मेरा पसंदीदा मौसम/ऋतु पर निबंध (My Favourite Season Essay in Hindi)
आमतौर पर भारत में मुख्य रूप से चार ऋतुएँ होती है – वसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु और शीत/शरद ऋतु। ये सभी मौसम पृथ्वी के सूर्य की परिक्रमा पर निर्भर करते है, क्योंकी पृथ्वी एक वर्ष में सूर्य का एक पूरा चक्कर लगा लेती है। सभी मौसमों की अपनी खाशियत और अपना महत्त्व होता है। हम सभी अपने पसंद के अनुसार मौसमों का आनंद लेते हैं।
मेरा पसंदीदा मौसम/ऋतु पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on My Favourite Season in Hindi, Mera Pasandida Mausam par Nibandh Hindi mein)
हममें से कुछ को गर्मी, तो कुछ लोगों को वसंत ऋतु बेहद पसंद होती है। मैंने यहां अपने पसंद की ऋतुओं के बारे में निबंध के रूप में दर्शाया है।
निबंध – 1 मेरा पसंदीदा ऋतु – वसंत ऋतु (250 शब्द)
सभी मौसमों की अपनी एक अनूठी विशेषताएं होती है। हमें भारत में मुख्य रूप से चार ऋतुओं का आनंद लेना का सुनहरा अवसर हर वर्ष मिलता है। अपनी-अपनी पसंद के अनुसार हर किसी को इन मौसमों में से एक मौसम सबसे अधिक प्रिय होता है, और मेरा प्रिय मौसम है वसंत ऋतु।
वसंत ऋतु मेरा पसंदीदा मौसम
भारत में सर्दियों के बाद फरवरी से अप्रेल तक के महीने में वसंत ऋतु का मौसम होता है। हिंदी कैलेंडर के अनुसार वसंत ऋतु माघ महीने से चैत्र महीने तक चलता है। सर्दियों के मौसम के बाद वसंत ऋतु में हल्की गर्माहट के साथ मौसम बहुत ही सुहाना हो जाता है। इन दिनों प्रकृति के मौसम में अद्भुत सी सुंदरता और अनोखी महक चारों ओर फैली होती है। पेड़ों की हरियाली, रंग बिरंगे फूल, चिड़ियों का चहचहाना और हवाओं में एक सोंधी सी महक होती हैं। हर पौधों में नई फूलों और नई टहनियों का आगमन होता है। पशु-पक्षियों में एक नया संचार होता है। इस सुहाने मौसम के साथ प्रजनन और खाने के साथ रंगीन वादियों का आनंद लेते है। भवरें कलियों के रास से शहद निर्माण कार्य में व्यस्त हो जाते है।
मुझे वसंत का मौसम सबसे ज्यादा पसंद है, क्योंकि इस समय मौसम का तापमान बेहद सुखद हो जाता है। शीतलता भरी उन हवाओं में एक दिल को छू लेने वाली महक शामिल होती है। प्रकृति का मौसम देख मेरा जीवन रंगों से भर जाता हैं। चारों ओर फैली प्राकृतिक बहार मुझे इन मौसम में नए जीवन का एहसास कराती है।
वसंत का मौसम हमारे अंदर एक नयी सोच और नए जीवन जीने के उद्देश्य से आता है। इस मौसम में एक अनोखी चमक और उम्मीद होती है। मौसम के दौरान पेड़-पौधों और जानवरों के बीच नए जीवन को देखा जा सकता है। यह मौसम मेरे लिए सबसे मोहक और रोमांचित करने वाला मौसम होता है।
मुझे अन्य मौसमों की अपेक्षा इस मौसम में अत्यधिक खुश महसूस करता हूँ। कई प्रकार के फूल और फलों के साथ मुझे अनेक प्रकर की सब्जियों के सेवन का भी आनंद मिलता है। मैं तो भगवान से हमेशा प्रार्थना करता हूँ की वसंत का यह मौसम हमेशा ही ऐसा बना रहे, जिससे मेरे साथ-साथ सभी का जीवन आनंदमयी और सुखो से भरी रहें।
निबंध – 2 मेरा पसंदीदा ऋतु – ग्रीष्म ऋतु (400 शब्द)
भारत एक विविध परिस्थितियों में भिन्न जलवायु वाला देश है। गर्मी के मौसम का मुझे बेसब्री से इंतिजार रहता है क्योंकि यह मेरा पसंदीदा मौसम है। आमतौर पर गर्मियों का मौसम अप्रैल महीने से शुरू होकर जून और जुलाई तक होता है। बरसात के मौसम की शुरुआत के साथ ही गर्मी के मौसम का अंत हो जाता है। गर्मियों का मौसम भले ही थोड़ा गर्म होता है पर यह मेरे लिए बहुत प्रिय मौसम है। मौसम के गर्म होने के कारण मुझे इस मौसम में एक लम्बी छुट्टी का आनंद लेने का अवसर मिलता है।
ग्रीष्म ऋतु मेरा प्रिय मौसम होने की वजह
- गर्मियों में लम्बी अवधि की छुट्टी
मुझे गर्मियों का मौसम इसलिए पसंद है क्योंकि इस मौसम के दौरान लगभग 2 महीने की लम्बी अवधि की गर्मियों की छुट्टियाँ हमें मिलती हैं। जिसके कारण हम खूब मौज मस्ती कर सकते है। छुट्टियों के दौरान सुबह स्कूल जाने का तनाव, होमवर्क और पढ़ाई से हमें मुक्ति मिलती है।
गर्मियों के दिनों में मुझे घूमने का अवसर प्राप्त होता है। विशेष रूप से देश के विभिन्न हिल स्टेशनों पर जाने का मौका मिलता है। मुझे ऐसे स्थानों पर घूमना बहुत पसंद है जहां पर प्राकृतिक खूबसूरती हो। घूमने के साथ-साथ हमें अपने परिवार और कुछ नए मित्रों के साथ समय बिताने का मौका भी मिलता है। मरे ज्यादातर मित्र अपने गांव पर रहने और घूमने के लिए जाते है और वह अपने दादा-दादी और अन्य लोगों के साथ समय बिताते हैं। इसके साथ ही हमें गांवों के रहन-सहन को जानने और कुछ दिन वहां समय बिताने का भी मौका मिलता है।
- छुट्टियों के दौरान शाम का खेल
खेल खेलने और उनका अभ्यास करने का सही समय सुबह और शाम का होता है। गर्मी की छुट्टियों में हम सुबह-शाम कई प्रकार के खेल खेलते है। छुट्टियोंके दौरान हमारी बाहरी गतिविधियों में अधिक वृद्धि आती है। कुछ बच्चे सुबह की शुरुआत अपने खेल के साथ करते है और कुछ शाम को खेलते है। अपनी गर्मियों की छुट्टी में सभी बच्चे एक दूसरे के साथ मिलकर अधिकांश समय खेलने में ही बिताते है, कभी इनडोर गेम तो कभी आउटडोर गेम।
- गर्मियों में आम खाने का आनंद
गर्मी की छुट्टियों के मौसम में कई तरह के मौसमी फल भी हमें खाने को मिलते है जैसे लीची, तरबूज, इत्यादि। इसी मौसम में आम की पैदावार की सबसे अधिकता होती है। आम भी एक मौसमी फल है जो हममें से कई लोगों को पसंद होती है। आम मुझे बेहद पसंद है। मैं जब भी अपने गांव जाता हूँ तो मुझे कई प्रकार के आम खाने को मिलता है क्योंकि वहां आम के पेड़ों की बगीचा हैं।
- विभिन्न समारोह का आनंद
आमतौर पर लोग शादी या अन्य पारिवारिक समारोह छुट्टियों के दिनों में आयोजित करना पसंद करते है। ऐसे में इन दिनों हमें भी ऐसी शादी और पार्टियों में तरह-तरह के पकवान और नाचने गाने का मौका मिलता है। शादी या ऐसे कार्यक्रमों में हमें परिवार और अन्य रिश्तेदारों से एक साथ मिलने का अवसर प्राप्त होता हैं।
- बड़े दिन और छोटी रातें
गर्मी के दिनों में आमतौर पर दिन बड़े और राते छोटी हो जाती है। ऐसा हमारी पृथ्वी के संरचना के कारण होता है। जिसके कारण हमें दिन में ज्यादा खेलने का मौका मिलता है।
बेशक गर्मियों का मौसम थोड़ा गर्म होता है, पर यही गर्मिया हमें अपने कार्यों, स्कूलों या अन्य काम से थोड़े दिनों के लिए आराम देता है। हम सभी एक साथ आपस में समय बिताने का समय इन्हीं दिनों में मिलता है। इस दौरान हम कई प्रकार के विभिन्न एक्टिविटी में भी भाग लेते है और कई तरह के फलों व अन्य रसों का आनंद लेते हैं।
निबंध – 3 मेरा पसंदीदा ऋतु – शीत ऋतु (600 शब्द)
मुझे सभी मौसम पसंद है और मैं इन सभी का आनंद लेता हूँ। हर मौसम के अपने फायदे और नुकसान है। भारत के सभी मौसमों में कुछ अपनी एक अलग विशेषता है, मुझे ठंडी/सर्दी का मौसम बहुत पसंद है। मैं बहुत ही आतुरता के साथ इस मौसम का इंतिजार करता हूँ। इस मौसम में हमें खाने से लेकर और पहनने के लिए अच्छे गर्म कपड़े और घूमने के लिए भी यह मौसम बहुत अच्छा होता है।
सर्दियों का मौसम अक्तूबर के अंत से शुरू होकर फरवरी माह के मध्य तक रहता है। सबसे ज्यादा ठण्ड दिसंबर और जनवरी के महीने में होती है। इस मौसम के दौरान मुझे बहुत सुखद का अनुभव होता है। ठन्डे दिनों में सूरज की किरणे बहुत ही राहत देती है। यह मौसम फसलों के लिए काफी अच्छी मानी जाती है। सर्दियों के दौरान सूर्य की किरणे धरती पर तिरछी पड़ती है जिसके कारण अनेक प्रकार की फसलों की खेती की जाती है।
सर्दी के मौसम की विशेषताएं
सर्दी के मौसम में रातें बड़ी और दिन काफी छोटे होते है। इन दिनों बहुत अधिक ठण्ड होती है। सुबह-शाम और रातें अत्यधिक ठंडी होती है। दिन में सूरज की धुप इस कड़ाके की ठण्ड से हमें थोड़ी सी राहत देती है, दिन में धुप बहुत ही कम होती है। हम आपस में जब भी बाते करते है तो हमारे मुँह से वाष्प निकलता है यह हमारे शरीर की गर्मी होती है जो बाहर निकलने पर वाष्प में बदल जाती है। लोग ठण्ड के असर को कम करने के लिए आग, अलाव, लकड़ी के टुकड़े इत्यादि जलाते है और उसके पास बैठते हैं। कमरों में गर्मी के लिए लोग हीटर का भी इस्तेमाल करते है। मुझे अलाव के पास बैठना और मुझे उसमें आलू पकाकर खाना बेहद पसंद है, पर ज्यादातर समय हम कम्बल के अंदर रहकर ही बिताते है।
इन दिनों सुबह पेड़-पौधों और घासों पर गिरी ओस की बूंदे सूर्य की किरणों के साथ बहुत ही सुंदर दिखाई देती है, मानो जैसे ओस की बूंदे नहीं मोतियां हो। सुबह के समय काफी देर से सूर्य की किरणे धरती पर पड़ती है और अंधेरा भी जल्दी हो जाता है। सूर्य की किरणे कम दिखाई देने के कारण मौसम और भी सर्द हो जाता है।
सर्दियों के दौरान हमें खाने को कई प्रकार के फसलों की किस्में मिलती है। सर्द से बचने के लिए लोग अधिक मात्रा में चाय, काफी, सुप, इत्यादि गर्म पेय पदार्थों और गर्म खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। दिसम्बर के अंत में जब ठण्ड काफी अधिक हो जाती है तो कुछ दिनों के लिए स्कूलों की छुट्टी कर दी जाती है जिसे हम ‘सर्दी की छुट्टीयां’ के नाम से जानते है। स्कूली छात्रों के लिए यह बहुत सुखद का समय होता है क्योंकि उन्हें स्कूल जाने के लिए जल्दी उठाना नहीं पड़ता है। सर्दियों के दौरान हम लोग खुद को काफी स्वस्थ महसूस करते हैं, क्योंकि इस समय शरीर को गर्म रखने के लिए कुछ गर्म चीजे और हम जो भी खाते है वो खाना हमारे शरीर को लगता है, क्योंकि इस समय हमारा पाचनतंत्र काफी अच्छा होता है।
इन दिनों पर्वतीय क्षेत्रों में सर्दिया अपनी चरम पर होती है। वहां लोग ठण्ड से बचने के लिए लम्बे और गर्म करने वाले जैकेट और लम्बे जूते पहनते है और आग का सहारा लेते है। पहाड़ी क्षेत्रोँ में भरी बर्फबारी भी होती है जिसके कारण उनसे हमारा संपर्क टूट जाते है और ऐसे में इस तरह के गर्म कपड़ो का सहारा ही होता है। हमने सीरियल और फिल्मों में देखा है वहां पर लोग बर्फ के स्नोमैन बनाते है और एक-दूसरे को बर्फ के गोले बनाकर मारते है। इसे करना और महसूस करना बहुत ही रोमांचकारी होता है।
क्रिसमस का पर्व
यह एक दावतों का पर्व है जो कि सर्दियों के मौसम में मनाया जाता है। मैं एक मिशन स्कूल में पढता हूँ और यह पर्व मेरे स्कूल में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व तीन दिनों तक मनाया जाता है। लकड़ियां जलाकर हम उसके आसपास गीत और नृत्य करते है। हममें से कई यीशु के जन्मोत्सव में अपनी भागीदारी अदा करते है। ठण्ड क्रिसमस के इस पर्व को और भी अद्भुत और रोमांचित करता है। सभी मिलकर सांता क्लॉज के जन्मदिन का केक काटते है और उनका जन्मदिन मानते हैं। हमें खाने के लिए केक और साथ में क्रिसमस उपहार दिया जाता है।
सर्दियों के दिन में मेरी गतिविधियां
इस साल सर्दियों में स्कूल बंद होने के उपरांत मैंने और मेरे दोस्तों ने मिलकर एक क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया। जिसकी प्लानिंग बहुत पहले से ही कर ली थी। इसके लिए हमने पहले ग्राउंड की मिलकर साफ-सफाई की और क्रिकेट में सारी बाउंड्री को ठीक किया। चुने के सहारे चौके और छक्के को अंकित किया। इसके बाद एक सुबह शाम मैच के उपरांत हम सब मिलकर होने वाले क्रिकेट मैच का अभ्यास करते है। अंत में सफलता से इस टूर्नामेंट का आयोजन खत्म हुआ और हमने सर्दियों में रात को खेलने के लिए बैडमिंटन ग्राउंड को बनाया। हर शाम हम मिलकर वहां बैडमिंटन का आनंद लेते है।
सर्दी के मौसम के कुछ नुकसान
वैसे तो सर्दियों का मौसम बहुत अद्भुत और आनंददायी होता है, पर जब अत्यधिक ठंड पड़ती है तो इसके कई नुकसान भी होते है। सर्दियों के दिनों में अत्यधिक ठंड से कोई भी काम समय पर नहीं हो पाता। ठण्ड के दिनों में कोहरे के कारण हवाई जहाज, ट्रेने इत्यादि समय से नहीं चलती है। इन दिनों जिनके पास पहनने के लिए पर्याप्त कपड़े इत्यादि नहीं होते है उन्हें बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ता है। कभी कभी तो इनकी मौत भी हो जाती है। मेरी माँ जो एक समाजसेविका है ऐसे गरीब लोगों के लिए संस्था के द्वारा जरूरतमंद लोगों के लिए गर्म कपड़ो की व्यवस्था कर उनके बीच वितरण करवाती हैं। इस समय पशु-पक्षियों के लिए भी काफी कठिन समय होता है। ठंड के कारण उनकी मृत्यु तक हो जाती है। इस कार्य में मैं अपनी माँ की सहायता करता हूँ।
सर्दियों का मौसम वास्तव में काफी रोमांचित और अद्भुत होता है। इन दिनों पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण पहाड़ों पे भारी बर्फ जमी होती है जो स्नो स्केटिंग, स्नो फाइटिंग, आइस हॉकी इत्यादि कई खेलों का आयोजन पर्यटकों के लिए किया जाता है। इन दिनों हम तरह तरह के सब्जी और फलों के इस्तेमाल से अपने आपको स्वस्थ रख सकते है। रात में ठण्ड होने के बावजूद दिन बहुत ही सुहाना होता है जो की काफी लोगों को अच्छा लगता है। सुहाने वातावरण को देखकर मन बहुत प्रसन्न होता है। मैं और मेरा परिवार इस मौसम के आने का बड़ी उत्सुकता से इंतिजार करते हैं।
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6+ शीत ऋतु पर निबंध – Essay on Winter Season in Hindi
Essay on Winter Season in Hindi : आज हमने शीत ऋतु पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 & 9 के विद्यार्थियों के लिए है।
सर्दियों का मौसम बहुत ही अच्छा और सुहावना मौसम होता है इस समय ठंडी ठंडी हवा चल रही होती है नीला आसमान होता है सुबह-शाम कोहरा पड़ता है।
शरद ऋतु का वर्णन हमने छोटी कक्षा और बड़ी कक्षा के विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग निबंधों के माध्यम से किया है।
Get Some Essay on Winter Season in Hindi for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 & 9 Students.
10 Line Essay on Winter Season in Hindi
(1) शीत ऋतु नवंबर माह में प्रारंभ होती है और फरवरी माह तक चलती है।
(2) शीत ऋतु के प्रारंभ होते ही दिन छोटे और रात बड़ी होने लग जाती है।
(3) सर्दियों में धूप का प्रभाव कम हो जाता है और उत्तर दिशा की ओर से हवाएं चलने लग जाते है।
(4) इन दिनों में सभी लोग गर्म कपड़े स्वेटर, कोट, कंबल, रजाई इत्यादि का इस्तेमाल करते है।
(5) सर्दियों में पाचन शक्ति मजबूत हो जाती है इसलिए सभी लोग अच्छा भोजन खाकर सेहत बनाते है।
(6) सर्दियों के दिनों में गांव के लोग सुबह शाम आग जलाकर सर्दी से अपना बचाव करते है।
(7) इन दिनों में दीपावली, लोहड़ी, क्रिसमस जैसे बड़े-बड़े त्यौहार आते है जिनका लोग खूब आनंद उठाते है।
(8) शरद ऋतु में फल और सब्जियों का अच्छी मात्रा में उत्पादन होता है।
(9) दिसंबर और जनवरी माह में बहुत अधिक ठंड के साथ कोहरा भी हो जाता है जिससे कुछ दिखाई नहीं देता है।
(10) इस समय स्कूलों का समय 10:00 बजे से लेकर 4:00 बजे तक होता है।
Sardi ka Mausam Short Essay in Hindi 250 words
भूमिका –
वर्षा ऋतु के पश्चात शरद ऋतु का आगमन होता है नवंबर माह से प्रारंभ होकर सर्दियां फरवरी माह में खत्म हो जाती है। इस समय मौसम ठंडा और सुहावना हो जाता है।
यह मौसम प्रकृति की अनुपम देन है क्योंकि हमारे भारत देश में गर्मी स्थानों पर भी ठंड का मौसम आता है जोकि सभी लोगों को पसंद होता है।
शीत ऋतु का महत्व –
शीत ऋतु के प्रारंभ होते ही किसान अपनी नई फसल बोने के लिए तैयार हो जाते है। इस ऋतु में सभी को अच्छा और पौष्टिक भोजन मिलता है।
क्योंकि इस समय सभी प्रकार की सब्जियां जैसे बंद गोभी, फूल गोभी, सेम, मटर आलू, मूली, गाजर और फलों में सेव पपीता अंगूर इत्यादि भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते है।
ठंडा मौसम होने के कारण सभी लोगों की स्वास्थ्य प्रणाली अच्छी होती है और लोग पूरे दिन कार्य कर सकते हैं और लंबी रात होने के कारण अच्छे से सो भी सकते है।
शरद ऋतु में भारत का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली मनाया जाता है इसके साथ ही लोहरी, दशहरा, नवरात्रि, गोवर्धन पूजा, भाई दूज, छठ पूजा जैसे अनेकों त्योहार मनाए जाते है।
इन त्योहारों की चकाचौंध और खुशियों से लोगों का मन झूम उठता है।
निष्कर्ष –
शीत ऋतु हमारे भारत देश के लिए बहुत ही आवश्यक है क्योंकि यहां पर अधिकतर समय गर्मी ही पड़ती है इसलिए लोगों को शीत ऋतु आने का बहुत ही अच्छा रहता है।
यह प्रकृति और मनुष्य दोनों के लिए लाभकारी है। सर्दियों का मौसम सभी को अच्छा लगता है सभी लोग दिन के समय धूप का आनंद उठाते हैं और शाम होते ही अलाव या अंगीठी जलाकर सर्दी के मौसम का आनंद लेते है।
Best Long Essay on Winter Season in Hindi
प्रस्तावना –
शीत ऋतु का मौसम स्वास्थ्यवर्धक और सुहावना होता है इस मौसम के आने का सभी भारतीयों को बड़ी बेसब्री से इंतजार होता है।
ठंडे मौसम का कारण सूर्य की किरणें धरती पर बहुत कम समय के लिए और सीधे नहीं पड़ती हैं जिसके कारण वातावरण ठंडा होने लग जाता है
और उत्तर भारत के पहाड़ों पर बहुत अधिक बर्फबारी होती है और इसी समय उत्तर की ओर से हवाई चलने लग जाती हैं जोकि पूरे भारत में ठंडी हवा फैला देती है जिससे पूरा वातावरण ठंडा हो जाता है।
शीत ऋतु की समय अवधि –
शीत ऋतु नवंबर माह में प्रारंभ होती है लेकिन दिसंबर और इन जनवरी माह में बहुत कड़ाके की ठंड पड़ती है। हिंदू महीनों के अनुसार कार्तिक, अगहन, पोष और माघ – चार महीने सर्दी पड़ती है।
शीत ऋतु का प्राकृतिक दृश्य –
शीत ऋतु का मौसम अन्य ऋतुऔ की तुलना में बिल्कुल ही भिन्न होता है, इस समय दिन का समय बहुत छोटा होता है और रात का समय बहुत बड़ा होता है।
शरद ऋतु में सुबह ओस छाई रहती है जिसके कारण थोड़ी सी दूरी पर भी दिखाई नहीं देता है और मौसम इतना ठंडा होता है कि लोग रजाई से बाहर ही नहीं निकलना चाहते है।
इस समय सभी पेड़ों का विकास रुक जाता है और उनके पत्ते धीरे-धीरे झड़ते रहते है कई पेड़ पौधों के पत्तों का रंग रंग बिरंगा हो जाता है जो कि सभी लोगों का मनमोहित कर लेते है।
पहाड़ी इलाकों पर बर्फबारी होती है इसमें ऐसा लगता है कि पहाड़ों ने कोई सफेद चादर ओढ़ ली हो और जब सूर्य की किरण बर्फ पर पड़ती है तो खुले नीले आसमान के तले एक अलग ही चमक दिखाई देती है
यह बहुत ही अद्भुत दृश्य होता है जिसको देखने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक पहाड़ों पर जाते है। संध्या के समय जैसे-जैसे दिन ढलता है वैसे-वैसे ठंड बढ़ने लग जाती है।
समय खेतों में सरसों की फसल की बुवाई की जाती है और सरसों की फसल पर जब पीले रंग के फूल आते है तो यह नजारा किसी जन्नत से कम नहीं होता है।
शीत ऋतु की दिनचर्या –
सर्दियों में सभी लोगों के साथ साथ अन्य प्राणियों की दिनचर्या में भी बदलाव आ जाता है। इस समय ठंड अधिक होने के कारण सभी लोग स्वेटर, मफलर, कोट, दस्ताने इत्यादि पहन कर चलते है।
मौसम सुहावना होने के कारण लोग आलस्य कम करते है। सुबह होते ही लोग कसरत, व्यायाम इत्यादि करने लग जाते है। गांव के बुजुर्ग लोग और बच्चे अंगीठी और अलाव जलाकर हाथ तापते नजर आते है। इस समय स्कूलों और कार्यालय का समय सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक कर दिया जाता है।
ठंड अधिक होने के कारण लोग अपने घर से निकलना कम ही पसंद करते है दोपहर के समय में लोग घरों की छतों पर धूप में बैठते है और ठंड से राहत पाते है।
सर्दियों के मौसम में दिन छोटे होते है इसलिए शाम जल्दी हो जाती है और लोग भी अपने-अपने घरों में जल्दी लौट जाते हैं क्योंकि शाम को ठंड अधिक हो जाती है।
संध्या के समय ही लोग रजाई में दुबकना शुरू कर देते है और अपना मनपसंद गरम गरम भोजन करते है फिर टेलीविजन पर मनोरंजन कार्यक्रम देख कर सो जाते है।
ठंड के मौसम में ठंडी तेज हवाएं चलती हैं जिसके कारण बुजुर्गों और बच्चों को अधिक सावधानी रखनी पड़ती है। सर्दियों के मौसम में किसान भी अधिक कार्य कर पाता है क्योंकि उसको गर्मी और धूप को सहना नहीं पड़ता है।
शीत ऋतु और स्वास्थ्य –
ठंड के मौसम में सभी लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होता है क्योंकि इस समय पाचन शक्ति मजबूत हो जाती है और लोगों को भूख भी अधिक लगती है।
पाचन शक्ति मजबूत होने के कारण हम जो भी खाते हैं वह हमारे शरीर को मजबूत और हष्ट पुष्ट बनाता है। ठंडा मौसम होने के कारण लोग अधिक समय तक व्यायाम करते है जिसके कारण उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
शीत ऋतु में सभी प्रकार की ताजा सब्जियां और फल उपलब्ध रहते है जिनसे स्वास्थ्य अच्छा रहता है। लेकिन ठंड के कारण बुजुर्गों और छोटे बच्चों को परेशानी होती है उनका शरीर तेज ठंड को बर्दाश्त नहीं कर पाता है जिसके कारण वे बीमार पड़ जाते है।
शीत ऋतु की विशेषता –
शीत ऋतु आते है गर्मी से छुटकारा मिल जाता है जिसके कारण लोग दिनभर घूम सकते है इसी के कारण ज्यादातर लोग सर्दियों में घूमना पसंद करते है।
मौसम का मिजाज इतना ठंडा और सुहावना होता है कि लोग गर्म कपड़े पहन कर इसका खूब आनंद उठाते है। सर्दियों में दिन छोटे होते हैं और रात बड़ी होती है जिसके कारण लोग पूरी नींद लेते है।
इस समय ढेर सारी पौष्टिक सब्जियां जैसे पत्ता गोभी, फूल गोभी, मूली, गाजर, मटर, टमाटर, धनिया, पालक, लोकी और फलों में सेब, संतरा, पपीता, अंगूर, अनार इत्यादि फलों से बाजार भर जाते है।
ज्यादातर लोग इस समय गर्म चीजें खाना पसंद करते हैं जैसे समोसे, कचोरी, पकोड़े, तिल, गुड़ इनसे शरीर गर्म रहता है और ठंड में खाने से इन चीजों से कोई नुकसान नहीं होता है।
इस समय तरह तरह के फूलों से बागान पट जाते है जो देखने में बहुत ही सुंदर लगते है। इस समय गेहूं, मूंगफली, बाजरा इत्यादि फसलें बहुत अच्छी होती है। शीत ऋतु में भारत के बहुत से मुख्य त्योहार मनाए जाते हैं जैसे दीपावली, दशहरा, नवरात्रि, भाई दूज, गोवर्धन, नया साल, मकर सक्रांति, छठ पूजा इत्यादि है इन त्योहारों के कारण शीत ऋतु का आनंद और भी बढ़ जाता है।
उपसंहार –
हमारे पर्यावरण के लिए सभी प्रकार की ऋतुए आवश्यक है लेकिन ठंड का मौसम सभी को पसंद होता है और यह कुछ समय के लिए ही जाता है इसलिए सभी लोग इस का आनंद उठाते है।
शीत ऋतु में चारों ओर का वातावरण ठंडा और सुहावना होता है जो कि सभी प्राणियों को पसंद आता है। यह मौसम स्वास्थ्य निर्माण के लिए बहुत ही अच्छा होता है।
इस समय कहीं पर बर्फ गिर रही होती है तो कहीं पर ठंडी हवा चल रही होती है और मैदानी इलाकों में बागान फूलों से लग जाते है। खेतों में सरसों की फसल के पीले पुष्प ऐसे लहराते हैं मानो धरती ने पीली चादर ओढ़ ली हो।
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6 thoughts on “6+ शीत ऋतु पर निबंध – Essay on Winter Season in Hindi”
Bahut hi khoobsoorti se Sharad ritu ke batae me bataya gya hai very well Anshika rai ji very well
Dhanyawad ji
थोड़ी ही पंक्तियां हैं।
आंशिका राय आप पूरा निबन्ध पढ़े
Upload essay on (how technology is bringing us closer?)
Hum yah essay jald hi likhn ge.
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सर्दी का मौसम पर निबंध (Winter Season Essay in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे
Winter Season Essay : सर्दी भारत में चार मौसमों में से एक है। सर्दियां सबसे ठंडा मौसम होता है जो नवंबर के मध्य से शुरू होता है और फरवरी तक रहता है। चरम समय जब सर्दियों का सबसे अधिक सामना करना पड़ता है तो दिसंबर और जनवरी में होता है। भारत में, सर्दियों का समय बहुत महत्व रखता है। इसके अलावा, इसके सार की कई लोगों ने सराहना की है।
सर्दी का मौसम पर निबंध 10 लाइन (Winter Season Essay 10 Lines in Hindi)
- 1) सर्दी का मौसम सभी मौसमों में सबसे ठंडा होता है।
- 2) सर्दियों में हम सभी गर्म कपड़े पहनते हैं।
- 3) भारत में नवंबर से जनवरी तक के महीने ठंडे माने जाते हैं।
- 4) सर्दियों में रातें बड़ी और दिन छोटे होते हैं।
- 5) हिंदू कैलेंडर में कार्तिक से पौष तक के महीनों को सर्दियों के महीनों के रूप में शामिल किया गया है।
- 6) हम सर्दियों में बहुत से दुर्लभ प्रवासी पक्षियों को देख सकते हैं।
- 7) सर्दियों में लोग पहाड़ियों पर बर्फ पा सकते हैं।
- 8) सर्दियों के महीने कई जानवरों के लिए हाइबरनेशन की अवधि होते हैं।
- 9) सर्दियों में कई स्वास्थ्यवर्धक फल और सब्जियां मिलती हैं।
- 10) बच्चे सर्दियों में क्रिसमस और न्यू ईयर जैसी छुट्टियों का लुत्फ उठा सकते हैं।
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सर्दी के मौसम पर लंबा और छोटा निबंध (Long and Short Essay on Winter Season in Hindi)
सर्दी का मौसम पर निबंध 100 शब्दों मे.
सर्दी का मौसम साल का सबसे ठंडा मौसम होता है, जो दिसंबर के महीने से शुरू होता है और मार्च के महीने में समाप्त होता है। दिसंबर और जनवरी चरम सर्दियों के महीने होते हैं और सबसे ठंडे महीनों के रूप में गिने जाते हैं जब तापमान देश के उत्तर-पश्चिम क्षेत्रों में लगभग 10 से 15 डिग्री सेल्सियस (मतलब 50 से 59 डिग्री फारेनहाइट) तक गिर जाता है, हालांकि, दक्षिण-पूर्व क्षेत्रों (देश की मुख्य भूमि) में यह रहता है। लगभग 20 से 25 डिग्री सेल्सियस (मतलब 68 से 77 डिग्री फारेनहाइट)। चरम सर्दियों के महीनों में उत्तरी क्षेत्र से तेज़ गति वाली ठंडी हवाएँ चलती हैं। हमें घने कोहरे का सामना करना पड़ता है जो अक्सर सूरज की रोशनी को छुपा लेता है जिससे सर्दी के पूरे मौसम में ठंड गंभीर हो जाती है।
सर्दी का मौसम पर निबंध 150 शब्दों मे (Winter Season Essay 150 words)
शीत ऋतु बहुत ठंडी होती है और भारत की चार ऋतुओं में से एक होती है। यह दिसंबर के महीने में पड़ता है और होली के त्योहार के दौरान मार्च में समाप्त होता है। दिसंबर और जनवरी को सर्दियों के मौसम के चरम ठंडे महीने माने जाते हैं। यह पतझड़ के मौसम के बाद आता है और वसंत के मौसम (बाद में गर्मियों के मौसम) से पहले समाप्त होता है। हम आम तौर पर दीवाली त्योहार (सर्दियों की शुरुआत) से होली त्योहार (सर्दियों के अंत) तक वायुमंडलीय तापमान में मामूली कमी महसूस करते हैं।
सर्दी के चरम महीनों में हमें अत्यधिक ठंडी और तेज़ गति वाली ठंडी हवाओं का सामना करना पड़ता है। हम वायुमंडलीय तापमान और दिन और रात की दिनचर्या में भारी बदलाव महसूस करते हैं। शीत ऋतु में रात बड़ी और दिन छोटा हो जाता है। आसमान अक्सर साफ दिखता है लेकिन कभी-कभी अत्यधिक ठंडे महीनों के दौरान घने कोहरे के कारण यह दिन भर अस्पष्ट रहता है। कभी-कभी सर्दी के मौसम में भी बारिश हो जाती है और स्थिति और भी खराब हो जाती है।
सर्दी का मौसम पर निबंध 200 शब्दों मे (Winter Season Essay 200 words)
सर्दी का मौसम साल का सबसे ठंडा चरण होता है, जो दिसंबर से शुरू होता है और मार्च में समाप्त होता है। सर्दी के पूरे मौसम में हर जगह बहुत ठंड महसूस होती है। वायुमंडलीय तापमान विशेष रूप से चरम सर्दियों के महीनों के दौरान बहुत नीचे गिर जाता है। पहाड़ी क्षेत्र (घर, पेड़ और घास सहित) सफेद बर्फ की मोटी परत से ढक जाते हैं और बहुत सुंदर लगते हैं। इस ऋतु में पर्वतीय क्षेत्रों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। सर्दी के मौसम में कड़ाके की ठंड के कारण लोगों को घरों से बाहर निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
देश के कुछ स्थानों पर जलवायु सामान्य तापमान (न अधिक ठंडा और न अधिक गर्म) के साथ सामान्य रहती है तथा बहुत ही सुखद अनुभूति देती है। शरीर को गर्म रखने के साथ-साथ बहुत कम तापमान से सुरक्षा प्राप्त करने के लिए सभी सर्दियों में मोटे ऊनी कपड़े पहनते हैं। हल्की गर्मी और आनंददायक अनुभव पाने के लिए हम सुबह और शाम गर्म कॉफी, चाय, सूप आदि की चुस्कियां लेना पसंद करते हैं। हम आमतौर पर रविवार को दोपहर में प्राकृतिक धूप से कुछ गर्मी पाने के लिए पिकनिक पर जाते हैं और अपने परिवार और दोस्तों के साथ आनंद लेते हैं। हम गर्मी पाने और सर्दी से सुरक्षित रहने के लिए रात में जल्दी बिस्तर पर चले जाते हैं।
सर्दी का मौसम पर निबंध 250 शब्दों मे (Winter Season Essay 250 words)
सर्दी साल का सबसे ठंडा महीना होता है। भारत में यह आमतौर पर दिसंबर से फरवरी तक लगभग तीन महीने तक रहता है। हालांकि, तापमान देश के भीतर जगह-जगह बदलता रहता है और कुछ जगहों पर सबसे कम तापमान होता है जबकि अन्य में सर्दियों का तापमान सबसे अधिक होता है
तापमान भिन्नता
भारत में तापमान दक्षिणी के मध्य की तुलना में उत्तरी भागों में सबसे ठंडा है। उदाहरण के लिए, जम्मू और कश्मीर की घाटी में द्रास, सर्दियों के दौरान सबसे ठंडा स्थान होता है। यह अमरनाथ की यात्रा पर स्थित है और इसे अक्सर ग्रह पर दूसरा सबसे ठंडा स्थान कहा जाता है। द्रास में सर्दियों का तापमान माइनस 45 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। 1995 की सर्दियों में यहां का तापमान माइनस 60 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था, जो अब तक का रिकॉर्ड न्यूनतम है।
दूसरी ओर, भारत के पश्चिमी भागों में स्थित राजस्थान राज्य के श्रीगंगानगर में सर्दियों में भी उच्चतम तापमान दर्ज किया जाता है। सबसे ठंडे सर्दियों के महीनों में भी तापमान 40-50 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया जाता है।
सर्दियों की तैयारी
सर्दी के लिए तैयार होने के लिए ठंड का सामना करने के लिए कुछ सक्रिय उपायों की आवश्यकता होती है। सर्दियों के आने से पहले खाने-पीने की चीजों और सब्जियों को जमा करने की जरूरत होती है, क्योंकि सर्दियों में इन्हें खरीदना मुश्किल होता है। साथ ही शरीर के तापमान को सामान्य और वातावरण के तापमान से अधिक रखने के लिए अतिरिक्त गर्म कपड़े खरीदने की जरूरत है।
भारत की जलवायु उतनी ही विविध है जितनी इसकी संस्कृति। यहां तक कि सर्दी के दिनों में भी ऐसी जगहें हैं जो बहुत गर्म होती हैं।
सर्दी का मौसम पर निबंध 300 शब्दों मे (Winter Season Essay 300 words)
सर्दी का मौसम भारत में साल का सबसे ठंडा मौसम होता है। शीत ऋतु की विशेषता ठंडी हवा का झोंका, बर्फ का गिरना, बहुत कम वायुमंडलीय तापमान, छोटा दिन, लंबी रात आदि हो सकती है। यह मौसम लगभग तीन महीने तक रहता है, दिसंबर से शुरू होता है और मार्च में समाप्त होता है। छोटे बच्चों को सर्दी के चरम दिनों (दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी के शुरुआती सप्ताह) में तेज ठंड से बचाने के लिए स्कूलों में शीतकालीन अवकाश हो जाता है। अपना व्यवसाय करने वाले या कार्यालय में काम करने वाले लोगों को डिस्टर्ब शेड्यूल के कारण अपना काम जारी रखने में समस्या होती है। सूरज सुबह देर से उगता है और शाम को बहुत ही हल्की धूप के साथ जल्दी अस्त हो जाता है।
सर्दी का मौसम ऊनी कपड़ों और उचित घर की कमी के कारण विशेष रूप से गरीब लोगों के लिए काफी कठिन मौसम होता है। वे आमतौर पर अपने शरीर को गर्म रखने के लिए पगडंडियों या अन्य खुले स्थानों जैसे पार्क आदि पर धूप में स्नान करते हुए देखे जाते हैं। बहुत अधिक ठंडे मौसम के कारण कई बूढ़े लोगों और छोटे बच्चों की जान चली गई।
सर्दी का मौसम स्वस्थ फलों और हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे अंगूर, संतरा, सेब, अमरूद, पपीता, गन्ने का रस, अनानास, गाजर, आंवला, गोभी, चुकंदर, शलजम, फूलगोभी, मूली, टमाटर, आलू आदि का मौसम है। सर्दी के मौसम को सेहत बनाने वाला मौसम कह सकते हैं। सर्दी का मौसम गेहूं, जौ, मुंगफली और कुछ अन्य फसलों की फसलों का मौसम है। विभिन्न प्रकार के मौसमी फूल (दलाई, गुलाब आदि) सुंदर रंगों में खिलते हैं और प्रकृति की सुंदरता को बढ़ाते हैं।
सर्दी के मौसम के मुख्य एजेंट ठंडी हवाएं और पाले हैं जो इस मौसम को और अधिक शुष्क सुस्त और सर्द बनाते हैं। बिना मौसम के कभी-कभी बारिश हो जाती है जिससे जीवन वास्तव में दयनीय हो जाता है। जाड़े की कड़ाके की बारिश से फसलें, सब्जियां और फल नष्ट हो जाते हैं। सर्दियों में पाले से रात में घर से बाहर निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है।
सर्दी के मौसम का भी अपना महत्व होता है। यह स्वास्थ्य बनाने के लिए उपयोगी है, सुबह टहलने के लिए अच्छा है, सांस लेने के लिए ताजी हवा से भरा वातावरण, मच्छरों का डर नहीं, किसान की फसल के लिए अच्छा है, आदि।
सर्दी का मौसम पर निबंध 500 शब्दों मे (Winter Season Essay 500 words)
सर्दी भारत में सबसे महत्वपूर्ण मौसमों में से एक है। यह भारत में होने वाली चार ऋतुओं में से एक है। सर्दियां सबसे ठंडा मौसम होता है जो दिसंबर से शुरू होता है और मार्च तक रहता है। चरम समय जब दिसंबर और जनवरी में सबसे अधिक सर्दी का अनुभव होता है। भारत में सर्दियां बहुत महत्व रखती हैं। इसके अलावा, इसके सार की कई लोगों ने प्रशंसा की है। सर्दियां आपको स्नोबॉल फाइटिंग, स्नोमैन बनाने, आइस हॉकी और बहुत कुछ जैसी विभिन्न गतिविधियों में शामिल होने का समय देती हैं। बच्चों के लिए अपनी छुट्टियों का आनंद लेने और अपने कंबलों में आरामदायक होने का यह एक अच्छा समय है।
सर्दी का सार
सर्दियों के दौरान, स्कूल आमतौर पर छुट्टी लेते हैं और बंद हो जाते हैं। दिन छोटे होते हैं और रातें लंबी होती हैं। सर्द सुबह आपको एक अलग ही एहसास देती है। सर्दियों में गर्म पेय जैसे कॉफी, चाय और हॉट चॉकलेट का अधिक सेवन किया जाता है। सूरज काफी देर से उगता है और कभी-कभी नहीं भी।
यहां तक कि जब यह करता है, यह थोड़ा गर्म नहीं होता है। लोग थोड़ी धूप के लिए तरसते हैं क्योंकि ठंड का मौसम रीढ़ को ठंडक पहुंचाता है। आप सड़कों पर लोगों को थोड़ी गर्मी पाने के लिए लकड़ी और कागज जलाते हुए देखते हैं। हालांकि, बहुत से लोग सर्दियों में बाहर जाना पसंद नहीं करते हैं। वे सारा दिन चिमनी या हीटर के पास बैठना पसंद करते हैं।
पहाड़ी इलाकों में, लोग सर्दियों के दौरान बर्फ का अनुभव करते हैं। चलने के लिए रास्ता बनाने के लिए उन्हें इसे रास्ते से हटाना होगा। क्रिसमस से भी सर्दियों की रौनक बढ़ जाती है। यह लोगों के लिए छुट्टी का मूड सेट करता है और पूरी दुनिया में इसकी प्रशंसा की जाती है।
लेकिन, इस सीजन का एक नकारात्मक पहलू भी है। इस मौसम से किसान, बेघर लोग और जानवर सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। किसानों के लिए इस सीजन में शायद ही कोई कारोबार हो। भीषण सर्दी के कारण सैकड़ों बेघर लोगों की मौत हो जाती है।
जानवरों के पास उचित आश्रय नहीं होने के कारण वे भी अपनी जान गंवा देते हैं। इसके अलावा इस सीजन में कई उड़ानें रद्द भी की जाती हैं। बहरहाल, यह सर्दियों को कम महत्वपूर्ण नहीं बनाता है। हमारे देश के मौसम में संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है।
मुझे सर्दी क्यों पसंद है?
मुझे व्यक्तिगत रूप से सर्दियां बहुत पसंद हैं। यह मौसम बहुत सारे स्वस्थ फल और सब्जियां लाता है। लोगों को ताजा अंगूर, सेब, गाजर, फूलगोभी, अमरूद आदि खाने का मौका मिलता है। इसके अलावा इस मौसम में बहुत से खूबसूरत फूल खिलते हैं। इन फूलों में गुलाब, दहलिया और बहुत कुछ शामिल हैं। यह सर्दियों को पहले से भी ज्यादा खूबसूरत बना देता है।
इसके अलावा, जब वे हाइबरनेशन में जाते हैं तो कोई छिपकलियां नहीं मिलतीं। यह मुझे बहुत खुश करता है और मुझे निडर होकर जीने देता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सर्दियों की सुबह मेरे लिए इस मौसम का सबसे अच्छा हिस्सा होती है। मुझे सर्दियों में जल्दी उठना और फूलों पर सुबह की ओस देखना पसंद है। सर्दियों के साथ एक अलग ही वाइब आता है।
साथ ही, हमारा स्कूल अलाव का आयोजन करता है जो साल के सबसे बहुप्रतीक्षित कार्यक्रमों में से एक है।
संक्षेप में, सर्दी किसी अन्य मौसम की तरह ही महत्वपूर्ण है। ज़रूर, इसके नकारात्मक पक्ष और सकारात्मक पक्ष हो सकते हैं, लेकिन ऐसा हर मौसम के साथ होता है। सर्दियां आपको लंबी सुबह की सैर और ताजी हवा का आनंद लेने में मदद करती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: (FAQs)
Q.1 पृथ्वी पर किस स्थान पर साल भर सर्दी पड़ती है.
उत्तर. अंटार्कटिका में साल भर सर्दी और बर्फ पड़ती है।
Q.2 सर्दी के मौसम में हम क्या पीना पसंद करते हैं?
उत्तर. सर्दी के मौसम में हम चाय, कॉफी और चॉकलेट जैसे गर्म पेय पीना पसंद करते हैं।
प्रश्न 3. सर्दी के मौसम में कौन-कौन सी मज़ेदार गतिविधियाँ की जा सकती हैं?
उत्तर. स्कीइंग, आइस स्केटिंग, एक स्नोमैन का निर्माण, स्नोबोर्डिंग जैसी गतिविधियाँ सर्दियों के मौसम में लोगों द्वारा पसंद की जाने वाली गतिविधियाँ हैं।
Q.4 सर्दियों के मौसम में कौन सा मीठा व्यंजन विशेष रूप से बनाया जाता है?
उत्तर. गाजर का हलवा सर्दियों के मौसम में बनाया जाने वाला एक मीठा व्यंजन है.
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शीत ऋतु पर निबंध। Essay on Winter Season in Hindi
शीत ऋतु पर निबंध : सर्दी का मौसम भारतवर्ष में नवम्बर के महीने से लेकर जनवरी के अंत तक होता है। शीत ऋतु सभी ऋतुओं में सबसे ठंडी होती है। जनवरी के महीने में सर्दी अपनी चरम सीमा पर होती है। नवम्बर के महीने से ही ठंडी हवाएं चलनी प्रारम्भ हो जाती हैं। ठंडी से बचने के लिए लोग गर्म और ऊनी वस्त्र पहनते हैं व रात के रजाइयां व कम्बल ओढ़ते हैं।
शीत ऋतु पर निबंध। Essay on Winter Season in Hindi
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शीत ऋतु पर निबंध Winter Season Essay in Hindi (600W)
हमने इस आर्टिकल में शीत ऋतु Winter Season Essay in Hindi पर निबंध लिखा है जिसमें प्रस्तावना, महत्व, मनाए जाने वाले त्योहार, लाभ और हानि 10 लाइन बताया है।
Table of Contents
प्रस्तावना (शीत ऋतु पर निबंध Winter Season Essay in Hindi)
शीत ऋतु का आगमन शरद ऋतु के बाद होता है व बसंत ऋतु के आगमन पर समाप्त होता है। भारत में शीत ऋतु बहुत अधिक ठंडी होती है। शीत ऋतु माघ या फाल्गुन के नाम से भी जाना जाता है।
ठंडे मौसम के कारण सूर्य की किरणें धरती पर बहुत कम समय के लिए पड़ती है। जिसके कारण वातावरण ठंडा होने लगता है।
शीत ऋतु का महत्व (Importance of Winter season in Hindi)
शीत ऋतु का समय नवंबर माह से फरवरी तक होता है। भारत में नवंबर माह में शुरू होने वाली ठंड दिसंबर के आते बहुत ही अधिक बढ़ जाती है। शीत ऋतु में दिन प्रायः छोटे व रात लंबी होती है।
शीत ऋतु में सुबह के समय पेड़ पौधों की पत्तियों पर ओस की बूंदे रहती हैं जो मोतियों के समान लगती हैं।
अधिक ठंड होने के कारण धुन्ध,कोहरा हो जाता है जिसके कारण कुछ भी नहीं दिखाई देती है।
सर्दियों में पहाड़ बर्फ के कारण ढक जाता है जो देखने में बहुत सुंदर लगते हैं और सूर्य उदय होने पर विभिन्न रंगों के फूल खिलते हैं जिनसे पर्यावरण अत्यधिक मन मोहक हो जाता है।
और पढ़ें:- शरद ऋतु पर निबंध
शीत ऋतु की विशेषता Characteristics of Winter Season
शीत ऋतु मैं अन्य दिनों की तुलना में अधिक परिवर्तन दिखाई देते हैं जैसे ठंडा मौसम, लंबी रातें, छोटे दिन, ठंडी हवा का चलना, घना कोहरा, धुंध, कम तापमान का चलना, बर्फ का गिरना आदि।
शीत ऋतु पर मनाए जाने वाले त्योहार Winter Festivals
मकर संक्रांति, क्रिस्मस, नया साल, गणतंत्र दिवस, बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है।
शीत ऋतु के लाभ और हानि Advantages and Disadvantages of Winter Season in Hindi
शीत ऋतु का लाभ advantages and of winter season in hindi.
शीत ऋतु का मौसम सुबह टहलने के लिए बहुत ही अच्छा होता है। इस ऋतु में अनेक गतिविधियाँ जैसे आइस स्केटिंग, आइस हॉकी आदि में भाग ले सकते हैं। सदियों में पाचन शक्ति मजबूत हो जाती है। जिससे हम अच्छा भोजन कर सकते हैं और अपना सेहत बना सकते हैं।
यह मौसम किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इस मौसम में खेती अच्छी होती है।
मौसम ने हमें अनेक प्रकार की सब्जियां मिलती है जैैसे पत्ता गोभी, फूल गोभी, मटर, मूली, गाजर, पालक और फलों में सेब, अंगूर, मुसम्मी से बाजार भरा हुआ।
यह मौसम बहुत ही सुहाना होता है इस मौसम में बर्फ गिरता है जिस कारण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
और पढ़ें:- बसंत ऋतु पर निबंध
शरद ऋतु का हानी Disadvantages of Winter Season in Hindi
शरद ऋतु के समय कड़ाके की ठंड होती है जिस कारण लोग अपने घरों में कंबल, स्वेटर, चादर, रजाई आदि का इस्तेमाल करते हैं और आग जला कर आग के सामने बैठे रहते हैं।
सुबह-सुबह कोहरा और धुंध छाया रहता है जिस कारण से यातायात मैं परेशानी होती है। बड़ी गाड़ियां, हवाई जहाज, ट्रेन अपने टाइम पर नहीं पहुंच पाते हैं।
गरीबों के लिए शीत ऋतु बहुत ही कष्टदायक होता है क्योंकि उनके पास कंबल, स्वेटर, रजाई, चादर आदि गर्म कपड़े खरीदने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते हैं इसीलिए उन्हें आग जलाकर ही राहत का अनुभव करते हैं।
ठंड के मौसम में हमारे स्वास्थ्य के लिए हमें अच्छे खान-पान का ध्यान रखना पड़ता है।
तापमान कम होने के कारण हमारे शरीर और त्वचा में रूखापन हो जाती है जिसका भी हमें विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
शीत ऋतु पर 10 लाइन 10 Line on Winter season in Hindi
- शीत ऋतु का आगमन शरद ऋतु के बाद होता है व बसंत ऋतु के आगमन पर समाप्त होता है।
- भारत में शीत ऋतु बहुत अधिक ठंडी होती है।
- शीत ऋतु माघ या फाल्गुन के नाम से भी जाना जाता है।
- ठंडे मौसम के कारण सूर्य की किरणें धरती पर बहुत कम समय के लिए पड़ती है।
- शीत ऋतु में दिन प्रायः छोटे रात लंबी होती है।
- शीत ऋतु में सुबह के समय पेड़ पौधों के पत्तियों पर ओस की बूंदे पड़ी होती है जो ऐसा प्रतीत होती है मानो किसी ने उन पर मोती बिखेर दिए हो।
- सर्दियों में पहाड़ बर्फ के कारण ढंक जाता है जो देखने में बहुत ही सुंदर लगता है।
- अधिक ठंडा होने के कारण धुंध और कोहरा छाए रहता है जिस कारण कुछ भी दिखाई नहीं देता है।
- शीत ऋतु पर मकर संक्रांति, क्रिसमस, बसंत पंचमी, नया साल, और गणतंत्र दिवस का त्यौहार मनाया जाता है।
- यह रितु हमें जीवन में संघर्ष का सामना करने की प्रेणा देती है।
निष्कर्ष Conclusion
सर्दी का मौसम काफी ठंडा होता है इस ऋतु में सबको ताजा व सुंदर दिखाई देता है। यह रितु हमें जीवन में संघर्ष का सामना करने की प्रेणा देती है। शीत ऋतु से पहले शरद ऋतु में जीवन सामान्य रहता है। परंतु शीत ऋतु में अत्यधिक ठंड के कारण हमारा संघर्ष बढ़ जाता है। जिस प्रकार शीत ऋतु के बाद हमें बसंत ऋतु का आनंद मिलता है ठीक उसी प्रकार जीवन में संघर्ष करने पर हमें सफलता का आनंद मिलता है। यही संदेश हमें शीत ऋतु देती है।
धन्यवाद
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शीत ऋतु पर निबंध
By विकास सिंह
शीत ऋतु पर निबंध, short essay on winter season in hindi (100 शब्द)
सर्दियों का मौसम वर्ष का सबसे ठंडा मौसम होता है, जो दिसंबर के महीने से शुरू होता है और मार्च के महीने में समाप्त होता है। दिसंबर और जनवरी चरम सर्दियों के महीने हैं और सबसे ठंडे महीनों के रूप में गिने जाते हैं जब देश के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में तापमान 10 से 15 ° C (मतलब 50 से 59 ° F) के आसपास रहता है, हालांकि, दक्षिण-पूर्व क्षेत्रों (देश की मुख्य भूमि) में यह रहता है लगभग 20 से 25 ° C (मतलब 68 से 77 ° F)।
तेज़ सर्दियों के महीनों में उत्तर क्षेत्र से तेज़ गति वाली ठंडी हवाएँ चलती हैं। हमें घने कोहरे का सामना करना पड़ता है जो अक्सर सूरज की रोशनी को छुपाता है, जिससे सर्दी के मौसम में ठंड गंभीर हो जाती है।
शीत ऋतु पर निबंध, essay on winter season in hindi (150 शब्द)
सर्दियों का मौसम बहुत ठंडा होता है और भारत के चार मौसमों में से एक है। यह दिसंबर के महीने में पड़ता है और होली के त्योहार के दौरान मार्च में समाप्त होता है। दिसंबर और जनवरी को सर्दियों के मौसम के चरम ठंडे महीनों के रूप में माना जाता है।
यह पतझड़ के मौसम के बाद आता है और वसंत के मौसम (बाद में गर्मी के मौसम) से पहले खत्म हो जाता है। हम आम तौर पर दीवाली त्योहार (सर्दियों की शुरुआत) से लेकर होली त्योहार (सर्दियों के अंत) तक वायुमंडलीय तापमान में मामूली कमी महसूस करते हैं।
हमें चरम सर्दियों के महीनों के दौरान उच्च डिग्री ठंड और उच्च गति वाली ठंडी हवाओं का सामना करना पड़ता है। हम वायुमंडलीय तापमान और दिन और रात की दिनचर्या में बड़े स्तर पर बदलाव महसूस करते हैं। सर्दियों के मौसम में रात लंबी हो जाती है और दिन छोटा हो जाता है।
आकाश अक्सर स्पष्ट दिखता है लेकिन कभी-कभी यह पूरे दिन के माध्यम से अस्पष्ट रहता है क्योंकि अत्यधिक ठंड के महीनों में घने कोहरे के कारण। कभी-कभी सर्दियों के मौसम में भी बारिश होती है और स्थिति को और बदतर बना देती है।
शरद ऋतु पर निबंध, 200 शब्द:
सर्दियों का मौसम वर्ष का सबसे ठंडा चरण होता है, जो दिसंबर से शुरू होता है और मार्च में समाप्त होता है। सर्दियों के मौसम में सभी जगह बहुत ठंड महसूस होती है। विशेष रूप से पीक सर्दियों के महीनों के दौरान वायुमंडलीय तापमान बहुत नीचे गिर जाता है।
पहाड़ी क्षेत्र (घर, पेड़ और घास सहित) सफेद बर्फ की मोटी परत से ढक जाते हैं और बहुत सुंदर लगते हैं। इस मौसम में, पहाड़ी क्षेत्र एक भयानक दृश्य की तरह दिखते हैं। सर्दियों में मौसम की गंभीर स्थिति के कारण, लोगों को अपने घरों से बाहर जाते समय बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
देश के कुछ स्थानों पर, जलवायु सामान्य तापमान (न बहुत ठंड और न अधिक गर्म) के साथ मध्यम रहती है और बहुत सुखद एहसास देती है। हर कोई शरीर को गर्म रखने के साथ-साथ बहुत कम तापमान से सुरक्षा पाने के लिए सर्दियों में मोटे ऊनी कपड़े पहनता है।
हम थोड़ी सी गर्मी और सुखद अनुभव प्राप्त करने के लिए सुबह और शाम गर्म कॉफी, चाय, सूप आदि का एक घूंट लेना पसंद करते हैं। हम आम तौर पर रविवार को दोपहर में पिकनिक पर जाते हैं और प्राकृतिक धूप से कुछ गर्मी पाते हैं और अपने परिवार और दोस्तों के साथ आनंद लेते हैं। हम गर्मी पाने और सर्दियों से सुरक्षित रहने के लिए रात को जल्दी बिस्तर पर चले जाते हैं।
शरद ऋतु पर निबंध, essay on winter season in hindi (250 शब्द)
प्रस्तावना:.
भारत में सर्दियों का मौसम साल का बहुत ठंडा मौसम होता है। यह शरद ऋतु के मौसम के बाद शुरू होता है और वसंत के मौसम के आगमन पर समाप्त होता है। हम वर्ष के अन्य मौसमों की तुलना में सर्दियों के मौसम में वातावरण में भारी बदलाव महसूस करते हैं।
वायुमंडलीय तापमान बहुत कम हो जाता है, ठंडी हवाएं तेज गति से चलती हैं, दिन छोटा हो जाता है और रात लंबी हो जाती है, आदि। कभी-कभी, हम आकाश में घने बादलों के कारण धूप नहीं देखते हैं, हालांकि अन्य सर्दियों के दिनों में आकाश बहुत साफ और नीला दिखता है।
वायुमंडल बहुत शुष्क हो जाता है लेकिन धूल भरा होता है। सर्दियों के मौसम की धूप बहुत हल्की और हल्की गर्म होती है। सर्दियों के दौरान गीले कपड़ों को सुखाने में बहुत समस्या होती है। यह स्वस्थ और पसंदीदा फलों का मौसम है जैसे नारंगी, अमरूद, चीकू, पपीता, आंवला, गाजर, चुकंदर, अंगूर, आदि।
सर्दियों का मौसम क्यों आता है:
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी अपनी झुकी हुई धुरी पर अन्य ग्रहों की परिक्रमा करती है। पृथ्वी के घूर्णी अक्ष का झुकाव वर्ष के दौरान मौसम के बदलाव में मुख्य भूमिका निभाता है। जब भी पृथ्वी उत्तरी गोलार्ध (सूरज से सबसे दूर का मतलब है) में चक्कर लगाती है, तो यह सर्दियों का मौसम बन जाता है। पृथ्वी अपने वर्ष भर लंबे रास्ते से दूर या सूर्य की ओर घूमती है। पृथ्वी अपने अण्डाकार तल पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है।
सर्दियों के दौरान प्राकृतिक दृश्य:
सर्दियों के मौसम के दौरान पहाड़ी क्षेत्र बहुत सुंदर हो जाते हैं क्योंकि सब कुछ बर्फ से ढक जाता है और दृश्यों की तरह भयानक रूप देता है। चीजों पर बर्फ मोती की तरह सुंदर दिखती है। सूरज उगने पर विभिन्न रंगों के फूल खिलते हैं और पर्यावरण को एक नया रूप देते हैं।
शरद ऋतु पर निबंध, essay on winter season in hindi (300 शब्द)
भारत में सर्दियों का मौसम साल का सबसे ठंडा मौसम होता है। सर्दियों के मौसम में ठंडी हवा के झोंके, बर्फ का गिरना, बहुत कम वायुमंडलीय तापमान, कम दिन, लंबी रात आदि की विशेषता हो सकती है। यह मौसम लगभग तीन महीने तक रहता है, दिसंबर से शुरू होता है और मार्च में समाप्त होता है।
अत्यधिक ठंड से बचाने के लिए पीक सर्दियों के दिनों (दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी के शुरू सप्ताह) में छोटे बच्चों के लिए स्कूलों में शीतकालीन अवकाश हो जाता है। उनके व्यवसाय या ऑफिस में काम करने वाले लोगों को डिस्टर्ब शेड्यूल के कारण नौकरी जारी रखने में समस्या आती है। सूर्य सुबह देर से उठता है और शाम को बहुत तेज धूप के साथ जल्दी सेट होता है।
ऊनी कपड़ों और उचित घर की कमी के कारण हर किसी विशेषकर गरीब लोगों के लिए सर्दियों का मौसम काफी मुश्किल होता है। वे आमतौर पर अपने शरीर को गर्म रखने के लिए फुटपाथों या पार्क जैसी अन्य खुली जगहों पर धूप में नहाते हुए दिखाई देते थे। बहुत अधिक ठंड के कारण कई बूढ़े और छोटे बच्चों की जान चली गई।
सर्दियों का मौसम स्वस्थ फलों और हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे अंगूर, संतरा, सेब, अमरूद, पपीता, गन्ने का रस, अनानास, गाजर, आंवला, गोभी, चुकंदर, शलजम, फूलगोभी, मूली, टमाटर, आलू, आदि का मौसम है। सर्दियों के मौसम को स्वास्थ्य का मौसम कह सकते हैं। सर्दियों का मौसम गेहूं, जौ, मुंगफली, और कुछ अन्य फसलों की फसलों का मौसम होता है। विभिन्न प्रकार के मौसमी फूल (दाल, गुलाब आदि) सुंदर रंगों में खिलते हैं और प्रकृति की सुंदरता को बढ़ाते हैं।
सर्दियों के मौसम के मुख्य एजेंट ठंडी हवाएं और ठंढ हैं जो इस मौसम को और अधिक शुष्क और ठंडा बनाते हैं। बिना मौसम के कभी-कभी बारिश होती है जिससे जीवन वास्तव में दयनीय हो जाता है। सर्दियों की ठंडी बारिश फसलों, सब्जियों और फलों को नष्ट कर देती है। सर्दियों में रात में घर से बाहर जाने में फ्रॉस्ट बहुत मुश्किल हो जाता है।
सर्दियों के मौसम का भी अपना महत्व है। यह स्वास्थ्य बनाने के लिए उपयोगी है, सुबह की सैर के लिए अच्छा है, सांस लेने के लिए ताजी हवा से भरा वातावरण, मच्छरों का कोई डर नहीं, किसान की फसल के लिए अच्छा है, आदि।
शीत ऋतु पर निबंध, long essay on winter season in hindi (400 शब्द)
सर्दियों का मौसम भारत में चार मौसमों में से एक है, जो दिसंबर से शुरू होता है और मार्च तक चलता है। कम गर्मी धूप के कारण सर्दियों के दिन उज्ज्वल और सुखद होते हैं। उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्र भारी बर्फबारी के कारण बहुत सुंदर लगते हैं।
दिसंबर और जनवरी चरम सर्दियों के महीने हैं, जिसके दौरान हम बहुत अधिक ठंड के मौसम के कारण बहुत समस्या महसूस करते हैं। लॉन्ग ड्राइव और टूर पर जाना सबसे अच्छा मौसम है। यह मौसम भारत के पर्यटकों को अधिक आकर्षित करता है और साथ ही आकाश के सुखद वातावरण में सुंदर पक्षियों को आमंत्रित करता है।
सर्दियों का मौसम गरीब लोगों के लिए भी कुछ समस्याएँ पैदा करता है क्योंकि उनके पास गर्म कपड़े या उचित घर नहीं होते हैं। विभिन्न पक्षी पलायन कर जाते हैं और पशु अधिक ठंड के कारण शीतनिद्रा में चले जाते हैं। इस मौसम में कोहरे और धुंध बहुत आम हैं जो अधिक यातायात और सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। ठंड से बचाव के लिए हमें कई ऊनी कपड़े पहनने पड़ते हैं और कई दिनों तक घर में रहना पड़ता है।
सर्दियों के मौसम की अवधि:
सर्दियों के मौसम की शुरुआत पूरे भारत में सूर्य के चारों ओर झुकी हुई धुरी के क्षेत्रों और पृथ्वी के रोटेशन के अनुसार पूरे भारत में होती है। हाल के मौसम विज्ञान के अनुसार, सर्दियों का मौसम दिसंबर में पड़ता है और उत्तरी गोलार्ध के लिए फरवरी (या मार्च की शुरुआत) में समाप्त होता है। दक्षिणी गोलार्ध के लोगों के लिए, सर्दियों के महीने जून, जुलाई और अगस्त हैं।
सर्दी के मौसम की विशेषताएं:
हम अन्य मौसमों की तुलना में सर्दियों के मौसम में कई बदलाव महसूस करते हैं जैसे कि लंबी रातें, छोटे दिन, ठंड का मौसम, ठंडी हवा, बर्फ का गिरना, सर्दी का तूफान, ठंडी बारिश, घना कोहरा, ठंढ, बहुत कम तापमान आदि।
सर्दी में आनंददायक चीजें:
हम मौसम की रुचि और स्थिति के अनुसार कई सर्दियों की गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं जैसे आइस स्केटिंग, आइस बाइकिंग, आइस हॉकी, स्कीइंग, स्नोबॉल फाइटिंग, बिल्डिंग स्नोमैन, स्नो केस्टल्स, स्लेजिंग और कई और गतिविधियां।
कुछ सर्दी के तथ्य:
विंटर भारत में महत्वपूर्ण मौसमों में से एक है, जो विंटर सोलस्टाइस पर शुरू होता है लेकिन वर्नल इक्विनॉक्स पर समाप्त होता है। अन्य सभी मौसमों की तुलना में सर्दियों में सबसे कम दिन, सबसे लंबी रातें और सबसे कम तापमान होता है। सर्दियों का मौसम आता है जब पृथ्वी सूरज से दूर झुक जाती है। यह स्वास्थ्य के मौसम के रूप में पेड़ और पौधों के लिए बुरा है क्योंकि वे बढ़ना बंद कर देते हैं। इस मौसम में असहनीय ठंड के मौसम के कारण कई जानवर हाइबरनेट हो जाते हैं। इस मौसम में बर्फ गिरना और सर्दियों का तूफान बहुत आम है।
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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.
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yeh essay read karke bahat acha laga.
Can you also post a 80 words essays
Thank u so much
thnx sir it helped me to full marks in my hindi project thank you–
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मेरी प्रिय ऋतु वसंत हिंदी निबंध My Favourite Season Essay in Hindi
My Favourite Season Essay in Hindi: भारत ऋतुओं का देश है । वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शिशिर इन छ: ऋतुओं का जो सुंदर क्रम हमारे देश में है, वह दूसरी जगह दुर्लभ है। प्रत्येक ऋतु की अपनी छटा है, अपना आकर्षण है। पर इन सभी ऋतु-सुंदरियों में मुझे वसंत ऋतु सबसे अधिक प्रिय है।
मेरी प्रिय ऋतु पर हिंदी में निबंध My Favourite Season Essay in Hindi
प्रिय ऋतु का परिचय.
सचमुच, वसंत की वासंती दुनिया सबसे निराली है। शिशिर का अंत होते ही वसंत की सवारी सज-धज के साथ आ पहुँचती है। बागों में, वाटिकाओं में, बनों में, प्रकृति उसके स्वागत की तैयारियां करने लगती हैं। कलियाँ अपने घूघट खोल देती हैं, फूल अपनी सुगंध बिखेर देते हैं, और गूंज उठते हैं और तितलियाँ अपने चटकीले-चमकीले रंगों से ऋतुराज का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाती हैं । पृथ्वी के कण-कण में नया आनंद, नया उत्साह, नया संगीत, नया जीवन नजर आता है।
प्रिय होने का कारण
जब सारी प्रकृति वसंत में झूम उठती है, तब मेरा मन-मयूर भी नाचने लगता है। सचमुच, वसंत की शोभा मेरे हृदय में उतर आती है । एक ओर शीतल, मंद, सुगंधित पवन के मधुर झोंके मन को मतवाला करते हैं, तो दूसरी ओर फुलवारियों का यौवन बूढों को भी जवान बना देता है। खिलती कलियाँ देखकर मेरे जी की कली भी खिल उठती है । न तो यहाँ गरमी की बेचैनी है, न जाड़े की ठिठुरन । एक ओर प्रकृति के रंग और ऊपर से रंगभरी होली ! अबीर-गुलाल के रूप में मानों हृदय का प्रेम ही फूट पड़ता है। ऐसा मनभावन फागुन का वसंत मुझे प्रिय क्यों न हो?
अन्य ऋतुओं से तुलना
कुछ लोग वर्षा को वसंत से अच्छा मानते हैं। पर कहाँ वर्षा का किच-पिच मौसम और कहाँ वसंत की बहार ! वह वर्षा, जो घरों को धराशायी करती है, फसलों पर पानी फेरती हैं, नदियों को पागल बनाकर गाँव के गाँव साफ कर देती है, सुखदायक कैसे हो सकती है? इसी प्रकार शरद की शोभा भी वसंतश्री के सामने फीकी पड़ जाती है । वसंत, सचमुच, ऋतुराज है। अन्य ऋतुएँ उसकी रानियाँ या सेविकाएँ ही हो सकती है।
मेरी प्रिय ऋतु और मेरा जीवन
मैं तो वसंत को जीवन की ऋतु मानता हूँ । उसके आते ही मुझ पर सौंदर्य का नशा-सा छा जाता है। उसका आगमन होते ही मेरा मन इंद्रधनुष्य-सा रंगबिरंगा बन जाता है और मेरी कल्पना रेशमी बन जाती है। बागों में सैर करते मन नहीं भरता। मेरी आँखों पर प्रकृति के आकर्षण का चश्मा लग जाता है और मेरे दिल में उमंगों का सूर्योदय होता है। कोयल के गीत मुझे कविता लिखने की प्रेरणा देते हैं । फूल मन को खिलना और ओठों को हँसना सिखाते हैं । तितली फूलों को प्यार करना और भौर गुनगुनाना सिखाते हैं।
ऐसी अनोखी और मनभावनी है, मेरी प्रिय वसंत ऋतु ! मैं सालभर इसकी प्रतीक्षा करता रहता हूँ।
शीत ऋतु पर निबंध- Essay on Winter Season in Hindi
In this article, we are providing information about Winter Season in Hindi- Short Essay on Winter Season in Hindi Language. शीत ऋतु पर निबंध, Sardi ka mausam Essay in Hindi.
शीत ऋतु पर निबंध- Essay on Winter Season in Hindi
शीत ऋतु सर्दी के मौसम को कहा जाता है। यह सिर्फ 3-4 महीने के लिए आती है। शीत ऋतु का आगमन दिवाली के बाद नवंबर में ही हो जाता है और धीरे धीरे यह बढ़ती जाती है। सर्दी की शुरूआत तब होती है जब हिमालय पर बर्फबारी होती है और उतर की तरफ से ठंडी हवा चलती रहती है जिससे सर्दी का आगमन होता है। सबसे ज्यादा सर्दी उतर भारत में होती है। सर्दी का मौसम नवंबर से लेकर फरवरी तक रहता हैं। बूढ़ो को सर्दी अधिक लगती है जबकि बच्चे इस सर्दी में भी खेलते कुदते रहते हैं। सर्दी के मौसम में दिन छोटे और रात बड़ी होती है और शाम को अंधेरा बहुत जल्दी हो जाता है। सुबह और शाम के समय कोहरा छाया रहता है और ठंड ज्यादा लगती है। सर्दी के मौसम में ही क्रिसमस और न्यु ईयर का त्योहार आता है।
इस मौसम में लोग ऊनी कपड़े पहनना शुरू कर देते हैं और सिर से पाँव तक ढक कर रखते हैं। यह मौसम अपने साथ खाँसी जुकाम जैसी कई बिमारियाँ लेकर आता है जिससे बचने के लिए लोग सिर पर टॉपी, हाथों में दस्ताने और पैरों में जुराब पहन कर रखते हैं। रात को लोग रजाईयाँ और कम्बल ओढ़ कर सोते हैं।
इस समय लोग ठंडा पानी और ठंडी चीजों के सेवन को त्याग कर गर्म व्यंजनों की तरफ आकर्षित होते हैं। सर्दियों में सूर्य बड़ा दिखाई देता है और इसकी गर्मी से ठंड में राहत मिलती हैं। सर्दी में गर्मी का अहसास करने के लिए लोग गुड़ और तिल से बनी मिठाईयों का सेवन करते हैं। सर्दी के मौसम में सब्जियाँ ज्यादा होती है और हम ज्यादा पौष्टिक तत्व प्राप्त कर सकते है। ज्यादा सर्दी होने पर स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियाँ कर दी जाती है जिससे कि बच्चे आराम से घर पर रहें और सर्दी में बिमार होने से बच सके।
सर्दी में सबसे ज्यादा हानि गरीब लोगों को होती है क्योंकि उनके पास पर्याप्त साधन नहीं होते है ठंड से बचने के लिए। बहुत से गरीब लोग तो ठंड के कारण ही मर जाते हैं। सर्दी में कोहरे के कारण बहुत से एक्सीडैंट भी होते हैं जिससे मृत्यु दर में वृद्धि होती है। लोग रजाई में बैठे रहना और सोना पसंद करते हैं। सर्दी के मौसम में लोग आराम करना पसंद करते हैं। सर्दी के कारण ज्यादातर लोग घरों में ही रहते हैं। बाहर हर तरफ शांति रहती है जिस वजह ये हल्की सी आवाज भी साफ सुनाई देती है।
#Winter Season Essay in Hindi # विंटर सीजन Nibandh
ग्रीष्म ऋतु पर निबंध- Essay on Summer Season in Hindi
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Essay on winter season in hindi शीत ऋतु पर निबंध.
Read an essay on Winter Season in Hindi शीत ऋतु पर निबंध or सर्दी के मौसम पर निबंध. Students of class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12 need this essay. So read short and easy essay on Winter Season in Hindi.
Essay on Winter Season in Hindi 300 Words
भारत में तीन मुख्य ऋतु है। ग्रीष्म ऋतु, शरद ऋतु और मॉनसून। शरद ऋतु साल का सबसे ठंडा मौसम होता है, जो दिसंबर महीने में शुरू होता है और मार्च के महीने में समाप्त होता है। शित ऋतु में दिन छोटे और रात बड़ी होती है और शाम को अंधेरा बहुत जल्दी हो जाता है। सर्दियों का मौसम बहुत ही अच्छा और सुहावना मौसम होता है। सूर्य की गर्मी जो लोगो को ग्रीष्म ऋतु में अच्छी नहीं लगती वह गर्मी सभी लोगों को शीत ऋतु में अत्यंत प्रिय लगने लगती है।
शीत ऋतु में सुबह के समय टहलना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है। इस मौसम में लोग अधिक ऊर्जावान और क्रियाशील रहते है। शरद ऋतु स्वास्थ्यवर्धक फलों और हरी पत्तेदार सब्जियों का मौसम है। यह मौसम लंबी यात्रा और पर्यटन पर जाने के लिए सबसे अच्छा मौसम होता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह ऋतु उत्तम होती है क्योंकि इस ऋतु में पाचन शक्ति मजबूत होती है। शीत ऋतु में लोग गर्म कॉफी और चाय पीना पसंद करते है।
शीतकाल में पढ़ाई खुब होती है। विद्यार्थी इन्हीं दिनों पढ़ाई की सारी कसर पूरी कर लेते है। शीत ऋतु में कीटाणुओं का प्रकोप कम हो जाता है। शीत ऋतु में किसान अधिक कार्य कर पाता है क्योंकि उसको गर्मी और धूप को सहना नहीं पड़ता है। शीत ऋतु में लोग आराम करना पसंद करते है। शीत ऋतु गरीबों के लिए बहुत अधिक परेशानियों का निर्माण करता है क्योंकि उनके पास गर्म कपड़े और रहने के लिए पर्याप्त आवासों का अभाव होता है।
शीत ऋतु में कोहरे के कारण बहुत से एक्सिडेंट भी होते है। रेलयात्रा और हवाई यात्राएं पर इसका खासा असर दिखाई पड़ता है।
सर्दी का मौसम दशहरे का त्योहार आने से दस-पन्द्रह दिन पहले सर्दी आरम्भ हो जाती है। कार्तिक, अगहन (मग्घर), पौष और माघ-चार महीने सर्दी रहती है। जाड़ा बढ़ते-बढ़ते अरहर और मटर के पौधों में लाल-पीले फल लगने लगते हैं।
अलसी के खेत नीले फलों से लद जाते हूँ। गन्ने के खेत में गन्ने इतने ऊँचे हो जाते हैं कि उनके पीछे खड़ा आदमी दिखाई नहीं देता। सर्दी आरम्भ होते ही खली छत पर सोने वाले कमरों के अन्दर सोने लगते हैं। बालिकाएँ और बालक अपने-अपने स्वेटर निकालकर पहनने लगते हैं। ठण्डी हवाएं चलने लगती हैं। सवेरे-शाम अधिक ठण्ड होती है। तब बालक कोट आदि पहनकर बाहर निकलते हैं। बालिकाएँ शाल लेकर बाहर जाती हैं। सर्दी के दिन छोटे होते हैं। कब दिन हुआ, कब साँझ, पता ही नहीं चलता।
जाड़े की रात अधिक ठण्डी होने के कारण कोई काम नहीं हो पाता। अतः दिन में ही जल्दी-जल्दी काम कर लेना चाहिए। जब सर्दी बढ़ जाती है, तो सोते हुए, कम्बल में भी ठण्ड लगती है तब लोग रजाइयाँ (लिहाफ) ओढ़कर सोते हैं। बेचारे बेघर लोग जाड़े में काँपते-ठिठुरते हैं। सवेरे काफी ठण्ड पडती है, तब चाय पीकर ही चैन पड़ता है। गरम पेय (चाय, दूध, काफी आदि) अच्छे लगते हैं। सर्दी में भूख भी बढ़ जाती है और खाया-पीया पच जाता है। पुरुष गरम सूट पहनकर काम पर जाते हैं।
किसान लोग पुआल, उपले, लकड़ी आदि जलाकर आग तापते हैं, तब उनकी ठण्ड दूर होती है। अधिक सर्दी में दाँत बजने लगते हैं। हाथ सेककर शरीर में गर्माइश आती है। धनी लोग घरों और दफ्तरों में बिजली के हीटर जलाते हैं। लड़के-लड़कियाँ खेल के मैदान में घण्टों खेलते रहते हैं, फिर भी नहीं थकते। इन दिनों बादाम, पिस्ता, काजू, तिलगोजे, किशमिश, खजूर, मूंगफली आदि खाना अच्छा लगता है। शीतकाल में पढ़ाई खूब होती है। अत: विद्याथीं इन्हीं दिनों पढ़ाई की सारी कसर पूरी कर लेते हैं।
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Essay on Winter Season in Hindi 100, 150, 200, 300, 400, 500, 600, 700, 800, 900, 1000, 1100 to 1200 Words for Kids, Students and Teachers
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रूपरेखा: परिचय - सर्दियों का मौसम की जानकारी - सर्दी का मौसम का आगमन - सर्दी के मौसम का प्राकृतिक दृश्य - सर्दी के मौसम का महत्व - सर्दी के मौसम की विशेषताएं - सर्दी के मौसम के फायदे - गरीबों के लिए संकट का मौसम - सर्दी के मौसम की सब्जी - सर्दी के मौसम के फल - निष्कर्ष ।
भारत एक ऋतुओं का देश है। भारत में छ: ऋतु हैं जो निरंतर चलती रहती हैं। भारत की छ: ऋतु बसंत ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, हेमंत ऋतु और सर्दी के मौसम हैं। सर्दी के मौसम का आगमन शरद ऋतु के बाद और बसंत ऋतु के आगमन पर समाप्त होती है। भारत में सर्दी के मौसम बहुत अधिक ठंडी ऋतु होती है। सर्दी के मौसम का समय नवम्बर मास से लेकर फरवरी मास तक होता है। भारत देश में नवम्बर में शुरू होने वाली ठंड दिसम्बर आते-आते भीषण ठंड में बदल जाती हैं। सर्दी के मौसम में दिन प्राय: छोटे और रातें लंबी होती हैं। सूर्य की गर्मी जो लोगों को ग्रीष्म ऋतु में अच्छी नहीं लगती वह गर्मी सभी लोगों को सर्दी के मौसम में अत्यंत प्रिय लगने लगती है।
सर्दी से बचने के लिए बहुत से लोग आग का भी आनंद लेते हैं। सर्दी के मौसम में अन्य ऋतुओं की तुलना में वातावरण में बड़े स्तर पर परिवर्तन देखा जा सकता है। वातावरण का तापमान बहुत कम हो जाता है, तेज गति से हवाएं चलने लगती हैं, दिन छोटे हो जाते हैं और रातें लंबी हो जाती हैं। कभी-कभी तो घने बादलों, कोहरे और धुंध की वजह से सूरज को देखना भी असंभव लगता है। सर्दी के मौसम के दौरान गीले कपड़ों के सूखने में बहुत परेशानी होती है। सर्दी के मौसम के दौरान कोहरा और धुंध बहुत ही सामान्य होते हैं, जो सडकों पर अधिक भीड़ और दुर्घटनाओं के कारण बनते हैं। हमें सर्दियों से बचने के लिए बहुत से गर्म कपड़े पहनने चाहिएँ और अपने घरों में रहना चाहिए। सर्दी के मौसम में अधिक सर्दी के कारण बहुत से पक्षी पलायन कर जाते हैं और पशु शीत निंद्रा में चले जाते हैं।
भारत में सर्दी के मौसम के शुरू होने की अवधि क्षेत्रों और पृथ्वी के अपने अक्ष पर सूर्य के चारों ओर घुमने के अनुसार अलग-अलग होती है। सभी को यह पता है कि पृथ्वी सूर्य के चारों और चक्कर लगाती है। पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमना ही पूरे साल भर मौसम और ऋतुओं के बदलने में मुख्य भूमिका निभाता है। जब पृथ्वी उत्तरी गोलार्द्ध पर चक्कर लगती है तब उत्तरी गोलार्द्ध पर सर्दी होती है। ऋतुएं तब बदलती हैं जब पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है। पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री सूर्य की ओर झुकी हुई है। दक्षिण के लोगों के लिए सर्दियों के महीने जून, जुलाई और अगस्त होते हैं। भारत में सर्दी के मौसम का हिमालय पर्वत से बहुत गहरा संबंध होता है। जब हिमालय पर्वत पर बर्फबारी होती है और उत्तर दिशा की ओर से हवाएं चलना शुरू हो जाती हैं तो भारत में सर्दी के मौसम का आगमन होता है।
सर्दियों के दौरान पहाड़ी क्षेत्र बहुत ही सुंदर दिखने लगते हैं क्योंकि उन क्षेत्रों में सब कुछ बर्फ की चादर से ढका होता है और प्राकृतिक दृश्य की तरह बहुत सुंदर दिखाई देता है। सभी वस्तुओं पर पड़ी बर्फ मोतियों के समान दिखाई देती है। सूर्य के उदय होने पर तरह-तरह के रंग के फूल खिलते हैं और वातावरण को एक नया रूप देते हैं। कम तापमान वाली सूर्य की रौशनी की वजह से सर्दियों के दिन बहुत ही अच्छे और सुहावने होते हैं। दिसम्बर और जनवरी सबसे अधिक ठंड वाले मौसम होते हैं जिनके दौरान अधिक ठंडा मौसम होने की वजह से हम बहुत अधिक परेशानी महसूस करते हैं।
यह मौसम लंबी यात्रा और पर्यटन पर जाने के लिए सबसे अच्छा मौसम होता है। यही मौसम भारत में सबसे अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के साथ ही आसमान के मनमोहक वातावरण में सुंदर चिड़ियों को भी आमंत्रित करता है।
सर्दी के मौसम का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। भारत में सर्दी के मौसम सबसे महत्वपूर्ण मौसम है जो शरद संक्रांति पर शुरू होता है और बसंत विषुवत पर खत्म हो जाता है। सर्दी के मौसम स्वास्थ्य का निर्माण करने का मौसम होता है हालाँकि पेड़-पौधों के लिए बुरा होता है, क्योंकि वे बढना छोड़ देते हैं। बहुत से जानवर असहनीय ठंडे मौसम के कारण शीतकालीन निद्रा में चले जाते हैं। इस मौसम के दौरान बर्फ गिरना और सर्द तूफानों का आना सामान्य बात है। सर्दी के मौसम में हम अनेक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। सर्दी के मौसम में हम आइस-स्केटिंग, आइस-बाइकिंग, आइस-हॉकी, स्कींग, स्नोबॉल फाइटिंग, स्नोमैन को बनाना, स्नो-कैसल आदि बहुत सी रुचिकर गतिविधियों में भाग ले सकते हैं।
सर्दी के मौसम में सुबह के समय टहलना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है। गर्मियों के मौसम में हम विस्तृत समय के लिए काम नहीं कर सकते हैं लेकिन सर्दियों में हम लंबे समय तक नौकरी कर सकते हैं। गर्मियों में बहुत अधिक गर्मी पडती है जिससे हम बीमार हो जाते हैं लेकिन सर्दियों में बहुत कम बीमार होने की संभावना होती है। सर्दियों का मौसम किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस मौसम के दौरान उनकी खेती शानदार होती है। सर्दियों में हरी पत्तियों पर ओश की बूंदें मोती के समान लगती हैं।
सर्दी के मौसम में अन्य ऋतुओं की तुलना में बहुत अधिक बदलाव होते हैं जैसे- लंबी रातें, छोटे दिन, ठंडा मौसम, ठंडी हवा, बर्फ का गिरना, सर्दी तूफान, ठंडी बारिश, घना कोहरा, धुंध, बहुत कम तापमान आदि। कभी-कभी जनवरी के महीने में तापमान 1 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। इस समय में सर्दी अपनी चरम सीमा पर होती है। नवंबर के महीने से ही ठंडी हवाएं चलनी शुरू हो जाती हैं। जब सर्दी अधिक बढ़ जाती है तो स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियाँ कर दी जाती हैं। इस मौसम में लोग अधिक उर्जावान और क्रियाशील रहते हैं। दिन छोटे होते हैं और रात लंबी होती हैं। लोग अधिक घंटे काम करने के बाद भी थकते नहीं हैं।
सुबह के समय अधिक कोहरा व पारा पड़ता है और कुछ भी देखना मुश्किल हो जाता है। बहुत सी हवाई जहाज उड़ानें रद्द हो जाती हैं। सर्दी के मौसम में ट्रेने भी देर से चलने लगती हैं। सडकों पर पारा अधिक होने की वजह से लोग सुबह के समय घर से बाहर निकलने से डरते हैं। सर्दी के मौसम में जगह-जगह लोग आग जलाकर बैठ जाते हैं। सर्दी के मौसम का मौसम गर्म भोजन, फल, मिठाईयां व स्वादिष्ट व्यंजनों का मौसम होता है। इस मौसम में अन्य मौसमों की अपेक्षा अधिक चाय पी जाती है। इस मौसम में अन्य मौसमों की अपेक्षा हरी सब्जियां अधिक आती हैं। बहुत से त्यौहार भी सर्दी के मौसम में ही आते हैं।
सर्दी के मौसम गरीबों के लिए बहुत अधिक परेशानियों का निर्माण करता है क्योंकि उनके पास गर्म कपड़े और रहने के लिए पर्याप्त आवासों का अभाव होता है। सर्दी के मौसम ज्यादातर गरीब लोगों के लिए बहुत ही कष्टदायी होती है। गरीबों के पास प्राय: गर्म कपड़ों का आभाव होता है। गरीबों के पास कम्बल, स्वेटर, रजाई आदि सभी खरीदने के लिए पैसे नहीं होते हैं। ऐसे लोग आग से ही राहत का अनुभव करते हैं। अमीरों के लिए तो सर्दी के मौसम बहुत ही आनंदमय होती है। उनके पास अच्छे गर्म कपड़े होते हैं। अमीर लोग रंगीन जैकेट, कोट या स्वेटर पहनते हैं।
सर्दी के मौसम में तापमान कम होने की वजह से गरीबों के लिए अलाव एवं बेघरों के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था सरकार को ही करनी पडती है। गरीब लोग लंबी और कड़ाके की सर्दी से बहुत अधिक प्रभावित होते हैं। सुविधाएँ न होने की वजह से कई बार गरीबों की ठंड से मृत्यु भी हो जाती है। गरीबों में सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।
सर्दी के मौसम का अपना विशेष महत्व होता है। सर्दी के मौसम के आरंभ में कम तापमान में गेंहूँ जैसी फसलों को बोया जाता है। सर्दी के मौसम में अधिकतर हरी सब्जियों की भरमार होती है। सर्दी के मौसम में हम धनिया, मेथी, गाजर, मटर, बैंगन, गोभी, मूली जैसी हरी सब्जियों को आसानी से प्राप्त कर पाते हैं। इस मौसम में बंदगोभी, सेम, मटर, फूलगोभी, आलू, मूली, गाजर, टमाटर, लौकी आदि सभी सब्जियां इस मौसम में बहुत मिलती हैं। सर्दी के मौसम में ठंडे बर्फबारी के दृश्य बहुत ही मनमोहक लगते हैं। इन दृश्य को देखने के लिए लोग पर्वतीय स्थलों पर जाते हैं। सर्दी के मौसम के मौसम में गेंदा, गुलदाउदी, सूरजमुखी, गुलाब और डहेलिया आदि खुबसुरत फूलों की सुंदर छटा देखने को मिलती है।
इन सुंदर फूलों के दृश्यों का आनंद केवल सर्दी के मौसम में ही लिया जाता है। सर्दी के मौसम में त्यौहारों का बहुत महत्व होता है। सर्दी के मौसम में ही उत्तर भारत में 14 जनवरी को लोहड़ी और मकर सक्रांति मनाई जाती है। दिसंबर में ईसाईयों द्वारा क्रिसमस का पर्व मनाया जाता है। अन्य बड़े वर्ग बड़े दिन की छुट्टियाँ मनाते हैं। गणतंत्र दिवस और बसंत पंचमी का त्यौहार भी सर्दी के मौसम के दौरान ही आता है। सर्दी के मौसम में ही स्वास्थ्यवर्धक और पसंदीदा फलों जैसे- संतरा, अमरुद, चीकू, पपीता, आंवला, गाजर, अंगूर आदि को देखा जा सकता है। सर्दी के मौसम हमें जीवन के संघर्षों का सामना करने की प्रेरणा देती है। सर्दी के मौसम से पहले शरद ऋतु में हमारा जीवन सामान्य रहता है लेकिन सर्दी के मौसम में हमारा संघर्ष बढ़ जाता है। जिस तरह से सर्दी के मौसम के जाने के बाद हमें बसंत का आनंद मिलता है, ठीक उसी तरह जीवन में संघर्ष करने के बाद हमें सफलता का आनंद मिलता है। यही संदेश हमें सर्दी के मौसम देती है।
सर्दी का मौसम बर्फीला और उपयोगी मौसम है। इस मौसम में हमें काम करने में परेशानी होती है हालाँकि सूर्य भी काम करने के लिए उपयुक्त होता है और हमें सूरज के सामने बैठना अच्छा लगता है। सर्दी के मौसम में सब कुछ ताजा और सुंदर दिखाई देता है। शरद ऋतु में दिन छोटे हो जाते है और रात लम्बी हो जाती है। सूर्य का तेज भी शीत में क्षीण हो जाता है। सर्दी के मौसम में पाचन शक्ति बहुत ही मजबूत होती है। त्वचा का विशेष ध्यान रखना होगा क्यूंकि सर्दी के मौसम में त्वचा रुखी और सफ़ेद हो जाती है। शिशिर ऋतु में शरीर में चुस्ती रहती है और शरीर स्वस्थ रहता है।
Nibandh Category
Hindi Essay on “The Winter Season”, “शीत ऋतु”, Best Essay, Paragraph for Class 8, 9, 10, 12 Students
The winter season.
रूप – रेखा
ऋतु परिवर्तन और शीत ऋतु का काल , इस ऋतु की विशेषताएँ , गरीबों के लिए कष्टदायक ऋतु , खान – पान के सुख , धूप का आनन्द , प्रमुख फसले , शीत ऋतु के त्योहार।
ऋतुओं का परिवर्तन प्रकृति का नियम है । प्रत्येक ऋतु में प्रकृति अपने नए रंग में नजर आती है । गरमी में जहाँ भगवान भास्कर आग बरसाते हैं, वहीं बरसात में इन्द्रदेव बारिश की बूंदों से धरती को हरा-भरा रखते हैं। बरसात के बाद जब शीत ऋतु आती है तो वातावरण में ठंडी लहर दौड जाती है । अँगरेजी महीने के हिसाब से दिसंबर-जनवरी तथा हिन्दी महीने के हिसाब से पौष-माघ में सबसे अधिक ठंड पड़ती है।
शीत ऋतु मोटे तौर पर आनन्ददायक ऋतु है । पसीने की चिप-चिप और वातावरण की उमस से छुटकारा मिल जाता है । कभी अग्नि के बाण बरसाने वाले सूर्यदेव हारकर ठंडे पड़ जाते हैं । अत्यधिक सरदी की स्थिति में आग का सहारा लेना पड़ता है । चारों ओर अत्यंत ठंडी बर्फीली हवाएँ चलती हैं। घर के भीतर ही कुछ राहत मिलती है । दिन में रूई के समान सफेद बादल सूरज के प्रभाव को और भी कम कर देते हैं । कहासों के छाने से दृष्टिदोष उत्पन्न हो जाता है । महानगरों में इस काल में यातायात व्यवस्था गड़बड़ा जाती है । वायुयान और रेलगाड़ियाँ देरी से चलती हैं।
सर्दी का काल गरीबों से शत्रुता रखता है। बेचारे गरीब रजाई, कम्बल, स्वेटर, टोपी, जराब और ऊनी शाल कहाँ से खरीदें! उन्हें लकडी, सूखे पत्तों और उपलों की आग के सहारे रात काटनी पडती है । शीतलहरी में सड़कों के किनारे फुटपाथ पर सोने वाले शहरी गरीब बेमौत मारे जाते हैं । अधिक ठंड से आलस्य घेर लेता है, इसलिए काम से हुई हानि अलग है। परन्त शारीरिक श्रम करने वाले जानते हैं कि काम करने से शरीर में गर्मी आती है। वे आलस्य त्यागकर अपने काम में जुट जाते हैं । किसान और मजदूर श्रम करके अपने शरीर में गर्मी उत्पन्न करते हैं।
शीतकाल में खान-पान के अनेक सुख हैं । गरिष्ठ पदार्थ भी हजम हो जाता है । आयुर्वेद में इस काल को स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है । खजर काजू, बादाम, किशमिश, मूंगफली आदि मेवों को खाकर शरीर को चुस्त बनाया जा सकता है । सेब, सन्तरा, केला, चीकू आदि इस काल के मौसमी फल हैं । चाय, कॉफी सर्दी को दूर भगाते हैं । एक उक्ति है कि जाड़े की ऋतु में तिल, रूई, उष्ण जल, पान और गरम भोजन करना चाहिए । इन पदार्थों का सेवन शरीर को रोगमुक्त रखता है । जाड़े में सूर्य की तरफ पीठकर धूप-सेवन का भी काफी महत्त्व है।
शीतकाल में हुई वर्षा ठंडी हवाओं को शान्त करती है । इस काल में वर्षा होने से रबी फसलों को लाभ होता है । किसान जाड़े के समय में गेहूँ, चना, जौ, मसूर, मूंग आदि फसलों को लगाते हैं । गन्ना भी इस काल की एक प्रमुख फसल है।
जाड़े की ऋतु का प्रमुख पर्व है मकर संक्रांति । इस पर्व में तिल के पकवान बनाए जाते हैं । पंजाब की लोहड़ी, असम का माघ बिहू, तमिलनाडु का पोंगल मकर सक्रांति के ही अलग-अलग रूप हैं । ईसाइयों का पर्व क्रिसमस और भारत का राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस भी शीत ऋतु में आता है । बसंत पंचमी का आगमन शीत ऋतु की समाप्ति की घोषणा करता है।
शीत ऋतु में सर्दी से बचाव के सभी जरूरी उपाय करने चाहिए । हमें गरम ऊनी कपड़े पहनने चाहिए तथा गरमागरम भोजन करना चाहिए । ठंडे और बासी खाद्य पदार्थों को खाने से हमें सर्दी लग सकती है । इन उपायों को अपनाकर शीत ऋतु का पूरा आनन्द उठाया जा सकता है ।
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शीत ऋतु पर निबंध हिन्दी में Essay on Winter Season in Hindi
इस लेख में हमने सर्दी का मौसम या शीत ऋतु पर निबंध (Essay on Winter Season in Hindi) हिन्दी में लिखा है। यह सर्दी ऋतु पर निबंध हमने 800 शब्दों में स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए प्रकाशित किया गया है। इसे अंग्रेजी में विंटर सीजन भी कहते हैं।
प्रस्तावना Introduction (शीत ऋतु पर निबंध – 800 Words)
यह शीतकालीन मौसम भारत का सबसे बड़ा और सबसे ठंडा मौसम है। इस इस मौसम में हर जगह वतावरण में ठंडक चारों ओर फैली रहती है, यह एक शानदार मौसम है। सर्दियों के महीनों के दौरान, पहाड़ी क्षेत्र बर्फ से ढंक जाता है और कभी-कभी तापमान बहुत निम्न स्तर हो जाता है।
सर्दियों में मैं शनिवार और रविवार को ज्यादातर लोग बाहर घूमने जाते हैं। जब बाहर शांती हो जाती और पर्यटकों के लिए दिन बदल जाता हैं और सर्दियों में मैं सूर्यास्त पर पहाड़ों में चढ़ना पसंद करता हूं, तब ऊपर से ऐसा लगता है जैसे नीचे गाँव कोई रात का भोजन परोस कर रखा हो। कभी-कभी पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी बहुत ज्यादा हो जाती है, और फिर लोगों का अपने घर से बाहर जाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन कुछ स्थानों पर, शीतकालीन जलवायु बहुत ही उदार और सुखद होती है।
शीत ऋतु का महत्व Importance of Winter Season
जब हम सर्दियों के मौसम की सुबह में टहलते हैं तो यह स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी होता है। जब हम सुबह टहलते है, तो हमें सांस लेने के लिए ताज़ी हवा मिलती है। गर्मियों के मौसम के दौरान, हम विस्तारित समय के लिए काम नहीं कर सकते हैं, लेकिन सर्दियों के महीनों में, हम लंबे समय तक नौकरी कर सकते हैं और थकान भी नहीं होती है।
इस मौसम में, मच्छरों की भी कोई समस्या नहीं होती है। गर्मियों के मौसम के दौरान, बहुत गर्मी होती है जिससे हम बीमार हो सकते हैं, लेकिन सर्दियों के महीनों में, हम बहुत कम बीमार पड़ते है। सर्दियों का मौसम किसानों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस मौसम के दौरान, उनकी खेती शानदार हो जाती है, सर्दियों में सुबह हरी पत्तियों पर, बर्फ की ओस की बूंदे मोती की तरह दिखाई पड़ती है।
शीत ऋतु की कुछ मुख्य बातें Best things about Winter Season
सर्दी के महीने में होने वाली समस्याएं problems in winter season.
ठंड से बचने के लिए कभी-कभी जब वे रात में काम करते हैं तो अक्सर आग के सामने बैठते हैं उनके पास पहनने के लिए कोई गर्म कपड़े नहीं है। इस मौसम में कई जानवरों और पक्षियों की मृत्यु भी हो जाती है। यहां तक कि यात्रा में भी इस मौसम में मुश्किलें होती है। यात्रा करने की वजह से लोग बहुत परेशान होते हैं, सर्दियों से बचने के लिए, यात्रा के समय हमें अधिक सामान साथ रखना पड़ता है।
पुराने समय से, यह हमारे देश में हो रहा है कि ज्यादातर पक्षी, जानवर और इंसान मर रहे हैं क्योंकि इस मौसम में उनके पास कुछ गर्म कपडों और आश्रय की कमी रहती है। इस अवधि में कई अमीर लोग कुछ गर्म कपड़े और चीजों को उस व्यक्ति को दान करते है, जिनके पास सर्दी से बचने के लिए कोई स्रोत नहीं है। अतः धनी व्यक्तियों को, शीतकालीन हवाओं की कई कठिनाइयों से जो लोग पीड़ित हैं उनके कल्याण के लिए कुछ धन भी देना चाहिए।
शीत ऋतु पर 10 वाक्य 10 Lines on Winter Season in Hindi
निष्कर्ष conclusion.
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शीत ऋतु पर निबंध-Essay On Winter Season In Hindi
शीत ऋतु पर निबंध (essay on winter season in hindi) :.
भूमिका : भारत एक ऋतुओं का देश है। भारत में छ: ऋतू हैं जो निरंतर चलती रहती हैं। भारत की छ: ऋतू बसंत ऋतू, वर्षा ऋतू, शरद ऋतू, ग्रीष्म ऋतू, हेमंत ऋतू और शीत ऋतू हैं। शीत ऋतू का आगमन शरद ऋतू के बाद और बसंत ऋतू के आगमन पर समाप्त होती है। भारत में शीत ऋतू बहुत अधिक ठंडी ऋतू होती है।
शीत ऋतू का समय नवम्बर मास से लेकर फरवरी मास तक होता है। भारत देश में नवम्बर में शुरू होने वाली ठंड दिसम्बर आते-आते भीषण ठंड में बदल जाती हैं। शीत ऋतू में दिन प्राय: छोटे और रातें लंबी होती हैं। सूर्य की गर्मी जो लोगों को ग्रीष्म ऋतू में अच्छी नहीं लगती वह गर्मी सभी लोगों को शीत ऋतू में अत्यंत प्रिय लगने लगती है।
सर्दी से बचने के लिए बहुत से लोग आग का भी आनंद लेते हैं। शीत ऋतू में अन्य ऋतुओं की तुलना में वातावरण में बड़े स्तर पर परिवर्तन देखा जा सकता है। वातावरण का तापमान बहुत कम हो जाता है, तेज गति से हवाएं चलने लगती हैं, दिन छोटे हो जाते हैं और रातें लंबी हो जाती हैं।
कभी-कभी तो घने बादलों, कोहरे और धुंध की वजह से सूरज को देखना भी असंभव लगता है। शीत ऋतू के दौरान गीले कपड़ों के सूखने में बहुत परेशानी होती है। शीत ऋतू के दौरान कोहरा और धुंध बहुत ही सामान्य होते हैं, जो सडकों पर अधिक भीड़ और दुर्घटनाओं के कारण बनते हैं। हमें सर्दियों से बचने के लिए बहुत से गर्म कपड़े पहनने चाहिएँ और अपने घरों में रहना चाहिए। शीत ऋतू में अधिक सर्दी के कारण बहुत से पक्षी पलायन कर जाते हैं और पशु शीत निंद्रा में चले जाते हैं।
शीत ऋतू के आगमन का कारण : भारत में शीत ऋतू के शुरू होने की अवधि क्षेत्रों और पृथ्वी के अपने अक्ष पर सूर्य के चारों ओर घुमने के अनुसार अलग-अलग होती है। सभी को यह पता है कि पृथ्वी सूर्य के चारों और चक्कर लगाती है। पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमना ही पूरे साल भर मौसम और ऋतुओं के बदलने में मुख्य भूमिका निभाता है।
जब पृथ्वी उत्तरी गोलार्द्ध पर चक्कर लगती है तब उत्तरी गोलार्द्ध पर सर्दी होती है। ऋतुएं तब बदलती हैं जब पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है। पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री सूर्य की ओर झुकी हुई है। दक्षिण के लोगों के लिए सर्दियों के महीने जून, जुलाई और अगस्त होते हैं। भारत में शीत ऋतू का हिमालय पर्वत से बहुत गहरा संबंध होता है। जब हिमालय पर्वत पर बर्फबारी होती है और उत्तर दिशा की ओर से हवाएं चलना शुरू हो जाती हैं तो भारत में शीत ऋतू का आगमन होता है।
प्राकृतिक दृश्य : सर्दियों के दौरान पहाड़ी क्षेत्र बहुत ही सुंदर दिखने लगते हैं क्योंकि उन क्षेत्रों में सब कुछ बर्फ की चादर से ढका होता है और प्राकृतिक दृश्य की तरह बहुत सुंदर दिखाई देता है। सभी वस्तुओं पर पड़ी बर्फ मोतियों के समान दिखाई देती है।
सूर्य के उदय होने पर तरह-तरह के रंग के फूल खिलते हैं और वातावरण को एक नया रूप देते हैं। कम तापमान वाली सूर्य की रौशनी की वजह से सर्दियों के दिन बहुत ही अच्छे और सुहावने होते हैं। दिसम्बर और जनवरी सबसे अधिक ठंड वाले मौसम होते हैं जिनके दौरान अधिक ठंडा मौसम होने की वजह से हम बहुत अधिक परेशानी महसूस करते हैं।
यह मौसम लंबी यात्रा और पर्यटन पर जाने के लिए सबसे अच्छा मौसम होता है। यही मौसम भारत में सबसे अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के साथ ही आसमान के मनमोहक वातावरण में सुंदर चिड़ियों को भी आमंत्रित करता है।
शीत ऋतू का महत्व : शीत ऋतू का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। भारत में शीत ऋतू सबसे महत्वपूर्ण मौसम है जो शरद संक्रांति पर शुरू होता है और बसंत विषुवत पर खत्म हो जाता है। शीत ऋतू स्वास्थ्य का निर्माण करने का मौसम होता है हालाँकि पेड़-पौधों के लिए बुरा होता है, क्योंकि वे बढना छोड़ देते हैं।
बहुत से जानवर असहनीय ठंडे मौसम के कारण शीतकालीन निद्रा में चले जाते हैं। इस मौसम के दौरान बर्फ गिरना और सर्द तूफानों का आना सामान्य बात है। शीत ऋतू में हम अनेक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। शीत ऋतू में हम आइस-स्केटिंग, आइस-बाइकिंग, आइस-हॉकी, स्कींग, स्नोबॉल फाइटिंग, स्नोमैन को बनाना, स्नो-कैसल आदि बहुत सी रुचिकर गतिविधियों में भाग ले सकते हैं।
शीत ऋतू में सुबह के समय टहलना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है। गर्मियों के मौसम में हम विस्तृत समय के लिए काम नहीं कर सकते हैं लेकिन सर्दियों में हम लंबे समय तक नौकरी कर सकते हैं।
गर्मियों में बहुत अधिक गर्मी पडती है जिससे हम बीमार हो जाते हैं लेकिन सर्दियों में बहुत कम बीमार होने की संभावना होती है। सर्दियों का मौसम किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस मौसम के दौरान उनकी खेती शानदार होती है। सर्दियों में हरी पत्तियों पर ओश की बूंदें मोती के समान लगती हैं।
शीत ऋतू की विशेषताएं : शीत ऋतू में अन्य ऋतुओं की तुलना में बहुत अधिक बदलाव होते हैं जैसे- लंबी रातें, छोटे दिन, ठंडा मौसम, ठंडी हवा, बर्फ का गिरना, सर्दी तूफान, ठंडी बारिश, घना कोहरा, धुंध, बहुत कम तापमान आदि। कभी-कभी जनवरी के महीने में तापमान 1 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। इस समय में सर्दी अपनी चरम सीमा पर होती है।
नवंबर के महीने से ही ठंडी हवाएं चलनी शुरू हो जाती हैं। जब सर्दी अधिक बढ़ जाती है तो स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियाँ कर दी जाती हैं। इस मौसम में लोग अधिक उर्जावान और क्रियाशील रहते हैं। दिन छोटे होते हैं और रात लंबी होती हैं। लोग अधिक घंटे काम करने के बाद भी थकते नहीं हैं।
सुबह के समय अधिक कोहरा व पारा पड़ता है और कुछ भी देखना मुश्किल हो जाता है। बहुत सी हवाई जहाज उड़ानें रद्द हो जाती हैं। शीत ऋतू में ट्रेने भी देर से चलने लगती हैं। सडकों पर पारा अधिक होने की वजह से लोग सुबह के समय घर से बाहर निकलने से डरते हैं।
शीत ऋतू में जगह-जगह लोग आग जलाकर बैठ जाते हैं। शीत ऋतू का मौसम गर्म भोजन, फल, मिठाईयां व स्वादिष्ट व्यंजनों का मौसम होता है। इस मौसम में अन्य मौसमों की अपेक्षा अधिक चाय पी जाती है। इस मौसम में अन्य मौसमों की अपेक्षा हरी सब्जियां अधिक आती हैं। बहुत से त्यौहार भी सर्दी के मौसम में ही आते हैं।
गरीबों के लिए कष्टदायी : शीत ऋतू गरीबों के लिए बहुत अधिक परेशानियों का निर्माण करता है क्योंकि उनके पास गर्म कपड़े और रहने के लिए पर्याप्त आवासों का अभाव होता है। शीत ऋतू ज्यादातर गरीब लोगों के लिए बहुत ही कष्टदायी होती है। गरीबों के पास प्राय: गर्म कपड़ों का आभाव होता है।
गरीबों के पास कम्बल, स्वेटर, रजाई आदि सभी खरीदने के लिए पैसे नहीं होते हैं। ऐसे लोग आग से ही राहत का अनुभव करते हैं। अमीरों के लिए तो शीत ऋतू बहुत ही आनंदमय होती है। उनके पास अच्छे गर्म कपड़े होते हैं। अमीर लोग रंगीन जैकेट, कोट या स्वेटर पहनते हैं।
शीत ऋतू में तापमान कम होने की वजह से गरीबों के लिए अलाव एवं बेघरों के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था सरकार को ही करनी पडती है। गरीब लोग लंबी और कड़ाके की सर्दी से बहुत अधिक प्रभावित होते हैं। सुविधाएँ न होने की वजह से कई बार गरीबों की ठंड से मृत्यु भी हो जाती है। गरीबों में सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।
स्वास्थ्यवर्धक समय : शीत ऋतू में पाचन शक्ति प्रबल होती है इसलिए इस समय लोग आराम से भोजन कर पाते हैं। ठंड के समय में अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छे खान-पान का भी ध्यान रखना पड़ता है। तापमान कम होने की वजह से त्वचा रुखी हो जाती है इसीलिए त्वचा का विशेष ध्यान रखा जाता है।
तेल मालिश के साथ गर्म पानी से स्नान अति उत्तम माना जाता है। शीत ऋतू में सुबह बाहर घूमना स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक अच्छा होता है। जब हम सुबह घूमने जाते हैं तो हमें साँस लेने के लिए ताजी और स्वच्छ हवा मिलती है। शीत ऋतू के समय में मच्छरों की समस्या नहीं होती है।
हरी सब्जियां, फूल व फल : शीत ऋतू का अपना विशेष महत्व होता है। शीत ऋतू के आरंभ में कम तापमान में गेंहूँ जैसी फसलों को बोया जाता है। शीत ऋतू में अधिकतर हरी सब्जियों की भरमार होती है। शीत ऋतू में हम धनिया, मेथी, गाजर, मटर, बैंगन, गोभी, मूली जैसी हरी सब्जियों को आसानी से प्राप्त कर पाते हैं।
इस मौसम में बंदगोभी, सेम, मटर, फूलगोभी, आलू, मूली, गाजर, टमाटर, लौकी आदि सभी सब्जियां इस मौसम में बहुत मिलती हैं। शीत ऋतू में ठंडे बर्फबारी के दृश्य बहुत ही मनमोहक लगते हैं। इन दृश्य को देखने के लिए लोग पर्वतीय स्थलों पर जाते हैं। शीत ऋतू के मौसम में गेंदा, गुलदाउदी, सूरजमुखी, गुलाब और डहेलिया आदि खुबसुरत फूलों की सुंदर छटा देखने को मिलती है।
इन सुंदर फूलों के दृश्यों का आनंद केवल शीत ऋतू में ही लिया जाता है। शीत ऋतू में त्यौहारों का बहुत महत्व होता है। शीत ऋतू में ही उत्तर भारत में 14 जनवरी को लोहड़ी और मकर सक्रांति मनाई जाती है। दिसंबर में ईसाईयों द्वारा क्रिसमस का पर्व मनाया जाता है। अन्य बड़े वर्ग बड़े दिन की छुट्टियाँ मनाते हैं।
गणतंत्र दिवस और बसंत पंचमी का त्यौहार भी शीत ऋतू के दौरान ही आता है। शीत ऋतू में ही स्वास्थ्यवर्धक और पसंदीदा फलों जैसे- संतरा, अमरुद, चीकू, पपीता, आंवला, गाजर, अंगूर आदि को देखा जा सकता है।
शीत ऋतू का जीवन में संदेश : शीत ऋतू हमें जीवन के संघर्षों का सामना करने की प्रेरणा देती है। शीत ऋतू से पहले शरद ऋतू में हमारा जीवन सामान्य रहता है लेकिन शीत ऋतू में हमारा संघर्ष बढ़ जाता है। जिस तरह से शीत ऋतू के जाने के बाद हमें बसंत का आनंद मिलता है, ठीक उसी तरह जीवन में संघर्ष करने के बाद हमें सफलता का आनंद मिलता है। यही संदेश हमें शीत ऋतू देती है।
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10 Lines on Winter Season in Hindi। शीत ऋतु पर 10 लाइन निबंध
शीत ऋतू से अभिप्राय सर्दियों के मौसम से है। भारत में विभिन्न क्षेत्रों में शीत ऋतू के अलग अलग प्रभाव देखने को मिलते है। पहाड़ी क्षेत्रों में तो नदी झीलों का पानी जम जाता है। कुछ क्षेत्रों में बर्फीली हवाओ से लोगो का सामना होता है। वैसे ठण्ड के मौसम का भी अपना आनंद है। Winter Season Essay in Hindi अक्सर विद्यालयों में निबंध के रूप में आता है। इसलिए आज हम “ शीत ऋतू पर 10 लाइन निबंध ” लेकर आपके समक्ष आये है। इस आर्टिकल में आप ‘ 10 lines on Winter Season in Hindi ‘ में पढ़ेंगे।
- शीत ऋतू ठण्ड का मौसम होता है।
- शीत ऋतू मूलतः नवम्बर दिसंबर जनवरी फ़रवरी माह में रहता है।
- शीत ऋतू में पारा अपने न्यूनतम तापमान में चला जाता है।
- पहाड़ी जगहों में इन दिनों खूब बर्फ़बारी होती है।
- सर्दी में दिनों में धुप बहुत कम निकलती है।
- सर्दी के दिनों में सुबह और रात में घना कोहरा देखने को मिलता है।
- लोग ठण्ड से बचने और गर्मी पाने के लिए घरो में रूम हीटर या लकडिया जलाते है।
- सर्दी से बचने के लिए लोग गर्म कपडे जैसे स्वेटर, जैकेट, कम्बल और शॉल आदि का प्रयोग करते है।
- शीत ऋतू के आस पास ही दीवाली, क्रिसमस, नया साल और लोहड़ी जैसे प्रशिद्ध तैयार आते है।
- शीत ऋतू में सूर्य जल्दी डूबता है और देर से उगता है, जिससे दिन छोटे और राते लम्बी हो जाती है।
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हमें आशा है आप सभी को Winter Season in hindi पर छोटा सा लेख पसंद आया होगा। आप इस लेख को अपने स्कूल में 10 lines about Winter Season in Hindi के रूप में भी प्रयोग कर सकते है।
Winter Season Essay for Students and Children
500+ words essay on winter season.
Winter is one of the most important seasons in India. It is a part of the four seasons that occur in India. Winters are the coolest season that starts from December and last till March. The peak time when winter is experienced the most in December and January. In India, winters hold great importance. In addition, the essence it has is admired by many people. Winters give you the time to indulge in various activities like snowball fighting, building snowmen, ice hockey and more. It is a great time for kids to enjoy their vacations and get cozy in their blankets.
Essence of Winter
During winters, schools usually take a break and close down. The days are shorter and the nights get longer. The chilly mornings give you a different sense altogether. Hot drinks like coffee, tea, and hot chocolate are enjoyed more during winters. The sun rises quite late and sometimes it does not.
Even when it does, it doesn’t get a bit hot. People long for a little sunshine as the cold weather sends chills down the spine. You see people on the roads burning woods and paper to get a little warmth. However, not many people prefer going out in winters. They like sitting by the fireplace or heater all day.
In the hilly areas, people experience snow during winters. They have to shovel it out of the way to make way for walking. The essence of winters is enhanced by Christmas as well. It sets the holiday mood for people and is admired all over the world.
But, there is also a downside of this season. The farmers, homeless people, and animals are most affected by this season. There is hardly any business in this season for farmers. Hundreds of homeless people die due to the harsh winters.
As the animals do not have proper shelter, they too lose their lives. In addition, many flights are also canceled during this season. Nonetheless, this does not make winter any less important. It is quite essential to maintain balance in the weather of our country.
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Why I Love Winter?
I personally love winters. This season brings a lot of healthy fruits and vegetables. People get the chance to eat fresh grapes, apples, carrots, cauliflower, guava and more. Furthermore, so many beautiful flowers bloom during this season. These flowers include roses, dahlias and more. This makes winter even more beautiful than it already is.
Other than that, no lizards are to be found as they go in hibernation. This makes me very happy and lets me live fearlessly. Most importantly, winter mornings are the best part of this season for me. I like getting up early in winters and witnessing the morning dew on flowers. There is a different vibe altogether that comes with winters.
Also, our school organizes bonfire which is one of the most awaited events of the year.
In short, winter is as important as any other season. Sure, it may have its negative sides and positive sides, but that happens with every season. Winters helps you enjoy long morning walks and fresh air.
FAQ on Winter Season Essay
Q.1 Explain the essence of winter.
A.1 The essence of winter cannot be described in one word. It is the hot cup of coffee in the morning. It is the warmth you get from the fireplace. The fun of making a snowman is what forms the essence of winter.
Q.2 Why do people love winters?
A.2 People love winter because they like coolness. They love the absence of mosquitoes and lizards. Plus, the seasonal fruits and vegetables in winters are absolutely delicious.
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मेरा प्रिय मौसम वर्षा ऋतु पर निबंध| My Favourite Rainy Season in hindi
मेरा प्रिय मौसम वर्षा ऋतु पर निबंध महत्व लाभ हानि एवं त्योहार( My Favourite Rainy Season in hindi)
Table of Contents
वर्षा ऋतु पर निबंध
मेरा प्रिय मौसम वर्षा ऋतु है. क्यूकि वर्षा ऋतु में जब पहली बार बारिश की बूंदे धरती पर पड़ती है तब उसकी सोंदी -सोंदी खुशबू मन में आनंद का भाव उत्पन्न कर देती है. वर्षा ऋतु के आने से चारों ओर हरियाली छा जाती है. यह हमारे मन को आनंद से भर देता है, इसलिए मुझे यह मौसम पसंद है.
मौसम साल के भाग होते है, जिनका उल्लेख दिन के प्रकाश, पर्यावरण और मौसम में बदलाव से होता है. पृथ्वी सूर्य के चारों ओर एक ही कोण में चक्कर लगाती है, जिससे हमें अलग – अलग मौसमों का अहसास होता है. मौसम का अनुमान पृथ्वी के तापमान पर निर्भर करता है. पृथ्वी की सतह पर सूर्य की किरणों की प्रबलता में आये बदलाव से, मौसम का अनुमान लगाया जाता है.
पृथ्वी के दो गोलार्ध होते है उत्तरीय गोलार्ध और दक्षिणीय गोलार्ध . जब पृथ्वी का उत्तरीय गोलार्ध सूर्य के तुरंत सम्पर्क में आता है, तब यहाँ का तापमान ज्यादा हो जाता है, जिस वजह से यहाँ गर्मी का मौसम होता है. उसी समय दक्षिणीय गोलार्ध का सूर्य से सम्पर्क कम होता है, जिस वजह से वहां का तापमान कम हो जाता है और यहाँ ठण्ड का मौसम रहता है. इसी प्रकार छह महीने बाद इसका उल्टा होता है, जब पृथ्वी का दक्षिणीय गोलार्ध सूर्य से तुरंत सम्पर्क में आता है, तब यहाँ गर्मी का मौसम होता है और उत्तरीय गोलार्ध में सूर्य का सम्पर्क कम होने की वजह से वहां ठण्ड का मौसम रहता है.
आमतौर पर मौसम मुख्य चार प्रकार के होते है बसंत, गर्मी, वर्षा और सर्दी. इन सभी का अनुमान सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की परिक्रमा लगाने से होता है, क्यूकि पृथ्वी की परिक्रमा एक साल में पूरी होती है और मौसम साल के ही भाग होते है. किन्तु पृथ्वी के अलग –अलग भागों में मौसम के अलग –अलग प्रकार बताये गए है, जैसे दक्षिण एशिया के देश भारत, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका के कैलेंडर के हिसाब से यहाँ छह प्रकार के मौसम होते है और इन्हें यहाँ ऋतुयें कहा जाता है.
बसंत ऋतु (Spring Season)
ग्रीष्म ऋतु (summer season).
- वर्षा ऋतु (Rainy Season)
- शरद ऋतु (Autumn Season)
- हेमंत ऋतु (Hemant Season)
- शीत ऋतु (Winter Season)
भारत देश में इन ऋतुओं के अनुसार अलग – अलग त्यौहार मनाये जाते है. नीचे दी हुई सूची में इन ऋतुओं के तापमान तथा इन ऋतुओं में मनाये जाने वाले त्यौहार दर्शाएँ गए है –
| |||
चैत्र और वैशाख | मार्च से मई | , उगादी,
, , राम नवमी, विशू/ रंगोली बिहू/ वैशाखी/ तमिल पुथांडू/ आदि | |
ज्येष्ठ और आषाढ | मई से जुलाई | वट पूर्णिमा, रथ यात्रा और | |
सावन और भाद्रपद | जुलाई से अगस्त | रक्षा बंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, नौखई, ओणम, गुरुजोणार तिथि | |
आश्विन और कार्तिक | सितम्बर से नवंबर | नवरात्रि, विजयादशमी, शरद पूर्णिमा और बिहू | |
आग्हन और पौष | नवंबर से जनवरी | बिहू, दीपावली और कार्तिक पूर्णिमा | |
माघ और फागुन | जनवरी से मार्च | शिवरात्रि, शिग्मो, पोंगल और संक्रांति |
नीचे इन ऋतुओं और उसमें होने वाले त्योहारों के बारे में बताया गया है, जोकि हिन्दूओं के धार्मिक त्यौहार कहलाते है.
मेरा प्रिय मौसम वर्षा ऋतु ( My Favorite Season Rainy Season)
हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से मानसून का मौसम वर्षा ऋतु कहलाता है. भारत में इस समय बारिश होती है. यह हिन्दू माह सावन और भाद्रपद में आता है. हिन्दू इस समय रक्षा बंधन, कृष्ण जन्माष्टमी , गणेश चतुर्थी, नौखई, ओणम, गुरुजोणार तिथि नामक त्यौहार मनाते है. वर्षा ऋतु समर सोलस्टिस में शुरू होती है.
यह हर साल ग्रीष्म ऋतु के बाद आती है, विशेष रूप से वर्षा ऋतु का आगमन जुलाई महीने में होता है और यह सितम्बर तक चलता है. ग्रीष्म ऋतु में जल के साधन जैसे समुद्र, नदियाँ आदि से जल भाप के रूप में आसमान में जाता है, वहां जा कर यह जल इक्कठा हो जाता है और यही बादल बनते है. इसलिए जब मानसून आता है, तब आसमान में बादल छा जाते है. जब बहुत सारे बादल एक दूसरे के साथ घर्षण में होते है, तब तूफ़ान आता है और बादल का गरजना, बिजली का चमकना शुरू हो जाता है फिर बारिश होने लगती है.
वर्षा ऋतु के आने से चारों ओर हरियाली छा जाती है. बाग़- बगीचों में रौनक आ जाती है. धरती की प्यास बुझती है. सागर, नदियों और तालाबों का जलस्तर बढ़ जाता है. वन में मोरों का पसंदीदा नाच प्रारम्भ हो जाता है. किसानों और वनस्पतियों के लिए यह मौसम वरदान सिद्ध होता है. क्यूकि किसानों को इस समय खेती में लाभ मिलता है. हरी- भरी धरती और बादलों के आसमान में छा जाने का द्रश्य देखते ही बनता है. वर्षा का मौसम गर्मी से झुलसते जीवों को शांति एवं राहत पहुँचता है, और लोगों का मन आनंदित कर देता है. मुझे यह सब बहुत पसंद है इसलिए यह मेरा प्रिय मौसम है.
वर्षा ऋतु में बारिश होने की वजह से लोग ज्यादातर घर में ही रहते है. इस समय मौसम हल्का ठंडा रहता है, जिस वजह से लोग गरम चीजें खाते है. भारत में हिन्दू इस समय राखी का त्यौहार मनाते है जिसमें बहनें अपने भाई को राखी बांधती है. कृष्ण जन्माष्टमी में लोग कृष्ण भगवान की पूजा करते है, और गणेश चतुर्थी में लोग गणेश भगवान की पूजा करते है.
वर्षा ऋतु के लाभ (Advantages of Rainy Season) –
- वर्षा ऋतू से लाभ ये है कि गर्मी की तेज धूप से राहत मिलती है,
- वातावरण से गर्म हवा चली जाती है, जिससे लोग राहत महसूस करते है.
- पेड़ पौधों, घास, और सब्जियों को बढ़ने में मदद मिलती है. चोरों ओर हरियाली छा जाती है.
- इस मौसम में जानवरों को भी राहत मिलती है, क्यूकि वे हरी घास और पौधों आदि का सेवन कर सकते है, जिससे वे हमें ज्यादा शुद्ध दूध भी देते है.
- वर्षा अच्छी होने से, उत्पादन अच्छा होता है, जिससे देश में महंगाई कम होती है. किसानों का फायदा मिलता है.
वर्षा ऋतु से हानि (Disadvantages of Rainy Season) –
वर्षा ऋतु में लाभ के साथ – साथ कुछ हानियाँ भी है. वर्षा ऋतु में जब बारिश होती है, तब बारिश का पानी सड़क और बगीचों में भर जाता है, जिससे बहुत मिट्टी और कीचड़ हो जाता है. जिससे बहुत सारी परेशानियां होती है. सड़क और बगीचों में सूर्य की किरणों के न पड़ने की वजह से यहाँ की मिट्टी सूख नही पाती, जिसके कारण कीटाणु पनपने लगते है और यही बिमारियां फैलाते है.
वर्षा ऋतु के प्रकार
इसके अलावा बाकि ऋतुओं के बारे में भी मैं आपको विस्तार से जानकारी देती हूँ.
हिंदी कैलेंडर के अनुसार बसंत का मौसम बसंत ऋतु कहलाता है. भारत में इस समय न तो ज्यादा गर्मी होती है और न ही ज्यादा ठण्ड होती है. यह हिन्दू माह चैत्र और वैशाख में आता है. इस समय यहाँ बहुत से त्यौहार मनाये जाते है, जैसे नया साल, बसंत पंचमी, उगादी, गुढीपाडवा, होली, राम नवमी, विशू/ रंगोली बिहू/ वैशाखी/ तमिल पुथांडू/ हनुमान जयंती आदि. बसंत ऋतु का मध्यबिंदु बसंत संपात में होता है. संपात साल में दो होते है तब, जब दिन और रात बराबर घंटों की होती है. बसंत संपात मार्च की 20 या 21 तारीख को आता है, जब बसंत और मानसून में पृथ्वी की धुरी सूर्य के न ज्यादा पास होती है और न ही ज्यादा दूर होती है. बसंत संपात को विषुव भी कहा जाता है. शरदकालीन संपात सितंबर की 22 या 23 तारीख को आता है.
भारत में बसंत ऋतु में चैत्र माह के पहले दिन नया साल और पांचवे दिन बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है. इस दिन सभी पीले रंग के कपड़े पहनते है, हल्दी से तिलक करते है, सूर्य, धरती और माँ गंगा की पूजा करते है.
हिंदी कैलेंडर के अनुसार गर्मी का मौसम ग्रीष्म ऋतु कहलाता है. भारत में इस समय गर्मी ज्यादा होती है. यह दो हिन्दू माह ज्येष्ठ और आषाढ में आता है. इस समय यहाँ रथ यात्रा और गुरु पूर्णिमा का त्यौहार मनाया जाता है. ग्रीष्म ऋतु समर सोलस्टिस के साथ खत्म होती है. सोलस्टिस साल में दो होते है, एक गर्मी में और एक सर्दी में तब, जब सूर्य आसमान के सबसे ऊपर होता है. जून माह में समर सोलस्टिस उत्तरीय गोलार्ध में और विंटर सोलस्टिस दक्षिणीय गोलार्ध में होते है. समर सोलस्टिस जून की 20 या 21 तारीख को आता है, यह साल का सबसे बड़ा दिन होता है. इस समय उत्तरीय गोलार्ध, सूर्य के सम्पर्क में होता है और दक्षिणीय गोलार्ध की सूर्य से दूरी ज्यादा होती है. इसलिए यहाँ इस समय गर्मी का मौसम रहता है.
ग्रीष्म ऋतु में ज्यादा गर्मी पड़ने की वजह से लोग ठंडी चीजों का सेवन करते है. इस मौसम में कई प्रकार के फल भी खाए जाते है जैसे तरबूज, अंगूर, चीकू, लीची, जामुन आदि.
शरद ऋतु (Autumn Season) –
हिंदी कैलेंडर के अनुसार शरद रितु आश्विन और कार्तिक में आता है. इस समय हिन्दू नवरात्रि, विजयादशमी , शरद पूर्णिमा और बिहू नामक त्यौहार मनाते है. शरद ऋतु का मध्यबिंदु शरदकालीन संपात में होता है, जब दिन और रात बराबर घंटों की होती है. यह सितम्बर की 22 या 23 तारीख को होता है. इस लिए शरद ऋतु शरदकालीन संपात में आती है. इस मौसम को पतझड़ का मौसम भी कहा जाता है क्यूकि इस समय पेड़ों से पत्ते झड़ते है. वर्षा ऋतु में पेड़ों में नये पत्ते आते है और जब शरद ऋतु का आगमन होता है तो ये सूखने लगते है. शरद ऋतु के आते ही ये झड़ने लगते है जिस वजह से इसे पतझड़ का मौसम कहा जाता है.
भारत में शरद ऋतु में नवरात्रि का त्यौहार बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है. इस समय हिन्दू माँ दुर्गा की पूजा करते है और 9 दिनों का उपवास भी करते है. दशहरा में हिन्दू रावण दहन करते है, और शरद पूर्णिमा में भगवान को रबड़ी नामक व्यंजन चढ़ाया जाता है. इस तरह शरद ऋतु में लोग इन त्योहारों को ख़ुशी और आनंद के साथ मनाते है.
हेमंत ऋतु (Hemant Ritu) –
हिंदी कैलेंडर के अनुसार ठण्ड के पहले का मौसम हेमंत ऋतु कहलाता है. इस समय तापमान ज्यादा गरम भी नही रहता है और न ही ज्यादा ठंडा रहता है. यह दो हिन्दू माह आग्हन और पौष में आता है. इस समय हिन्दू बिहू, दीपावली और कार्तिक पूर्णिमा का त्यौहार मनाते है. भारत देश में दीपावली का त्यौहार बड़ा त्यौहार माना जाता है, इस समय लोग लक्ष्मी जी की पूजा करते है.
हेमंत ऋतु विंटर सोलस्टिस में खत्म होती है. दिसम्बर माह में विंटर सोलस्टिस उत्तरीय गोलार्ध में और समर सोलस्टिस दक्षिणीय गोलार्ध में होते है. विंटर सोलस्टिस दिसम्बर की 21 या 22 तारीख को आता है, यह साल का सबसे छोटा दिन होता है. इस समय दक्षिणीय गोलार्ध सूर्य के तुरंत सम्पर्क में आने लगता है और उत्तरीय गोलार्ध की सूर्य से दूरी बढ़ने लगती है जिस वजह से यहाँ उस समय हल्का गर्म और हल्का ठंडा मौसम रहता है.
शिशिर मौसम (Winter Season) –
हिंदी कैलेंडर के अनुसार ठण्ड का मौसम शिशिर ऋतु कहलाता है. इस समय भारत में ठंडक रहती है. यह हिन्दू माह माघ और फागुन में आता है. इस समय तापमान बहुत कम रहता है जिससे ठण्ड ज्यादा महसूस होती है. इस समय हिन्दू शिवरात्रि, शिग्मो, पोंगल और संक्रांति का त्यौहार मनाते है. शिशिर ऋतु विंटर सोलस्टिस में शुरू होती है. इस समय पृथ्वी के उत्तरीय गोलार्ध की सूर्य से दूरी बढ़ जाती है और दक्षिणीय गोलार्ध सूर्य के सम्पर्क में आ जाता है. इसलिए यहाँ इस समय ठण्ड रहती है.
शिशिर ऋतु में लोग ठण्ड की वजह से गरम कपड़े पहनते है. यह बहुत लोगों का पसंदीदा मौसम होता है क्यूकि इस समय में गर्मी नही लगती. इस मौसम में लोग धूप में रहना पसंद करते है और गर्म चीजों का सेवन करते है. इस मौसम में लोग संतरे, कीवी, सीताफल आदि फल खाते है. किवी फल के फायदे पढने के लिए यहाँ क्लिक करें.
भारत देश में इस समय संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है, इसमें लोग तिल से बनी चीजों का सेवन करते है. उसके बाद शिवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है इसमें लोग भगवान् शिव की पूजा करते है. इस तरह भारत में इन ऋतुओं को त्योहारों की तरह मनाया जाता है. मुझे ये सभी ऋतुएँ पसंद है किन्तु मुझे वर्षा ऋतु सबसे ज्यादा प्रिय है.
वर्षा ऋतु में हरियाली छा जाती है, फूल खिलने लगते है, आसमान में इन्द्रधनुष दिखाई देने लगते है. पक्षी भी खुशी से चहचहाने लगते है और नाचने लगते है. इन सभी चीजों से मन को बहुत आनंद महसूस होता है इसलिए मुझे यह त्यौहार प्रिय है.
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Why Winter is My Favorite Season
- Categories: Winter
About this sample
Words: 526 |
Published: Sep 5, 2023
Words: 526 | Page: 1 | 3 min read
Table of contents
The enchanting ambiance, the joy of winter activities, moments of reflection and tranquility, conclusion: embracing winter's magic.
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In conclusion, winter is my favorite season due to its enchanting ambiance, the joy of winter activities, and the moments of reflection it offers. Its unique blend of magic and tranquility allows me to embrace the beauty of nature's transformation and find delight in both outdoor adventures and cozy indoor moments. This is only a sample.