
  • परिवार जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं और भोजन से भरी मेज पर शानदार पल बिताते हैं जो यादें बनाने के लिए एक कैनवास के रूप में काम करते हैं।
  • क्रिसमस लोगों को दयालुता, दान और स्वयंसेवा के कार्यों में शामिल होकर खुशी और सद्भावना फैलाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  • शिक्षक, माता-पिता और बुजुर्ग छात्रों को इस अवसर के महत्व के बारे में बताते हैं और उन्हें कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
  • यह धार्मिक और सांस्कृतिक सीमाओं से परे, दुनिया भर में मनाया जाने वाला एक वैश्विक अवसर है।
  • Essay On Christmas Day in English
  • Christmas Craft and Decoration Ideas

क्रिसमस दिवस पर 150 शब्दों में निबंध

क्रिसमस अद्वितीय और महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाला एक खुशी का अवसर है। ईसाई धर्म में पूज्य ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में हर साल 25 दिसंबर 2023 को यह दिन मनाया जाता है। ईसाई यीशु को ईश्वर का पुत्र और मानवता का उद्धारकर्ता मानते हैं। क्रिसमस क्रिसमस की कहानी पर चिंतन करने, प्यार फैलाने, बंधनों को मजबूत करने और सद्भावना फैलाने का समय है।

अपनी धार्मिक जड़ों से परे, क्रिसमस एक वैश्विक सांस्कृतिक त्योहार के रूप में विकसित हुआ है। घरों और सड़कों को सजाना, उपहारों का आदान-प्रदान करना, पारिवारिक समारोह आयोजित करना और पारंपरिक भोजन बनाना कुछ ऐसी चीजें हैं जो लोग क्रिसमस पर करते हैं।

300 शब्दों में क्रिसमस उत्सव पर निबंध

क्रिसमस विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला त्यौहार है। यह धार्मिक श्रद्धा और सांस्कृतिक उत्सव का मिश्रण है। क्रिसमस मनाने के कारणों की बात करें तो ईसाइयों की मान्यताओं के अनुसार यह ईसाइयों के भगवान ईसा मसीह का जन्मदिन है। इस प्रकार इस दिन का गहरा धार्मिक महत्व भी है। बाइबिल में बताई गई जन्म कथा, बेथलहम में विनम्र जन्म के बारे में बताती है, जिसमें आशा, प्रेम और मोक्ष के विषयों पर जोर दिया गया है।

अपनी धार्मिक जड़ों के अलावा यह त्यौहार सामाजिक आस्था और प्रेम के निर्माण में भी महत्व रखता है। प्रतिष्ठित क्रिसमस ट्री, अक्सर एक सदाबहार शंकुवृक्ष (Christmas tree), छुट्टियों के मौसम के दौरान सजाया जाने वाला प्राथमिक पेड़ है। यह पेड़ सर्दियों के महीनों के दौरान जीवन और आशा का प्रतीक है। परिवार अपना स्वयं का क्रिसमस ट्री लाते हैं और अपने बच्चों के साथ इसे रोशनी, आभूषणों और टिनसेल से सजाते हैं। रिमझिम रोशनी पेड़ को रोशन करती है, और रंग-बिरंगे आभूषण उत्सव का माहौल जोड़ते हैं।

क्रिसमस चिंतन और कृतज्ञता के अवसर के रूप में कार्य करता है। यह व्यक्तियों को अपने जीवन में आशीर्वाद की सराहना करने और कम भाग्यशाली लोगों पर दया करने के लिए प्रेरित करता है। कैरोल्स, उत्सव समारोहों और प्रेम की अभिव्यक्ति के माध्यम से खुशियाँ फैलाने की परंपरा इस विचार को पुष्ट करती है कि क्रिसमस गर्मजोशी और एकजुटता का मौसम है।

  • Christmas Day Poems in English for Kids and Adults [2023]
  • Easy and Beautiful Christmas Drawings
  • Christmas Bell Drawing Ideas For Kids and Students [2023]
  • Top 7 Christmas Day Activities for Kids
  • Top 10 Simple and Attractive Board Decoration Ideas for Christmas
  • 10 Best Engineering Institutes in India other than IITs, NITs and IIITs
  • Easy and Beautiful Christmas Drawings and Art Ideas for Kids [2023]
  • Best Schools In Delhi
  • 7 Best Asanas for Students During Exams
  • 10 Tips to Improve Concentration in Studies During Exams
  • 10 Characteristics of a Gifted Child
  • Self-Introduction In English: Tips for Better Communication

आप जागरण जोश पर सरकारी नौकरी , रिजल्ट , स्कूल , सीबीएसई और अन्य राज्य परीक्षा बोर्ड के सभी लेटेस्ट जानकारियों के लिए ऐप डाउनलोड करें।

  • परिवार कैसे क्रिसमस मनाता है? + परिवार क्रिसमस को विशेष भोजन, उपहारों का आदान-प्रदान और उत्सवी गतिविधियों में एक साथ आकर मनाता है। सजावटें, कैरोल गायन, और धार्मिक सेवाओं को महत्वपूर्ण परंपराएं हैं।
  • क्रिसमस का महत्व क्या है? + क्रिसमस ईसा मसीह के जन्म की स्मृति के रूप में है, जो प्रेम, शांति और अच्छाइयों के विचारों को दर्शाता है। इसके अलावा, यह एक विश्वस्तरीय सांस्कृतिक उत्सव बन गया है जो पूरी दुनिया में मनाया जाता है।
  • क्रिसमस ट्री को सजाने का कारण क्या है? + क्रिसमस ट्री को सजाना एक उत्सव सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा है। रौंगतें, आभूषण और टिंसल खुशी के समय का प्रतीक हैं, जबकि एक ट्री टॉपर अक्सर बेतलहम की मार्गदर्शिका को प्रतिष्ठानित करता है।
  • UGC NET Re Exam City Intimation Slip 2024
  • इंडिया पोस्ट जीडीएस 2nd मेरिट लिस्ट
  • यूपी पुलिस एग्जाम एनालिसिस 2024
  • Rajasthan Pre DEIEd Result 2024
  • UGC NET उत्तर कुंजी 2024
  • बिहार पुलिस SI प्रोबेशन मेंस एडमिट कार्ड 2024
  • एमपी पैट एडमिट कार्ड 2024
  • बीएसएफ कांस्टेबल भर्ती 2024
  • Teachers Day Poem in Hindi
  • Teachers Day Speech in Hindi
  • स्कूल की बात

Latest Education News

TNPSC Group 2 Answer Key 2024 Out at tnpsc.gov.in: Check Response Sheet PDF and Objection Raise Prices

IBPS RRB Clerk Result 2024 Live Updates: Direct Link to Check Office Assistant Prelims Result at ibps.in, Check Latest Updates

BPSC 70th Notification 2024 OUT for 1957 Vacancies at bpsc.bih.nic.in: Check Bihar CCE Application Dates, Exam Details Here

TNPSC Group 2 Prelims Answer Key 2024 OUT at tnpsc.gov.in: Submit Objection Before 30 September

Brain Teaser: Can Your High IQ Find Which Pipe is Filling the Bucket in 5 Seconds?

Picture Puzzle IQ Test: Your IQ Is Higher Than 130 if You Spot The Pug in 13 Seconds

हॉलीवुड की अब तक बनी 10 सबसे महंगी फिल्मों की सूची, यहां देखें

Visual Skill Test: Find the odd one out in 4 seconds!

Tamil Nadu State Scholarship (TNSSP) 2024: Login Portal, Benefits and Application Form

Laapataa Ladies Finds Its Pataa: Selected as India's Official Entry for the 2025 Oscars

BPSC 70th Notification 2024 OUT: बीपीएससी परीक्षा की अधिसूचना जारी, 1900 से अधिक पदों पर होगी भर्ती, यहाँ चेक करें डिटेल्स

Spot 3 differences between the honeybee pictures in 19 seconds!

Haryana Board Class 11 Business Studies Model Paper With Solution 2024-25: Download Free PDF

Oscar 2025: List of Indian Movies which has Official Entry for Academy Awards

WB ANM, GNM Final Answer Key 2024 Out at wbjeeb.nic.in, Result Soon

ANM, GNM Result 2024 Date Announced at wbjeeb.nic.in, Final Answer Keys Released

Today Current Affairs One Liners 23 September 2024: 45th FIDE Chess Olympiad

RRB NTPC Apply Online 2024 Starts at rrbapply.gov.in for 3445 Undergraduate Vacancies: Get Direct Link Here

MP ITI Training Officer Admit Card 2024 OUT: जारी हुआ मध्य प्रदेश आईटीआई ट्रेनिंग ऑफिसर एडमिट कार्ड, ये रहा Direct Link

Current Affairs Quiz 23 September 2024: IIFA Awards 2025

Grehlakshmi

Grehlakshmi

The Hindi Womens magazines on Fashion, Beauty, Entertainment, Travel, Health, Parenting , cookery religion , astrology – daily dose for the smart housewife.

क्रिसमस पर निबंध – Christmas Essay in Hindi

Share this:.

  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window)
  • Click to email a link to a friend (Opens in new window)
  • Click to print (Opens in new window)

googlenews

क्रिसमस ईसाइयों का सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहार है तथा भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है। इस दिन प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को ईसा मसीह का जन्म दिवस मनाया जाता है। ईसा मसीह ‘ईश्वर के पुत्र’ कहलाते हैं, जो इस धरती पर मानव जाति की बुराई से रक्षा के लिए आए थे। वे मानव जाति के लिए सबसे बड़े मार्गदर्शक, उपदेशक व उपचारक थे। उन्होंने संसार को शांति, प्रेम व धैर्य का संदेश दिया।

ईसा के जन्म का यह उत्सव 336 ई- से मनाया जा रहा है। ‘क्रिसमस’ या ‘एक्स-मस’ शब्द ‘क्राइस्ट मास’ से लिया गया गया है।

ईसा मसीह धरती पर आए

ईसा मसीह का जन्म इज़रायल के बैथलहम में मदर मैरी के घर हुआ ।

इज़रायल में नाज़रेथ नामक छोटा-सा गांव था । वहां जोसफ नामक बढ़ई रहता था । उसका मैरी नामक युवती से विवाह होने वाला था ।

एक दिन देवदूत मैरी के पास आया और कहा, “ईश्वर ने अपने पुत्र को धरती पर भेजने का निर्णय ले लिया है उन्होंने तुम्हें अपने पुत्र की माता के रूप में चुना है ।”

देवदूत ने मैरी से यह भी कहा कि वह बालक का नाम ‘जीसस’ रखे । मैरी यह सुनकर प्रसन्न व रोमांचित हो उठी । वह अपने-आपको धन्य मान रही थी ।

christmas festival

जोसफ विवाह से पूर्व ही मैरी के गर्भवती होने का समाचार सुनकर चौक गया । यहां तक कि उसने विवाह तोड़ने का भी फैसला ले लिया ।

देवदूत गैबरियाल ने उसके सपने में आकर कहा, “हे जोसफ! कृपया मैरी को छोड़ने का विचार मन में मत लाओ । वह पवित्र है, तभी ईश्वर ने उसे अपने पुत्र की माता बनने के लिए चुना है । मैरी को पत्नी के रूप में स्वीकार लो ।”

Trending हिंदी कहानियाँ :

  • Hindi Stories
  • Moral Stories in Hindi
  • Love Stories in Hindi
  • Panchatantra Stories in Hindi
  • Poems in Hindi
  • Hindi Novels
  • Kids Stories in Hindi

जोसफ ने देवदूत के आदेश को मानकर मैरी से विवाह कर लिया । कुछ माह बाद वहां के राजा ने आदेश दिया कि सभी लोगों को नई कर पद्धति के लिए अपना पंजीकरण कराना होगा । इसके लिए उन्हें अपने जन्मस्थान जाने का निर्देश दिया गया ।

जोसफ व मैरी नाज़रेथ से बैथलहम रवाना हुए । मैरी खच्चर पर थी और जोसफ पैदल चल रहा था । उन्होंने बैथलहम पहुंचने के लिए कई मील लंबी यात्रा की । जब वे वहां पहुंचे तो रात घिर आई । मैरी भी काफी थकी हुई थी । शिशु के जन्म का समय भी समीप ही था ।

christmas festival

मैरी व जोसफ ने सराय में रहने के लिए स्थान खोजा, पर कोई जगह खाली न थी । जोसफ ने सराय वाले को मैरी की हालत के बारे में बताया । सराय के मालिक ने उन्हें तरस खाकर पहाड़ियों के पास खाली गुफाओं का रास्ता दिखा दिया । एक गुफा में अस्तबल भी था । जोसफ ने उसे ही साफ किया और रहने का प्रबंध कर लिया ।

अगली रात मैरी ने एक पुत्र को जन्म दिया । शिशु के चेहरे पर दिव्य आभा थी । देवदूत के कहे अनुसार, उसका नाम ‘जीसस’ रखा गया ।

christmas festival

जैसे ही जीसस का जन्म हुआ, बैथलहम के आकाश में एक सितारा तीव्रता से चमकने लगा । एक देवदूत गड़रियों के झुंड के सामने प्रकट हुआ । उसने ईश्वर के पुत्र जीसस के जन्म की घोषणा की । माना जाता है कि तीन बुद्धिमान व्यक्तियों को दिव्य संदेश मिला था कि ईश्वर-पुत्र धरती पर आ चुका है । वे उस सितारे का पीछा करते-करते बैथलहम आ पहुंचे ताकि जीसस के दर्शन कर सकें ।

जल्द ही जीसस के जन्म का समाचार चारों ओर फैल गया । बड़े होकर ईश्वर के पुत्र ईसा ने शांति व प्रेम का संदेश दिया । उन्होंने मानव जाति के कल्याण के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया ।

christmas festival

क्रिसमस का समारोह

क्रिसमस की तैयारियां कई सप्ताह पहले ही आरंभ हो जाती हैं । यह त्योहार 24 दिसंबर की शाम से नव वर्ष तक मनाया जाता है ।

घरों की साफ-सफाई व रंगाई-पुताई आदि करवाई जाती है । यह प्रेम व एकता का त्योहार है । लोग अपने पड़ोसियों, मित्रें व संबंधियों से मिलते हैं और परस्पर उपहारों का आदान-प्रदान होता है ।

christmas festival

सुबह के समय लोग चर्च जाते हैं व ईसा का स्तुतिगान करते हैं । शाम को केक व कुकीज़ के अलावा कई तरह के स्वादिष्ट पकवान परोसे जाते हैं । लोग ‘मैरी क्रिसमस’ कहकर एक-दूसरे का अभिवादन करते हैं । वे सारी रात नाचते-गाते और मस्ती करते हैं ।

क्रिसमस से एक माह पहले ही घरों, दुकानों, कार्यालयों, स्कूलों व शॉपिंग मॉलों में रंग-बिरंगे गुब्बारों, रिबनों व रोशनी से सजावट की जाती है । बाजार में इस त्योहार के लिए क्रिसमस के उपहार, कपड़े, केक, कुकीज़ व कई तरह के दूसरे सामान आ जाते हैं । हर जगह से खुशियों के गीत कैरोल की धुन सुनाई देते हैं ।

christmas festival

इस त्योहार पर मित्रें, पड़ोसियों व रिश्तेदारों को ग्रीटिंग कार्ड देने की भी परंपरा है । इन कार्डों में जीसस, मदर मैरी व जोसफ आदि के चित्र खूबसूरती से दर्शाए जाते हैं ।

बच्चे स्कूल में अध्यापकों व मित्रें को देने के लिए स्वयं ग्रीटिंग कार्ड बनाते हैं ।

क्रिसमस से अगले दिन ‘बाक्सिंग डे’ होता है । इस दिन गिरजाघर अपने दान बॉक्स खोलते हैं ताकि त्योहार पर मिले उपहार व दान राशि को निकाल सकें । ये पैसा व उपहार गरीबों में बांट दिए जाते हैं । यह दिन दान देने के लिए होता है ।

christmas festival

क्रिसमस ट्री

क्रिसमस ट्री एक पाइन या फर का पेड़ होता है, जिसे रोशनी, उपहारों, पैकेट, रिबन, घंटियों और रूई से बनी नकली बर्फ से सजाया जाता है ।

एक प्रसंग के अनुसार, एक अंग्रेज संत बोनीफेस जर्मनी की यात्र कर रहे थे । उन्होंने कुछ लोगों को देखा, जो छोटे बच्चे की बलि चढ़ा रहे थे । उन्होंने पेड़ को जोर से ठोकर मारी व बलि को रोक दिया । उस पेड़ के गिरते ही वहां फर का नन्हा-सा पौधा सामने आ गया । उन्होंने उसे ‘ट्री ऑफ क्राइस्ट’ का नाम दे दिया, तभी से क्रिसमस पर पाइन या फर ट्री सजावट की परंपरा चली आ रही है ।

christmas festival

बच्चों का प्यारा-सांता क्लाज़

क्रिसमस का नाम आते ही सबसे पहले सांता क्लाज़ का नाम ध्यान में आता है । यह चरित्र बच्चों को बेहद लुभाता है । सांता क्लाज़ को एक प्यारे-से मोटे बूढ़े आदमी के रूप में दिखाया जाता है । जो लाल रंग के कपड़े, लंबी टोपी पहनता है । उसके चेहरे पर सफेद लंबी दाढ़ी होती है । उसकी पीठ पर झोले में बच्चों के लिए तोहफे होते हैं । वह अपनी स्लेज पर उत्तरी ध्रुव से आता है, जिसे रेंडियर खींचते हैं । उसके हाथ में एक घंटा होता है । बच्चों का मानना है कि सांता क्लाज़ क्रिसमस से एक दिन पहले उपहार देने आता है ।

  • मुंशी प्रेमचंद की कहानियां
  • प्रेरणादायक कहानियां
  • दुखद हिंदी कहानियां
  • हसन मंटो की कहानियां
  • दादा दादी की कहानी
  • गोदान (Godan)

सांता क्लाज़ या फादर क्रिसमस का यह प्यारा-सा रूप संत निकोलस पर आधारित है । वे मायरा (वर्तमान तुर्की) में ईसाई नेता थे । वे निर्धनों से बहुत स्नेह रखते थे तथा दयालु स्वभाव के थे । एक दिन वे एक गरीब लड़की की मदद करना चाहते थे । उन्होंने चुपके से धन की थैली, चिमनी के रास्ते उसके घर में फेंक दी । वह थैली चिमनी के नीचे पटाव में जा गिरी ।

christmas festival

तभी से माना जाता है कि सांता क्लाज़ चिमनी के रास्ते घर में आते हैं व लंबी जुराबों में उपहार छिपा जाते हैं । बाद में संत निकोलस, फादर क्रिसमस के रूप में लोकप्रिय हो गए, जो बच्चों में उपहार बांटते थे । यहां तक कि आज भी इस परंपरा का पालन होता है व लोग मोटे सांता क्लाज़ का रूप लेकर बच्चों व बूढ़ों में उपहार बांटते हैं ।

पूरी दुनिया के बच्चे सांता क्लाज़ का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं । वे अपनी प्रार्थनाओं के दौरान अपनी इच्छाएं व मांगें प्रकट करते हैं व उम्मीद करते हैं कि सांता क्लाज़ उन्हें पूरा करेगा । सांता क्लाज़ का प्रिय गीत हैः

‘जिंगल बैल्स…जिंगल बैल्स, जिंगल ऑल द वे,

सैंटा क्लाज़ इज कमिंग अराउंड राइडिंग ऑन हिज़ स्लेज ।’

(घंटा बजाओ – घंटा बजाओ, सारे रास्ते में,

सेंटा क्लाज़ आता है लंबी गाड़ी में ।)

christmas festival

क्रिसमस-तब और अब

क्रिसमस सही मायनों में ईसा मसीह का दिन है । यह उनके द्वारा दिए गए प्रेम, दया व शांति के संदेश को याद करने का दिन है । हमें सच्चे मन व श्रद्धा से उनकी प्रार्थना करनी चाहिए व उनके उपदेशों को जीवन में अपनाना चाहिए ।

सभी देशों में अब शांतिपूर्ण प्रार्थनाओं के बजाय महंगी खरीददारी, तोहफों, दावतों व मौज-मस्ती पर अधिक ध्यान दिया जाने लगा है ।

मौज-मस्ती करना समारोह का अंग है, पर हमें इस दिन ईश्वर को स्मरण करना नहीं भूलना चाहिए । दावतों व तोहफों पर अधिक धन व्यय करने के बजाय हमें गरीबों व जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए ।

christmas festival

पवित्र बाइबिल में ईसा मसीह की जीवनी व कथाएं दी गई हैं । हमें उनके जीवन से शिक्षा लेते हुए सदा दूसरों के प्रति दयालु रहना चाहिए । ईसा मसीह ने पूरे जगत को एक ही संदेश दिया था – शांति व प्रेम का प्रसार करना ।

मैरी क्रिसमस!

christmas festival

क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi

क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi

इस आर्टिकल में आप क्रिसमस पर निबंध (Christmas Essay in Hindi) पढ़ सकते हैं। साथ ही इस लेख में हमने क्रिसमस की कहानी, इतिहास और इसके महत्व के विषय में भी लिखा है। यह निबंध हमने 800 शब्दों में स्कूल और कॉलेज के बच्चों के लिए लिखा है।

आईये शुरू करते हैं – क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi …

Table of Contents

प्रस्तावना (क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi)

क्रिसमस विश्वभर में मनाया जाने वाला एक महान पर्व है। यह त्यौहार मुख्य रूप से इसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल दुनिया में कई जगहों पर धूमधाम से मनाया जाता है। यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। आईये जानते हैं इस त्यौहार का महत्व क्या है और इसको मनाते क्यों है – इसका इतिहास।

क्रिसमस का महत्व Importance of Christmas in Hindi

यह त्यौहार यीशु मसीह के जन्म अवसर पर मनाया जाता है। इस संसार में यीशु मसीह के जन्म को बड़ी पवित्रता और आस्था के साथ मनाया जाता है। लोकप्रिय रीति-रिवाज़ों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाना, चर्च में भाग लेना, एक साथ परिवार के साथ मिलजुल कर भोजन करना तथा सैंटा क्लॉस के आने का इंतजार करना, यह सब इस दिन किया जाता है। 

इस दिन श्रद्धालु ईसा मसीह के पुनर्जन्म के शुभ कामना करते हैं। मसीह का जन्म बेथलहम शहर में स्थित एक गौशाला में हुआ था। उनकी मां का नाम मरियम और पिता का नाम जोसेफ था। लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति को बचाने के लिए परमात्मा, ईसा मसीह के रूप में पृथ्वी पर आए थे।

पढ़ें: नव वर्ष पर निबंध Happy New Year Essay in Hindi

क्रिसमस का इतिहास व कहानी History of Christmas in Hindi

जैसे कि हमने आपको बताया कि क्रिसमस का उत्सव भगवान ईसा मसीह के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है।  क्रिसमस के इतिहास को ईसा मसीह के जन्म की कहानी भी माना जाता है।

कई हजारों साल पहले की बात है नासरत शहर में मरियम नाम की एक महिला रहते थे।ईश्वर ने उस महिला को पवित्र माना और उसके गर्भ से जन्म लेने के लिए उसे चुना। इसलिए ईश्वर ने गैबरियल नामक अपने स्वर्ग दूध को उस कुमारी लड़की मरियम को दर्शन देने के लिए भेजा।

एक दिन मरियम को स्वर्ग दूत गैब्रियल ने अपने दर्शन दिए और उसे बताया कि ईश्वर पुत्र के रूप में उसके गर्भ से जन्म लेंगे। यह सुनकर मरियम चिंता में पड़ गई क्योंकि अभी तक उसका विवाह नहीं हुआ था। जब इसके विषय में मरियम ने गैबरियल से पूछा तो गैबरियल ने बताया ईश्वरीय शक्ति से वह गर्भवती बनेगी और उस पुत्र को जन्म देगी।

मरियम के मंगेतर का नाम युसूफ था। जब यूसुफ को पता चला कि उसकी मंगेतर गर्भवती है तो उसने उससे विवाह करने से मना कर दिया। तभी स्वर्ग दूत गैबरियल ने यूसुफ को सारी बात बताई। जब यूसुफ को सही बात का पता चला तो वह मान गया और उसने मरियम से विवाह कर लिया। 

उस समय नासरत नगर, रोमन साम्राज्य का हिस्सा था। जब मरियम का गर्भावस्था का अंतिम समय चल रहा था तब रोमन राज्य की जनगणना का समय आ गया, तब रोमन राज्य के नियमों के चलते यूसुफ भी अपनी पत्नी को लेकर बेथलेहेम शहर को चला गया। उसी समय मरियम को प्रसव पीड़ा होने लगी और किसी भी जगह में ठहरने के लिए जगह ना मिली। 

वह दोनों एक अस्तबल में चले गए, उसी अस्तबल में मरियम ने शिशु को जन्म दिया। उसके बाद उन्होंने शिशु को कपड़े में लपेट दिया और घास से बने चरनी में लिटा दिया। उसके बाद अचानक ही कई स्वर्गदूत आ गए और परमेश्वर ईसामसीह की जयजयकार करने लगे।

क्रिसमस उत्सव की तैयारी Celebration of Christmas Festival

  • लगभग 1 महीने पहले से ही क्रिश्चियन लोग इस त्यौहार की तैयारी शुरू कर देते हैं। इस खुशी में लोग अपने घरों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाते हैं। नए-नए कपड़े खरीदते हैं। इस दिन गिरजा घरों को सजाया जाता है।
  • ठीक रात 12:00 बजे गिरजा घरों में प्रार्थना शुरू हो जाती है। इस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमस टाइम की भी शुरुआत होती है। क्रिसमस के उत्सव पर लोग अपने दोस्त यारों और रिश्तेदारों को आमंत्रित करते हैं और साथ मिलकर जश्न मनाते हैं।

क्रिसमस दिवस के लिए आंगन में क्रिसमस ट्री को सजाया जाता है। एक्स-मास ट्री में चॉकलेट, गुब्बारे, डॉल, गिफ्ट आदि लगा कर सजाते हैं। इस दिन लोग एक दूसरे को केक बधाई पत्र आदि उपहार देते हैं।

क्रिसमस डे के दिन रात्रि के समय सैंटा क्लॉस बच्चों को गिफ्ट बांटते हैं तथा मोमबत्ती जलाकर यीशु मसीह से प्रार्थना करते हैं। इस तरह से लोग क्रिसमस का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। क्रिसमस के दिन लोगों का मुख्य मिठाई ‘केक’ होता है। भारत में भी इस त्यौहार को सभी धर्म के लोग खुशियों के साथ मनाते हैं।

क्रिसमस गीत व कविता Christmas Song and Poem in Hindi

  • ठंडी ठंडी हवाओं में कोई मेरी क्रिसमस गाता है। हर बार वह थैला भरकर हो गिफ्ट लेकर आता है। मां हमसे कहती है वह बच्चों से प्यार है करता, हरे भरे क्रिसमस ट्री को वह सुंदर सजा के देता, दिसंबर 25 को आता वो, संता-संता कहलाता वो।
  • क्रिसमस आया क्रिसमस आया बच्चों का है मन ललचाया। सैंटा क्लॉस आएंगे नए खिलौने लाएंगे। सैंटा क्लॉस में दी आवाज एनी आओ, पेनी आओ, जॉनी आओ, जॉन आओ। यीशु की याद का दिन है बच्चों के प्यार का दिन है।
  • जिंगल बेल बज रहे हैं साल खत्म हो रहा है उससे पहले 25 दिसंबर, क्रिसमस आ रहा है, क्रिसमस आ रहा है।

क्रिसमस ट्री कुछ खास बातें Some Important facts about Christmas Tree

सदाबहार क्रिसमस पेड़ सर्दियों के बीच में जीवन का एक प्राचीन प्रतीक था। लेकिन इस पेड़ का इस्तेमाल सबसे पहले कहां किया गया यह बात किसी को पता नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि कई हज़ार वर्ष पहले उत्तरी यूरोप में इसकी शुरुआत हुई थी। कहा जाता है कि शुरुआत में क्रिसमस ट्री का उपयोग क्षत्रियों के झूमर में तथा रोशनी के हुक से उल्टा लटकाया जाता था। 

रोमन लोग सर्दियों में सदाबहार शाखाओं को अपने घरों में सजाने के लिए इस्तेमाल करते थे उत्तरी यूरोप में सदाबहार पेड़ों को काटा और और क्रिसमस के समयओं के दौरान उसे अपने घरों के अंदर अपने बक्सों में लगाया। दूसरी मान्यता के अनुसार जब यीशु मसीह का जन्म हुआ था तब बहुत तेज सर्दी थी और बर्फ बारी की वजह से दुनिया भर के पेड़ों से पत्तियां गिर गई थी और इन पेड़ों ने नई हरी पत्तियों को जन्म दिया।

क्रिसमस ट्री का प्रतीकात्मक रूप क्या है? What Does the Christmas Tree Symbolize?

मूर्तिपूजक संस्कृति में क्रिसमस के पेड़ का सदाबहार हिस्से को जीवन पुनर्जन्म और सहनशक्ति का प्रतिनिधि करता है, जो कि सर्दियों के मौसम में जीने के लिए अति आवश्यक है। यह माना जाता है कि सर्दी के महीने में बुरी आत्माएं अपनी अपनी मजबूत स्थिति में होती हैं इस दौरान इस पेड़ का उपयोग कर अंधेरे युक्त सबसे ठंडी स्थिति को हल्का करना सकारात्मक स्थिति को और बुरी आत्माओं को दूर करना था।

क्रिसमस ट्री को क्यों सजाया जाता है? Why is the Christmas tree decorated?

क्रिसमस के पेड़ों को सजाने का शुरुआत उस समय से हुई जब लोग सर्दी में उन पेड़ों को सजाने के लिए इस्तेमाल करते थे जिनके पत्ते नहीं होते थे। उनका मानना था जब पेड़ों से पत्तियां गिर जाते हैं तब पेड़ों की आत्माएं उसे छोड़ देती है।

इसलिए लोगों ने क्रिसमस ट्री को गहनों के साथ सजाने और पवित्र आत्माओं को आकर्षित करने के लिए इस सुंदर दिखाने का फैसला किया। क्रिसमस ट्री इतना पवित्र है कि हर साल इसे अमरीका में काफी पवित्र माना जाता है। नेशनल क्रिसमस ट्री एसोसिएशन के अनुसार हर साल अमरीका प्रतिवर्ष 25-30 मिलियन से ज्यादा मात्रा में क्रिसमस के पेड़ बिक जाते हैं।

क्रिसमस पर 10 वाक्य Few Lines on Christmas in Hindi

  • क्रिसमस विश्वभर में इसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला एक महान पर्व है।
  • यह त्यौहार मुख्य रूप से इसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल दुनिया में कई जगहों पर धूमधाम से मनाया जाता है।
  • यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। 
  • यह त्यौहार यीशु मसीह के जन्म अवसर पर मनाया जाता है। इस संसार में यीशु मसीह के जन्म को बड़ी पवित्रता और आस्था के साथ मनाया जाता है।
  • लोकप्रिय रीति-रिवाज़ों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाना, चर्च में भाग लेना, एक साथ परिवार के साथ मिलजुल कर भोजन करना तथा सैंटा क्लॉस के आने का इंतजार करना, यह सब इस दिन किया जाता है। 
  • इस दिन श्रद्धालु ईसा मसीह के पुनर्जन्म के शुभ कामना करते हैं। 
  • इसामसीह का जन्म बेथलहम शहर में स्थित एक गौशाला में हुआ था। उनकी मां का नाम मरियम और पिता का नाम युसूफ था।
  • लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति को बचाने के लिए परमात्मा, ईसा मसीह के रूप में पृथ्वी पर आए थे।

उपसंहार Conclusion

क्रिसमस का यह त्यौहार क्रिश्चन लोगों का है लेकिन सभी धर्मों के लोग इस त्योहार का आनंद उठाते हैं। क्रिसमस का यह त्यौहार पूरे विश्व में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग प्रभु ईसा मसीह के सामने अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना और प्रार्थना करते हैं। आशा करते हैं आपको क्रिसमस पर यह निबंध (Christmas Essay in Hindi) अच्छा लगा होगा।

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

क्रिसमस डे पर निबंध 2021 Essay on Christmas in Hindi

इस लेख में क्रिसमस डे पर निबंध 2021 (Essay on Christmas in hindi) हिन्दी में दिया गया है। जो बेहद ही सरल तथाआकर्षक रूप से लिखा गया है। 

Table of Content

क्रिसमस त्योहार के विषय में जानकारी Information about Christmas Festival in Hindi

क्रिसमस को अलग-अलग देशों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे- भारत और पड़ोसी देशों में इसे बड़ा दिन, क्रिसमस तथा नाताल के नामों से जाना जाता है। क्रिसमस भारत के साथ समस्त देशों में एक सार्वजनिक त्योहार के रूप में भी मनाया जाता है।

क्रिसमस डे क्यों मनाया जाता है? Why Christmas is Celebrated in Hindi?

क्रिसमस डे की तैयारियां कई दिनों पहले से ही बड़ी ही धूमधाम से शुरू हो जाती हैं और लोग अपनी घरों तथा दुकानों को सजाते है तथा क्रिसमस की सामग्री बेचते है।

2018 Christmas Festival Essay in Hindi क्रिसमस त्यौहार पर निबंध, महत्त्व व इतिहास

क्रिसमस डे का महत्व Importance of Christmas Day in Hindi

पहले क्रिसमस डे केवल पश्चिमी देशों में ईसाइयों के द्वारा ही मनाया जाता था। किंतु आज यह  दुनियाँ के प्रत्येक देशों में मनाया जाने वाला त्योहार बन गया है।

भारत के जिन क्षेत्रों में ईसाइयों की बहुलता है, वहाँ की रौनक देखने योग्य होती है, जैसे – छत्तीसगढ़, गोवा उत्तराखंड, नागालैंड आदि जगहों पर दिसंबर शुरू होते ही चर्च, गिरजाघर और दुकानें सजने सवरने लगती हैं और प्रभु यीशु की चित्रकारी, सांता क्लॉज और उनकी टोपियां आदि सामग्रियों की खूब बिक्री होने लगती है।

क्रिसमस डे का उत्सव कैसे मनाया जाता है? How Christmas is Celebrated?

सभी गिरजाघरों में यीशु मसीह की बहुत ही सुंदर-सुंदर झांकियां सजाई जाती हैं जिन्हें देखने के लिए विदेशों से भी सैलानियों का मेला सा लग जाता है। 24 दिसंबर की रात आराधनालयों में मोमबत्तियाँ सजाई जाती है और यीशु की प्रार्थनाएँ की जाती है। 

टॉप 10 क्रिसमस डे कैरोल Top 10 Christmas Carol in Hindi

1. जिंगल बेल्स – जिंगल जिंगल बेल्स जिंगल ऑल द वे ओह व्हाट फन इट्स टू राइड…

 5.  डैक द हेल्स फा ला ला ला ला ला फा ला ला ला ला ला ओह नो नो…..

 9. हार्क द हेरेल्ड एंजेल सिंग ग्लोरी टू द न्यू बोर्न किंग…

क्रिसमस डे पर 10 लाइनें 10 Lines on Christmas in Hindi

10+ क्रिसमस डे के विषय में कुछ ज़बरदस्त तथ्य few interesting points facts about christmas festivals, निष्कर्ष conclusion, हैप्पी क्रिसमस डे पर सुंदर चित्र शेयर करें.

my favourite festival christmas essay in hindi

Similar Posts

16 अक्टूबर विश्व खाद्य दिवस पर निबंध essay on world food day in hindi, हनुमान जयंती त्यौहार पर निबंध essay on hanuman jayanti in hindi, जल प्रदूषण पर निबंध हिन्दी में essay on water pollution in hindi, पेड़ों का महत्व निबंध essay on the importance of tree in hindi, किसान आत्महत्या पर निबंध essay on farmers suicides in hindi, शब-ए-मेराज त्यौहार पर निबंध essay on shab e-meraj festival in hindi, leave a reply cancel reply, one comment.

Samsung Galaxy A55 के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

क्रिसमस निबंध | Christmas Essay In Hindi 2022 | Hindi Nibandh

my favourite festival christmas essay in hindi

  • 1.1 क्रिसमस
  • 2.0.1 Also Read

Christmas Essay in Hindi – क्रिसमस निबंध हिंदी में

(Christmas Essay in Hindi)Christmas Essay in Hindiक्रिसमस ईसाइयों के लिए बहुत महत्व का त्योहार है हालांकि इसे अन्य धर्मों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है। यह हर साल दुनिया भर में अन्य त्योहारों की तरह बहुत खुशी, खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह सर्दियों के मौसम में हर साल दिसंबर के 25 th को पड़ता है। क्रिसमस दिवस ईसा मसीह की जयंती पर मनाया जाता है। दिसंबर के 25 th को, यीशु मसीह का जन्म बेथलहम में जोसेफ (पिता) और मैरी (मां) से हुआ था।

सभी घरों और चर्चों को साफ किया जाता है, सफेद रंग से धोया जाता है और बहुत सारी रंगीन रोशनी, दृश्यों, मोमबत्तियों, फूलों और अन्य सजावटी चीजों से सजाया जाता है। हर कोई एक साथ (चाहे वे गरीब हों या अमीर) और ढेर सारी गतिविधियों के साथ इस त्योहार का आनंद लेते हैं।

लोग इस दिन अपने घर के मध्य में क्रिसमस ट्री बनाते हैं। वे इसे बिजली की रोशनी, उपहार की वस्तुओं, गुब्बारों, रंगीन फूलों, खिलौनों, हरी पत्तियों और अन्य सामग्रियों से सजाते हैं। क्रिसमस ट्री देखने में बहुत ही आकर्षक और खूबसूरत लगता है। लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों को क्रिसमस ट्री के सामने उत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं। लोग इकट्ठे होते हैं, नाचते हैं, गाते हैं, उपहार बांटते हैं और स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेते हैं।

ईसाई धर्म के लोग भगवान से प्रार्थना करते हैं। वे अपने यीशु मसीह के सामने अपने पापों और कष्टों के बारे में अंगीकार करते हैं। लोग अपने प्रभु यीशु की स्तुति में पवित्र गीत गाते हैं। बाद में वे अपने मेहमानों और बच्चों को क्रिसमस उपहार बांटते हैं। दोस्तों और रिश्तेदारों को क्रिसमस की बधाई या अन्य खूबसूरत क्रिसमस कार्ड देने का चलन है। हर कोई क्रिसमस की दावत के महान उत्सव में शामिल होता है और परिवार के सदस्यों और दोस्तों के साथ स्वादिष्ट रात का खाना खाता है। घर के बच्चे इस दिन का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं क्योंकि उन्हें ढेर सारे उपहार और चॉकलेट मिलते हैं।

क्रिसमस का जश्न स्कूलों और कॉलेजों में भी एक दिन पहले यानी दिसंबर के 24 th को होता है, जब छात्र सांता ड्रेस या क्रिसमस कैप पहनकर स्कूल जाते हैं।

लोग देर रात पार्टी में या मॉल और रेस्तरां में नाच-गाकर इस त्योहार का आनंद लेते हैं। ईसाई धर्म के लोग अपने ईश्वर ईसा मसीह की पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यीशु (भगवान के पुत्र) को उनके जीवन को बचाने और उनके पापों और दुखों से बचाने के लिए पृथ्वी पर लोगों के पास भेजा गया था। ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस के इस त्योहार को ईसा मसीह के महान कार्यों को याद करने और ढेर सारा प्यार और सम्मान देने के लिए मनाते हैं। यह एक सार्वजनिक और धार्मिक अवकाश होता है जब लगभग सभी सरकारी और गैर-सरकारी संगठन बंद हो जाते हैं।

Christmas Essay in Hindi – क्रिसमस निबंध 2

क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह त्योहार ईसा मसीह की जयंती के रूप में मनाया जाता है। ईसाई पौराणिक कथाओं में ईसा मसीह को ईश्वर के मसीहा के रूप में पूजा जाता है। इसलिए, उनका जन्मदिन ईसाइयों के बीच सबसे हर्षित समारोहों में से एक है। हालाँकि यह त्योहार मुख्य रूप से ईसाई धर्म के अनुयायियों द्वारा मनाया जाता है, लेकिन यह पूरे विश्व में सबसे अधिक आनंदित त्योहारों में से एक है। क्रिसमस खुशी और प्यार का प्रतीक है। यह सभी के द्वारा बहुत जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है, चाहे वे किसी भी धर्म का पालन करें।

थैंक्सगिविंग से शुरू होने वाला क्रिसमस का मौसम सभी के जीवन में उत्सव और आनंद लेकर आता है। थैंक्सगिविंग वह दिन है जब लोग फसल के साथ आशीर्वाद देने के लिए सर्वशक्तिमान को धन्यवाद देते हैं और सभी अच्छी चीजों और आसपास के लोगों के प्रति कृतज्ञता भी दिखाते हैं। क्रिसमस पर, लोग एक-दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हैं और प्रार्थना करते हैं कि यह दिन लोगों के जीवन से सभी नकारात्मकता और अंधकार को दूर कर दे।

क्रिसमस संस्कृति और परंपरा से भरा त्योहार है। त्योहार में बहुत सारी तैयारियां होती हैं। क्रिसमस की तैयारी ज्यादातर लोगों के लिए जल्दी शुरू हो जाती है। क्रिसमस की तैयारी में परिवार के सदस्यों और दोस्तों के लिए सजावट, खाद्य सामग्री और उपहार खरीदने सहित बहुत सी चीजें शामिल होती हैं। क्रिसमस के दिन आमतौर पर लोग सफेद या लाल रंग के कपड़े पहनते हैं।

उत्सव की शुरुआत क्रिसमस ट्री को सजाने के साथ होती है। क्रिसमस ट्री की सजावट और रोशनी क्रिसमस का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। क्रिसमस ट्री एक कृत्रिम या असली देवदार का पेड़ है जिसे लोग रोशनी, कृत्रिम सितारों, खिलौनों, घंटियों, फूलों, उपहारों आदि से सजाते हैं। लोग अपने प्रियजनों के लिए उपहार भी छिपाते हैं। परंपरागत रूप से, उपहार पेड़ के नीचे मोजे में छिपाए जाते हैं। यह एक पुरानी मान्यता है कि सांता क्लॉज नाम का एक संत क्रिसमस की पूर्व संध्या पर आता है और अच्छे व्यवहार वाले बच्चों के लिए उपहार छुपाता है। यह काल्पनिक आकृति सभी के चेहरे पर मुस्कान ला देती है।

छोटे बच्चे क्रिसमस के बारे में विशेष रूप से उत्साहित होते हैं क्योंकि उन्हें उपहार और क्रिसमस के शानदार उपहार मिलते हैं। व्यवहार में चॉकलेट, केक, कुकीज आदि शामिल हैं। इस दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ चर्च जाते हैं और यीशु मसीह की मूर्ति के सामने मोमबत्तियां जलाते हैं। चर्चों को परी रोशनी और मोमबत्तियों से सजाया जाता है। लोग फैंसी क्रिसमस क्रिब्स भी बनाते हैं और उन्हें उपहार, रोशनी आदि से सजाते हैं। बच्चे क्रिसमस कैरोल गाते हैं और शुभ दिन के उत्सव को चिह्नित करते हुए विभिन्न स्किट भी करते हैं। सभी द्वारा गाए जाने वाले प्रसिद्ध क्रिसमस कैरल में से एक है “जिंगल बेल, जिंगल बेल, जिंगल ऑल द वे”।

इस दिन लोग एक-दूसरे को क्रिसमस से जुड़े किस्से और किस्से सुनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान के पुत्र ईसा मसीह इस दिन लोगों के कष्टों और दुखों को समाप्त करने के लिए पृथ्वी पर आए थे। उनकी यात्रा सद्भावना और खुशी का प्रतीक है और इसे बुद्धिमान पुरुषों और चरवाहों की यात्रा के माध्यम से दर्शाया गया है। क्रिसमस वास्तव में एक जादुई त्योहार है जो खुशी और खुशी बांटने के बारे में है। इसी वजह से यह मेरा सबसे पसंदीदा त्योहार भी है।

  • Events Essay In Hindi
  • Science Essay In Hindi
  • Health Essay In Hindi
  • Festival Essay In Hindi

Related Posts

Cancer essay in hindi – कैंसर निबंध हिंदी में.

Advantages and Disadvantages of Social Networking Sites In Hindi

Essay On Social Media in Hindi-सोशल मीडिया पर निबंध हिंदी में

Junk food essay in hindi- जंक फूड निबंध हिंदी में, प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें.

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

  • Choose your language
  • मुख्य ख़बरें
  • अंतरराष्ट्रीय
  • उत्तर प्रदेश
  • मोबाइल मेनिया

श्राद्ध पर्व

  • श्री कृष्णा
  • व्रत-त्योहार
  • श्रीरामचरितमानस
  • बॉलीवुड न्यूज़
  • मूवी रिव्यू
  • खुल जा सिम सिम
  • आने वाली फिल्म
  • बॉलीवुड फोकस

लाइफ स्‍टाइल

  • वीमेन कॉर्नर
  • नन्ही दुनिया
  • दैनिक राशिफल
  • आज का जन्मदिन
  • आज का मुहूर्त
  • वास्तु-फेंगशुई
  • टैरो भविष्यवाणी
  • पत्रिका मिलान
  • रत्न विज्ञान
  • धर्म संग्रह
  • 104 शेयरà¥�स

हिन्दी निबंध

Christmas Essay in Hindi | क्रिसमस

  • वेबदुनिया पर पढ़ें :
  • महाभारत के किस्से
  • रामायण की कहानियां
  • रोचक और रोमांचक

क्या वजाइनल हेल्थ के लिए नुकसानदायक है मसालेदार खाना?

क्या वजाइनल हेल्थ के लिए नुकसानदायक है मसालेदार खाना?

DJ की तेज आवाज से सेहत को हो सकते हैं ये 5 गंभीर नुकसान, जानिए कैसे करें बचाव

DJ की तेज आवाज से सेहत को हो सकते हैं ये 5 गंभीर नुकसान, जानिए कैसे करें बचाव

शरीर में इसलिए मारता है लकवा! कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलतियां? जानें बचाव

शरीर में इसलिए मारता है लकवा! कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलतियां? जानें बचाव

स्टील, एल्युमीनियम और मिट्टी, कौन सा बर्तन है सबसे अच्छा? जानिए फायदे और नुकसान

स्टील, एल्युमीनियम और मिट्टी, कौन सा बर्तन है सबसे अच्छा? जानिए फायदे और नुकसान

मंडे ब्लूज़ से हैं अगर आप भी परेशान, तो ये खाएं ये सुपरफूड्स

मंडे ब्लूज़ से हैं अगर आप भी परेशान, तो ये खाएं ये सुपरफूड्स

और भी वीडियो देखें

my favourite festival christmas essay in hindi

टीचर और स्टूडेंट का फनी जोक : अकबर का शासन काल

टीचर और स्टूडेंट का फनी जोक : अकबर का शासन काल

हंसी के ठहाके : आपको लोटपोट कर देगा टीचर और चम्पू का यह लेटेस्ट चुटकुला

हंसी के ठहाके : आपको लोटपोट कर देगा टीचर और चम्पू का यह लेटेस्ट चुटकुला

रिलेशन में ये संकेत देखकर हो जाएं सतर्क, ऐसे पता चलता है कि आपका रिश्ता हो रहा है कमजोर

रिलेशन में ये संकेत देखकर हो जाएं सतर्क, ऐसे पता चलता है कि आपका रिश्ता हो रहा है कमजोर

Navratri fasting recipe : कैसे बनाएं सिंघाड़े का हलवा, नोट करें रेसिपी

Navratri fasting recipe : कैसे बनाएं सिंघाड़े का हलवा, नोट करें रेसिपी

  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन दें
  • हमसे संपर्क करें
  • प्राइवेसी पालिसी

Copyright 2024, Webdunia.com

HindiKiDuniyacom

मेरा पसंदीदा त्योहार पर निबंध (My Favourite Festival Essay in Hindi)

भारत विविधताओं में एकता प्रदर्शित करने वाला देश है। यहां कई धर्म के लोग एक साथ मिलजुलकर रहते हैं, और प्रेम पूर्वक त्योहारों को भी एक साथ मनाते है। हम सब एक साथ मिलकर पूरे जोश और हर्ष के साथ त्योहार को मनाते है और आपसी प्रेम और खुशी को सब में बांटते है। सभी त्योहार हमारे लिए खास होते है पर इनमें से हमारे कुछ पसंदीदा त्योहार होते है, जो हमको सबसे अधिक पसंद होते है। हम इस त्योहार का भरपूर आनंद लेते है। मैंने नीचे अपनी पसंदीदा त्योहारों की चर्चा की है, जो आपको भी रोमांचित करेगी।

मेरा पसंदीदा त्योहार पर छोटे और बड़े निबंध (Short and Long Essay on My Favourite Festival in Hindi, Mera Pasandida Tyohar par Nibandh Hindi mein)

निबंध – 1 मेरा पसंदीदा त्योहार – ईद-उल-फितर (250 शब्द).

त्योहार हम सभी के लिए एक रिफ्रेशमेंट की तरह हैं। हम सभी पूरे दिन अपने-अपने कामों में व्यस्त रहते हैं और यही त्योहार हमें अपने कामों के बोझ से थोड़ा आराम दिलाते हैं। त्योहारों के माध्यम से हमें अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ समय बिताने का मौका मिलता हैं। बच्चों के लिए यह समय आनंद से भरा होता हैं।

मेरा प्रिय त्योहार

सभी त्योहारों में से जो त्योहार मुझे सबसे ज्यादा पसंद है, वो है “ईद-उल-फितर”। यह दुनिया भर में मनाये जाने वाले इस्लाम धर्म का सबसे बड़ा त्योहार है। इस त्योहार की शुरुआत एक महीने पहले ही रमजान के रोजे के साथ हो जाती है। रमजान के आखिरी में जब आकाश में चाँद और तारा एक सीध में दिखाई दे देता है तो उसके अगले दिन ईद-उल-फितर या ईद का त्योहार मनाया जाता है। लोग मस्जिदों में इस दिन एक साथ नमाज़ अदा करते हैं और एक दूसरे से गले मिल ईद की मुबारकबाद और शुभकामनाएं देते हैं। सभी इस त्योहार को बहुत ही उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन सभी नए कपड़े पहनते हैं और एक दूसरे से मिलने और मुबारकबाद देने जाते हैं। सभी के घरों में अनेक प्रकार के स्वादिष्ट पकवान बनाये जाते हैं। लोग एक दूसरे से मिल उपहार देते है और लजीज भोजन का आनंद एक साथ लेते हैं।

मुझे यह त्योहार बहुत ही पसंद है क्योंकि इसमें विशेष रूप से तैयार की गई सेवइयां, मिठाइयां और पकवान मुझे बेहद पसंद है। मैं ऐसे लजीज खाने का बहुत शौखिन हूं। इस दिन मैं अपने दोस्त के बुलावे पर मैं उसके घर जाता हूं। वह मेरा बड़े ही आदर के साथ स्वागत करता है और खाने के लिए कुछ नमकीन और स्नैक्स लाता है और बाद में वो मुझे सेवइयां और अन्य पकवान भी खिलाता हैं।

इस त्योहार की एक खाश प्रथा

इस त्योहार की एक खाश प्रथा है, लोग अपनी कमाई का कुछ हिस्सा गरीबों में दान देते हैं। इस प्रथा को “ज़कात” के नाम से जानते है। दान में लोग पैसे, कपड़े, खाने की चीजें, इत्यादि देते है। इसका मुख्य उद्देश्य उन लोगों में खुशी और प्यार बाटना हैं।

रमजान का महत्त्व

रमजान के पवित्र मौके पर लोग उपवास रखते है, और यह उपवास सुबह से लेकर रात तक की जाती है। रमजान के पावन अवसर पर उपवास रखने की प्रथा धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह हमारे पूरे शरीर को विषहरण (डिटॉक्स) करने में मदद करता है। यह मोटापे से हमारे शरीर का रक्षा करता है और हमारे पाचन तंत्र को भी नियंत्रित करता है।

ईद-उल-फितर मुसलमानों का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। सब इसे मिलजुलकर बड़े ही प्यार और सौहार्द के साथ मनाते है, जिसके कारण चारों ओर केवल खुशी और भाईचारे का वतावरण हमेशा बना रहे।

निबंध – 2 मेरा प्रिय त्योहार – होली (400 शब्द)

त्योहार हमारी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ऐसे कई त्योहार है जो देश के साथ-साथ पूरे विश्व भर में मनाये जाते हैं। त्योहारों के माध्यम से हम खुद को आनंदित और ताजगी भरा महसूस करते हैं, इसलिए हम सभी त्योहारों को बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं। होली का त्यौहार उनमें से ही एक है जिसे हम बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते है, और यह मेरा पसंदीदा त्योहारों में से एक है।

होली हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है और हम इसे बड़े ही धूमधाम से मनाते है। होली रंगों का त्योहार है, इसलिए इसे रंगोत्सव भी कहा जाता है। यह त्योहार फरवरी-मार्च के महीने में पड़ता है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह फाल्गुन महीने में मनाया जाता है।

होली का इतिहास

प्राचीन काल में हिरण्यकश्यप नाम का एक असुर था। वह अपने बल के कारण तीनों लोकों का स्वामी बन बैठा था, और वह चाहता था की दुनिया उसे भगवान माने और उसकी पूजा करें। मृत्यु की डर से लोग उसकी पूजा किया करते थे, पर उसके ही बेटे प्रहलाद ने उसे भगवान मानने से इंकार कर दिया। वह भगवान विष्णु का भक्त था और उन्हीं की आराधना करता था।

प्रहलाद अपने पिता के आदेश को नहीं माना और भगवान विष्णु की पूजा करता रहा। जिसे देख हिरण्यकश्यप बहुत क्रोधित हुआ और वह उसे मारना चाहता था। हिरण्यकश्यप की बहन होलिका थी, जिसे वरदान था की उसे अग्नि जला नहीं सकती। इसलिए हिरण्यकश्यप के कहने पर होलिका ने प्रहलाद को लेकर अग्नि में बैठ गई। पर विष्णु की कृपा से प्रहलाद को कुछ नहीं हुआ और होलिका जल गई। प्रहलाद सुरक्षित बच निकला फिर बाद में विष्णु ने नरसिम्हा के अवतार में हिरण्यकश्यप को मार डाला। तब से होली का यह पर्व मनाया जाता है।

होली मनाने के तरीके

होली के त्योहार पर लोग सफेद या पुराने कपड़ो को पहन के घर से बाहर निकलते हैं और होली के रंगों का आनंद लेते हैं। लोग आपस में मिलजुलकर एक-दूसरे को रंग लगाते है और होली की शुभकामनाएं और बधाइयां देते हैं। कुछ स्थानों पर होली खेलने का अलग ही अंदाज़ होता है लोग फूल, मिट्टी, पानी आदि से भी होली का त्योहार मनाते है। होली में भांग पिने की भी एक प्रथा हैं। होली का त्योहार बच्चों के लिए बहुत ही आनंद दायक होता हैं। वह अपने हम उम्र के साथ होली खेलते हैं और लोगों पर रंगों भरा गुब्बारा भी फेंकते हैं।

दोपहर के बाद लोग अपने ऊपर लगे रंगों को साफ कर नहाते हैं और नए कपड़े को धारण करते हैं। इस खास अवसर पर बने मिठाई गुझिया का सभी आनंद लेते है। घरों में अनेक प्रकार के व्यंजन भी तैयार किये जाते हैं। लोग होली की शुभकामनाएं और बधाइयां देने एक-दूसरे के घरों पर जाते हैं।

होली के इस उत्सव को मैं अपने स्कूल में जमकर मनाता हूं। हम सभी होली के उत्सव को बड़े धूमधाम से मनाते हैं, हम एक-दूसरे को रंग लगाते हैं और सबको खाने के लिए मिठाईयां और नमकीन दिए जाते हैं। सभी मिलकर नाच-गाने और गीत-संगीत का आनंद लेते हैं।

सुरक्षित होली

आजकल के रंगों में केमिकल मिले होते है, इसलिए हमें ऐसे रंगों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे त्वचा में जलन और चेहरे खराब हो जाने का डर होता हैं। पानी के बचाव और जैविक रंगों की होली हमें खेलनी चाहिए ताकि हमारे पर्यावरण के साथ-साथ हम भी सुरक्षित रहें।

होली का यह त्योहार हमें आपसी मतभेद को भूलकर एकजुट होकर एक रंग में रंग जाने का सन्देश देता हैं। यह आपसी प्यार, सौहार्द और भाईचारे का एक प्रतिक है।

Essay on My Favourite Festival

निबंध – 3 मेरा प्रिय त्योहार – दीपावली (600 शब्द)

त्योहार हमारे जीवन के एक अंग हैं। यह हमारे जीवन में खुशियां लाते हैं। त्योहारों को मनाने के पीछे इतिहास और अपना एक महत्त्व होता है।

दीवाली का त्योहार मेरे पसंदीदा त्योहारों में से एक है। हर वर्ष मैं दीवाली के त्योहार का बड़ी बेसब्री से इंतजार करता हूं। दीवाली के 4-5 दिन बहुत ही आनंददायी और दिलचस्प होते हैं। यह अक्टूबर या नवंबर के महीने में पड़ता है और यह हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है।

दीवाली की तैयारियां

दीवाली के नजदीक आने के साथ ही घरों और दुकानों की साफ-सफाई और उसकी रंगाई की जाती है। कमरों की अच्छी तरह से सफाई की जाती है और उसे सजाया जाता है, क्योंकि पुरानी मान्यता है की इस दिन देवी लक्ष्मी घरों में आती है और अपने आशीर्वाद की वर्षा करती हैं। इस दिन हम सभी मिट्टी के दीयों में सरसो के तेल से दिये जलाते हैं। इस दिन लक्ष्मी और गणेश की पूजा की जाती हैं। इन दिनों बाजार नए सामानों से भरे पड़े होते है और बाजारों में इन दिनों काफी भीड़ होती है। लोग अपने अपने पसंद की चीजें खरीदते हैं और वही बच्चे अपने लिए पटाखे और नए कपड़े लेते हैं और दिवाली को बहुत ही उत्साह के साथ मनाते है।

दिवाली का पर्व

दिवाली से एक दिन पहले धनतेरस का त्योहार पड़ता है। धनतेरस के दिन बाजारों में काफी रौनक देखने को मिलती है और लोग बर्तन, सोने, चांदी इत्यादि खरीदते हैं। दिवाली के दिन हम अपने घरों के दरवाजे पर रंगोली बनाते है और फूलों के मालाओं से घर को सजाते हैं। लोग इस दिन नए कपड़े पहनते हैं और शाम को लक्ष्मी और गणेश की पूजा करते हैं। घर के दरवाजे और खिड़कियां खुली रखी जाती हैं ताकि देवी लक्ष्मी हमारे घरों में आये। बाद में प्रसाद ग्रहण करने के बाद हम छतों और कमरों में दिये जलाते हैं। चारों ओर दिये जलाने के बाद हम छत पर जाकर पटाखे फोड़ने का आनंद लेते हैं।

यह त्योहर मुझे बेहद पसंद है क्योंकि इस त्योहर में एक सादगी होती है। जब सारा परिवार एक साथ मिलकर प्रार्थना करता है तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। हमें प्रसाद के रूप लड्डू खाने को मिलता हैं। चारों तरफ बस प्रकाश ही प्रकाश होता है जो बहुत ही मनमोहक होता है।

दिवाली के अवसर पर मेरे स्कूल में रंगोली प्रतियोगिता

दीवाली के अवसर पर रंगोली बनाने का प्रचलन बहुत ही आम है। दिवाली की छुट्टियों से पहले मेरे स्कूल में रंगोली बनाने की एक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। रंगोली बनाने का शौख रखने वाले छात्र इस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं और अपनी कला का प्रदर्शन रंगोली बनाकर करते हैं। रंगोली की प्रतियोगिता एकल या समूह के रूप में आयोजित की जाती है। छात्र इस प्रतियोगिता को लेकर बहुत ही उत्साहित रहते है और छात्र फूल, रंग, चावल, आटा,  इत्यादि के सहारे अपनी कला का प्रदर्शन करते है। छात्र अपने हुनर से तरह-तरह के रंग-बिरंगे रंगोली बनाते है। सबसे अच्छी रंगोली बनाने वाले छात्र को पुरस्कृत किया जाता है।

त्योहार को लेकर यह हमारे अंदर एक अलग उमंग पैदा करती है और यह एक अच्छा तरीका भी है जिससे हमारे अंदर की प्रतिभा को बाहर निकालने का एक मौका मिलता है। इस प्रतियोगिता के बाद हम सभी छात्रों में मिठाइयों का वितरण भी किया जाता हैं।

त्योहार मनाने के पीछे धार्मिक विश्वास

दिवाली के त्योहार को मनाने के पीछे कई धार्मिक कहानियां हैं। भारत विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक मान्यताओं का देश है, इसलिए दीवाली के पर्व को मनाने के पीछे कई धार्मिक विश्वास भी हैं। इन सभी मान्यताओं में सबसे अधिक लोकप्रिय मान्यता भगवान श्री राम के 14 वर्ष के वनवास को पूरा कर अयोध्या लौटने की है। वनवास के दौरान राक्षस रावण ने माता सीता का हरण कर लंका ले गया था, और भगवान राम ने रावण का वध कर सीता को आजाद करा कर इसी दिन अयोध्या वापस लौटे थे। राम, सीता और लक्ष्मण के अयोध्या वापस आने के उपलक्ष्य में लोग इस दिन को बड़े ही खुशी और हर्षोल्लास के साथ दियों से अयोध्या को सजाया था। लोगों ने बड़े ही उदार मन से अयोध्या नगरी में राम का स्वागत किया था।

इस पर्व की सारी मान्यताओं को देखा जाये तो हम कह सकते हैं कि यह बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतिक हैं। दियों या प्रकाश की रोशनी का त्योहार अंधेरों और बुराइयों पर विजय और खुशियों का त्योहार हैं। यह त्योहार हमें एक सन्देश भी देता हैं कि हमें हमेशा सच्चाई और अच्छाई के रास्ते पर चलना चाहिए।

प्रदुषण मुक्त दिवाली मनाने पर जोर

हम हर साल दिवाली के पर्व को बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाते है। इस दिन बहुत से लोग पटाखे भी जलाते हैं। पटाखों से ढेर सारे धुएं निकलते है जिसके कारण हमारा वातावरण बहुत ही प्रदूषित होता हैं। पटाखों से निकले धुओं में कई हानिकारक तत्व शामिल होते हैं। इससे हमारी वायु गुणवत्ता सूचकांक (AIQ) खराब होती है, जो हमारी सेहत को बहुत भारी नुकसान पहुंचाती हैं। पटाखों के इन धुओं की वजह से हमारा वातावरण भी काफी जहरीला हो जाता है, जिससे जीव-जन्तुओं को काफी हानि होती हैं। पटाखों के द्वारा होने वाला शोर हमारे बच्चों, बुजुर्गों और पशुओं पर गहरा असर करता हैं।

दिवाली के इस पर्व पर सारी दुकाने, घर, मंदिर और आसपास के सभी जगह रोशनी से जगमगाते हैं, जो हमें बहुत ही मनमोहक दृश्य देते हैं। हिन्दुओं के इस प्रमुख त्योहार को देश और विदेश के सभी धर्मों के लोग बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं। यह पर्व अंधेरों पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतिक के रूप में भी मनाया जाता है।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

Leave a comment.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मेरा पसंदीदा त्योहार पर निबंध (10 lines Essay On My Favourite Festival in Hindi) 100, 200, 300, 500, शब्दों में

Essay On My Favourite Festival in Hindi – मुख्य हिंदू त्योहार दिवाली को कभी-कभी रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है। भारत में कई त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाये जाते हैं। प्रत्येक उत्सव का आनंद लेने का एक अनोखा तरीका होता है। यहां “मेरा पसंदीदा त्योहार दिवाली ” पर कुछ नमूना निबंध दिए गए हैं।

मेरे पसंदीदा त्यौहार पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines on My Favourite Festival in Hindi)

  • दिवाली मेरा पसंदीदा त्यौहार है
  • दिवाली को ‘दीपावली’ के नाम से भी जाना जाता है।
  • हम यह त्यौहार हर साल अक्टूबर या नवंबर में मनाते हैं।
  • दिवाली पर हम नए कपड़े पहनते हैं.
  • दिवाली के दौरान हम मिठाइयाँ और स्वादिष्ट भोजन खाते हैं।
  • हम अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिठाइयाँ भी बाँटते हैं।
  • दिवाली रोशनी का त्योहार है.
  • हम अपने घरों में दीये, मोमबत्तियाँ और दीपक जलाते हैं।
  • मैं इस त्योहार को लेकर रोमांचित हूं।’
  • मुझे यह त्यौहार बहुत पसंद है.

मेरा पसंदीदा त्योहार दिवाली पर 100 शब्दों का निबंध (100 Words Essay on My Favourite Festival Diwali)

दिवाली, जिसे अक्सर “रोशनी का त्योहार” के रूप में जाना जाता है, दीये जलाकर और रॉकेट और पटाखे चलाकर आनंद लिया जाता है। यह राक्षसी राजा रावण से अपनी पत्नी सीता को बचाने के बाद भगवान राम की अयोध्या में शानदार वापसी का सम्मान करने वाला एक उत्सव है। हम अपने घर को रोशन करने के लिए मिट्टी के तेल के लैंप का उपयोग करते हैं जिन्हें दीया कहा जाता है। हम उन्हें घी या तेल में डूबी रुई की बाती का उपयोग करके जलाते हैं। दिवाली बुराई की हार और अंधकार के उन्मूलन का प्रतीक है। हम अपने प्रियजनों के साथ मिठाइयाँ बाँटने का भी आनंद लेते हैं। मेरे लिए, अपने परिवार के साथ फुलझड़ियाँ जलाना मेरा व्यक्तिगत पसंदीदा हिस्सा है। मुझे अपने परिवार और दोस्तों के साथ दिवाली मनाना पसंद है, इस बड़े दिन पर हम सभी पारंपरिक भारतीय कपड़े पहनते हैं और एक-दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं देते हैं।

मेरा पसंदीदा त्योहार दिवाली पर 200 शब्दों का निबंध (200 Words Essay on My Favourite Festival Diwali in Hindi)

हर साल, मैं उत्सुकता से अपनी पसंदीदा छुट्टी, दिवाली का इंतजार करता हूं। यह अक्टूबर या नवंबर की शुरुआत में मनाया जाता है। इस अवसर पर हमारे स्कूल में छुट्टियाँ होती हैं। धनतेरस दिवाली उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन लोग चांदी और सोने के सामान के साथ-साथ बरतन भी खरीदते हैं। इन दिनों बाजार में खूब भीड़ रहती है. अगले दिन को छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है। लोग अपने घरों की सफ़ाई करते हैं और अतिरिक्त कूड़ा-कचरा हटा देते हैं। इस घटना के दौरान कहा जाता है कि देवी लक्ष्मी हमारे घर आती हैं। लोग अपने घरों को सजाने के लिए रंगोली और खूबसूरत लाइटों का इस्तेमाल करते हैं।

दिवाली के त्योहार पर देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। शाम को मिट्टी के दीये और मोमबत्तियाँ जलाई जाती हैं। दिवाली की रात को पूरा क्षेत्र जगमगाता हुआ दिखाई देता है। इसके अतिरिक्त, लोगों के बीच उपहारों और मिठाइयों का आदान-प्रदान किया जाता है। दिवाली इसलिए मनाई जाती है क्योंकि इस दिन भगवान राम चौदह वर्ष का वनवास बिताने के बाद अपने सिंहासन पर लौटे थे। दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा होती है और उसके बाद भाई दूज मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की सुरक्षा और खुशी के लिए प्रार्थना करती हैं। दीपावली शांति, एकता और पीढ़ीगत मूल्यों के मूल्य की याद दिलाती है। हर कोई जश्न मनाने, उपहार देने और लेने के लिए एक साथ आता है, और धन, खुशी और समृद्धि के लिए प्रार्थना करता है।

मेरा पसंदीदा त्योहार दिवाली पर 300 शब्दों का निबंध (300 Words Essay on My Favourite Festival Diwali)

हर साल मैं अपने पसंदीदा त्योहार दिवाली का बेहद इंतजार करता हूं। यह अक्टूबर या कभी-कभी नवंबर में मनाया जाता है। इस त्यौहार पर हमें स्कूल से छुट्टियाँ मिलती हैं। दिवाली का जश्न धनतेरस से शुरू होता है. इस दिन लोग बर्तन और सोने-चांदी की वस्तुएं खरीदते हैं। इन दिनों में बाज़ार में असामान्य भीड़ का सामना करना पड़ता है।

सभी दुकानें अच्छी तरह से सजाई गई हैं जो बड़ी संख्या में ग्राहकों को आकर्षित करती हैं। अगले दिन को नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली के रूप में मनाया जाता है। लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं और घर का पुराना कचरा बाहर फेंक देते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस त्योहार के दौरान देवी लक्ष्मी हमारे घर आती हैं। लोग अपने घरों को सजावटी रोशनी और रंगोली से सजाते हैं।

दिवाली के दिन भगवान गणेश के साथ देवी लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है। इस दिन हम नए कपड़े पहनते हैं। शाम के समय मोमबत्तियाँ और मिट्टी के दीये जलाए जाते हैं। दिवाली की रात पूरा वातावरण जगमग नजर आता है। लोग एक-दूसरे को मिठाइयाँ और उपहार भी देते हैं। दिवाली इसलिए मनाई जाती है क्योंकि इस दिन भगवान राम चौदह वर्ष के वनवास के बाद अपने राज्य लौटे थे। दिवाली के एक दिन बाद गोवर्धन पूजा होती है और फिर हम भाई दूज मनाते हैं। इस दिन बहनें अपने भाइयों की सलामती और सुखद भविष्य के लिए प्रार्थना करती हैं। 

दिवाली के दिन यहां का पूरा माहौल बेहद खूबसूरत दिखता है। अँधेरी रात में दीयों और मोमबत्तियों की रोशनी हमें यह अहसास कराती है कि बुराई का अंधेरा तो और भी बढ़ सकता है लेकिन सच्चाई की चमक को नहीं छुपा सकता। दीपावली दर्शाती है कि पारिवारिक मूल्य, एकता और सद्भाव कितने महत्वपूर्ण हैं। हर कोई एक साथ मिलकर जश्न मनाता है, एक-दूसरे को उपहार देता है और पृथ्वी पर शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करता है।

मेरा पसंदीदा त्योहार दिवाली पर 500 शब्दों का निबंध (500 Words Essay on My Favourite Festival Diwali)

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत वर्ष भर में कई त्यौहार मनाता है। इन सभी त्यौहारों में से एक प्रमुख त्यौहार है दिवाली। इसे दीपावली या रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है। दिवाली हिंदुओं के लिए एक बड़ा महत्व रखती है। यह आमतौर पर अक्टूबर या नवंबर के महीने में मनाया जाता है। हालाँकि, दिवाली एक दिन का त्योहार नहीं है, यह भारत में मनाया जाने वाला पांच दिनों का त्योहार है। यह उत्सव धनतेरस से शुरू होता है और भाई दूज पर समाप्त होता है। दिवाली का यह अनोखा त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाता है।

मेरा पसंदीदा त्यौहार – दिवाली

मुझे सभी त्यौहार मनाना पसंद है लेकिन दिवाली मेरा पसंदीदा है। मैं इस त्योहार का पूरे साल इंतजार करता हूं।’ मुझे घर सजाना बहुत पसंद है. दिवाली के दौरान सभी घर और दुकानें बहुत खूबसूरत लगती हैं। शहर में पटाखे फोड़ने की आवाज गूंज उठती है. लोग एक-दूसरे के घर जाकर बधाई देते हैं और मिठाइयां बांटते हैं। इस त्यौहार के बारे में एक और चीज़ जो मुझे सबसे अधिक पसंद है वह है छुट्टियाँ। हमारा स्कूल कुछ दिनों के लिए बंद रहता है ताकि हम इस त्योहार का आनंद उठा सकें। मुझे अपने दोस्तों के साथ पटाखे फोड़ना भी पसंद है। 

मैं दिवाली कैसे मनाता हूँ

दिवाली उत्सव की तैयारी उत्सव से कुछ सप्ताह पहले शुरू हो जाती है। हम अपने घर को पेंट करना शुरू करते हैं और फिर उसकी सफाई करते हैं। घर को सजाने के लिए तरह-तरह की सजावटी लाइटों का इस्तेमाल किया जाता है। हम शॉपिंग भी करने जाते हैं. हम अलग-अलग चीजें खरीदते हैं जैसे नए कपड़े, मिठाइयां, उपहार, पटाखे, रंगोली के रंग, दीये (मिट्टी के दीपक), मोमबत्तियां और कई अन्य सजावटी सामान। धनतेरस के दिन हम बर्तन और सोने की चीजें खरीदने के लिए बाजार जाते हैं। दिवाली से एक दिन पहले के दिन को लेकर मैं हमेशा उत्साहित रहता हूं। इस दिन मैं अपने घर के प्रवेश द्वार पर रंगोली बनाती हूं।

दिवाली की सुबह हम मंदिर जाते हैं. शाम को हम नए कपड़े पहनते हैं और देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं। पूजा के बाद, हम घर को सजाने के लिए मिट्टी के दीये और मोमबत्तियाँ जलाते हैं। फिर मैं अपने दोस्तों और भाई-बहनों के साथ पटाखों और फुलझड़ियों का आनंद लेता हूं। हालांकि ये आतिशबाजी हमारे पर्यावरण के लिए अच्छी नहीं है, इसलिए हम इको-फ्रेंडली दिवाली मनाने की कोशिश करते हैं। हम एक साथ मिठाइयों और स्नैक्स का आनंद लेते हैं। दिवाली के बाद हम गोवर्धन पूजा और भाई दूज भी मनाते हैं।

हम दिवाली क्यों मनाते हैं?

भारत में अधिकतर त्यौहार पौराणिक कथाओं से जुड़े हुए हैं। 14 साल के वनवास के बाद भगवान राम (विष्णु का एक रूप) के आगमन का आनंद लेने के लिए दिवाली मनाई जाती है। वह राक्षस रावण का वध करके घर आये। दशहरे के दिन उन्होंने रावण का वध किया और अपने घर लौटने में उन्हें 14 दिन लगे। इसीलिए दशहरे के 14 दिन बाद दिवाली मनाई जाती है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम के अयोध्या आगमन की खुशी में लोगों ने पूरे शहर को दीयों और रोशनी से सजाया था। तभी से दिवाली का जश्न मनाया जाने लगा।  

भारत में लोगों के लिए इस त्यौहार का विशेष महत्व है। जैसा कि हम सभी जानते हैं, आतिशबाजी का बड़े पैमाने पर उपयोग हवा को प्रदूषित करता है। इससे पर्यावरण प्रदूषण में भारी वृद्धि होती है। हालाँकि, यह बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए, हमें दिवाली को ऐसे तरीके से मनाने का प्रयास करना चाहिए जो पर्यावरण और परिवेश दोनों के लिए अच्छा हो।

मुझे आशा है कि ऊपर दिया गया मेरा पसंदीदा त्यौहार दिवाली पर निबंध इस त्यौहार को विस्तार से समझने में सहायक होगा।

मेरे पसंदीदा त्यौहार दिवाली पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q.1 दिवाली उत्सव कब शुरू हुआ था.

उत्तर. दिवाली उत्सव 2,500 साल से भी पहले का है।

Q.2 दिवाली शब्द का क्या अर्थ है?

उत्तर. दिवाली शब्द का अर्थ है “रोशनी की पंक्ति”।

Q.3 दिवाली पर देवी लक्ष्मी की पूजा क्यों की जाती है?

उत्तर. लक्ष्मी धन, विलासिता, सौभाग्य और सफलता की देवी हैं। चूँकि दिवाली बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाती है, इसलिए दिवाली पर सौभाग्य लाने के लिए लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

Q.4 2022 में दिवाली किस दिन मनाई जाएगी?

उत्तर. 2022 में दिवाली उत्सव 24 अक्टूबर को होगा।

  • गर्भधारण की योजना व तैयारी
  • गर्भधारण का प्रयास
  • प्रजनन क्षमता (फर्टिलिटी)
  • बंध्यता (इनफर्टिलिटी)
  • गर्भावस्था सप्ताह दर सप्ताह
  • प्रसवपूर्व देखभाल
  • संकेत व लक्षण
  • जटिलताएं (कॉम्प्लीकेशन्स)
  • प्रसवोत्तर देखभाल
  • महीने दर महीने विकास
  • शिशु की देखभाल
  • बचाव व सुरक्षा
  • शिशु की नींद
  • शिशु के नाम
  • आहार व पोषण
  • खेल व गतिविधियां
  • व्यवहार व अनुशासन
  • बच्चों की कहानियां
  • बेबी क्लोथ्स
  • किड्स क्लोथ्स
  • टॉयज़, बुक्स एंड स्कूल
  • फीडिंग एंड नर्सिंग
  • बाथ एंड स्किन
  • हेल्थ एंड सेफ़्टी
  • मॉम्स एंड मेटर्निटी
  • बेबी गियर एंड नर्सरी
  • बर्थडे एंड गिफ्ट्स

FirstCry Parenting

  • बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध (Essay On My Favourite Book In Hindi)

Essay On My Favourite Book In Hindi

In this Article

मेरी प्रिय पुस्तक पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On My Favourite Book In Hindi)

मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध 200-300 शब्दों में (short essay on my favourite book in hindi 200-300 words), मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध 400-500 शब्दों में (essay on my favourite book in hindi 400-600 words), मेरी प्रिय पुस्तक के इस निबंध से हमें क्या सीख मिलती है (what will your child learn from a my favourite book), अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (faqs).

किताबें बच्चे और बड़ों सभी की अच्छी दोस्त मानी जाती हैं। पुस्तकें हमें कई तरह के ज्ञान से अवगत कराती हैं, जिनकी वजह से उन्हें ज्ञान का भंडार माना गया है और ये व्यक्ति को सही राह चुनने के लिए प्रेरित भी करती हैं। एक पुस्तक सिर्फ हमें ज्ञान की बातें ही नहीं सिखाती है बल्कि यह कई बार मनोरंजन का साधन भी बनती है। हर व्यक्ति की पुस्तक पढ़ते वक्त अपनी अपनी पसंद होती है। किसी को धार्मिक पुस्तकें पढ़ने का शौक होता है तो कोई कहानियां पढ़ना पसंद करता है। वहीं बच्चे अपनी स्कूल की पुस्तकों के अलावा पंचतंत्र की कहानियां, चुटकुलें, कॉमिक्स आदि पढ़ते हैं। पुस्तकें कई प्रकार की होती हैं, जिनमें कुछ ज्ञान की बातें सिखाती हैं, कुछ आपका मार्गदर्शन करती हैं। हम यहां पर मेरी पसंदीदा पुस्तक पर हिंदी में निबंध दे रहे हैं। इस निबंध में मेरी प्रिय पुस्तक निबंध से जुड़ी सभी जरुरी जानकारियों को आपके साथ साझा किया गया है। यह निबंध सभी स्कूलों के छात्रों के लिए मददगार है।

मेरी प्रिय पुस्तक पर 10 लाइन की मदद से निबंध लिखने के लिए आप नीचे दिए गए वाक्यों को जरूर पढ़ें।

  • पुस्तकें छात्रों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए महत्वपूर्ण होती हैं।
  • अच्छी पुस्तकें प्रेरक बातों से भरी होती हैं।
  • एक बेहतरीन पुस्तक अच्छे शिक्षक और दोस्त की भूमिका निभाती है।
  • व्यक्ति को सफलता के लिए प्रेरित करने में ज्ञानवर्धक पुस्तक का हाथ होता है।
  • मेरी प्रिय पुस्तक रहस्यमय कहानियों से भरी हैरी पॉटर पुस्तक है।
  • इस पुस्तक में जादुई दुनिया को बखूबी प्रदर्शित किया गया है।
  • हैरी पॉटर 7 पुस्तकों की एक श्रृंखला है जिसकी लेखिका जे.के. रोलिंग है।
  • यह हैरी नाम के एक लड़के और उसके दोस्तों हरमाइनी व रॉन की कहानी है।
  • हैरी पॉटर श्रृंखला की पुस्तकें बच्चों और बड़ों दोनों को लुभाती हैं।
  • इसको पढ़ने से कई बार मेरे मन की अशांति, तनाव कम होता है।

पुस्तकें कई बार हमारी सच्ची मार्गदर्शक बनती हैं, इसलिए हर किसी को पुस्तकों में रूचि जरूर होनी चाहिए। यहाँ हमने मेरी प्रिय पुस्तक पर छोटी कक्षा के छात्रों के लिए निबंध तैयार किया है।

पुस्तकें हमारे जीवन का अहम हिस्सा है। छात्रों को स्कूल में उनके विषय के अनुसार किताबें पढ़ने के लिए दी जाती हैं वहीं मध्यम उम्र के लोगों को उपन्यास पढ़ना पसंद होता जिसमें कई प्रकार के विषय शामिल होते हैं जैसे प्रेम कहानी, हॉरर, रहस्य आदि। वयस्क और बुजुर्ग ज्यादातर ज्ञान से भरी पुस्तकें चुनते हैं या फिर धार्मिक किताबों को अधिक पसंद करते हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि उम्र से हिसाब से पुस्तक का चुनाव किया जाए, जिस व्यक्ति को जिस तरह की पुस्तक पसंद होती है यह उसे किसी भी उम्र में पढ़ सकता है। रहस्य से भरी कहानियों वाली पुस्तकें मुझे अधिक पसंद है, इसलिए ‘हैरी पॉटर’ मेरी प्रिय पुस्तक है। जब भी मुझे समय मिलता है तो मैं इन्हे पढ़ना पसंद करती हूं। साथ ही मैं जब भी पढ़ाई कर के थक जाती हो तो मैं ‘हैरी पॉटर’ पढ़ने लगती हूं। इसमें हैरी नामक लड़के की कहानी जो अपने दोस्तों हरमाइनी और रॉन के साथ एक जादू सीखने वाले स्कूल में पढ़ता है। 7 पुस्तकों की इस श्रृंखला में हैरी और उसके दोस्त अपने चमत्कारी जादू से भयानक व दुष्ट लोगों का सामना करते हैं। यह किताब पढ़ने से मेरी बोरियत कम हो जाती है और बाद में फिर से मन लगाकर पढाई करने लगती हूं। हर किसी व्यक्ति की अपनी पसंद होती है और उसकी प्रिय पुस्तक भी, इसलिए एक ऐसी पुस्तक का चुनाव करें जो आपके व्यक्तित्व को और निखारे साथ ही खाली समय में वो आपकी साथी बन सके। किताबें पढ़ने से आपके खाली में दिमाग में नकारात्मक सोच बहुत कम आती है और उसके द्वारा दिए गए ज्ञान से आप बेहतर इंसान बनने लगते हैं।

मेरी प्रिय पुस्तक हैरी पॉटर है, जिसके बारे में हमने नीचे जिक्र किया है और साथ ही पुस्तकों के महत्व और फायदों को भी निबंध में बताया है। यदि आपका बच्चा कक्षा 1, 2, 3, 4, 5 में पढ़ता है तो इस निबंध की मदद से एक अच्छा एस्से लिख सकता है।

मेरी प्रिय पुस्तक ‘हैरी पॉटर’ (My Favourite Book Harry Potter)

हैरी पॉटर एक ऐसी रहस्य से भरी रोमांचक कहानी है जिसको कई सालों से लोग पढ़ते आ रहे हैं। इस किताब को प्रतिष्ठित लेखिका जे.के. रोलिंग द्वारा लिखा गया था। इनकी पुस्तकों में जादू की दुनिया के रहस्य और उसको करने के तरीके दिखाए गए थे। यह किताब बच्चों के साथ बड़ों को भी बहुत पसंद है और इसे हम कई पीढ़ियों से पढ़ते आ रहे हैं। लेखिका जे.के. रोलिंग ने इसमें जादुई दुनिया का इतना बेहतरीन तरीके से वर्णन किया है कि यह सच्ची लगने लगती है। यह 7 किताबों की एक श्रृंखला है, जिसमें से मुझे सबसे ज्यादा पसंद ‘द गॉब्लेट ऑफ फायर’ है।

हैरी पॉटर सीरीज ने क्या सिखाया (What Harry Potter Series Taught Me)

यह किताब भले ही जादुई दुनिया और रहस्यों से भरी हो लेकिन यह बच्चों या युवाओं के लिए काफी प्रेरणादायक रही है। इस किताब की कहानी से हमने दोस्ती का अहम मतलब सीखा है। इस कहानी के मुख्य पात्र हैरी पॉटर, हर्माइनी ग्रेंजर, रॉन वीसली हमेशा साथ रहते हैं और मुसीबत में अपने दोस्तों का साथ कभी नहीं छोड़ते हैं। साथ ही इस किताब में हमें यह भी सीखने को मिला कि हर कोई परफेक्ट नहीं होता है, बल्कि हर इंसान में बुराई और अच्छाई दोनों मौजूद होती हैं। लेकिन हमें एक बेहतर इंसान बनना चाहिए। इसका मुख्य उद्देश्य ये भी था कि जीवन में चाहे जितने अंधकार और परेशानियां आएं लेकिन आखिर में रौशनी आपको जरूर हासिल होगी।

जीवन में पुस्तकों का महत्व (Importance Of Book In Life)

कितनों को इंसानों को बेस्ट फ्रेंड माना जाता है। अच्छा और सच्चा दोस्त सिर्फ कोई इंसान नहीं होता है बल्कि हर वो चीज हो सकती है जिसके साथ रहने से आपको अच्छा लगे, आप आगे बढ़ें इसलिए लोग अब पुस्तकों को अपना सच्चा दोस्त बना रहे हैं। किताबें हमें कई प्रकार के ज्ञान से अवगत करवाती हैं। बिना पुस्तक के हम अपने जीवन को अधूरा मान सकते हैं। पुस्तक चाहे कोई भी हो धार्मिक, कविता, कहानियां आदि सभी की अपनी अपनी जगह होती है। व्यक्ति अपनी पसंद के अनुसार पुस्तक पढ़ना पसंद करता है। इस दुनिया में जितने भी महान लोग हुए हैं वे सभी इसी बात पर ज्यादा जोर देते थे कि सभी प्रकार की पुस्तकें हमारे ज्ञान के दायरे को बढ़ाती हैं। जब भी आप जीवन में दुख या निराश महसूस करते हैं तो उस वक्त आपको किताबों का सहारा लेना चाहिए खासकर की आध्यात्मिक किताबों का जो हमारे जीवन की निराशा को हटाने का प्रयास करती है। किताबों की मदद से व्यक्ति सफल बन सकता है और साथ ही दूसरों को भी जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

पुस्तक पढ़ने के फायदे (Benefits Of Book Reading)

पुस्तकें हर किसी के लिए फायदेमंद होती हैं और इनके कई फायदों के बारे में नीचे बताया गया है –

  • अच्छी और बेहतर पुस्तक पढ़ने से आपका शब्दकोष अच्छा होता है।
  • दुनियाभर में मौजूद तमाम पुस्तकें हमें जानकारी के साथ कई तरह की सीख भी देती हैं।
  • ऐसा माना गया है तनाव से घिरा व्यक्ति पुस्तक का सहारा लेकर अपने तनाव को कम कर सकता है।
  • यह मस्तिष्क को मजबूत करती हैं और आपकी एकाग्रता को भी बढ़ाती हैं।
  • रात में सोने से पहले पुस्तक पढ़ने से बेहतर नींद आती है।
  • पुस्तकें हमारे जीवन में एक सकारात्मक भूमिका निभाती है, जिससे जीवन सफल बनता है।

इस निबंध की मदद से आपके बच्चे को अपनी प्रिय पुस्तक पर एस्से या अनुच्छेद लिखने की प्रेरणा मिलेगी। वह सही शब्दों और वाक्यों को लिखना सीखेगा। इसके साथ ही उसे पुस्तक की जीवन में कितनी अहमियत है यह भी मालूम पड़ेगी। ऐसे में आप उनको पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित करें ताकि वह भविष्य में एक बेहतर इंसान बन सकें।

1. विश्व का सबसे पुराना साहित्य किसे माना जाता है?

वेदों को विश्व का सबसे पुराना साहित्य माना जाता है।

2. दुनिया की पहली छपी हुई किताब का नाम क्या था?

डायमंड सूत्र को दुनिया की सबसे पहली पुस्तक माना जाता है, जो 868 ईस्वी के आसपास मुद्रित हुई थी।

3. विश्व में सबसे अधिक बिकने वाली किताब का नाम क्या है?

बाइबल अब तक की सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तक है, जिसकी दुनिया में अनुमानित 5-7 अरब प्रतियां बिक चुकी हैं।

यह भी पढ़ें:

पुस्तक पर निबंध पुस्तकालय पर निबंध मोबाइल फोन पर निबंध

RELATED ARTICLES MORE FROM AUTHOR

बच्चों के लिए नवरात्रि और दशहरा से जुड़ी जानकारियां, बच्चों के लिए नवरात्रि और दशहरे से जुड़ी कहानियां और तथ्य, बच्चों के लिए नवरात्रि से जुड़े दिलचस्प सवाल-जवाब, दशहरा पर निबंध (essay on dussehra in hindi), हॉकी पर निबंध (essay on hockey in hindi), मेरा प्रिय त्योहार पर निबंध (essay on my favourite festival in hindi), popular posts, 60+ दशहरा 2024 की शुभकामनाएं देने के लिए यूनिक कोट्स, विशेस, मैसेज और स्टेटस, 60+ नवरात्रि 2024 की शुभकामनाएं, कोट्स, विशेज, मैसेज, शायरी और स्टेटस, 60+ दशहरा 2024 की शुभकामनाएं देने के लिए यूनिक कोट्स, विशेस,....

FirstCry Parenting

  • Cookie & Privacy Policy
  • Terms of Use
  • हमारे बारे में
  • क्वेश्चन पेपर
  • सामान्य ज्ञान
  • यूपीएससी नोट्स

my favourite festival christmas essay in hindi

  • Click on the Menu icon of the browser, it opens up a list of options.
  • Click on the “Options ”, it opens up the settings page,
  • Here click on the “Privacy & Security” options listed on the left hand side of the page.
  • Scroll down the page to the “Permission” section .
  • Here click on the “Settings” tab of the Notification option.
  • A pop up will open with all listed sites, select the option “ALLOW“, for the respective site under the status head to allow the notification.
  • Once the changes is done, click on the “Save Changes” option to save the changes.

Pitru Paksha Essay in Hindi: पितृ पक्ष पर निबंध कैसे लिखें?

Pitru Paksha Essay in Hindi: हिन्दू धर्म में कई व्रत-त्योहार और पर्व मनाए जाते हैं। यहां भगवान की अराधना और पूजा अर्चना के साथ ही साथ अपने पूर्वजों को भी पूजने का रिवाज है। पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के इस अवसर को पितृ पक्ष कहा जाता है। पितृ पक्ष 16 दिनों की हिंदू परंपरा है। यह पूर्वजों का सम्मान में होती है और दिवंगत आत्माओं से आशीर्वाद लेने के उद्देश्य से श्राद्ध पक्ष का पालन किया जाता है।

पितृ पक्ष पर निबंध कैसे लिखें?

इस वर्ष पितृ पक्ष की शुरुआत 17 सितंबर से हो गई हैं, जो 2 अक्टूबर तक चलेंगे। पितृ पक्ष को श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर है। पितृ शब्द का अर्थ है "पूर्वज" और पक्ष का अर्थ है "पखवाड़ा" या चंद्र मास का "पक्ष" होता है। पितृ पक्ष के दौरान हिंदू धर्मावलंबी हम अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देते हैं और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।

पितृ पक्ष 15 से 16 दिनों तक चलता है और यह भाद्रपद माह की पूर्णिमा से लेकर अश्विन माह की अमावस्या तक मनाया जाता है। इस दौरान पितरों एवं पूर्वजों के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म किए जाते हैं। पितृ पक्ष में पूर्वजों के प्रति आस्था, श्रद्धा और सम्मान व्यक्त किया जाता है। पितृ पक्ष में पूर्वजों के सम्मान में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

पितृ पक्ष पर निबंध कैसे लिखें?

स्कूल के बच्चों के लिए पितृ पक्ष का महत्व समझना आवश्यक है, क्योंकि यह पर्व न केवल धार्मिक है, बल्कि पूर्वजों के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता का प्रतीक भी है। इस पर्व के विभिन्न पहलुओं को तीन निबंधों के माध्यम से समझते हैं। यहां हमने स्कूली बच्चों की सहायता के लिए 100, 250 और 500 शब्दों में पितृ पक्ष पर निबंध लेखन के कुछ प्रारूप प्रस्तुत किए हैं। इस लेख में यहां तीन अलग-अलग निबंध प्रारूप प्रस्तुत किए जा रहे हैं जो स्कूली छात्रों को पितृ पक्ष के महत्व को समझाने में मदद करेंगे।

पितृ पक्ष पर 100, 250, 500 शब्दों में आसान निबंध प्रारूप नीचे दिये गये हैं-

100 शब्दों में पितृ पक्ष पर निबंध

पितृ पक्ष हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है। पितृ पक्ष के दौरान हम अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देते हैं। इस पर्व के दौरान तर्पण और पिंडदान जैसे अनुष्ठान किए जाते हैं। इनका उद्देश्य हमारे पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष की प्राप्ति है। यह पर्व भाद्रपद की पूर्णिमा से शुरू होकर अश्विन माह की अमावस्या तक चलता है। इस समय परिवार के सदस्य पूर्वजों के नाम पर दान-पुण्य भी करते हैं। पितृ पक्ष का महत्व हमारे पूर्वजों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने में है, जिससे हम अपनी जड़ों को न भूलें और परिवार की एकता को बनाए रखें।

250 शब्दों में पितृ पक्ष पर निबंध

पितरों को समर्पित हिंदू धर्म में पितृ पक्ष एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस दौरान हम अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। यह पर्व भाद्रपद माह की पूर्णिमा से लेकर अश्विन माह की अमावस्या तक 15 से 16 दिनों तक चलता है। पितृ पक्ष का मुख्य उद्देश्य पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करना होता है।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान पितरों की आत्मा पृथ्वी पर आती है और अपने वंशजों से आशीर्वाद प्राप्त करती है। तर्पण और पिंडदान से पूर्वजों को संतोष मिलता है और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस समय परिवार के सदस्य ब्राह्मणों को भोजन कराते हैं, गायों और गरीबों को दान देते हैं, और पुण्य कार्य करते हैं।

पितृ पक्ष के दौरान किए गए श्राद्ध कर्म को न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है, बल्कि यह हमें हमारे पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान जताने का अवसर भी प्रदान करता है। पितृ पक्ष हमें सिखाता है कि हम अपनी जड़ों को न भूलें और पूर्वजों द्वारा दिए गए जीवन-मूल्यों को आगे बढ़ाएं।

500 शब्दों में पितृ पक्ष पर निबंध

पितृ पक्ष हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक और आध्यात्मिक अवसर है। यह भाद्रपद माह की पूर्णिमा से अश्विन माह की अमावस्या तक 15 से 16 दिनों तक चलता है। इस दौरान हिंदू धर्मावलंबी अपने पितरों को श्रद्धांजलि देते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए तर्पण और पिंडदान करते हैं। पितृ पक्ष को श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है, क्योंकि इस समय पूर्वजों के नाम पर श्राद्ध कर्म किए जाते हैं।

पितृ पक्ष का इतिहास पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, पितृ पक्ष में श्राद्ध की परंपरा महाभारत काल से शुरू हुई। कहा जाता है कि जब राजा कर्ण की आत्मा स्वर्गलोक में पहुंची, तो उन्हें खाने के स्थान पर सोना और रत्न दिए गए। इसके पीछे कारण था कि उन्होंने अपने जीवन में कभी भी भोजन का दान नहीं किया था। उन्होंने भगवान इंद्र से इसका कारण पूछा, तब भगवान इंद्र ने उन्हें पृथ्वी पर वापस जाकर अपने पितरों के नाम पर भोजन और जल का दान करने का सुझाव दिया। इसके बाद से पितरों को तर्पण और पिंडदान करने की परंपरा शुरू हुई।

पितृ पक्ष के दौरान किए जाने वाले अनुष्ठानों में मुख्य रूप से तर्पण और पिंडदान होते हैं। तर्पण का मतलब है पितरों की आत्मा को जल चढ़ाकर संतोष देना। पिंडदान के अंतर्गत चावल, जौ और तिल के मिश्रण से बने पिंडों को पितरों की आत्मा के लिए चढ़ाया जाता है। इन अनुष्ठानों से पितरों की आत्मा को संतोष और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

पितृ पक्ष के महत्व को समझना आवश्यक है क्योंकि यह न केवल धार्मिक अवसर है, बल्कि सामाजिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। यह हमें हमारे पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता जताने का अवसर प्रदान करता है। इसके अलावा पितृ पक्ष के दौरान परिवार की एकता और परंपराओं को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पितृ पक्ष में पितरों की आत्मा की शांति से हमें पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे हमारे जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है। इसलिए पितृ पक्ष के दौरान दान-पुण्य और श्राद्ध कर्म करना हर हिंदू के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

More FESTIVAL News  

Happy Vishwakarma Puja 2024: विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर शेयर करें शुभकामनाएं, और बधाई संदेश

Who is Atishi Marlena: कितनी पढ़ी-लिखी हैं दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी? जानिए कैसे पहुंची Oxford

List of Schemes by Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई महत्वपूर्ण योजनाओं की सूची

List of Schemes by Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई महत्वपूर्ण योजनाओं की सूची

CGBSE छत्तीसगढ़ बोर्ड कक्षा 12वीं सप्लीमेंट्री परिणाम 2024 हुए जारी, cgbse.nic.in से करें डाउनलोड

CGBSE छत्तीसगढ़ बोर्ड कक्षा 12वीं सप्लीमेंट्री परिणाम 2024 हुए जारी, cgbse.nic.in से करें डाउनलोड

  • Don't Block
  • Block for 8 hours
  • Block for 12 hours
  • Block for 24 hours
  • Dont send alerts during 1 am 2 am 3 am 4 am 5 am 6 am 7 am 8 am 9 am 10 am 11 am 12 pm 1 pm 2 pm 3 pm 4 pm 5 pm 6 pm 7 pm 8 pm 9 pm 10 pm 11 pm 12 am to 1 am 2 am 3 am 4 am 5 am 6 am 7 am 8 am 9 am 10 am 11 am 12 pm 1 pm 2 pm 3 pm 4 pm 5 pm 6 pm 7 pm 8 pm 9 pm 10 pm 11 pm 12 am

facebookview

IMAGES

  1. Essay on My favorite festival Christmas in Hindi/Mera pasandida tyohar Christmas per nibandh inHindi

    my favourite festival christmas essay in hindi

  2. मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध Favourite Festival Hindi

    my favourite festival christmas essay in hindi

  3. Essay on Christmas in Hindi

    my favourite festival christmas essay in hindi

  4. Essay on Christmas in Hindi

    my favourite festival christmas essay in hindi

  5. क्रिसमस पर निबंध । Essay on Christmas in Hindi । Christmas par Nibandh Hindi mein

    my favourite festival christmas essay in hindi

  6. Easy essay on Christmas Festival in Hindi/Christmas 10 lines in hindi essay writing/Christmas essay

    my favourite festival christmas essay in hindi

VIDEO

  1. 10 lines essay on Christmas in english

  2. क्रिसमस डे पर 10 वाक्य।10 Lines on christmas 🎄 festival in Hindi. Hindi nibandh

  3. होली पर निबंध/5 lines essay on holi in hindi/essay on holi festival in hindi/holi par nibandh

  4. My Favourite Festival

  5. essay on my favourite festival Christmas in english/5 lines on my favourite festival/mera priya tyoh

  6. Essay on Christmas |Christmas festival essay |10 lines on Christmas

COMMENTS

  1. मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध My Favourite Festival Christmas

    Essay On My Favourite Festival Christmas In Hindi. हमारा भारत देश पर्वों एवं त्योहारों का देश है यहाँ सभी धर्मों के त्योहार एवं उत्सव बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं ...

  2. क्रिसमस पर निबंध (Christmas Essay in Hindi)

    क्रिसमस त्योहार 2021 पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on Christmas Festival 2021 in Hindi, Christmas par Nibandh Hindi mein) यहाँ मैंने क्रिसमस 2021 पर कुछ छोटे तथा कुछ बड़े निबंध दिए ...

  3. क्रिसमस पर निबंध 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे (Christmas

    क्रिसमस निबंध 20 लाइनें (Christmas Essay 20 lines in Hindi) 1) क्रिसमस एक ईसाई त्योहार है लेकिन अन्य समुदायों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है।. 2) यह सभी के ...

  4. क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi)

    क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) - क्रिसमस (christmas in hindi) भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख ...

  5. क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): 200 से 500 शब्दों में

    मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay on my favourite Game in Hindi) - कक्षा 6 से 12 के लिए निबंध लिखना सीखें; मदर्स डे पर निबंध (Mothers Day Essay in Hindi): मातृ दिवस पर हिंदी में निबंध

  6. 10+ क्रिसमस पर निबंध

    10 Line Essay on Christmas in Hindi. (1) क्रिसमस का त्योहार प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है।. (2) क्रिसमस का आयोजन ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में किया जाता ...

  7. क्रिसमस दिवस पर निबंध: Christmas Essay in Hindi

    क्रिसमस पर निबंध (Christmas Day Essay in Hindi): हर साल 25 दिसंबर को दुनिया भर में क्रिसमस पूरे ...

  8. क्रिसमस पर निबंध

    christmas festival क्रिसमस का समारोह क्रिसमस की तैयारियां कई सप्ताह पहले ही आरंभ हो जाती हैं । यह त्योहार 24 दिसंबर की शाम से नव वर्ष तक मनाया ...

  9. क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi (1000+ Words)

    प्रस्तावना (क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi) क्रिसमस विश्वभर में मनाया जाने वाला एक महान पर्व है। यह त्यौहार मुख्य रूप से इसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल ...

  10. स्कूल में क्रिसमस उत्सव पर निबंध (Christmas Celebration Essay in Hindi)

    स्कूल में क्रिसमस उत्सव 2022 पर दीर्घ निबंध (Long Essay on Christmas Celebration in School 2022 in Hindi, School mein Christmas Utsav par Nibandh Hindi mein) उम्मीद करती हूँ कि नीचे लिखे गए क्रिसमस ...

  11. क्रिसमस त्यौहार पर निबंध (Christmas Day Festival Essay In Hindi)

    इस लेख में हम क्रिसमस त्यौहार पर निबंध (Christmas Festival Essay In Hindi) लिखेंगे। क्रिसमस त्यौहार पर लिखा निबंध बच्चो और class 1, 2, 3, 4,

  12. क्रिसमस पर 10 एवं 15 लाइन

    क्रिसमस Essay: 10 lines on Christmas In Hindi - 10 lines Short Essay on Christmas in Hindi, for Class 4 & 5 Standard Students. 1- क्रिसमस मुख्यत: क्रिश्चियन समुदाय का एक धार्मिक त्यौहार है।. 2- हर साल 25 ...

  13. क्रिसमस डे पर निबंध 2021 Essay on Christmas in Hindi

    इस लेख में क्रिसमस डे पर निबंध 2021 (Essay on Christmas in hindi) हिन्दी में दिया गया है। जो बेहद ही सरल तथाआकर्षक रूप से लिखा गया है।. क्रिसमस डे नज़दीक आ ...

  14. 10 lines on Christmas in Hindi

    2. Christmas festival is celebrated mainly by people of Christianity, but other people celebrate it with great enthusiasm. 3. This day is also called the biggest day. 4. It is such a festival that there is a holiday in the whole world. 5. This day is celebrated in the joy of the birthday of Jesus. 6.

  15. क्रिसमस निबंध

    Christmas Essay in Hindi - क्रिसमस निबंध 2. क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह त्योहार ईसा मसीह की जयंती के रूप में मनाया जाता है। ईसाई ...

  16. Christmas Essay in Hindi

    क्रिसमस : एक नजर में. क्रिश्चियन समुदाय के लोग हर साल 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस का त्योहार मनाते हैं।. क्रिसमस का त्योहार ईसा मसीह के ...

  17. Christmas Essay In Hindi 2022 क्रिसमस ...

    क्रिसमस पर 10 लाइन निबंध (10 Lines On Christmas Essay In Hindi 2021) (1) हर साल क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाया जाता ... Christmas is the most important festival of Christians, which is celebrated every year on 25 December on the occasion of the birth ...

  18. मेरा प्रिय त्यौहार- क्रिसमस l15 lines on CHRISTMAS FESTIVAL in Hindi

    मेरा प्रिय त्यौहार- क्रिसमस l15 lines on CHRISTMAS FESTIVAL in Hindi | क्रिसमस का त्यौहार - निबंध |In this ...

  19. मेरा पसंदीदा त्योहार पर निबंध (My Favourite Festival Essay in Hindi)

    मेरा पसंदीदा त्योहार पर छोटे और बड़े निबंध (Short and Long Essay on My Favourite Festival in Hindi, Mera Pasandida Tyohar par Nibandh Hindi mein) निबंध - 1 मेरा पसंदीदा त्योहार - ईद-उल-फितर (250 शब्द)

  20. मेरा पसंदीदा त्योहार पर निबंध (10 lines Essay On My Favourite Festival

    Essay On My Favourite Festival in Hindi - मुख्य हिंदू त्योहार दिवाली को कभी-कभी रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है। भारत में कई त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाये जाते हैं ...

  21. Essay on Christmas in Hindi

    #christmasday #myfavouritefestival #learnwithnaynateacher #festiveseasons #christmascelebration

  22. मेरा प्रिय त्योहार पर निबंध- Essay on My Favourite Festival in Hindi

    Essay on Diwali in Hindi. ध्यान दें - प्रिय दर्शकों Essay on My Favourite Festival in Hindi आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।. We are providing information about My Favourite Festival in Hindi. मेरा प्रिय त्योहार पर ...

  23. Essay on My favorite festival Christmas in Hindi/Mera ...

    Hello everyone 🙏,welcome back to my channel Basic 2 Advance (Study club).Today in this video we will learn how to write short and Best handwritten essay in ...

  24. मेरी पसंदीदा पुस्तक पर निबंध

    मेरा प्रिय त्योहार पर निबंध (Essay On My Favourite Festival in Hindi) POPULAR POSTS 60+ दशहरा 2024 की शुभकामनाएं देने के लिए यूनिक कोट्स, विशेस, मैसेज और स्टेटस

  25. Pitru Paksha Essay in Hindi: पितृ पक्ष पर निबंध कैसे लिखें?

    Check out Easy Pitru Paksha essay in Hindi for students with 100, 250, and 500 words formats. होम ; ... Read more about: festival essay in hindi essay. English summary. Read a comprehensive Pitru Paksha Essay in Hindi for school students. Learn about the significance, rituals, and traditions of Pitru Paksha through this well-structured ...